मेरा नाम किरण है. मैं 21 साल की हू, और 2न्ड एअर की स्टूडेंट हू. मेरा फिगर 32″28″34″ है, और हाइट 5’3″ है. रंग मेरा गोरा है, और मैं काफ़ी हॉट लगती हू. मेरा एक बाय्फ्रेंड भी है, जिसका नाम अंशुल है.
अंशुल और मेरी फ्रेंडशिप पिछले साल ही हुई है. तब से लेके अब तक वो मुझे काई बार छोड़ चुका है. अंशुल एक हटता-कटता लड़का है, और मेरा सीनियर है. अभी उसकी पोस्ट ग्रॅजुयेशन स्टार्ट हो चुकी है. अंशुल की हाइट 5’11” है, और वो जिम फिट है. ये कहानी मेरी पहली चुदाई के बारे में है, जो अंशुल के साथ हुई थी.
मैं नयी-नयी कॉलेज आई थी. अंदर से मैं बहुत एग्ज़ाइटेड थी. मैं हमेशा से गर्ल्स स्कूल में ही पढ़ी थी, तो बाय्स के साथ कभी ज़्यादा इंटरॅक्षन नही हुई थी. कॉलेज में मैने देखा, की सभी लड़कियो के बाय्फ्रेंड थे.
जब सारी लड़किया अपने बाय्फरेंड्स के बारे में बात करती थी, तो मेरे भी जिस्म में हुलचल होने लगती थी. मेरे क्लास के सारे बाय्स तो पहले से ही कमिटेड थे. फिर एक दिन ग्राउंड में मैने अंशुल को देखा.
अंशुल मुझसे 2 साल सीनियर था. वो मेरी तरफ ही देख रहा था. उसकी पर्सनॅलिटी देख कर मैं भी उससे इंप्रेस हो गयी. फिर मैने उसको स्माइल दे दी.
उस दिन के बाद अंशुल बार-बार मेरे सामने आने लगा. मैं भी अब उसके सामने आने की वेट ही कर रही थी. फिर कॉलेज में एक दिन तीज का फंक्षन था. उस दिन अंशुल ने मुझसे पहली बार बात की.
अंशुल: ही.
मैं: ही.
अंशुल: मेरा नाम अंशुल है.
मैं: मेरा किरण.
अंशुल: किरण आप बहुत खूबसूरत हो.
ये सुन कर मैं शर्मा गयी. फिर मैं बोली-
मैं: और आप बहुत हॅंडसम.
अंशुल: किरण मुझसे फ्रेंडशिप करोगी?
मैं(शरमाते हुए): ह्म.
फिर हमने नंबर एक्सचेंज किए, और अंशुल ने मेरे हाथ पर एक किस की. उसकी किस ने मेरे पुर शरीर में करेंट सा लगा दिया. फिर हमारी रोज़ बाते होने लगी. धीरे-धीरे हमारी सेक्सी टाइप की बाते होने लगी.
मैं जब भी अंशुल से बाते करते थी, तो मेरी पनटी गीली हो जाती थी. मेरी भी सेक्स के लिए तड़प बढ़ती जेया रही थी. फिर एक दिन अंशुल ने मेरी न्यूड फोटोस माँगी. मैने पहले तो उसको माना किया, लेकिन फिर उसने मुझसे रिक्वेस्ट करके माना लिया.
जैसे ही मैने ब्रा में अपनी फोटो भेजी, तो उसने अपने खड़े लंड की पिक भेज दी. ऑम्ग! क्या बड़ा और मोटा लंड था उसका. उसका लंड 8 इंच लंबा, और 3 इंच मोटा होगा. फिर उसने मुझसे कहा-
अंशुल: किरण मुझे तुम्हारे साथ करना है. मुझसे अब और नही रहा जाता.
मैने भी उसकी हामी भर दी. हमारे पास मिलने के लिए कोई जगह नही थी, इसलिए हमने कॉलेज में ही सब करने का प्लान किया. कॉलेज में एक बातरूम था, जिसकी च्चत गिर चुकी थी, और उसको कोई उसे नही करता था.
वो बातरूम तोड़ा साइड पर भी था, और वाहा कूड़ा पड़ा रहता था. हमने वही मिलने का प्लान किया. उस दिन मैने जीन्स और त-शर्ट पहनी थी. कॉलेज ख़तम होने के बाद मैं वाहा पर चली गयी. अंशुल पहले से वाहा पर था.
जैसे ही मैं बातरूम में एंटर हुई, अंशुल ने मुझे पकड़ लिया. उसने अपने होंठ मेरे होंठो के साथ चिपका दिए, और मुझे किस करने लगा. मैने भी उसका साथ देना शुरू कर दिया.
