ही दोस्तो, उमिद करता हूँ आपको मेरी “तारक मेहता का ऊलतः चश्मः” सेक्स स्टोरी का पिच्छला पार्ट पसंद आया होगा. अब आयेज..
माधवी की चुदाई पूरी तो नही हो पाई थी और उसको इस बात का गुस्सा भी था. लेकिन दूसरी तरफ दया अपने घर पर ही थी. दया जानती थी, की आज रात उसके घर कोई नही आने वाला था, तो उसने सोचा की क्यू ना गोगी से चुदाई करवाई जाए.
अब दया गोगी का वेट करने लगी थी. लेकिन जब काफ़ी देर वेट करने के बाद भी गोगी नही आया, तो दया को गुस्सा आना शुरू हो गया. फिर दया ने सोचा, की कुछ और देर तक वेट कर लेते है.
दया ने काफ़ी देर गोगी की वेट की, लेकिन गोगी नही आया. ये देख कर दया को बहुत गुस्सा आ गया और उसने सोचा, की ये तो हड्द ही हो गयी. अब वो पहले गोगी को सज़ा देने वाली थी और फिर मज़ा देने वाली थी.
फिर दया ने गोगी को फोन करने सोचा और उसका नंबर डाइयल कर दिया. लेकिन गोगी ने दया का फोन नही उठाया. फिर दया ने रोशन भाभी का नंबर डाइयल किया. रोशन भाभी ने फोन उठाया और बोली-
रोशन भाभी: हा बोलो दया, क्या काम है?
तभी दया बोली: भाभी मेरे घर पर आज कोई नही है और मुझे दर्र लग रहा है. आप यहा आ जाओ ना प्लीज़, भाभी.
इस्पे रोशन भाभी ने कहा: नही दया भाभी, मई तो नही आ सकती. क्यूकी रोशन ने आज मेरी चुदाई करनी है. मई ऐसा करती हू, गोगी को आपके पास भेज देती हू.
ये सुन कर दया ने सोचा, की इससे उसका प्लान तो अपने आप ही ठीक हो जाएगा. फिर उसने कहा-
दया: हा भाभी, भेज दो. बाहर का कमरा खाली है, तो वो वही पर सो जाएगा.
फिर रोशन भाभी ने गोगी को दया के घर जाने के लिए कहा, लेकिन गोगी माना नही. जब काफ़ी बार कहने के बाद भी गोगी नही माना, तो ये बात रोशन भाभी ने दया को बताई. फिर रोशन भाभी की बात सुन कर दया ने रोशन भाभी से कहा-
दया: आप ऐसा करो, अपने फोन पर गोगी से मेरी बात कारवओ.
जब रोशन भाभी ने गोगी को फोन पर बात करने के लिए कहा, तो गोगी दर्र गया, की कही बात बिगड़ ना जाए और बोला-
गोगी: मई जेया रहा हू दया आंटी के घर. आप आराम से सो जाओ.
फिर गोगी जल्दी से अपने रूम मे चला गया और दया के घर जाने के लिए रेडी हो गया. उधर दया गोगी का वेट कर रही थी. फिर गोगी थोड़ी देर मे दया के घर पहुँच गया और वाहा जाके उसने दया के घर की डोर-बेल बजाई. दया ने दरवाज़ा खोला और गोगी को अंदर कर लिया.
गोगी को अंदर करके दया ने दरवाज़ा बंद कर लिया. दया को गोगी पर काफ़ी गुस्सा था, क्यूकी गोगी ने दया की बात नही मानी थी. तभी दया पीछे मूडी और गोगी को एक थप्पड़ मार दिया. फिर थप्पड़ मारने के बाद दया गोगी को बोली-
दया: सेयेल तुझे बोला था ना, की जल्दी आ जाना. कितना काम पड़ा है घर का. और ये काम तेरे को ही करना था.
