ही फ्रेंड्स, मैं हू अनुज. मैं आपके सामने अपनी कहानी का अगला पार्ट पेश करने जेया रहा हू. आशा करता हू की आपको इसके पिछले पार्ट्स पसंद आए होंगे.
अगर आपने पिछले पार्ट नही पढ़े है, तो पहले वो ज़रूर पढ़ ले. पिछले पार्ट में आपने पढ़ा, की कैसे मैने उस अंजान लड़की की क्लब में गांद मारी.
फिर मैं और श्रुति (मेरे बॉस की बेटी) क्लब से बाहर आ गये. गाड़ी में हमारी बातें शुरू हुई. फिर श्रुति ने मुझसे बोला की मैने उसको झूठ बोला था. लेकिन मैं नही समझ पाया की वो किस झूठ की बात कर रही थी. आब आयेज चलते है.
मैं: जी मैने कों सा झूठ बोला है?
श्रुति: यही की तुम वॉशरूम में थे.
ये सुन कर मैं तोड़ा घबरा गया. मुझे लगा की कही श्रुति को पता तो नही चल गया मेरी चुदाई के बारे में. फिर मैने सोचा की उसको कैसे पता चल सकता था. ये सोच कर मैने बोला-
मैं: जी मैं वॉशरूम में ही था.
श्रुति: फिरसे झूठ. तुम वॉशरूम में नही थे. तुम तो उस लड़की के साथ थे.
अब मेरी गांद फटत गयी. तभी मैं बोला-
मैं: कों सी लड़की?
श्रुति: अभी भी याद नही आया? वही लड़की जो कुटिया की तरह तुमसे चुड रही थी रूम नंबर 10 में.
अब मेरा भांडा फुट चुका था. मैं सोच रहा था, की बेटा अब तो तेरी नौकरी गयी. मेरा एक रंग आ रहा था, और दूसरा रंग जेया रहा था. फिर मैं बोला-
मैं: लेकिन मेडम, आपको कैसे?
श्रुति: जब उस लड़की की चीखो की वजह से रूम के बाहर लोग इकट्ठे हो गये थे. उन लोगों में मैं भी खड़ी थी. मैने तब तुम्हे देख लिया, लेकिन तुमने नही देखा. मैने फोन भी जान-बूझ कर तुम्हारा काम ख़तम होने के बाद किया था.
मैं: जी सॉरी मेडम. आप प्लीज़ इस बात का बुरा मत मानना. वो लड़की मुझे ज़बरदस्ती ले गयी थी.
श्रुति: देखो नाराज़ तो मैं हू. और तुम्हे इसकी सज़ा भी ज़रूर मिलेगी.
मैने सोचा की बेटा जॉब तो गयी.
मैं बोला: क्या सज़ा होगी मेडम?
श्रुति: वो तो पापा बताएँगे. मुझे तो सिर्फ़ तुम्हारी उस हरकत के बारे में पापा को बताना है.
मैं: प्लीज़ मेडम, ऐसा ना करना. आयेज से कभी ऐसा नही होगा. सिर को पता चल गया तो मुझे जॉब से निकाल देंगे.
श्रुति: अगर तुम चाहते हो, की मैं पापा को ना बतौ. तो तुम्हे कुछ करना होगा मेरे लिए.
मैं: जी जो आप कहे.
श्रुति: तो फिर जैसे उस लड़की को रंडी की तरह छोड़ रहे थे. मुझे भी छोड़ो.
ओह मी गोद! मुझे मेरे कानो पर भरोसा नही हो रहा था. हूर पारी जैसी लड़की मुझे उसको छोड़ने का इन्विटेशन दे रही थी. सब बड़े लंड के फ़ायदे है. उसने फिरसे पूछा-
श्रुति: बोलो करोगे मेरी छूट को ठंडा?
मैं: आपका नौकर हू मालकिन. जो आप बोलॉगे वो करूँगा.
बस इतना बोलने की देर थी, की वो सीट की बीच की जगह से फ्रंट सीट पर मेरे साथ आ गयी, और मेरी बेल्ट खोल कर पंत नीचे करके मेरा लंड अंडरवेर के उपर से पकड़ लिया.
उसका जिस्म इतना सेक्सी था की लंड उसके छूटे ही खड़ा हो गया. वो मेरी तरफ देख कर कामुक मुस्कान दे रही थी, और मेरा लंड सहलाने लगी.
फिर वो नीचे झुकी, और उसने मेरा लंड अंडरवेर से बाहर निकाल लिया. लंड देख कर उसकी आँखों में चमक आ गयी. उसने मेरी तरफ देखते हुए मेरे लंड पर किस किया, और फिर उसपे जीभ फेरने लग गयी.
ऐसा लग रहा था जैसे कोई जन्नत की पारी मेरा लंड हाथ में लिए हुए उसको चाट रही थी. फिर उसने लंड चूसना शुरू कर दिया. वो ज़ोर-ज़ोर से मेरे लंड को मसल रही थी, और गले तक लेके चूस रही थी.
