ही दोस्तो, मेरा नाम अनुज है. मैं देल्ही का रहने वाला हू, और एक बड़े न्यूज़ चॅनेल में कॅमरमन की जॉब करता हू. मेरी आगे 28 साल है, और मेरा लंड 7 इंच का है. अभी तक मैं सिंगल ही हू.
पिछले साल मुझे एक लड़की पसंद आई थी, लेकिन मैं जो उसके बारे में सोचता था, वो बिल्कुल वैसी नही थी. ये स्टोरी उसी लड़की के बारे में है. तो चलिए कहानी शुरू करते है.
पिछले साल हमारे न्यूज़ चॅनेल में एक सोनाली नाम की लड़की ने जाय्न किया. जब मैने पहली बार सोनाली को देखा, तो मुझे उससे प्यार हो गया. सोनाली 25 साल की बहुत खूबसूरत लड़की थी. उसका चेहरा इतना भोला था, की कोई भी उस पर दिल हार जाए.
फिगर उसका 34″28″36″ था. ऑफीस के सारे लड़के उस पर लाइन मारते थे. मैं भी उसको बहुत पसंद करने लगा था. मेरी किस्मत अची थी, तो उसके साथ मेरी ड्यूटी लग गयी. वो रिपोर्टर थी, और मैं उसका कॅमरमन था. हम दोनो ने साथ मिल कर काफ़ी सारी क्राइम स्टोरीस करी थी.
वो मेरी काफ़ी अची दोस्त बन गयी थी, और अब मैं उसको प्रपोज़ करना चाहता था. लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ, जिससे सब कुछ बदल गया. हम दोनो ने मिल कर एक रंगा नाम के गुंडे का स्टिंग ऑपरेशन किया था. रंगा और उसके दो साथी गूंजा और हरिया को हमने लड़कियो को परेशान करते हुए शूट किया था.
फिर हमारी टेलएकास्ट की वजह से उन तीनो को 3 महीने की जैल हो गयी थी. लेकिन तब हमे नही पता था, की ये स्टिंग ऑपरेशन हमे भारी पड़ने वाला था.
3 महीने बीट चुके थे, और अब वो तीनो बाहर आ चुके थे. उन तीनो की उमर 30 से 35 के बीच में थी. एक दिन मैं और सोनाली रोड पर पब्लिक के ओपीनीओना ले रहे थे. तभी एक बड़ी सी नीले रंग की वन आई, और हमारे सामने खड़ी हो गयी.
उस वन में से वो तीनो बाहर आए, और उन्होने सोनाली को पकड़ लिया. मैने सोनाली को उनसे बचाने की कोशिश की, लेकिन वो काफ़ी लंबे-चौड़े और ताक़तवर थे. वो सोनाली को वन में ले गये, और मैं भी उसी वन में जैसे-तैसे सोनाली को बचाने के लिए चढ़ गया. फिर वन चल पड़ी.
जब मैं सोनाली को चुधवा रहा था, तो हरिया ने चाकू निकाल लिया. मैं दर्र गया, और सीट पर बैठ गया. अब गूंजा और रंगा ने सोनाली को पकड़ रखा था, और सोनाली अपने आप को चुधवाने की कोशिश में थी. तभी रंगा बोला-
रंगा: तुझे क्या दुश्मनी थी हमसे? तेरी वजह से 3 महीने हमे जैल में काटने पड़े. अब उन 3 महीनो की प्यास हम तेरी छूट से ही बुझायेँगे.
सोनाली ने ब्लू कलर का फॉर्मल सूट पहना हुआ था, वित वाइट शर्ट. तभी सोनाली बोली-
सोनाली: रंगा अगर तुमने मुझे हाथ भी लगाया, तो अछा नही होगा.
गूंजा: तुझसे अछा और हो भी क्या सकता है जानेमन.
