ही फ्रेंड्स, मैं आकाश. मैं वापस आ गया हू अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके. पिछली कहानी तो आप सब ने पढ़ ही ली होगी. और अगर नही पढ़ी, तो जाइए, और प्लीज़ पहले वो पढ़िए.
पिछली कहानी मैं मैने आपको बताया की कैसे मैं और मेरी साली गाड़ी में जेया रहे थे. फिर हमारी सेक्सी बातें शुरू हुई, और एंड में हमने एक होटेल में जाके चुदाई की. मैने उसकी छूट और गांद दोनो छोड़े. अब आयेज बढ़ते है.
उस दिन चुदाई के बाद साली ने एग्ज़ॅम दिया, और मेरा भी काम हो गया. फिर हम वापस आ रहे थे. हम दोनो बातें कर रहे थे. मैं बार-बार साली के बूब्स देख रहा था, और उनको देख-देख कर मेरा लंड खड़ा हुआ जेया रहा था.
तभी मेरी साली की नज़र मेरे लंड पर पड़ी, और वो बोली: जीजू आपका तो फिरसे खड़ा हो गया.
मैने कहा: अब क्या करू, तुम हो ही इतनी सेक्सी, की लंड बार-बार तुम्हारे अंदर जाने के लिए तैयार हो जया है.
ये सुन कर साली हासणे लग गयी. फिर उसने अपना हाथ पंत के उपर से मेरे लंड पर रखा, और उसको दबाने लगी. उसका सेक्सी हाथ पड़ते ही मेरा लंड और सख़्त हो गया. फिर उसने ज़िप खोली, और लंड बाहर निकाल लिया. लंड को देख कर वो बोली-
साली: बड़ा नॉटी लंड है आपका. लगता है शांत किए बिना नही मानेगा.
ये बोल कर वो आयेज की तरफ झुकी, और उसने लंड अपने मूह में डाल लिया. उसके मूह का गरम एहसास बहुत मज़ा दे रहा था. फिर वो लंड अपने मूह के अंदर-बाहर करके चूसने लगी. मैं गाड़ी ड्राइव कर रहा था, और बीच-बीच में अपनी कमर हिला कर उसके मूह में धक्के भी दे रहा था.
15 मिनिट वो लगातार मेरा लंड चूस्टी रही, लेकिन लंड का पानी नही निकला. फिर उसने लंड मूह से निकाला, और सीधी होके बोली-
साली: जीजू इसका तो निकल ही नही रहा.
मैं बोला: मेरी जान, इसको मूह की गर्मी से नही निकलना. इसको तुम्हारे अंदर जाना है.
साली: लेकिन यहा कैसे?
मैं: कभी कार सेक्स का नाम नही सुना?
साली: सुना तो है, लेकिन हम रोड पर है, और इस तरह कार में कुछ करना सही नही होगा. किसी ने देख लिए तो और पंगा पद जाएगा.
मैं: ऐसा कुछ बही नही होगा.
ऐसा बोल कर मैं गाड़ी को एक सुनसान रोड पर ले गया, जहा आस-पास काफ़ी पेड़ थे, और गाड़िया बहुत कम आ रही थी. फिर मैने उसको अपनी गोद में बिता लिया, और उसके बूब्स दबाने लग गया. हम दोनो किस करने लगे, और वो भी गरम हो रही थी.
जैसा की मैने आपको पिछली स्टोरी में बताया है, की उसने फ्रॉक पहनी हुई थी. मैने उसकी फ्रॉक के अंदर हाथ डाला, और पनटी के उपर से उसकी गांद दबाने लगा. मैं उसकी जांघों को मसल रहा था, जिससे वो और मदहोश और वाइल्ड हो रही थी.
फिर मैने उसकी पनटी फ्रॉक के अंदर से निकाल दी, और अपनी पंत और अंडरवेर भी निकाल कर नीचे फेंक दिए. उसके बाद मैने अपनी सीट को सीधा किया, और उसकी गांद पर हाथ रख कर उसको आयेज-पीछे करने लगा. ऐसा करने से उसकी गरम छूट मेरे लंड पर रग़ाद खाने लगी.
मैं बड़ी ज़ोर से उसकी गांद को मसल रहा था. बड़ी सॉफ्ट गांद थी उसकी. फिर उसने अपनी फ्रॉक में हाथ डाल कर मेरा लंड पकड़ा, और उसके टोपे को अपनी छूट के मूह पर टीकाया. जैसे ही लंड टीका, मैने अपनी कमर उपर करके लंड उसकी छूट में घुसा दिया. इससे उसकी आ निकल गयी.
फिर वो लंड छूट में लेके मेरे उपर लेट गयी. मैने उसके चूतड़ अपने हाथो में पकड़े, और अपनी कमर उपर-नीचे करके उसकी छूट छोड़ने लगा. वो मेरे होंठ चूज़ जेया रही थी, और अपनी गांद उपर नीचे करने में मेरा सपोर्ट कर रही थी. थोड़ी देर ऐसे ही चुदाई करने के बाद मैने उसको अपने उपर से उतार दिया.
फिर मैने उसको गाड़ी से बाहर आने को कहा. उसने अपनी फ्रॉक ठीक की, और गाड़ी से बाहर आ गयी. मैं नीचे से पूरा नंगा था. मैने गाड़ी की एंट्रेन्स पर उसके हाथ रखवाए, और उसको खड़ी हुई घोड़ी बना लिया. उसके बाद मैने उसकी फ्रॉक पीछे से उठाई.
क्या मस्त गांद थी उसकी. पहले तो मैने उसके छूतदों पर 2 थप्पड़ मारे. फिर मैने पीछे से उसकी गांद पर अपना लंड सेट किया. गांद का च्छेद सूखा हुआ था, तो लंड अंदर नही जेया रहा था. फिर मैने उसकी गांद के च्छेद पर थूका, और उसको तोड़ा सहलाया.
