में घर पहुचा और मेने खाना खाने बैठे. मेरे दिमाग़ में बस यही बात घूम रही थी की आकाश क्या प्लान बनाएगा. क्या हम दोनो अपनी माओ को छोड़ पाएँगे.
मेरा खाना ख़तम होते ही में किचन में चला गया प्लेट्स रखने. वाहा मेरी मा किचन में काम कर रही थी. उन्होने पिंक सिल्क गाउन पहना था जिसके कारण मा की गांद काफ़ी उभरी हुई दिख रही थी और मेरा लंड उस को देखके खड़ा हो गया.
ऐसा लग रहा था जैसे अभी पीछे से पकड़ कर छोड़ डू. लेकिन मुझे मा के साथ अभी कोई ज़बरदस्ती नही करनी थी और वैसे भी आकाश प्लान बना रहा था. इसलिए मेने सोचा की वेट करना ही सही होगा.
में फिर प्लेट्स रख कर वाहा से अपने बेडरूम में चला गया.
बेडरूम में आते ही मेने आकाश को कॉल लगाया.
मे: हेलो.
आकाश: हेलो रोहित. बोलो क्या हुआ?
मे: कुछ नही यार बस रह नही पा रहा. प्लीज़ ज्लडी प्लान बना यार.
आकाश: हाहहहा अरे वेट कर प्लान बना रहा हू. तू टेन्षन मत ले छोड़ने मिलेगा. दोनो को छोड़ेंगे. समझा? भरोसा रख.
मे: हा दोनो को रंडिया बनके छोड़ना है यार.
आकाश: हा एक बार मान गये दोनो तो जो तू चाहे वो करना. बस 1-2 दिन रुक जेया. ठीक है चल रखता हू. बयी
मे: बयी
में मेरी मा को रोज़ देख कर हिलने लगा. मुझसे रहा नही गया. जबही मुझे मौका मिलता में उनको हग करता और हाथ लगता. में उकनी पनटी को लेके उसमें अपना पानी निकलता. उनकी ब्रा को में स्मेल करता.
कुछ दिन क बाद मुझे आकाश का कॉल आया, उसने मुझे मिलने क लिए बुलाया. में आकाश को पिक करने उसके घर गया. वाहा से मेंने आकाश को पिक किया और हम दारू पीने चले गये.
दारू पीते पीते उसने मुझे प्लान बताया.
मे: बोल. कुछ प्लान बाँया तूने?
आकाश: हा सोच लिया. सुन तू मेरी मा को पहले सिड्यूस कर और छोड़. मुझे पता है उसकी वीकनेस क्या है. जैसे में बोलूँगा वैसे करना वो आराम से चुड जाएगी. मेरी मा का बर्तडे है 2 दिन बाद और हुँने कभी मनाया ही नही.
तो इस बार हम मनाएँगे. मेरी बहें फ्रेंड्स क घर गयी है और बाप मेरा शराबी है उसे भी हम शराब पिलाके कही भेज देंगे. तो घरपर तू में और मा ही रहेंगे. तू केक लेके आ जाना रात को 12 ब्जे. ठीक है फिर आगे बतौँगा क्या करना है.
मे: ठीक है तो एक काम करते है में केक और गिफ्ट ले आता हू. में सारी खरीद कर ले अवँगा. जिससे वो खुश हो जाएगी और एक नेकलेस.
आकाश: हा उसने नयी सारी कफफी टाइम से नही पहनी और मेरे पास पैसे नही है.
मे: तू टेन्षन मत ले वो सब में कर लूँगा. बस घर पर कोई नही होना चाहिए.
आकाश: ठीक है फिर करते है. चियर्स.
हुँने चियर्स किया और घर चले गये.
2 दिन बाद मेने 1 ग्रीन सारी, नेकलेस और ग्रीन कलर की काँच की बॅंगल्स (मराठी विमन), कमर चैन और नातनी ले ली थी. रात के 11 ब्जे चुके थे और में कार लेकर आकाश क घर क बाहर इंतेज़ार करने लगा. 12 बजने क 5 मीं पहले उसने मुझे अंदर बुलाया. उसकी मा सो रही थी.
