इसके बाद उन्होंने मेरे होठों पर अपने होंठ रख दिए, और मुझे चुंबन की कोशिश की। लेकिन मैंने अपने होंठ बंद कर दिए ताकि उसकी जीभ मेरे मुँह में प्रवेश ना कर जाये। मेरी रजामंदी ना पाकर उन्होंने मेरे होठों पर धीरे से चुंबन ले लिया। उसकी गर्म सांसें और गीली जीभ मेरे अंदर एक गहरी यौन इच्छा जगा रही थी। अजय के गर्म होंठों को छूते ही मेरा पूरा शरीर तन गया।
मुझे यह अजीब लग रहा था, मुझे पता था कि यह प्यार नहीं था, लेकिन मुझे यह अजीब लग रहा था क्यों? मैं एक दम शांत खड़ी थी, पर में उन्हें रोक नहीं पा रही थी, शायद ये सब मेरी काम वासना थी।
जैसे ही मैंने मुड़ना शुरू किया, अजय ने मुझे एक जोरदार आलिंगन में पकड़ लिया। मैं उसकी पकड़ से भागने की कोशिश कर रही थी, लेकिन सही मायने में नहीं, मैंने वापस अपने को खींचने की कोशिश की, लेकिन उसने सशक्त हाथों से मुझे गले लगा लिया, और मैं अजय के गर्म प्यार को मेरे लिए अधिक अनदेखा करना अब मेरे लिए भी मुश्किल हो गया था।
मैं वास्तव में उस समय दोहरे दिमाग में थी, कि मुझे क्या करना चाहिए? मैं यौन तनाव को महसूस कर रही थी, जैसे मैंने अपने जीवन में कभी महसूस नहीं किया था। लेकिन साथ ही मुझे पता था, कि यह गलत था।
पहले तो मैंने विरोध किया लेकिन यह आश्चर्यजनक रूप से अच्छा लग रहा था। मैंने वापस अपने को खींचने की कोशिश की, लेकिन उसने सशक्त हाथों से मुझे गले लगा लिया
उसका दायां हाथ धीरे से मेरे टॉप के अंदर जाने लगा, मैंने उसका हाथ पकड़ लिया, “नहीं सर कोई देख लेगा।” उसने कहा, “अभी कोई नहीं आएगा, बस आप एक बार कर लेने दो प्लीज!” यह सुन कर मैंने कहा, “प्लीज सर ऊपर से ही कर लो!” यह सुनकर वो टॉप के ऊपर से ही धीरे-धीरे बूब्स को मसलने लगे।
वह मेरी गर्दन चूम रहे थे, और उनका दूसरा हाथ मेरे नितम्भों को ज़ोर-ज़ोर से मसल रहा था। मेरे स्तन हमेशा बहुत संवेदनशील रहे हैं और यह मुझे गर्म करने का सबसे तेज़ तरीका है। मैंने उनसे एक बार फिर कहा कि, “सर यह काफी है, और हमें इसे यहीं रोकना चाहिए। सर, मैं शादीशुदा हूं, और आप भी।”
यकायक मुझे अहसास हुआ कि अजय का हाथ मेरी लेगिंग्स के ऊपर से ही मेरी शेव की हुई चूत को सहलाने की कोशिश कर रहा था, जबकि उसका दूसरा हाथ मेरे बूब पर था। मैंने उसे रोका और धीरे से उसका हाथ पकड़ कर उसे यह याद दिलाते हुए दूर किया, कि मुझे वापस सेंटर में पढ़ना था। मैंने उससे कहा कि, “मैं अपने स्टूडेंट्स के सामने भयानक नहीं दिखना चाहती। अगर किसी को पता चल गया तो क्या होगा? यह एक बड़ा स्कैंडल बन जाएगा।”
उसने सॉरी कहा, और बोला, “मैंने पिछले 3 महीनों से खुद को नियंत्रित किया है। मैं वास्तव में तुम्हारे प्यार का भूखा हूं। तुम नाराज़ मत होना।” उसने ऑफिस बॉय को फ़ोन करके हमारे लिए चाय बुलवाई। हमने चाय पी, और मैंने फिर से अपने होंठों पर लिपस्टिक लगायी।
उस रात जब मेरे पति बिस्तर पर मेरी ओर बढ़े और प्यार करने के लिए मेरे स्तन पर हाथ फेरने लगे। मैंने कहा, “नहीं डार्लिंग, अभी नहीं, मुझे ठीक नहीं लग रहा है।” दोपहर हुई घटना से में अंदर ही अंदर बहुत एक्साइटेड भी थी, पर घबराहट भी थी।कहीं किसी को कोई शक तो नहीं हुआ?