उसके बाद मैने अपने लंड पर भी थोड़ी थूक लगाई. फिर मैने दोबारा लंड उसकी गांद पर सेट किया. च्छेद पर लंड सेट करके मैने एक ज़ोर का धक्का मारा, जिससे मेरा आधा लंड उसकी गांद के अंदर चला गया. वो चीखे मारने लगी, लेकिन मैने अपने हाथ से उसका मूह बंद कर दिया.
फिर मैं लंड पुश करता गया, और लंड रग़ाद मारता हुआ अंदर घुसता गया. जब लंड पूरा अंदर चला गया, तो मैने 2 मिनिट का पॉज़ लिया. फिर मैने धीरे-धीरे लंड अंदर-बाहर करना शुरू कर दिया.
थोड़ी ही देर में उसकी गांद का च्छेद खुल गया, और फिर मैने अपनी स्पीड तेज़ की. मैं तेज़ी से उसकी गांद में लंड अंदर बाहर करने लगा. बड़ा मज़ा आ रहा था. अपने दोनो हाथ मैने उसके कंधो पर रखे हुए थे, और पीछे से धक्के मारे जेया रहा था.
बीच-बीच में मैं उसके बाल भी खींच रहा था, और गांद पर थप्पड़ भी मार रहा था. वो भी आ आ आ आ की आवाज़े निकाले जेया रही थी, जो थप्पड़ पड़ने पर और ज़ोर से निकालने लगती थी. 20 मिनिट मैने उसी पोज़िशन में उसकी गांद छोड़ी.
लेकिन मेरा पानी अभी भी नही निकला था. फिर मैने उसको सीधा किया, और उसको गाड़ी के बोनेट पर बिता दिया. उसके बाद मैने उसकी टांगे खोली, और टाँगो के बीच आ गया. मैने अपना लंड उसकी छूट के मूह पर रखा, और घाप करके एक ही झटके में अंदर डाल दिया.
उसकी आ निकली, और मैने उसको किस करना शुरू कर दिया. मैं तेज़ी से लंड अंदर-बाहर करके उसकी छूट छोड़ने लगा. वो भी वाइल्ड किस कर रही थी, और मेरे सर पर हाथ रख कर मेरे बाल सहला रही थी. बीच-बीच में साली मेरे होंठ भी काट देती थी.
उसके होंठ काटने से मुझे दर्द होता था, और इसके बदले में मैं पुर ज़ोर का झटका उसकी छूट में मार देता था. इससे उसको भी दर्द होता था. धीरे-धीरे साली और वाइल्ड होती गयी. उसने अपनी फ्रॉक उपर करके निकाल दी, अब वो मेरे सामने पूरी नंगी हो गयी.
फिर उसने मेरे फेस को अपनी तरफ खींचा, और अपने बूब्स में दबा दिया. मैं समझ गया की वो मुझसे अपने बूब्स चुसवाना चाहती थी. मैं उसके निपल्स अपने मूह में डाल कर चूसने लगा, और बीच-बीच में उनको काट भी देता था.
फिर उसने मुझे धक्का देके अपने से डोर किया. उसके बाद वो बोनेट से उतरी, और मुझे नीचे लेटने को कहा. मैं साइड में जाके घार पर लेट गया. वो कमर मतकाते हुए मेरे पास आई, और अपनी दोनो टांगे मेरे आस-पास फैला कर मेरे उपर खड़ी हो गयी.
लेते हुए मुझे उसकी छूट, और उसमे से निकलता पानी सॉफ नज़र आ रहे थे. फिर वो नीचे बैठी मेरे लंड के उपर, और उस पर अपनी छूट रगड़ने लगी. वो ज़ोर-ज़ोर से छूट रग़ाद रही थी, और मेरा लंड और सख़्त होता जेया रहा था.
उसके बाद उसने अपनी गांद उपर उठाई, और मेरे लंड को अपनी गांद के च्छेद पर सेर करके लंड के उपर बैठ गयी. आहह, क्या मज़ा था वो. फिर उसने अपने दोनो हाथ मेरी चेस्ट पर रखे, और अपनी गांद में मेरे लंड को अंदर बाहर करने लगी.
वो उपर देख रही थी, और उसके बूब्स मेरे सामने लटक रहे थे. मैने अपने दोनो हाथ उसके बूब्स पर रखे, और उनको मसालने लगा. इससे उसकी स्पीड और तेज़ हो गयी. वो आ आ आ श अफ करे जेया रही थी, और मेरे मोटे लंड से चुड़े जेया रही थी.
मैने उसके बूब्स को दबा-दबा कर लाल कर दिया था. हमारी चुदाई पूरी स्पीड में थी, और मैं और वो दोनो अपने चरमसुख पर पहुँच चुके थे. फिर अगले 5 मिनिट में मेरे लंड ने उसकी गांद में अपने माल की पिचकारी छ्चोढ़ दी.
उसको अपनी गांद में जैसे ही मेरा गरम माल महसूस हुआ, तो वो पूरा लंड अंदर लेके रुक गयी. मैं आ आ करने लगा, और मैने अपना पूरा माल उसकी गांद में खाली कर दिया.
अब हम डॉनी हाँफ रहे थे. फिर उसने जल्दी से अपनी फ्रॉक डाली, और गाड़ी में बैठ गयी. मैने भी अपने कपड़े डाले, और गाड़ी में बैठ कर गाड़ी स्टार्ट की. इस तरह हमने एक बार फिरसे अपनी हवस शांत की.
दोस्तों कहानी का मज़ा आया हो तो लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.