क्यूकी वो ग़रीब है इसलिए उनका घर काफ़ी छोटा था. एक छोटा सा रूम और एक किचन और बातरूम बस. उसकी मा रूम में बेड पे सोई थी उनको पता नही था में आय हू.
12 बजते ही आकाश ने लाइट ओं किया और हुँने उनको सर्प्राइज़ कर दिया. वो दर क उठ गयी. उन्हे समझ नही रहा था क्या हो रहा है. उन्होने कभी ऐसे सेलेब्रेट नही किया था. वो उठ कर खड़ी हो गयी उन्होने गाउन पहना था.
आकाश: हॅपी बर्तडे मा.
मे: हॅपी बर्तडे आंटी.
अर्चना: थॅंक योउ. पर ये सब क्या है इश्स समय. और ये कौन है
आकाश: अरे मा ये मेरा बेस्ट फ्रेंड है और हुँने प्लान किया था आपको सुरपेइसे देंगे.
मे: हा आंटी. चलिए केक कट करते है. उसके पहले आंटी ये देखिए हुँने क्या गिफ्ट लाया आपके लिए.
अर्चना: अरे ये सब क्या है इतने सारे गिफ्ट्स नही में नही ले स्क्ति.
मे: में आपके लिए इतने प्यार से लाया हू आंटी. प्लीज़ आंटी.
आकाश ने भी फोर्स किया फिर आंटी ने गिफ्ट आक्सेप्ट किया और खोला तो और शॉक रह गयी.
मे: आंटी आप ये सारी चेंज करके आई है फिर केक कट करेंगे. प्लीज़ आंटी.
आकाश: हा मा प्लीज़ चेंज करिए हम वेट करते है.
अर्चना: ठीक है.
अर्चना किचन में गयी और चेंज करने लगी. किचन को दरवाज़ा नही था बस एक परदा था. में और आकाश दोनो चुपके देखने लगे पर्दे क पीछे से उनका मूह दूसरे साइड था.
उन्होने उनका गाउन निकाला. उन्होने अंदर वाइट ब्रा और पनटी पहनी थी. उसका बदन पूरा भरा हुआ था. मेरा और आकाश का लंड खड़ा हो चुका था. हुँने गिफ्ट में से कमर की चैन और नेकलेस नही दिए थे क्यूकी वो प्लान का हिस्सा था. क्यूकी जैसे ही हम केक कट करेंगे आकाश को एक फेक कॉल आएगा और वो बाहर चला जाएगा. और फिर में वो गिफ्ट उसकी मा को पहणौँगा.
उसकी मा तैयार होके बाहर आई और हम देखते ही रह गये. आकाश का मूह खुला रह गया. और में भी देखता रह गया. आंटी ने बोल क्या देख रहे हो केक नही कट करना.
हम होश में आए और हुँने फिर केक कट किया. केक कट करने क बाद मेने अर्चना को केक खिलाया, खिलते वक़्त मेने जानबूझ कर उनके होंठों को अपने उंगलियो से रग़ाद दिया. आकाश ने भी वोही किया.
थोड़े देर बाद आकाश को फेक कॉल आया.
आकाश: अक्चा सुन रोहित. मुझे एक काम है अर्जेंट में जाके आता हू तू कही मत जाना 10 मीं में आता हू ठीक है. मेरी मा क साथ बात कर तब तक. मा में अभी आता हू.
और ये बोलके आकाश बाहर चला गया. मुझे पता था की वो बाहर से सब देख रहा है.
अर्चना: रोहित अब पता न्ही ये कब आएगा.
मे: आंटी में आपके लिए और एक गिफ्ट लाया हू.
मेने कमर की चैन और नेकलेस आंटी को दिए और वो देखती रह गयी क्यूकी वो गोल्ड क थी.
अर्चना: इतना महेंगा गिफ्ट में नही ले स्क्ति. और इतने पैसे तुम्हारे पास कैसे आए.
मे: आंटी मेरे पापा बिज़्नेस मान है इसलिए में ये सब ले सकता हू. मुझे पता है आपकी हालत कैसे है. आपके पति भी आपको मारते है. आकाश ने बताया मुझे. इसलिए में आपके लिए ये लेके आया. प्लीज़ ले लीजिए.
आंटी एमोशनल हो गयी थी. और उनको आँखों में आसून आ गये.