अब मुझसे गाड़ी ड्राइव नही की जेया रही थी, और मैने एक सुनसान जंगल एरिया में गाड़ी रोक दी. मैने उसके सर पर हाथ रखा, और उसको नीचे की तरफ दबाने लगा. इससे उसकी साँस रुक जाती, और वो खाँसी करने लगती.
कुछ देर ऐसे ही चकता रहा. फिर मैने उसको सीधा किया, और पीछे करके उसकी टांगे अपने सामने की. मैने उसकी वन-पीस ड्रेस में हाथ डाल कर उसकी पनटी खींच ली.
फिर मैने उसकी ड्रेस को तोड़ा उपर किया, और उसकी जांघों को आचे से खोला. अब उसकी खूबसूरत पिंक फांको वाली छूट मेरे सामने थी. मैं जल्दी से उसकी सेक्सी छूट को चाटने लग गया.
वो कामुक आहें भरने लगी, और मेरे सर को अपनी छूट में दबाने लग गयी. आज मैं उसको ऐसा मज़ा देने वाला था, की वो हमेशा के लिए मेरी रंडी बन जाए. 5 मिनिट मैं उसकी छूट चाट-ता रहा.
मैने उसकी क्लिट को इतना टीज़ किया, की वो 5 मिनिट में ही पानी छ्चोढ़ गयी. फिर मैने सीट सीधी की, और लेट कर उसको अपने उपर बुलाया. मैं पूरा नंगा हो गया, और वो मेरे उपर आ गयी.
उसने मेरा लंड पकड़ के अपनी छूट पर सेट किया, और धीरे से नीचे बैठने लगी. जब मेरा टोपा उसकी छूट में गया तो मेरे से रुका नही गया, और मैने उसकी गांद पकड़ कर पूरा लोड ज़ोर से अंदर घुसा दिया.
उसकी ज़ोर की चीख निकली, और वो उठने लगी. लेकिन मैने उसको अपनी आगोश में दबा लिया. छ्होटा लंड ले चुकी श्रुति की छूट मेरे बड़े लंड से दर्द से तड़प गयी. उसकी छूट बहुत टाइट थी जैसे किसी कुवारि लड़की की छूट हो.
तोड़ा खून भी निकालने लगा, लेकिन मैने लंड बाहर नही निकाला. मैने उसकी ड्रेस को पूरा उतार दिया, और उसके बूब्स और होंठ चूसने लगा. मैं उसके होंठ भी चूसने लगा.
थोड़ी देर में वो गरम हो गयी, और लंड पर बैठके लगाने लगी. मैने भी हल्के झटके देने शुरू कर दिए. जब वो पूरी तरह से कंफर्टबल हो गयी, तो मैने ज़ोर के झटके देने शुरू किए.
बहुत मज़ा आ रहा था दोस्तों. मैं उसके बूब्स नोच रहा था, उसकी गर्दन काट रहा था, और उसके होंठ चूस रहा था. वो भी मज़े से चुड रही थी. थोड़ी देर वो ऐसे ही उछालती रही, और झाड़ कर मेरे उपर गिर पड़ी.
लेकिन मैं अभी झाड़ा नही था. मैने उसको नीचे लिटाया, और उसकी टाँगो के बीच आके लंड फिरसे उसकी छूट में घुसा दिया. उसकी छूट पूरी तरह से गीली थी, तो पूरा लंड आसानी से अंदर चला गया.
फिर मैं ज़ोर के धक्के मारने लगा, और पूरा ज़ोर लगा कर उसको छोड़ने लगा. दोस्तों हर मिड्ल क्लास लड़के का एक सपना होता है, की वो किसी हाइ क्लास लड़की को छोड़े. मेरा ये सपना आज पूरा हो रहा था.
मैं 20 मिनिट लगातार उसको जानवरो की तरह छोड़ता रहा. अब उसकी छूट दर्द करने लगी थी, और वो मुझे लंड निकालने को कहने लगी. लेकिन मैं कहा रुकने वाला था. मैं उसकी छूट का भोंसड़ा बना देने वाला था.
जब भी वो निकालने के लिए कहती, मैं उसके मूह पर एक थप्पड़ मार देता. अब उसकी जांघें और छूट लाल हो चुकी थी. बूब्स पर दांतो के निशान थे. हम दोनो पसीने से भीग गये थे. अब मेरा निकालने वाला था, तो मैने अपनी स्पीड और बढ़ा दी.
उसकी आँखों से आँसू आ रहे थे. फिर मैने अपना लंड उसकी छूट से निकाला, और माल की पिचकारी उसके मूह पर मार दी.
इसके आयेज की कहानी अगले पार्ट में. दोस्तों कहानी पढ़ कर मज़ा आया हो, तो लीके और कॉमेंट ज़रूर करे. [email protected]