हेलो दोस्तों, मैं कारण अधूरी कहानी को आयेज बढ़ने के लिए आ गया. जैसा की आप जानते है की नीषा जान गयी थी राज और रघुवीर के बारे में. उसने राज को बोल दिया था, की अगर उसकी शादी रघुवीर से नही होगी, तो वो उन दोनो के बारे में घर पे बता देगी. इसलिए राज ने रघुवीर को अपने प्यार का वास्ता दे कर शादी के लिए माना लिया. अब आयेज-
एक ही दिन दो शादियाँ होने वाली थी. इसलिए ज़ोर-शोर से शादी की तैयारी होने लगी. मगर रघुवीर और राज दोनो अंदर से खुश ही नही थे. दिन जाते रहे और शादी के रस्मे होती रही. मलांग, समर, प्रिया, रोहित और रिया भी शादी की रस्मो में शामिल हुए.
शादी का दिन भी आ गया. नीषा और नेहा भी शादी के जोड़े में तैयार थी. राज अपने रूम में तैयार हो रहा था, की रघुवीर आ गया उसके कमरे में. उसने राज को दीवार पे चिपका दिया,
राज: छ्चोढो मुझे वीर.
रघुवीर: छ्चोढ़ ही तो दिया हू कब से.
राज: कोई आ जाएगा.
रघुवीर: आने दो.
राज: तुम क्या कर रहे हो?
रघुवीर: कुछ करने लायक ही नही रहा मैं.
फिर आवाज़ आई राज को तो रघुवीर ने उसे छ्चोढ़ दिया, और जाते वक़्त बोल दिया की वो अब राज का दोस्त भी नही रहना चाहता. अब राज ने खुद को संभाला और सीधा नेहा के रूम में चला गया.
नेहा: यहा क्या कर रहे हो तुम?
राज: मुझे एक बात बतानी है.
नेहा: ज़रूरी है तो बोलो.
राज: तुम मेरी बात समझोगी ना?
नेहा: हा ज़रूर.
राज: मैं तुमसे शादी नही कर सकता.
नेहा: क्या!
राज: क्यूंकी मैं तुमसे प्यार नही करता हू.
नेहा: तो इतने सालों से क्या चल रहा था?
राज: मैं एक सिचुयेशन में था.
नेहा: खुल के बोलो.
राज: मैं वीर को पसंद करता हू, और वीर मुझे. मगर फॅमिली की इज़्ज़त के चलते हम दोनो एक-दूसरे से अलग हुए.
राज: नीषा ने मुझे ब्लॅकमेल किया है की अगर मैं उसकी शादी रघुवीर से नही करूँगा, तो वो सब को मेरे और रघुवीर के बारे में बता देगी.
नेहा: तो ये बात रघुवीर को बोलो.
राज: अगर बोल दिया तो वीर कंट्रोल नही कर पाएगा.
नेहा: तो मुझे क्यूँ बोला अब?
राज: क्यूंकी तुम मुझे समझोगी, और नीषा बहुत प्यार करती है वीर को. इसीलिए उन दोनो की शादी हो जाने दो. मगर मैं तुमसे नही कर पौँगा क्यूंकी मैं वीर को अपना मान चुका हू.
नेहा ( रोते हुए): तुम पहले क्यूँ नही बोले? मेरी इज़्ज़त तो आज चली गयी ना.
राज: मैने सच बता कर तुम्हारी ज़िंदगी बचाई, और तुम्हारी शादी होगी.
नेहा: लेकिन किससे?
राज: मलांग से, वो तुम्हे कॉलेज के दीनो से ही पसंद करता था, और मैं मलांग को बता दिया.
नेहा: वो सच में प्यार करता है?
राज: हा, बस बोल नही पा रहा था. वो बहुत खुश रखेगा तुम्हे.
अब पंडित जी ने शादी के लिए बुलाया, तो मलांग शादी का जोड़ा पहन के सेहरे में आ गया. शादी के बाद पता चला की वो मलांग था, और राज घर छोढ़ के चला गया था. राज एक लेटर लिख कर चला गया था, की वो कुछ दिन में लौट आएगा, तो कोई टेन्षन ना ले. रघुवीर तो सदमे में चला गया.
