ही फ्रेंड्स मैं दीपक वापस आ गया हू अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके. आशा है की आप सब को पिछला पार्ट पढ़ कर मज़ा आया होगा. अगर आपने पिछला पार्ट नही पढ़ा है, तो प्लीज़ जाके पहले वो पढ़ ले. पिछले पार्ट के लिंक उपर दिया हुआ है.
पिछले पार्ट में आप सब ने पढ़ा की मैं छुट्टी मानने के लिए शिमला गया था, और रास्ते में मेरी नज़र एक सेक्सी लड़की पर पड़ी. वो लड़की शादी-शुदा निकली, लेकिन फिर भी उसने मुझे डिन्नर पर बुलाया.
जब मैं उसके रूम में डिन्नर करने गया, तो उसने एक सेक्सी नाइटी पहनी हुई थी. नीचे उसने ब्रा और पनटी दोनो नही पहने थे. फिर हमारी किस्सिंग शुरू हुई, लेकिन आयेज बढ़ने से पहले उसने मुझे उसके गे हज़्बेंड को छोड़ने को बोला.
अब ऐसी खूबसूरत लड़की के लिए तो बंदा जान भी देदे. और मुझे तो बस उसके हज़्बेंड को छोड़ना था. फिर मैने ताबाद-तोड़ उसके हज़्बेंड को छोड़ा, और फिर उसको जाने दिया. अब आयेज बढ़ते है.
उसके हज़्बेंड को छोड़ने के बाद मैं बेड पर लेट गया, और उसका हज़्बेंड अंदर चला गया. वो ठीक से चल भी नही पा रहा था, इतना छोड़ा था मैने उसको.
मैं तक गया था, तो मुझे थोड़ी नींद आ गयी, और मेरी आँख लग गयी. थोड़ी देर बाद मेरी आँख खुली, तो मुझे अपने लंड पर कुछ महसूस होने लगा.
जब मैने नीचे देखा, तो कामया अपने घुटनो के बाल बैठी हुई थी, और मेरे लंड को अपने मूह में लेके चूस रही थी. दोस्तों आप ही सोचिए. एक सूपर सेक्सी लड़की, वो भी नाइटी पहने हुए, और वो भी बिना ब्रा-पनटी के, आपका लंड चूस रही हो, तो कैसा लगेगा.
बस ऐसा ही कमाल का मुझे फील हो रहा था. मेरा लंड सोया हुआ था. लेकिन जैसे ही मैने कामया को लंड चूस्टे देखा, वो फिरसे खड़ा हो गया. फिर मैने उसको बोला-
मैं: मुझे भी तो अपनी छूट का स्वाद दो.
मेरे ये कहते ही उसने अपनी नाइटी पेट तक उठाई, और मेरे मूह पर अपनी गांद रख कर बैठ गयी. अब हम दोनो 69 पोज़िशन में थे. उस सुंदरी की सुंदर गांद मेरे मूह पर थी, और उसकी गांद और छूट के च्छेद मेरे सामने थे. क्या मस्त खुश्बू आ रही थी उसकी गांद में से.
गोरी गांद में ब्राउन छूट कमाल दिख रही थी. और गांद का च्छेद तो क्या ही बतौ. फिर मैने अपनी जीभ उसकी छूट पर चलानी शुरू की. क्या मस्त नमकीन स्वाद था उसकी छूट का. बहुत मज़ा आ रहा था.
फिर मैने उसके दोनो छूतदों को अपने हाथो से पकड़ा, और ज़ोर-ज़ोर से उसकी छूट पर जीभ चलाने लगा. मैं अपनी जीभ उसकी छूट से अंदर डालने की कोशिश कर रहा था, और वो ह्म ह्म करते हुए मेरा लंड चूस रही थी.
इधर वो अपनी गांद हिला-हिला कर मुझसे छूट चुस्वा रही थी, और उधर मैं गांद उपर-नीचे करके उसके मूह में लंड अंदर-बाहर कर रहा था. फिर मैने अपना अंगूठा उसकी छूट पर लगाया, और उसकी क्लिट को रगड़ने लगा. साथ में मैं उसकी गांद के च्छेद को भी चूसने लगा.
कुछ देर हम दोनो ऐसे ही मज़ा लेते रहे. अब उसको छोड़ने की बारी थी. उसने वैसे ही मेरे उपर रहते हुए अपनी दिशा बदली, और मेरा लंड हाथ में लेके अपनी छूट पर सेट करने लगी.