आरहकाना: मेने कभी ये सब नही पहना. हमारे पास इतने पसीए नही है ये सब खरीदने क लिए. थॅंक योउ रोहित.
मे: लीजिए और पहनिए.
आंटी अंदर गयी और पहने लगी. में पीछे से देख रहा था आंटी कमर चैन नही पहें पा रही थी. में अंदर गया आंटी की हेल्प करने. आंटी को पीछे से मेने कमर पकड़ ली आंटी दर गयी.
मे: डरो मत आंटी में हेल्प कर देता हू. में आपके बेटे जैसा ही हू.
अर्चना: में कर लूँगी रोहित. तुम बाहर जाओ.
मे: कोई बात नही आंटी में हेल्प करता हू.
और तोड़ा फोर्स करने क बाद वो मान गयी.
मे: आंटी आपको सारी तोड़ा नीचे पहना चाहिए. कमर चैन क लिए सारी हमेश नाभि के नीचे ही पहनो.
मेने आंटी की सारी थोड़ी नीचे कर दी और उस वक़्त मेने देखा आंटी ने आँख बंद कर ली थी. में उनकी कमर को टच कर रहा था. उनके मूह से आ की आवाज़ आई वो अब मेरे टच को एंजाय कर रही थी. में पीछे से चैन का हुक लगा रहा था और में ऐसे पोज़िशन में जैसे मेने उनको पूरा हग कर रहा हू. तभी मेरा लंड खड़ा हुआ और उनके गांद रब करने लगा. आंटी तुरंत मुझसे अलग हो गयी.
मे: आंटी मुझे पता है आपको क्या चाहिए. आपको पति का सुख नही मिला है. और में जनता हू आपको पैसो को कितनी ज़रूरत है. में ऐसे गिफ्ट्स आपको रोज़ दे सकता हू मेरे पास बोहोट पैसा है.
अर्चना: ये क्या कह रह हो तुम मेरे बेटे जैसे हो. में ऐसी वैसी औरत नही हू रोहित. प्लीज़ जाओ यहा से.
मे: आंटी में कोई आओके साथ ज़बरदस्ती नही करूँगा क्यूकी में साँझ सकता हू की अप क्या सोच रही हो. लेकिन आंटी में जनता हू आपकी हालत और में ही आपको वो खुशी दे सकता हू जिसके लिए आप इतने साल से तड़प रही है.
अर्चना: तुम्हे पता भी है तुम क्या बोल रहे हो रोहित. ये सब ग़लत है. में तुम्हारी मा जैसी हू. में ये सब नही करूँगी. तुम जाओ यहा से नही तो आकाश आ जाएगा.
मे: ठीक है आंटी में जेया रहा हू लेकिन जबही भी आपका मान होगा आप मुझे कभी भी कॉल कर स्क्ति हो. मुझे पता है आप कॉल ज़रूर करोगी.
अर्चना: में नही करूँगी कॉल. तुम जाओ यहा से. प्लीज़
में वाहा से चला गया. लेकिन मुझे पता था मेने आंटी को एमोशनल कर दिया है. और उनके पास कोई चाय्स नही है. वो ज़रूर कॉल करेगी.
मेने आकाश को कॉल करके सब बता दिया.
नेक्स्ट दे…..
जब अर्चना का कॉल नही आया में आकाश क घर चला गया. मेने आकाश को घर से बाहर जाने को कहा. सो तट में अकेले में आरहकाना से बात कर साकु.
मेने दरवाज़ा खत खाटाया. अर्चना आंटी ने दरवाज़ा खोला. वो चौंक गयी मुझे देख कर.
अर्चना: आकाश घर पर नही है.
मे: उसने कहा की वो अभी घर आ रहा है.
अर्चना; ठीक है अंदर आके बैठ जाओ. क्या लोगे.
आंटी ने सारी पहनी थी. इस बार आंटी ने सारी नाभि के नीचे पहनी थी और कमर चैन भी पहना था. और मेने जो, नेकलेस और बॅंगल्स दिया था वो भी पहना था.
मे: एक गरम छाई मिलेगी?
अर्चना: ठीक है में बनके लाती हू.
