मेरी पिछली स्टोरी पर आचे रिप्लाइ आए तो में एक नयी स्टोरी लेके आया हू.. यॅ स्टोरी मेरी एक फॅंटेसी है जो की बहोट पुरानी है. यॅ स्टोरी मेरी कॉलेज की एक लड़की की है जो की मेरी बहोट आची दोस्त भी थी.
तो बाद करीद 3 साल पहले की है जब में कॉलेज के 2न्ड एअर में था तो मेरा थियेटर वेल बचों के साथ एक बाचा बॉन्ड बन गया. मेरी एक फ्रेंड था जो थियेटर करता था जिसके थ्रू मेरा एक सॅचा बॉन्ड सबसे बना.
तो उस ग्रूप में एक लड़की थी निहारिका जो हल्की मोटी थी और बाकी सब भी उसका आछा ख़ासा बाड़िया था. मतलब् जो होती है ना हर जगह है हल्की हल्की चब्बी सी की मान करी अभी क़त्ले वैसे.
मेरा तो देखते ही दिल आगया था उसपे, उपर से वो थी भी बहोट अमीर घर की तो उसका आटिट्यूड भी अलग सा ही था. पर मेरी उसके साथ वाइब मॅच कर गयी तो में उसके साथ ही रहने लगा.
हम अक्सर हग करके मिलते थे तो तोड़ा बहोट चुना भी हो जाता था. काई बार मेरा हग करते वक़्त मान किया उसकी गांद को दबा दो या छाँटा मारुउ. खैरे एस 2 महीने निकल गये और हम आचे दोस्त बन गयी. उसका नया नया बाय्फ्रेंड बना ही 2 महीने पहले जिसका मुझे अभी पता चला. तो उसका मुझे कॉल आया:
निहारिका: यार एक बात करनी थी.
मे: हाँ बोलो?
निहारिका: यार मेरा ना ब्फ कह रहा की वो मुझे अकेले में प्यारा करना चाहता तो वो मुझे अपने प्ग आने को बोल रहा.
मे: अचाअ.. और तू नही जाना चाहती?
निहारिका: नही आइसा नही है, मेरा मान भी है.
उसने बड़ा सोचके बोला की मुझे एस केसे बोल्डे की उससे भी सेक्स ही चुल मची है
मे: तो.. दिक्कत?
निहारिका: यार में उसकी प्ग में नही जाना चाहती और ना ही किसी होटेल में. छोटा शहर है तो कोई भी पता लगा सकता.
मे: तो तू क्या चाहती है में तुझे अपना घर दे डू?
मैने यॅ बात उससे मज़ाक में कही थी लेकिन वो इससे सच मान बैठी.
निहारिका: एस्सा हो सकता?.
मे: में मज़ाक कर रहा था यार
निहारिका: देखले यार… तेरे मों दाद तो वैसे भी शाम को लाते आते है तो दोपहर तक तो हो ही सकता.
में तोड़ा सोचने के बाद.
मे: अछा तो मुझे क्या मिलेगा?
निहारिका: क्या चाहिए तेरे को?
मे: तुम्हारा प्लान कब का है?
निहारिका: परसो का है.
मे: एक कम कर.. कल मेरे पास आजा, परसो उसके साथ कर लिओ में घर खाली कर दूँगा.
निहारिका: क्या?
मे: हन… बोल क्या करना?
और उसने कॉल रख दिया. अब मेरा मॅन पूरी तरह ज़ी कन्फ्यूज़ था की जो उससे कहा सही कहा या नही, अब क्या होगा, अगर बात फैल गयी तो व्गाएरा वगेरा.
इतने में उसका कॉल आया-
निहारिका: क्या करेगा कल तू?
मे: सब कुछ करूँगा, मज़ा करौंगा.
निहारिका: पादसो पक्का होजेगा खाली?
ने: हाँ हाँ.
निहारिका: ठीक है कल 8 ब्जे अवँगी.
मेरा मान तो उछालने लगा. मुज़ेः समझ में आ गया उससे चूड़ने की चाह है ब्फ तो बहाना है. में मान ही मान सोच रहा था की आछा आइडिया है एक माल तो सेट हो गयी अब तो हर हफ्ते मज़ा आएगा.
अगले दिन सुबा सुबा निहारिका मेरे घर आ गयी. उसने ब्लू रंग का टॉप और ब्लॅक जीन्स फेणी थी. मैने उससे सोफे पे बिताया और पानी लेक दिया. में अपने रूम में चेंज करने गया और वो भी मेरे पीछे पीछे आ गयी.