इस्पे गोगी ने दया से कहा: मुझे माफ़ करदो आंटी, मई भूल गया था.
इस्पे दया ने कहा: चल जल्दी से अब घर का सारा काम कर. काम ज़्यादा है, तो ज़रा जल्दी-जल्दी हाथ चलना.
दया पहले गोगी को सज़ा देना चाहती थी. इसलिए उसने पहले सज़ा के रूप मे गोगी से घर का खूब सारा काम करवाया और उसके बाद दया के मॅन मे गोगी को पीटने का ख़याल आया. ये सोच कर दया बहुत खुश होने लगी, क्यूकी गोगी उसके जाल मे फ़ासस चुका था. फिर दया ने गोगी को कहा-
दया: चल अंदर से एक डंडा लेकर आ. वही दीवार के साइड पर पड़ा होगा.
गोगी ने पूछा: क्यू, डंडा क्या करना है?
इस्पे दया ने गोगी को एक थप्पड़ मारा और बोली-
दया: सेयेल तुझे बोल दिया ना लेकर आ, तो लेकर आ. फालतू के सवाल नही पूछने है तुझे.
दया की बात सुन कर गोगी भाग कर बाहर गया और बाहर से एक बड़ा सा डंडा लेकर वापस आ गया. फिर दया ने उसको बोला-
दया: रस्सी कों, तेरा बाप लाएगा? साला किसी काम का नही है.
गोगी ने बोला: रस्सी तो आपने बोला ही नही था.
दया बोली: मेरे सामने ज़ुबान लड़ाता है!
ये बोल कर दया ने डंडा हाथ मे लिया और गोगी को घुमा कर मारा. डंडा पड़ने पर गोगी भाग कर गया और बाहर से रस्सी लेके आ गया. फिर दया ने गोगी से कहा-
दया: चल अब कुत्ता बन जेया.
दया की बात गोगी को समझ मे नही आ रही थी. वो सोच रहा था, की दया पता नही उससे क्या-क्या करवाने वाली थी. फिर गोगी दया की बात मान गया और कुत्ता बन गया. वो अब भी कन्फ्यूषन मे था.
दया ने गोगी के कुत्ता बनते ही उसको रस्सी से बाँध दिया. अब दया का मॅन गोगी का लंड देखने का था. दूसरी तरफ गोगी अब कुत्ता बन चुका था. वो खुल भी नही सकता था. अगर वो खुलने की कोशिश करता, तो दया ने उसको डंडे से मारना था. फिर दया बोली-
दया: चल अब अपनी गांद उपर कर.
दया की बात सुन कर गोगी को तोड़ा अजीब लगा, लेकिन उसने दया की बात मान ली और अपनी गांद उपर कर ली. फिर उसी वक़्त दया ने डंडा पकड़ा और गोगी की गांद पर मार दिया. गोगी को बड़ी ज़ोर से डंडा लगा था और वो चीखने वाला था. लेकिन दया ने उसको पहले से बोल दिया था, की अगर वो चीखा, तो उसकी खैर नही.
दया गोगी की लगातार पिटाई कर रही थी, जिससे गोगी को दर्द हो रहा था. उसको दर्द के साथ-साथ गुस्सा भी आ रहा था. फिर थोड़ी देर पिटाई करने के बाद, दया ने गोगी को कहा-
दया: चल अब तुझे नंगा करके तेरी पिटाई करती हू.
ये बोल कर दया ने पहले गोगी की पंत खोल दी और अब गोगी अंडरवेर मे था. उसके बाद उसने फिरसे गोगी की गांद पर डंडे मारने शुरू कर दिए. गोगी को काफ़ी दर्द हो रहा था और उसको गुस्सा भी आ रहा था. उसका गुस्सा लगातार बढ़ रहा था.
इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट मे पता चलेगा. आप अपनी फीडबॅक मुझे मैल कर सकते हो और मुझे आइडियास भी भेज सकते हो.