रात में अजय का व्हाट्सप्प मैसेज आया “सॉरी अगर मैंने तुम्हे हर्ट किया हो। लेकिन ये बहुत अच्छा था। कल सेंटर जल्दी आ जाओ ना प्लीज।” मैंने जल्दी से मैसेज डिलीट किया और सोने का बहाना करके मोबाइल ऑफ कर दिया।
बिस्तर पर लेटे-लेटे सोच रही थी आज जो हुआ उससे मज़ा तो बहुत आया, पर दिमाग में जरूर एक ग्लानि महसूस हो रही थी। फिर मेरे साथ कल अजय क्या करने वाला था, डर और एक्साइटमेंट दोनों महसूस कर रही थी।
दिल ने दिमाग को समझाना चालू किया, कि अब में 44 बरस की हो गयी थी, 18 वर्षों के रूटीन सेक्स से बोर हो गयी थी। वहीं तरीके, वहीं फोरप्ले। कुछ ख्वाहिशें थी दिल में किसी जवान मर्द के प्यार की चाहत, जो सोम्य ना होकर जंगली हो, वहशी हो, कुछ नयापन दे।
मैं सोचने लगी काश अजय उस वक़्त बिस्तर पर साथ होता। अजय के बारे में एक बात मुझे अच्छी लगती थी, कि वह कुछ शब्दों का आदमी था, और उसके पास एक गहरा रंग था, लेकिन सिर्फ सेक्सी व्हीटिश।
मुझे उसके बारे में सब कुछ पसंद था। उसके पास एक एथलेटिक बिल्ड थी और उसका युवा और मजबूत शरीर बहुत सुंदर था। मैंने खुद से कहा कि मैं दुनिया की सबसे भाग्यशाली 44 साल की महिला हूं, जिसके पास मेरा सुंदर साथी है।
उसके खयालों में मैं कामुक होने लगी, सोचा कि चलो हस्बैंड से ही ये आग बुझवाती हूं। पर जब पलट कर देखा तो वे सो चुके थे। बहुत समय बाद मैंने बिना किसी फोरप्ले के पैंटी को गीला होते महसूस किया, और इस आग को बुझाने के लिए कई सालों बाद अपनी उंगलियों का इस्तेमाल करना पड़ा।
अगले दिन सुबह जल्दी उठ गयी, बाथरूम में नहाने के पहले पुस्सी को शेव किया, नहाने के बाद मॉइस्चराइजर पूरे बदन पर लगाया। मैंने अपनी सेक्सी लेसी पैंटी पहनने का फैसला किया।
मेरे पति कहते थे कि जब भी मैं अपनी सेक्सी पैंटी पहनती हूं, तो यह संकेत होता है कि मैं मूड में हूं। हस्बैंड को कहा कि, “सेंटर में अर्जेंट काम है, थोड़ा जल्दी जाना पड़ेगा।” ऊपर पहनने के लिए मैंने अपना एक सेक्सी क्रॉप टॉप चूस किया, और साथ में टाइट जेगिंग्स पहनी जिसमे मैं काफी कर्वी लगती थी। रास्ते में ज्यादा एक्सपोसिंग ना दिखे इसलिए ऊपर से अपना श्रग पहन लिया। फिर नार्मल टाइम से पेंतालिस मिनट पहले ही सेंटर के लिए निकल गयी।
ऑफिस जाते समय मन में यह दुविधा थी कि कैसे अजय से सामना होगा? उसको देख कर मैं कैसे रिएक्ट करूंगी? मैं ऑफिस पहुंची तो मेरे केबिन में मैंने अजय को बैठा पाया। वह रजिस्टर के पन्ने पलट रहा था, मुझे मालूम था यह सब एक दिखावा था, बस वो मेरा इंतजार कर रहा था।
आज वह यूनिफार्म में नहीं थे। उन्होंने लोअर और टी-शर्ट पहन रखी थी। मैं झूठा गुस्सा चहरे पर दिखा रही थी, ताकि वो मुझे ग्रांटेड ना समझ लें।
उन्होंने पूछा: क्या हुआ?