निहारिका: क्या करना है तूने ?
मे: रुकजा जल्दी क्या है
निहारिका: नही बीटीये क्या क्या करेगा
मे: में उसके पास गया और उससे किस करने लगा. उसने ना तो रेसीसित किया ना साथ दिया. फिर मैने उसके कमर पर हाथ दल दिया और उसकी गांद पे हल्का हल्का हाथ फेरने लगा. उसने भी अपनी हाथ मेरे बालों में डाला और किस करने लगी.
में झट से अपनी जीभ उसके मूह में दल्दी और एस ही किस करते है. कुछ 10-15 मीं की इनटेन्स किस के बाद जो पुर रूम में चली हम अलग हुए और हमे अपने अपने कपड़े उतार दिए. उसने ब्रा नही पहनी तू और ओआंती में उसके झट से निकल दी. उसने मेरा उंदर्वारे उतरा और लंड पकड़के मुझे किस करने लगी और उससे हिलने लगी.
मे: पहले किया हुआ?
निहारिका: हाँ बहोट बार. मेरा पिछला ब्फ हर दूसरे दिन लेटता था मुझे.
मे: अछा.. चलो फिर तो मज़ा आएगा.
में भी निहारिका की गार्डेन को काटने लगा और चबाने लगा. उसके बूब्स काटने लगा. फिर में बेड पे बैतग्या और वो नीचे बैठ गयी. पहले तो वो मेरी चेस्ट चट्टी रही और मेरे निपल चूस्टी रही फिर उसने मेरी जांघे पे काटा और निशल डाले.
फिर मैने उससे कहा ‘सक इट बेबी’
उसने पहले लंड को अकहे से हिलाया. फिर नीचे से जीभ से चाहते चाहते पूरा लंड गीला किया और मेरे टोपे ओए जीभ से गुदगुदी करने लगी.. मेरे मूह से सिर्फ़ सस्स्सस्स..ससस्स ही निकल रही थी.
मे: या बेबी.. एस ही. मूह में डाल
निहारिका में मूह में लिया और चूसना शुरू कार्डिया और वो तेज़ी के साथ उससे चूस रही थी. 5-7 मीं चूसने के बाद मुझसे कंट्रोल नही हुआ और मैने उसके मूह में एक दूं से सारा रस छोड़ दिया और उसका मूह पूरा आंदार दबा लिया. उसने सारा पानी पी लिया और मेरे साथ आके लेट गयी.
में जल्दी से नीचे हुआ और उसकी छूट को चाटने लगा धीरे धीरे और वो भी मज़े लेने लगी साथ साथ में उसकी सारी बॉडी पर भी हाथ फेर रहा था. मैने उसकी छूट में जीभ दल्दी और वो बस-
निहारिका: सस्शह… आआ आहह…. एसस्स…… दो इट….. स्लो स्लॉवव स्लॉववव स्लॉवव
में और तेज़ तेज़ जीभ चलता रहा और वो बस.
निहारिका: स्लो.. स्लॉवव.. अभिईीई..स्लॉवव प्लेआसी आहह आहहहहहाहह………आहह…….
और इश्स तरह वो पूरी की पूरी डिसचार्ज होगआई और वही निढाल होके लेट गयी. में उसके साथ आके लेट गया और उसके अपनी आर्म पे सिर रखके उसकी अपनी तरफ़ मोड़ लिया. और उसके हाथ लेक अपने लंड पे रख दिया और लंड उपर नीचे करवाने लगा.
वो भी लंड पकड़ के हिलने लगगी और में उससे लिप्स पे ढेरे धीरे किस करने लगा और वो स्लोली स्लोली किस करती रही. और ऐसे करते करते में उसके एक तंग उठाके अपनी उपर करली और में लंड उसकी छूट से चिपक रहा था.
निहारिका: अभिईीईई… एयाया…आआ…
म: मज़ा आएगा अभी रुकजा जानेमन
और में हल्का धक्का मारा और लंड अन्डाए चला गया. और में धीरे धीरे हिलने लगा.
निहारिका: आआ..एयेए अभीइ…. एयेए एयेए एयेए एयेए सस्सस्स आआआआआ. सस्स्स्स्सस्स ऊऊऊहह ऊऊऊ आआहह आईईई ऊऊओ
वो मेरी चेस्ट को दबा रही थी और नाख़ून भी चुबा रही थी. मैने उसका मूह अपनी गर्दन पे लगा लिया और वो मेरी गर्दन को चाटने लगी और जब में ज़ोर से धक्का मरता तो वो काट देती.