जैसे ही मेरा लंड उसने अपनी छूट पर रखा, मैने नीचे से ज़ोर का धक्का मारा. मेरा आधा लंड उसकी छूट में चला गया, और उसकी आहह निकल गयी. बड़ी मस्त और क़ास्सी हुई छूट थी उसकी. और होगी भी क्यूँ नही. एक गे के साथ शादी करके छूट चुड्ती भी कैसे.
लंड अंदर जाने से उसको दर्द होने लगा, और वो लंड से हटने लगी. लेकिन मैने ऐसा होने नही दिया. मैने उसके चूतड़ कस्स कर पकड़ लिए, और उसको अपनी तरफ खींच कर गले लगा लिया.
अपनी बाहों में उसको कसने के बाद मैने ताबाद-तोड़ धक्के देने शुरू कर दिए. कुछ 3-4 धक्कों में मेरा पूरा लंड उसकी छूट में चला गया. वो कराह रही थी, तो मैने अपने होंठो से उसके होंठ ब्लॉक कर दिए.
अपनी बाहों में मैने उसको जाकड़ लिया, और किस करते हुए नीचे से लंड अंदर-बाहर करने लग गया. कुछ ही मिंटो में उसका दर्द कम हुआ, और उसने अपनी गांद हिलनी शुरू कर दी. मैं समझ गया था, की उसको मज़ा आने लगा था.
फिर मैने उसको अपनी बाहों की जकड़न से आज़ाद कर दिया. अब वो सीधी होके मेरे लंड पर उछालने लगी. उसके मोटे बूब्स हवा में उछाल रहे थे. अभी तक उसके बूब्स को मैने चूसा नही था. फिर मैने बेड की बॅक पर अपनी पीठ लगाई, और आधा बैठ गया.
मैने एक हाथ से उसका एक बूब पकड़ा, और उसकी मूह में लेके चूसने लग गया. दूसरा हाथ मैने उसकी गांद पर रखा, और उसको लंड पर आयेज-पीछे होने में मदद करने लगा. बड़ा मज़ा आ रहा था.
नीचे मेरे लंड को उसकी छूट का मज़ा मिल रहा था, और उपर मुझे उसके बूब्स चूसने का मज़ा मिल रहा था. 15 मिनिट मैने ऐसे ही उसको छोड़ा, और फिर वो आ आ करते हुए झाड़ गयी. लेकिन मेरा लंड अभी भी खड़ा ही था.
मैने उसको 5 मिनिट का रेस्ट दिया, और फिर उसको घोड़ी बना लिया. घोड़ी बनते ही उसकी मस्त गांद और बड़ी लगने लगी. मैने उसकी गांद के च्छेद पर थूका, और उसमे उंगली डालने लगा. सील बंद गांद में उंगली जाने से वो आहह श करने लगी. लेकिन उसने मुझे रोका नही.
मैने पहले एक उंगली डाली, फिर 2 उंगलियाँ. जब 2 उंगलियाँ आराम से अंदर-बाहर होने लगी, तो मैने लंड सेट किया, और ज़ोर का धक्का मारा. पहले धक्के में आधा लंड, दूसरे में पौना लंड, और तीसरे में पूरा लंड उसकी गांद में फ़ासस गया.
वो दर्द से चिल्ला रही थी. लंड उसकी गांद में फ़ासस गया था, और ज़रा भी हिलने पर हम दोनो को दर्द हो रहा था. फिर मैने उसके चूतड़ पकड़े, और ज़ोर से लंड बाहर खींचा. वो चीखने लगी. तभी मैने दोबारा पूरा लंड अंदर घुसा दिया.
ऐसे ही 15-20 बार करने से उसकी गांद खुल गयी. तोड़ा खून निकला जिसको मैने सॉफ कर दिया. फिर मज़े से मैने उसकी गांद छोड़ी. आधा घंटा मैने उस खूबसूरत बाला की गांद छोड़ी. फिर उसकी गांद को अपने माल से भर दिया.
बाकी सारी छुट्टियाँ मैने उन दोनो के साथ ही बिताई. इस बीच मैने हज़्बेंड को 3 बार छोड़ा, और वाइफ को 15 बार.
थे एंड.