मैंने कहा: जैसे की आप जानते ना हो, क्या हुआ। कल कोई देख लेता तो दोनों की मुश्किल हो जाती?
वो बोलै: आप डरती क्यों हो? मैं हूं ना।अच्छा गुस्सा छोड़िये,और बैठिये।
मैं उनकी बगल में बैठ गयी। वह फिर मेरी तरफ देखते हुए बोले: बहुत तरसती हो आप?
मैंने कहा: क्यों?
वो बोले: कल क्यों मुझे अलग किया? मैं रात भर तड़पता रहा आपके ख्यालों में। मत तरसाओ प्लीज। आओ?
मैंने कहा: अभी, सुबह सुबह?
वोबोले: हाँ! अभी 30 मिनट कोई नहीं आएगा।
अब मुझसे रहा नहीं गया, उसका युवा और मजबूत शरीर उस तरह का शरीर है जो मैं हमेशा से सेक्स करने के लिए चाहती थी। उसको रिझाने के अंदाज़ में मैंने अपना श्रृग उतार दिया। अब मेरा सेक्सी फिगर उसकी आँखों के सामने था? उसने मुझे इस रूप में कभी नहीं देखा था।
मेरी जेग्गिंग्स से मेरे हिप्स और पुस्सी के कर्व्स साफ़ झलक रहे थे। मुझे ऐसे देख वो अपने को कंट्रोल ना कर पाया। मुझे यह भी पता है कि मेरी उम्र की महिलाएं या युवतियां भी मुझसे ईर्ष्या करेंगी, अगर उन्हें पता चले कि अजय जैसा मर्द मेरे ऊपर लट्टू था?
मैं कुर्सी से खड़ी हो गयी, और मेरे फिगर को देख कर उसकी आह निकल गयी। वह अपना मोबाइल निकाल कर मेरी फोटो क्लिक करने लगा और मैंने मन किया?
पर वह बोला: सिर्फ पर्सनल इस्तेमाल के लिए, प्लीज?
मैंने कहा: अकेले फोटो खींच कर ही खुश हो? या फिर कुछ करने का इरादा भी है? टाइम निकल जायेगा तो मत बोलना।
वो बोला: अपना इरादा तो अपनी प्यारी मैडम को जी भर के चोदने का है
उसने कहा “फ़क”, “प्यार” नहीं। मैं भी तो सिर्फ यही चाहती थी। सिर्फ “सेक्स”।
मैंने कहा: तो करो ना, और क्या कर रहे हो, मुझे शर्म आ रही है (मैंने अपनी आँखों को ढकते हुए कहा)।
मैंने अपना चेहरा उनके सामने कर दिया। उन्होंने अपनी गर्दन आगे बढ़ाते हुए मुझे स्मूच करना शुरू किया। मेरे निचले होंठ इतनी जोर से चूसे कि मैं झटपटा कर उनको धक्का देने लगी, और अपना मुंह अलग कर लिया। उन्होंने मुझे फिर प्यार से पास लिया। अपनी जीभ मेरे होंठो के बीच डाल दी। मैंने अपने होंठ खोल दिए, और जीभ को अंदर आने दिया और अपने होंठो से उनकी जीभ को चूसने लगी।
उन्होंने धीरे से मुझे अपनी गोद में बैठा लिया, और हमारी स्मूचिंग जारी रही। उनकी गोद में बैठे-बैठे अब मुझे अपने नितम्भों के बीच उनके खड़े होते लिंग का दबाव महसूस होने लगा। जीवन में पहली बार हस्बैंड के आलावा किसी और के लिंग का स्पर्श का अनुभव अपने शरीर पर ले रही थी।
इसके आगे क्या हुआ, उसके लिए आपको अगले पार्ट का इंतजार करना पड़ेगा।