रघुवीर मलांग से बात किया, लेकिन मलांग नेहा को प्यार करता था, इसलिए राज ऐसा किया बोल दिया. कुछ दिन बाद जब सब ठंडा हो गया. तब राज फिरसे घर आया, और सब को कुछ भी बोलने से माना कर दिया. फिर वो रघुवीर से मिलने गया.
रघुवीर: तुम धोकेबाज़ हो.
राज: मेरे पास ऑप्षन नही था.
रघुवीर: तुमने धोखे से मेरी शादी कर दी.
राज: तुम्हारे लिए ही मैने सब कुछ किया.
रघुवीर: अगर तुम्हे शादी नही करनी थी, तो मेरी लाइफ क्यूँ बर्बाद किए? तुम जैसा दोस्त किसी को ना मिले.
राज: प्लीज़ यार, ऐसा मत बोलो. तुम मेरी हालत नही जानते हो.
रघुवीर: तुम मेरे साथ बहुत ग़लत किए हो. मैं तुम्हारी धोखे बाज़ी कभी नही भूल पौँगा.
राज चुप-छाप सब सुनता रहा, और बोलता भी तो क्या बोलता. इसलिए उसने कुछ नही बोला. फिर राज अपने घर चला आया, और अगले दिन देल्ही चला गया. अब वो वाहा अकेला ही जॉब करके रहने लगा. कुछ दिन के बाद नेहा का कॉल आया.
राज: हा नेहा बोलो.
नेहा: कैसा है?
राज: ठीक हू तुम बताओ?
नेहा: मैं बहुत अची हू. मलांग के घर वाले भी बहुत आचे है.
राज: देखा ना, मैं बोल रहा था.
नेहा: हा लेकिन तुम रघुवीर के साथ बहुत ग़लत किए.
राज: उसके भले के लिए ही मैने किया, चाहे मैं ग़लत ही क्यूँ ना दिखू.
नेहा: लेकिन मैने रघुवीर को सब कुछ बता दिया.
राज: क्या बताया?
नेहा: नीषा के बारे में.
राज: क्यूँ बताया यार?
नेहा: उसने पूछा की मैने मलांग से शादी कैसे कर ली. तो मैने उसे सब सच बोल दिया.
अब राज को टेन्षन होने लगी की रघुवीर उसके बारे में क्या सोच रहा होगा. लेकिन वो किस मूह से कॉल करेगा, इसलिए वो कॉल नही किया. अब वो सिर्फ़ अकेला रहता था. अपने मम्मी-पापा से दिन में एक बार बात करता था, और खाली टाइम को उसके और रघुवीर के मीठे पलों को सोच के बीतता.
ऐसे में एक साल हो गया, और इस एक साल में राज अपने घर नही गया था. सिर्फ़ उसके मम्मी-पापा ही टीन-चार बार उससे मिलने के लिए आए थे. उस दिन रघुवीर और नीषा की सालगिरह था. तो राज उस दिन जब सुबह उठा, तो बहुत उदास था. क्यूंकी उसी दिन ही उसने रघुवीर के साथ धोखा किया था, और उसकी लाइफ बर्बाद की थी. इसलिए वो उस दिन जॉब पे ना जेया कर घर में ही पड़ा रहा.
वो सोच रहा था की काश वो घर में बोल देता, तो शायद आज वो और रघुवीर साथ-साथ होते. काश नीषा शादी के लिए माना कर देती, तो आज वो यहा अकेला नही रहता. ये सब बातें सोच-सोच कर राज बहुत रो रहा था.
फिर शाम को कोई दरवाज़ा खटखटाया. जब उसने दरवाज़ा खोला, तो देखा की सामने रघुवीर था. राज तो देख कर शॉक हो गया. अब रघुवीर क्यूँ आया था राज के पास, और आने के बाद क्या-क्या हुआ, ये सब जाँएंगे आप अगले पार्ट में. अगर ये पार्ट अछा लगा तो अपने कॉमेंट्स मेरी मैल ईद महरकरण64@गमाल.कॉम पर भेजे. धन्यवाद.