मैने उससे बहोट देर ट्के ज़ोर ज़ोर से धक्के मारे. इश्स बीच में उसकी गांद पे हाथ फेरता और छानते भी मरता और उसके मूह से सिर्फ़ आअहह ऊओ सस्स ही निकली.
निहारिका: अभीइ.. ससस्स… ऊऊ…. स्पॅंक मे
उसके मज़ा आ रहा था इसमे वो हर छानते के बाद बोलती.
निहारिका: अभिइ हार्डर.. ससस्स ..ऊओ स्पॅंक मे… एयेए.. ऊओ
में उसकी गांद पूरी लाल कर दी. वो झाड़ गयी और उसने तंग नीचे कर ली और मेरा लंड बाहर आ गया लेकिन में अभी भी झाड़ा नही था मेरा लंड ताना हुआ था.
मैने निहारिका को अपने उपर लिया और उसकी गांद में उंगली डाल दी. उसकी गांद टाइट थी तो उंगली मुस्किल से गयी-
निहारिका: आआ अभीइ… निकल बाहर दर्द हो रहा है.. एयेए .. सस्स .. ऊऊ एयाया
में लगातार अंदर बाहर के रहा था. मैने निहारिका को नीचे लिया और उसके उपर आके उसकी पीठ चाटने लगा और उसके गांद पे काटा भी. में निहारिका के उपर आके लेट गया और उसकी गांद में लंड फसके बस हिलने ल्गा. मुझे बहोट गरम गरम फील हो रहा था. मैने उसके काम में कहा-
म: पीछे दल लू?
निहारिका: नही… वाहा नही.
म: प्लीज़ ना यार.. अगली बार के लिए सही रहेगा. और कल अगर उसने पीछे किया तो तू आसानी से ले सकती है.
निहारिका: नही यार दर्द होगा.
में उससे किस करने लगा और हल्का हल्का हिलनर लगा और नीचे हाआटग डालके उसकी छूट रगड़ने लगा.
और किसी और दूण्या में चली गयी और में ढेरे ढेरे करके उसकी गांद में लंड डालना स्टार्ट कार्डिया. वो लेती हुई थी और लंड सीधा सीधा गांद में जाने लगा. जेसे ही टोपा आंदार गया वो चिल्लाई-
निहारिका: न्हइ… न्हीई… नही करना अभी.
मैने उसके मूह तकिया में दिया और पूरा अनादर दल्दिया और उसके उपर लेट गयी. तकिये पे उसके आंशु दिख रहे थे.
म: होगआया निहारिका होगआया. देख अब मज़ा आएगा.
निहारिका: क्या मज़ा आएगा. दर्द हो रहा है एयेए एयेए… आ…
में हिलने लगा.
निहारिका: निकल ले बाहर अभी… फिर कभी कर्लीओ अब तो तू जब मर्ज़ी कर सकता.
म: अगली बार तो पता नही में क्या क्या करूँगा तेरा. .अभी तो सब कुछ एक एक बार कर रहा हू ताकि तुझे आदत लगाडू
निहारिका: आआ..आआ.आआ सस्सस्स ऊऊऊको आआ आआअहह आअहहहाआ. आहहाहहहहहहहहहहहा अभिईिइ नही एयेए आबहहहा.
मैने उसके वैसे ही घोड़ी बनाया और ज़ोर ज़ोर से ठोकने लगा
म: आआ क्या गांद है तेरी यार. मज़ा आएगा. .में तो रोज़ कॉलेज में तेरी गांद मारूँगा जब भी मान करेगा
निहारिका: एयाया… मरलिऊओ… अब तेज़्ज़ कर मज़ा आ रहा है. एयेए ऊवको सस्स्सस्स स्सा आअहह ऊऊ एस्स ..
में उसके 10 मीं और ठोका और फिर मैने उसकी गांद में ही छोड़ दिया और उसके धक्का देके बेड पे फेंक दिया.
तो यॅ थी मेरी स्टोरी. आगले में उसकी अलग लग पोज़िशन में केसे ठोका वो फिर कभी स्टोरी मे.
किसी भी लड़की को या आंटी को या भाभी को चूड़ना हो तो मैल ज़रूर करना. पुंजब में कभी भी मान ही बस मैल पे मेसेज करो अपनी पूरी खिदमत की जाएगी.
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