ही फ्रेंड्स, अगले पार्ट में आपका स्वागत है. तो चलिए शुरू करते है.
शाम को हम उठे और रोहित ने मुझे कहा: क्लब चलते है. थोड़ी मस्ती करेंगे. फिर मैं कल लुक्कणोव के लिया निकल जौंगा, और तुम अपने प्ग घर चली जाना.
मैने ओक कहा, और हमने सारी रात क्लब में मस्ती की, और जाने से पहले रोहित ने मुझे एक बार फिर छोड़ा अपने घर पर. फिर वो एरपोर्ट चला गया, और मैं अपने प्ग हाउस आ गयी 18 दीनो के बाद.
सोनाली, कल्याणी आंड ऋषिका सब मेरी से मस्ती करने लगी, और पूछने लगी: और मेरी जान कैसा रहा तेरा हनिमून पीरियड. मज़े किए की नही?
मैं अब उनसे खुल कर बात कर सकती थी, और मैने उन्हे बताया: हा मज़े किया रोहित के साथ.
ऋषिका पूछती है: सब लिया ना उसने तेरा, की कुछ बाकी है? मैने कहा: हा सब लिया.
और फिर हम सब मस्ती करने लगे और तैयार हो कर कॉलेज चले गये. मैने शाम को रोहित से बात की उसके लुक्कणोव पहुँचने के बाद. हे वाज़ आ लिट्ल साद, लेकिन बोला की वो जल्दी वापस आ जाएगा बंगलोरे मेरे पास.
लेकिन धीरे-धीरे टाइम बीतने लगा, और इस बात को एक महीने हो गया. रोहित ने स्टार्टिंग में कुछ दिन मेरे से बात की. लेकिन बाद में उसने मेरा फोन उठना बंद कर दिया. मैं परेशन रहने लगी, और सारा दिन उसको फोन करती रहती पागलों की तरह. लेकिन कोई रेस्पॉन्स नही आ रहा था. ईवन रोहित ने मेरे फोन को ब्लॉक कर दिया था.
मैं अंदर से टूट चुकी थी. मेरा सब कुछ मैने रोहित को दिल खोल कर दिया था, जो बोला, जैसे बोला वो सब किया. मुझे समझ नही आ रहा था की प्राब्लम किधर थी, और उससे कोई बात भी नही हो पा रही थी. इसी तरह से करीब 1 महीने से ज़्यादा हो गया.
मेरी फ्रेंड्स मुझे समझती, ईवन वो भी कॉल करती थी रोहित को. लेकिन कोई रेस्पॉन्स नही था. फिर एक दिन मेरी सारी फ्रेंड्स मेरा मूड बनाने के लिए मुझे क्लब में लेकर गयी, की बाहर निकलूंगी तो मेरा मूड सही होगा. रात को हम एक नया क्लब खुला था वाहा पहुँचे.
हम सब एक साइड में टेबल ले कर बैठे थे. तभी हमारी नज़र थोड़ी डोर की टेबल पर पड़ी जहा पर रोहित बैठा था एक लड़की के साथ, और वो मस्ती कर रहे थे. वो दोनो एक-दूसरे को किस कर रहा थे. मैं और मेरी फ्रेंड्स ये सब देख कर हैरान रह गयी, और हम सब रोहित के पास पहुँचे.
पहले तो वो हमे देख कर चौंक गया, और हम सब उसके उपर चिल्लाने लगे, और गुस्सा करने लगे.
फिर रोहित ने बोला: हम कल बात करते है.
लेकिन उधर हमारा काफ़ी झगड़ा हुआ, और मैं वाहा से बाहर चली गयी रोते हुए. मेरी फ्रेंड्स भी मेरे पीछे आ गयी. मैं उस पूरी रात को रोटी रही, और ऋषिका ने रोहित को मेसेज डाला गालियों के साथ. तभी ऋषिका के मोबाइल में रोहित का मेसेज आया और बोला-
रोहित: उस बिच को कहो मेरे से डोर रहे, और चुप-छाप अपनी लाइफ जिए. मेरा पेचा ना करे, नही तो बहुत बुरा होगा.
ये मेसेज देख कर हम सब गुस्से में आ गयी और उस मेसेज में गालिया देने लगी. तभी रोहित ने मेरी 3-4 नंगी पिक्चर्स भेज दी और बोला-
रोहित: तुम सब कहो तो मैं आकांक्षा कुटिया को आज ही फेमस बना डू.
वो फोटोस देख कर हम सब की फटत गयी, और मैं रोने लगी, और ऋषिका, सोनाली आंड कल्याणी भी शॉक हो गयी वो पिक्चर देख कर. तभी रोहित का फोन आया ऋषिका के मोबाइल पर. उसने फोन स्पेअकर में रखा.
रोहित बोला: देख ऋषिका, मैं कोई लाफद नही चाहता हू. लेकिन तुम सब मुझे मजबूर ना करो की मैं रातो-रात आकांक्षा की सारी नंगी पिक्चर्स नेट में डाल कर उस फेमस कर डू. इसलिए बेटर यही होगा तुम सब शांत रहो, और मेरे से डोर रहो बस.
ऋषिका ने रोहित से पूछा: क्यूँ कर रहा है ये तू आकांक्षा के साथ?