5 मिनिट तक हमारी किस चलती रही. जब किस टूटी, तो हमारी साँसे चढ़ि हुई थी. फिर हमने दोबारा से किस स्टार्ट कर दी. अंशुल ने मेरी त-शर्ट उतार दी, और मेरी क्लीवेज में मूह मारने लगा.
फिर उसने मेरी ब्रा खोल दी, और मेरी चूचियो को चूसने लग गया. मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था. फिर उसने अपने कपड़े उतार दिए, और अंडरवेर में आ गया. उसने मेरा हाथ पकड़ा, और मुझे एक कॅबिन में ले गया.
अंदर पहले से एक गद्दा था. फिर वो घुटनो के बाल बैठा, और उसने मेरी जीन्स उतार दी. उसके बाद उसने मुझे नीचे लिटाया, और मेरी पनटी भी निकाल दी. अब मेरी पिंक-पिंक छूट उसके सामने थी.
उसने मेरी नंगी छूट पर अपना मूह लगा लिया, और उसको चाटने लगा. मैं शरम से टांगे बंद कर रही थी, लेकिन उसने मेरी जाँघो को कस्स के पकड़ लिया.
अब वो मज़े से मेरी छूट को चूस-चाट रहा था. वो जीभ मार-मार कर मेरी तड़प को और बढ़ा रहा था. फिर उसने मेरी छूट में उंगली डाली. इससे मुझे बहुत दर्द हुआ, क्यूकी मैं अभी तक वर्जिन थी.
फिर उसने अपना अंडरवेर उतार दिया, और उसका लंड फंफनता हुआ लंड मेरे सामने आ गया. उसका बड़ा सा लंड देख कर मेरी आँखें फटत गयी. फिर उसने मुझे लंड की तरफ इशारा किया. जो पॉर्न वीडियोस उसने मुझे दिखाई थी. उसमे लड़का लड़की को ऐसा ही इशारा करके लंड चूसने को कहता है.
फिर मैं घुटनो के बाल आ गयी. मैने उसका लंड अपने हाथ में पकड़ा, जो हिल रहा था. फिर मैने उसके लंड के टॉप की एक चुस्की भारी. मुझे ये करके मज़ा आया. फिर मैने धीरे-धीरे उसके लंड को चूसना शुरू कर दिया.
कुछ देर बाद अंशुल ने मेरे सिर के पीछे हाथ रखा, और मूह में धक्के देने लगा. मेरी साँस रुक रही थी, लेकिन मज़ा आ रहा था. कुछ देर लंड चुसवाने के बाद अंशुल मेरी टाँगो के बीच आ गया.
फिर उसने अपने लंड को मेरी छूट पर रगड़ना शुरू किया. मेरा शरीर झटके मार रहा था. फिर उसने लंड छूट के मूह पर सेट किया, और पुश किया. उसका टोपा अंदर चला गया, और मेरे मूह से चीख बाहर आ गयी.
मुझे बहुत दर्द होने लगा, और छूट से खून भी निकालने लगा. मैने अंशुल को लंड बाहर निकालने के लिए कहा, लेकिन उसने मेरे होंठ अपने होंठो से बंद कर लिए. अब वो नीचे से धक्के मारता रहा, जिससे उसका पूरा लंड मेरी छूट में चला गया.
मेरी आँखों से आँसू आ रहे थे, और अंशुल वो आँसू पी गया. 2-3 मिनिट में मेरा दर्द कम हो गया, और मुझे मज़ा आने लगा. फिर अंशुल ने मेरा मूह छोढ़ दिया. अब मैं उसको बोलने लगी-
मैं: करो अंशुल ज़ोर से करो. आहह आह मज़ा आ रहा है बहुत. ज़ोर से करो मेरी जान.
ये सुन कर अंशुल ने अपनी स्पीड बढ़ा दी. 15 मिनिट में मैं 3 बार झाड़ गयी, लेकिन अंशुल अब तक नही झाड़ा था. अब मेरी छूट में बहुत दर्द होने लगा था, लेकिन अंशुल धक्के मारे जेया रहा था.
मैने उसको रुकने के लिए कहा, लेकिन वो मुझे छोड़ता गया. 10 मिनिट और अंशुल ने मुझे जानवरो की तरह छोड़ा. फिर उसने अपना माल मेरी छूट में निकाल दिया. अगले दो दिन तक मुझसे चला भी नही गया.
तब से लेके आज तक हम दोनो रीलेशन में है, और सेक्स कर रहे है. कहानी अची लगे, तो कॉमेंट ज़रूर करे.