गार्ड को दिखाई अपनी नंगी चूतमैने खुद एक नौकर से कहा की वो मुझे छोड़े.
बलदेव – मालकिन, मई आपके घरवाला जैसा गंदा आदमी नही हू. आप ने मुझसे प्यार से बात की वोही मेरे लिए बहुत है. पारो को जिससे छुड़वाना है चुडवाए. मई आपको नही छोड़ सकता.
साला भाओ मार रहा था. मैने फ़ैसला किया की इश्स आदमी को जल्दी अपनी छूट मे लूँगी.
शाम को दोनो पति पत्नी अपने घर चले गये.
यह मंडे था और मेरे दिमाग़ से यह बात एक सेकेंड के लिए भी नही निकली थी की मुझे दर्जी के पास ट्राइयल के लिए जाना है. मैने विनोद को याद नही दिलाया.
रात के 9 बजे तक हुँने खाना खा लिया. हम बाहर ड्रॉयिंग रूम मे बैठ टीवी देख रहे थे.
मई – यार बहुत दीनो से तुमने कोई चुदाई की वीडियो नही दिखाई.
विनोद – आज मेरा प्लान है की तुम्हारे जीजाजी (दर्जी) को चुदाई की वीडियो दिखौँगा जिस से की वो नये नये तरीके से तुम्हे चुदाई की खुशी दे सके.
मुझसे ज़्यादा मेरे पति को ही मुझे दर्जी से चुड़वते देखना था.
मई – उससे कभी घर मे बुलाकर वीडियो दिखा देंगे. टीवी मे देखने के बाद लॅपटॉप मे देखने मे मज़ा नही आता है. तुम ही बोलो, आज क्या पहन कर चालू?
विनोद ने वीडियो प्लेयर मे कॅसेट लगाया. मेरे पास आया और मुझे खड़ा कर मुझे नंगा कर दिया. मुझे अपनी गोदी मे बिताया और चुचीॉ को मसालने लगा.
वीडियो स्टार्ट हुआ. एक नीग्रो ने रोड से एक वाइट लेडी को किसी तरह से पटाया और अपने अड्डे पर ले गया. वाहा यूयेसेस के 6 और साथी थे. सभी के सभी नीग्रो. और एक घंटा की वीडियो मे एक अकेली औरत ने सभी 7 नीग्रो का लवदा चूसा, सबने उसकी बर छाती, एक छोड़ता था तो वो दूसरो का लवदा चुस्ती थी, हाथो से लवदा सहलाती थी. यूयेसेस अकेली औरत का टीन बार डबल पेनेट्रेशन भी किया.
विनोद – रानी, क्या तुम भी ये सब कर सकती हो जो इश्स अकेली औरत ने किया?
मई – मई भी औरत हू. 7 क्या तुम अपने सारे दोस्तो को बुला लो. मई अकेली ही सबको संभाल लूँगी. अगर कोई गांद मे लवदा पेलना चाहेगा तो गांद भी मरवा लूँगी.
विनोद — साढ़े डूस बुज रहा है. ऐसे ही नंगी चलो.
मई – मुझे कोई ऑब्जेक्षन नही है लेकिन अपने सोसाइटी गाते पर जो गुआर्द है, आज भी मुझे नंगा देखेगा तो कार मे ही छोड़ लेगा. चलो आज सिर्फ़ एक कुर्ता पहन कर चलती हू.
विनोद- लेकिन गुआर्द को अपना बर दिखना होगा!
मेरा पति खुद चाहता था की मई गुआर्द को अपनी छूट दिखौ.
मई – दिखा दूँगी.
10 मिनिट के बाद ही हम गाते पर थे. विनोद ने कार रोकी. पीच्छली रात बाला ही गुआर्द था. वो फिर मेरी तरफ ही आया. मैने पहले ही कुर्ता को कामद से उपर कर लिया था. टाँगो को, थाइस को पूरा फैला दिया था की किसी को भी मेरी जांघे और झांतो भारी छूट सॉफ सॉफ दिखाई पड़े.
मई – हम अभी बाहर जेया रहे है. 3-4 घंटा बाद आएँगे. क्या नाम है तुम्हारा?
गुआर्द ने एक बार विनोद की ऑर देखा और अपना एक हाथ खिड़की से मेरी ऑर लाया. कुर्ता के उपर से दोनो चुचीॉ को काई बार दबाया और जाँघो को सहलाते हुए छूट को मसालने लगा.
ये गुआर्द दर्जी से भी ज़्यादा हिम्मत वाला था और सभी औरतो को हिम्मती मर्द बहुत पसंद आते है.
गुआर्द – मेरा नाम उदय सिंग है. पुंजब का रहने वाला हू. शादी नही हुई है और पहली बार किसी औरत को टच कर रहा हू. मई सच बहुत किस्मत वाला हू की आपकी जैसी, स्वर्ग की अप्सराव जैसी सुंदर औरत को ही पहली बार टच कर रहा हू.