रोहित हासणे लगा और बोला: वो रंडी है साली. 15 दिन में उसे मैने डेली 5-6 बार छोड़ा. सुबा-शाम दिन-रात नंगी पिक्चर देने को तैयार थी साली कुटिया. कोई शरीफ लड़की इस तरह से नही चुड़वति, और ना ही अपनी नंगी पिक्चर्स और वीडियो बनवाती है.
रोहित: लेकिन उस कुटिया को सब मंज़ूर था. आज मेरे से थी, कल किसी और से चुडवाएगी. तब भी यही करेगी. मैं उसकी पिक्चर्स नेट में नही डालना चाहता. लेकिन कोई और उसको छोड़ के उसकी पिक्चर डाल दे, कों रिस्क लेगा? और कों ऐसी पागल से शादी करके अपनी लाइफ को रिस्की बनाए?
रोहित: मैं चाहता हू जो हुआ उसे भूल जाओ, और तुम लोग अपनी लाइफ जिओ, और मुझे अपनी लाइफ जीने दो, और बस कोई नाटक हुआ तुम लोगों की तरफ से, तो अछा नही होगा.
ये कहते हुआ रोहित ने फोन कट कर दिया. ऋषिका और सोनाली वो सब बातें सुन कर शॉक्ड थी की रोहित जिसे वो अछा लड़का समझती थी, वो ये सब बातें कर रहा था.
फिर कल्याणी बोली: वैसे ग़लती आकांक्षा की है, की उसने ओपन्ली अपनी वीडियो आंड पिक्चर शूट करवाने दी विदाउट प्राब्लम. अब कोई भी लड़का क्यूँ इस तरह की बात आक्सेप्ट करेगा?
मैं ये सारी बातें सुन कर चुप-छाप बैठी थी. और ऋषिका ने भी अग्री किया की मैने ग़लती की थी, और अपनी वीडियोस आंड पिक्चर्स बनने दी.
वो बोली: बेटर है अगर रोहित कुछ नही कर रहा तो. आकांक्षा को रोहित से डोर हो जाना चाहिए, और भूल जाना चाहिए की कुछ हुआ था.
और वो ये सब कह कर बाहर चली गयी, और मैं अंदर रोटी रही. मैं रोते-रोते सो गयी. नेक्स्ट दे मैं उठी, तो वो तीनो कॉलेज जेया चुकी थी, और मैं घर पर अकेली थी. मैं सोचने लगी की ग़लती मेरी थी की मैं कुछ ज़्यादा ही ओपन हो गयी उस कमीने के साथ. मुझे अपने उपर कंट्रोल रखना चाहिए था.
लेकिन बस दुख इस बात का था की वो इस तरह से करेगा, वो मैने कभी नही सोचा था. मेरी ताक़त नही थी की मैं रोहित की कंप्लेन करू, ये फाइट करू, क्यूंकी उसकी धमकी से मैं दर्र गयी थी, की कही घर पर पता चल गया, या नेट पर मेरी पिक्चर्स आ गयी, तो मैं कही की नही रहूंगी.
मैं बस अपनी किस्मत को कोस रही थी, और फिर मैने अपने कपड़े पॅक किए सारे और शाम का वेट करने लगी, की वो सब आए तो मैं ये जगह छ्चोढ़ कर कही और शिफ्ट हो जौ.
शाम को वो तीनो घर आई, और हम सब हॉल में बैठी थी.
फिर सोनाली ने कहा: आकांक्षा मुझे तुमसे बात करनी है, इन फॅक्ट हम सब को. हम चाहती है की बेटर है तू कोई और प्ग देख ले. हम नही चाहते की कोई लाफद हो, और तेरी वजह से हम सब को बंगलोरे से जाना पड़े. इसे ग़लत मत समझना. थोड़े दीनो के बाद तू वापस आ जाना. लेकिन अभी कुछ दीनो के लिया तू कोई और प्ग देख ले.
और कहते हुए ऋषिका ने मुझे मेरी नंगी पिक्चर्स व्हातसपप कर दी, और बोली-
ऋषिका: नेक्स्ट टाइम ध्यान से. किसी को अपनी पिक्चर्स और वीडियोस मत देना.
मैं अंदर गयी और अपना बाग लिया, और वाहा से चली गयी. कॉलेज से थोड़ी दूरी पर एक छ्होटा सा होटेल था ओयो में. मैं उधर आ गयी कुछ दीनो के लिए. इधर मेरे पापा का और मम्मी का फोन डेली आता और मैं उनके सामने पहले जैसे बात करती थी, वैसे ही करती. लेकिन अंदर ही अंदर मैं रोटी रहती थी.
10 दिन हो चुके थे. और बस वही सब सोच कर मैं अपने दिन काट रही थी, और मेरा पढ़ाई में मॅन भी नही लग रहा था. लेकिन मुझे आयेज बढ़ना था. मैं इस तरह से कमज़ोर नही हो सकती थी.
मैने सही कहा ना? ई विश की आप लोग मुझे ग़लत नही समझोगे. मैं आपको अपनी नेक्स्ट स्टोरी में बतौँगी की मेरी लाइफ ने कैसे तुर्न लिया, और मुझे कितनी प्राब्लम हुई, और मैं कैसे उस प्राब्लम से लदी और आयेज बढ़ी.