ये बोल कर गूंजा ने सोनाली को पीछे से पकड़ लिया. उसने सोनाली के हाथ पीछे करके पकड़ लिए. फिर रंगा ने सोनाली की शर्ट के बटन खोल दिए. इससे सोनाली के ब्रा में काससे बूब्स उसके सामने आ गये. फिर वो बोला-
रंगा: देख तो, कितना ज़बरदस्त माल है.
ये बोल कर रंगा सोनाली की क्लीवेज चाटने लगा. हरिया मेरे पास ही खड़ा था, ताकि मैं कुछ कर ना साकु. सोनाली बोल रही थी-
सोनाली: प्लीज़ ऐसा मत करो. मैं माफी मांगती हू.
इस्पे रंगा बोला: जानेमन माफी नही, आज तो तेरा ये सेक्सी जिस्म चाहिए हमे.
ये बोल कर रंगा ने अपने होंठ सोनाली के होंठो से चिपका दिए, और उसको अपनी बाहो में जाकड़ लिया. वो उसके होंठ चूसने लगा, और उसकी पीठ मलने लगा. गूंजा पीछे से अपने हाथ सोनाली की कमर पर ले गया, और उसने सोनाली की पंत नीचे गिरा दी.
अब सोनाली नीचे से पनटी में थी, और उपर से कोट और खुली हुई शर्ट में थी. रंगा सोनाली के होंठ चूज़ जेया रहा था, और गूंजा उसकी गांद को पकड़ कर दबाने और चूमने लगा. क्या सेक्सी जांघे थी सोनाली की, मेरा भी लंड खड़ा हो गया देख कर.
फिर रंगा ने सोनाली के होंठ छोढ़े, तो सोनाली हाँफ रही थी. उसने उसका कोट और शर्ट उतार दिए. और अब सोनाली सिर्फ़ ब्रा और पनटी में थी. हरिया भी उसको देख कर अपना लंड मसल रहा था. तभी गूंजा बोला-
गूंजा: अर्रे देख तो, इसकी छूट तो गीली हो रखी है. मतलब मज़ा आ रहा है साली को.
सोनाली भी अब शायद गरम हो गयी थी, क्यूकी वो उनको माना नही कर रही थी. फिर रंगा दोबारा से सोनाली को किस करने लगा, और उसकी गर्दन और कंधो को चूमने लगा. गूंजा ने सोनाली की पनटी उतार दी, और उसकी गांद के चियर में जीभ फेरने लगा.
रंगा ने सोनाली की ब्रा उतार दी, और उसके गोरे-गोरे स्टअंन चूसने लगा. सोनाली अब आहें भर रही थी, और रंगा के सिर को अपने बूब्स में दबा रही थी. रंगा समझ गया था, की अब सोनाली चूड़ने के लिए तैयार थी.
वो नीचे घुटनो के बाल बैठा, और सोनाली को भी बिता लिया. फिर उसने अपने 10 इंच का लंड निकाला, और उसने सामने कर दिया. अब जो हुआ, वो मैने कभी सोचा भी नही था. सोनाली उसके सामने झुकी, और उसका लंड अपने मूह में ले लिया.
रंगा ने अपने दोनो हाथ सोनाली के छूतदो पर रखे, और उसके मूह में धक्के देने लगा. सोनाली अब मुझे किसी रंडी की तरह लग रही थी. फिर रंगा ने गूंजा को इशारा किया, और गूंजा ने भी अपना लंड निकाल लिया.
गूंजा का लंड तकरीबन 9 इंच का था. फिर गूंजा सोनाली के पीछे आया, और अपना लंड सोनाली की छूट पर रगड़ने लगा. सोनाली की ह्म ह्म की आवाज़े आ रही थी. तभी गूंजा ने एक ज़ोर का झटका मारा, और अपना लंड सोनाली की छूट में घुसा दिया.
सोनाली की ज़ोर की चीख निकली. लेकिन मूह में लंड होने से डब गयी. फिर गूंजा सोनाली की छूट में धक्के मारने लगा, और रंगा उसका मूह छोड़ता रहा. सोनाली का सेक्सी बदन देख कर मुझे अफ़सोस हो रहा था, की मैने उसको अभी तक ‘ई लोवे योउ’ क्यू नही बोला था.