साहब, 2 घंटा के लिए आप अपनी घरवाली मुझे दे दीजिए और यूयेसेस के बाद मई आपका जिंदगी भर का गुलाम रहूँगा. देखिए मेडम मेरा लवदा बिल्कुल कुँवारा है.
मातेरचोड़! मेरे सामने मेरे पति से मुझे 2 घंटा के लिए माँग रहा था. जैसे विनोद ने दर्जी को नही रोका यान्हा भी गुआर्द से कुछ नही कहा. मुझसे ही बोला.
विनोद – ये लड़का बहुत भूखा लग रहा है, इससे अपनी छूट खिला दो.
पति ने मुझे अब दूसरे मर्द, एक गुआर्द के साथ चुदाई की छ्छूट दे दी.
हुँने नही देखा की यूयेसेस ने कब अपना ट्राउज़र्स का बटन खोल लवदा बाहर निकाला. लवदा देख कर दिल खुश हो गया देख कर लगा की ये लवदा दर्जी के लवदा से लंबा और मोटा है. मई अपने को नही रोक सकी. दोनो हाथो से लवदा को पकड़ अपनी ऑर खींचा और टॉप स्किन को उपर नीचे करने लगी. लेकिन स्किन ने सूपड़ा के टिप को नही छ्होरा था.
मई लवदा को मुठियाने लगी.
मई – सच उदय, बहुत ही मस्त लवदा है लेकिन अभी कुछ दिन मई बहुत बिज़ी हू. जुल्दी तुम्हे बूलौंगी लेकिन मुझे सिर्फ़ कुँवारा लवदा ही चाहिए. चलो विनोद.
मई लवदा पकड़े रही और उदय ने दोनो हाथो से मेरे गालो को दबाकर होंठो को चूमा. कार आयेज चल दी. पुर 35-40 मिनिट के रास्ते मेी हम दोनो चुप रहे लेकिन विनोद पुर समय मेरी छूट से खेलता रहा.
यूयेसेस रात भी शटर आधा खुला था. हम अंदर घुसे और विनोद ने खुद शटर को पूरा नीचे कर दिया. पीच्छली बार जैसा ही दर्जी स्विंग मशीन पर काम कर रहा था. हुमे देखते ही वो मुस्कुराते हुए खड़ा हुआ. मुझे बाँहो मेी बाँध कर गले लगाया.
दर्जी – मुझे तो दर्र लग रहा था की तुम दुबारा नही आओगी.
यूयेसेस ने कहा मुझसे लेकिन जबाब दिया विनोद ने.
विनोद – कैसे नही आती ! मई चार महीना से तुम्हारी छ्होटी साली को छोड़ रहा हू. पीच्छली रात तुमने जिस तरह से शालु को छोड़ कर खुश किया मुझे बहुत बढ़िया लगा. मैने यूयेसेस रात भी बहुत कुछ सीखा और तुम जब भी अपनी इश्स साली को छोड़ोगे तो मुझे और भी सीखने का मौका मिलेगा.
अब शरम करने से कोई फाइयदा नही था. मई दर्जी के आगोश से अलग हुई.
मई – विनोद, मेरे जीजाजी का लवदा ही तुमसे ज़्यादा लंबा और मोटा है लेकिन इश्स आदमी को छूट मे धक्का लगाने के अलावा और कुछ नही आता है. आज मई इससे सीखौँगी की औरत को कैसे खुश करते है.
बोलकर मई अपना कुर्ता बाहर निकाल कर नंगी हो गयी.
मई – जीजाजी (दर्जी), मेरा सलवार कुर्ता कान्हा है, मुझे ट्राइयल लेना है.
दर्जी ने मेरे कपड़े पहले से अलग कर के रखा था. उसने पहले मुझे सलवार पहनाया, फिर कुर्ता. हम तीनो ने देखा. दोनो कपड़े मेरे बॉडी पर पर्फेक्ट्ली फिट थे. दर्जी ने मुझे नंगा किया और खुद अपने ही हाथो से मुझे एक जीन्स ट्राउज़र और स्लीव्ले टॉप पहनाया.
मुझे जीन्स पहन-ना बिल्कुल पसंद नही था लेकिन ये जीन ट्राउज़र और टॉप जो दर्जी ने पहनाया मुझे बहुत ही ज़्यादा पसंद आया.
विनोद – रानी, तुम सोच नही सकती की तुम इन्न कपड़ो मे कितनी खूबसूरत लग रही हो.
मई मिरर के सामने खड़ी हुई और अपने आप को देखा. ट्राउज़र लो वेस्ट डिज़ाइन था. ट्राउज़र का टॉप नवल पायंट्स से 7-8 इंच नीचे था. मैने अपना एक मिड्ल फिंगर जीन्स के अंदर घुसाया और मेरी अँगुलिया झांतो को सहलाने लगी. जीन्स थाइस और चुटटरो पर स्किन टाइट थे. प्यूबिक एरिया के ट्राइंगल का लेयौट सब को सॉफ सॉफ दीखता. टॉप एसा था की चुचीॉ पर स्किन टाइट था और नीचे से लूस. कोई भी नीचे से हाथ घुसकर आसानी से चुचीॉ को मसल सकता था.