आंटी छाई बनाने चली गयी. मेने ज्लडी से दरवाज़ा बंद कर लिया और किचन में चला गया. आंटी पीछे से इतनी सेक्सी दिख रही थी की मुझसे रहा नही गया.
मेने आंटी को पीछे से पकड़ लिया और उनकी पीठ पर किस करने लगा. वो मुझसे छूटने की कोशिश कर रही थी. लेकिन मेरी पकड़ मजबूत थी में पागल की तरह उनको नेक को किस और कभी काटने लगा. मेरा एक हाथ उनके बूब्स को दबाते तो दूसरा उनकी सारी क उपर से उनकी छूट को सहला रहा था. थोड़े टाइम बाद आंटी ने विरोध करना बंद कर दिया. मेने उनको अपनी तरफ घुमाया और होतों को चूस ने लगा. अब वो भी मेरा साथ देने लगी. हुँने 10 मीं तक स्मूच किया.
मे: अर्चना ई लोवे योउ.
फिर मेने आंटी का पल्लू गिरा दिया.
आरहकाना: अभी नही, आकाश आ जाएगा.
मे: प्लीज़ आंटी रहा नही जेया रहा.
अर्चना: ठीक है सारी उपर करके ज्लडी कर लो. कल में तुमसे मिलने ओंगी. ठीक है.
मेने उनको किचन स्लॅब पर झुकने बोला. और उनकी सारी उपर कर दी और पनटी नीचे. मईएनए ज्लडी से कॉंडम लगा दिया और आंटी की छूट में अपना लंड डाल दिया. जैसे मेने लंड डाला आंटी ज़ोर से चीखी. मेने उनको मूह अपने हाथ से बंद किया और छोड़ने लगा. 20 मीं छोड़ने क बाद मेने आंटी को मेरा लंड चूसने क लिए कहा.
आंटी ने चूसने से माना कर दिया. क्यूकी उनके लिए ये सब नया था. मेने फिर से उनको छोड़ना चालू किया कुछ देर बाद में झाड़ गया और आंटी भी. हुँने ज्लडी से अपने कपड़े ठीक किए और बैठ गये.
मे: कैसा लगा आंटी? मज़्ज़ा आया ना?
अर्चना: बोहोट ज़्यादा. बोहोट सालो बाद में चूड़ी हू. थॅंक योउ रोहित.
मे: कल तो आप बोहोट नखरे दिखा रही थी आज क्या हुआ?
अर्चना: कल रात मेने बोहोट सोचा जो तुमने कहा. इसलिए में आज कॉल करने वाली थी तुम्हे लेकिन मेरी हिम्मत नही हो रही थी. अक्चा हुआ तुम खुद आ गये. लेकिन प्लीज़ ये बात मेरे बेटे को या किसी और को नही पता चलनी चाहिए.
मे: हा आंटी टेन्षन मत लो में किसिको नही बतौँगा. और आप पैसो की टेन्षन मत लेना आज से. अब ऐसे ही आपको मज़्ज़े दूँगा में.
अर्चना: हा में तुम्हे जब फोन करूँगी तभी आना मिलने.
मेने आंटी को एक आखरी बार किस किया और वाहा से निकल गया. ये खुश खबरी मेने आकाश को सुनाई वो खुशी से पागल हो गया.
आकाश: अरे यार काश में देख सकता ये सब.
मे: टेन्षन मत ले अब वो फस गयी है, जब भी चूड़ना होगा उससे वो खुद कॉल करेगी मुझे. बस तू ज़्यादा वक़्त घर क बाहर ही रहना सो तट वो मुझे कॉल कर सके.
आकाश: अरे ज़रूर तुझे जितना छोड़ना है मेरी मा छोड़ ले. अब मेरी बारी है तेरी मा को छोड़ने की. प्लान ओं है.
मे: हा अब मेरी मा को तू सिड्यूस कर और छोड़. मेरे पास एक प्लान है.
नेक्स्ट पार्ट में बतौँगा कैसे में अर्चना को छोड़ने लगा और आकाश मेरी मा को सिड्यूस करने लगा.
ई होप आपको मज़्ज़ा आया होगा मेरी कहानी पढ़कर.
प्लीज़ फीडबॅक दीजिए.
आप एमाइल भी कर सकते है मुझे. अगर आपको बातें करनी है मुझसे तो एमाइल मे अट: