मेरा नाम कमी है, और ये स्टोरी मेरी पहली बार गांद मरवाने की है. जब पहली बार मेरे रूमेट बाबर ने मेरे साथ सोते हुए मुझे छोड़ दिया था.
ये स्टोरी उस वक़्त की है, जब मैं हॉस्टिल में रहा करता था. उस वक़्त मेरी उमर तकरीबन 18 साल थी. मैं और मेरा दोस्त बाबर हम आपस में काफ़ी क्लोज़ थे, और बहुत आचे दोस्त थे.
एक दफ़ा का ज़िकार है. सॅटर्डे का दिन था, और च्छुतटी थी. मेरे बाकी सब रूम्मटेस अपने-अपने घर चले गये थे. अब मैं और मेरा दोस्त बाबर ही रूम में रह गये थे. फिर हमने रात का खाना खाया, और रूम में चले गये.
वाहा हम बहुत बोर हो रहे थे. फिर हमने सोचा, की मोबाइल पर कोई फिल्म ही देख लेते है. इतने में बाबर ने कहा-
बाबर: यार ऐसा करो, कोई सेक्सी फिल्म लगाओ.
उसकी ये बात सुन कर मैने अपना मोबाइल उसको दे दिया, और कहा-
मैं: ये लो मेरा फोन, और जो दिल करता है लगा लो.
वो मोबाइल पर काफ़ी देर सर्च करता रहा. आख़िर-कार उसको एक गे सेक्स वाली मोविए मिल गयी. फिर बाबर उस मोविए को देखने लगा, और मुझे भी दिखाई. इतने में मुझे नींद आ गयी, और मैंस उसको कहा-
मैं: यार मुझे तो बहुत नींद आ रही है. तुम देखो और एंजाय करो, मैं तो सोने लगा हू.
थोड़ी देर बाद उसने लाइट बंद की, और वो भी लेट गया. मैने उससे पूछा-
मैं: तुम क्यू जल्दी सोने लगे हो?
इस्पे उसने जवाब दिया: यार मैं भी सो जाता हू. आज ठंड भी काफ़ी ज़्यादा है, और मेरे पास ब्लंकेट ( कंबल) भी ज़्यादा गरम वाली नही है. इसलिए मैं तुम्हारे ही बिस्तर में ही सो जाता हू, अगर तुम बुरा ना मानो तो.
मैने उसको कहा: इसमे बुरा मान-ने वाली क्या बात है. आजा यार, और मेरे साथ सो जेया.
फिर वो मेरे साथ ही सो गया, एक ही बिस्तर में. रात काफ़ी लेट बाबर ने मुझे हग किया, और मेरे साथ चिपक गया. उसने आहिस्ता से मेरी शर्ट उपर की, और मेरे पेट पर आराम-आराम से अपना हाथ रब करने लग गया. मैने भी उसको माना नही किया. फिर वो अपना हाथ मेरी गांद पर ले गया, और आहिस्ता-आहिस्ता रब करने लग पड़ा.
मुझे भी काफ़ी अछा लग रहा था. फिर वो उठ कर मेरी दूसरी साइड पेर आ गया, और उसने मुझे पीछे से हग कर लिया. मैने ट्राउज़र पहनी हुई थी, और वो ट्राउज़र के उपर से ही अपना लंड मेरी गांद पर रगड़ने लग गया था. उसका लंड काफ़ी हॉट आंड टाइट था. ये मुझे ट्राउज़र के उपर से ही फील हो रहा था.
ऐसा लग रहा था, जैसे उसका लंड ट्राउज़र को फाड़ कर अंदर चला जाएगा. काफ़ी देर तक वो अपना लंड मेरी गांद के चियर के सेंटर में रब करता रहा. मैं चुप ही रहा, और सोने का नाटक करता रहा.
थोड़ी देर बाद उसने आहिस्ता-आहिस्ता मेरा ट्राउज़र नीचे करना शुरू कर दिया. फिर ट्राउज़र काफ़ी नीचे करके मेरी गांद को बिल्कुल नंगा कर दिया. उसके बाद उसने अपना हाथ मेरी गांद पे रख लिया. फिर आहिस्ता-आहिस्ता अपना हाथ मेरी गांद पेर फेरने लग गया, और अपनी एक उंगली मेरी गांद के होल पेर फेरने लग पड़ा.
जब उसने अपनी उंगली मेरी गांद के होल पर लगाई, तो मैं बहुत गरम हो गया. मुझे उसका ऐसा करना बहुत अछा लग रहा था. काफ़ी देर वो मेरी गांद के होल पे अपने उंगली रब करता रहा. फिर उसने अपना लंड मेरे हाथ में आराम से पकड़ा दिया, और मेरा हाथ अपने हाथ से उपर-नीचे करने लगा.
फिर वो उठा, और लोशन की बॉटल उठा कर लाया. उसने वो लोशन अपने हाथो पर लगाया, और मेरी गांद की मसाज करने लग पड़ा. फिर उसने अपनी एक उंगली मेरी गांद के अंदर डाली, और आहिस्ता-आहिस्ता अंदर करने लग पड़ा.
थोड़ी देर बाद उसने ब्लंकेट तोड़ा सा साइड पर कर दिया, और मेरी ट्राउज़र भी नीचे कर दी. उसने अब मेरी गांद पूरी नंगी कर दी थी. फिर उसने मेरी एक टाँग उठा कर थोड़ी साइड पर की. उसने ये बिल्कुल आराम से किया था, ताकि मैं उठ ना जौ.
फिर उसने पोज़िशन सेट की, जिससे वो आसानी से लंड डाल सके. उसके बाद उसने बहुत सा लोशन मेरी गांद के होल पर डाल दिया, और अपने लंड पर भी लगा लिया. उसने अपना लंड आराम से मेरी गांद के होल पर रख दिया, और फिर आहिस्ता-आहिस्ता अंदर करने लग पड़ा.
ऐसे ही उसने आहिस्ता-आहिस्ता अपना पूरा लंड मेरी गांद में डाल दिया. फिर मैं जान-बूझ कर उठा, और कहा-
मैं: ये क्या कर रहे हो बाबर?
उसने कहा: कुछ नही, अब तो जो करना था वो हो गया है. तुम बस आराम से लेते रहो.
और ये बोल कर मुझे उसने कस्स के हग कर लिया. अब वो जल्दी-जल्दी से झटके मारने लग पड़ा, और अपना लॅंड अंदर-बाहर करने लग पड़ा. मुझे बहुत दर्द भी हो रहा था, और अछा भी लग रहा था. उसने जल्दी-जल्दी से मुझे झटके मारे, और लंड अंदर-बाहर करते-करते मेरी गांद में ही अपना माल डिसचार्ज कर दिया. उसके बाद उसने कहा-
बाबर: बस अब हो गया जो करना था.
तो दोस्तो, ये थी मेरी पहली बार गांद मरवाने की स्टोरी. उसके बाद वो हर वीकेंड पे मेरी गांद मारने लगा. ये सब अब मुझे भी काफ़ी अछा लगने लगा था. उसके बाद मैने 3 बार गांद मरवाई. फिर कुछ दीनो बाद उसने कहा-
बाबर: यार मेरा कज़िन भी तुम्हे छोड़ना चाहता है.
पहले तो मैने उसको माना किया. लेकिन फिर उसने कहा-
बाबर: छोड़ने दे ना यार, कुछ नही होता.
ये सुन कर मैं उसकी बात मान गया. फिर उसने और उसके कज़िन दोनो ने मिल कर मुझे छोड़ा. वो मेरा थ्रीसम का फर्स्ट टाइम एक्सपीरियेन्स था. उसके कज़िन का नाम इमरान था. बाबर ने पहले अपना लंड मेरी गांद में डाला उल्टा लिटा कर.
उसके बाद इमरान ने मेरी गांद छोड़ी. जब इमरान मेरी गांद छोड़ रहा था, तब बाबर ने मुझे अपना लंड चुस्वाया. तो इस तरह से उन दोनो ने साथ में मिल कर मेरी गांद का मज़ा लिया.
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