10 मिनिट तक वो ऐसे ही सोनाली को छोड़ते रहे. फिर गूंजा आहह आ करके सोनाली की छूट में ही झाड़ गया. उसके बाद वो मेरे पास आके खड़ा हो गया, और हरिया सोनाली के पास चला गया. रंगा का भी पानी सोनाली के मूह में निकल चुका था.
फिर हरिया ने सोनाली को नीचे लिटाया, और उसकी टाँगो के बीच में आ गया. उसने अपना लंड बाहर निकाला, जो की 10 इंच का था. फिर उसने अपना लंड सोनाली की छूट पर सेट किया, और एक ज़ोर का धक्का मारा. सोनाली की ज़ोर की चीख निकली, और लंड उसकी छूट में चला गया.
फिर हरिया ने सोनाली की टाँगो को उठाया, और उसकी छूट छोड़ने लगा. वो सोनाली को किस भी कर रहा था, और उसके बूब्स भी चूस रहा था. सोनाली मज़े से उसको बाहो में लेके अपनी छूट छुड़वा रही थी. तभी हरिया बोला-
हरिया: क्या गर्मी है रे तेरी छूट में. दिखती कोमल सी है, लेकिन दूं है तुझमे.
ये सुन कर सोनाली शर्मा गयी. अब रंगा का लंड फिरसे खड़ा हो गया था. उसने हरिया को इशारा किया, और हरिया ने अपनी पोज़िशन बदल ली. अब हरिया नीचे था, और सोनाली उसके उपर. और हरिया का लंड उसकी छूट में था.
फिर रंगा सोनाली के पीछे आया, उसने अपना लंड सोनाली की गांद पर सेट किया. इस्पे सोनाली बोली-
सोनाली: नही यहा नही प्लीज़.
रंगा: चुप कर रंडी.
तभी हरिया ने सोनाली को अपनी तरफ खींचा, और लीप-लॉक कर लिया. रंगा ने उसकी गांद पर थूका, और अपना लंड गांद फाड़ते हुए अंदर घुसा दिया. सोनाली काँपने लगी, और दर्द से बेहोश हो गयी. लेकिन वो दोनो अपना काम करते रहे, और छूट और गांद में धक्के देते रहे.
2 मिनिट बाद सोनाली होश में आई. अब तक उसका दर्द जेया चुका था, और उसको मज़ा आ रहा था. वो आहह आ करके 2 लंड अपने अंदर ले रही थी. और मैं ये पूरा तमाशा देख रहा था. 15 मिनिट की चुदाई के बाद उन दोनो ने सोनाली के दोनो छेड़ो को अपने माल से भर दिया.
फिर वो दोनो खड़े हो गये, और सोनाली वही नंगी लेती थी. फिर रंगा ने उससे पूछा-
रंगा: मज़ा आया रंडी?
सोनाली ने सिर्फ़ एक हल्की सी स्माइल दी. इधर गूंजा का लंड फिरसे खड़ा हो गया था. तभी सोनाली की नज़र उसके लंड पर पड़ी, और सोनाली बोली-
सोनाली: आजा तू भी इसको शांत कर ले.
गूंजा ने जब मेरी तरफ देखा, तो सोनाली बोली-
सोनाली: उसकी चिंता मॅट करो, वो नल्ला है. आज तक वो मुझे नही बोल सका कुछ, तो तुम्हारा क्या बिगाड़ लेगा.
ये सुन कर गूंजा सोनाली के पास गया, और उसने भी अपने लंड को उसकी छूट में डाल कर खाली कर दिया. फिर सोनाली ने अपने कपड़े पहने, और हम उसी जगह उतार गये जहा से चढ़े थे.
दोस्तो, कहानी अची लगी हो, तो लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.