मैने टॉप उतार फेंका. फुर्ती से जीन्स को अलग किया. नंगी हुई और खुद कटिंग टेबल पर चुदाई का पोज़ लेकर लेट गयी.
मई – आज मई बहुत खुश हू. जीजाजी, यूयेसेस रात मेरे पति ने देखा की एक जीजा अपनी साली को कैसे छोड़ता है. आज तुम देखो की तुम्हारी साली का घरवाला उससे कैसा प्यार करता है.
विनोद बिना बर छाते चुदाई नही करता था.
जैसा मैने एक्सपेक्ट किया था दर्जी ने कोई नाराज़गी नही दिखाई. विनोद नंगा हुआ लेकिन उसका लवदा ढीला ही था. जैसा हम घर मे करते थे, विनोद मेरे उपर 69 हो गया. मई यूयेसेस के सुपादे को चूसने लगी. विनोद ने अपना टंग मेरी छूट के स्लिट पर रगड़ा.
दर्जी – शालु, साहब आप दोनो ये क्या कर रहे है. बर और लवदा चूसने, चाटने के लिए नही होता है, ये गंदा है, एसा मूत करो. बीमार हो जाओगे.
दर्जी मेरे नज़दीक आकर मेरी जाँघो को सहलाने लगा. दर्जी हुमे बार बार माना करता रहा लेकिन हम दोनो पति पत्नी जैसा करते थे, करीब आधा घंटा हुँने ओरल किया. लवदा चूस्ते हुए मैने ध्यान दिया की दर्जी बहुत ही ध्यान से विनोद के आक्षन को देख रहा था की वो कैसे क्लिट को चूस्ता है, छूट की पत्टीओ को चूस्ता है, जीभ को छूट के अंदर घुसता है. मैने काई बार पूरा 7 इंच मौत के अंदर लिया.
कहने की ज़रूरत नही, जब मई बहुत ही गरम हो गयी तो मैने विनोद को धकेला. वो समझ गया और पोज़िशन चेंज कर मुझे छोड़ने लगा. मुझे आचार्या होंने लगा जब मुझे महसूस हुआ की उसका धक्का पहले से ज़्यादा पवरफुल है. 15 मिनिट के बदले 25 मिनिट से ज़्यादा छोड़ कर यूयेसेस ने मुझे और भी खुश कर दिया.
मेरी छूट मेी पानी गिरा कर विनोद नीचे उतरा और एक मिनिट के अंदर ही दर्जी का जोरदार धक्का लगा.
“वाह जीजा जी, आपने कमाल कर दिया. आपकी चुदाई देख कर मेरा पति भी मुझे बढ़िया से छोड़ने लगा है. जिसने पहले हमेशा 15 मिनिट ही छोड़ा यूयेसेस ने आज तुम्हारे सामने करीब आधा घंटा छोड़ा. आज का तुम्हारा धक्का भी यूयेसेस रात के धक्का से ज़्यादा मज़ा दे रहा है.”
दर्जी ने पहले जैसा ही खूब जमा जमा कर छोड़ा और 40-45 मिनिट के बाद हम दोनो साथ ठंडे हुए. लेकिन विनोद ने मुझे रेस्ट नही लेने दिया. दर्जी नीचे उतरा और विनोद फिर छोड़ने लगा.
मुझे एक भी मिनिट का रेस्ट दिए बिना दोनो ने मुझे 3-3 बार छोड़ा. दर्जी ने तीसरी बार मेरी छूट मे रस गिराया और मई उससे धक्का देती हुई टेबल से नीचे उतरी और शटर को उठा कर रोड पर नंगी आ गयी.
मई – जीजाजी, अपने कपड़े लेने परसो रात अवँगी. मुझे दोनो का 2-2 सेट चाहिए.
विनोद मेरा कुर्ता और सॅंडल लेकर बाहर आ गया. यूयेसेस ने भी सिर्फ़ शर्ट पहना. सोसाइटी के गाते पर हम 5 बजे पहुँचे. गुआर्द के सामने मैने कार रोकने कहा.
उदय मेरे बगल मे आया. मैने अपने साइड का गाते खोला और कार के अंदर की लाइट ओं कर दी. मेरी नंगी जवानी के साथ उदय को विनोद का टाइट लवदा भी दीखा. गुआर्द दोनो हाथो से चुचीॉ को दबाने लगा.
मई – दिन मे पासिबल नही है, अपनी रात की ड्यूटी किसी के साथ चेंज कर लो और आज पूरी रात मेरे साथ गुजारो. रात 10 बजे तुम्हारा वेट करूँगी.
मैने उससे बैठने कहा. जैसे ही वो बैठा मैने उसका हेड पकड़ अपनी जाँघो के बीच दबाया.
“अभी छूट कर स्वाद ले लो, रात मे ये तेरा लवदा खाएगी.”
अपने पति को मई एक और लिव सिनिमा दिखाने वाली थी.