कॉलेज फंक्शन से बॉस की चुदाई तक
हाय दोस्तों, मेरा नाम श्वेता हैं, राजस्थान से हूं। अभी मेरी उम्र 25 साल है। मेरा फिगर 36 34 40 है। यह कहानी कुछ साल पहले की है। उस समय मेरी उम्र करीब 19-20 साल थी। मैं कॉलेज के फाइनल ईयर में थी।
हमारा एकेडमिक सेशन समाप्त हो चुका था। कॉलेज में एनएसएस के सर्टिफिकेट बांटने का कार्यक्रम था। जिसमें बड़े-बड़े अधिकारियों, विद्वानों को भी बाहर से बुलाया गया था। उन्होंने हमें इनाम और सर्टिफिकेट दिए। कार्यक्रम के अंत में मैंने धन्यवाद ज्ञापित किया।
उस कार्यक्रम में लचं के समय एक बड़े पदाधिकारी अनुज अनिश सर ने मुझसे पूछा कि आगे का क्या फ्यूचर प्लान है। तो मैंने बताया कि मैं अब कोई पार्ट टाइम जॉब करुंगी और साथ मैं आगे की पढ़ाई भी करुंगी, कम्पीटीटिव एग्जाम की भी तैयारी करुंगी। तब उन्होंने पूछा कि तुम मंथली कितनी सैलरी एक्सपेक्ट करती हो।
तब मैंने कहा कि शुरुआत में जो भी सैलेरी मिलेगी वो ठीक हैं। तब उन्होंने कहा कि उनके आफिस में एक टैम्परेरी आफिस वर्क के लिए स्टाफ की जरूरत है। सप्ताह में दो छुट्टी भी मिलेगी। तुम चाहो तो जोइन कर सकती हों। मैंने हां भर ली। कालेज के एग्जाम खत्म होने के बाद मैंने आफिस जाना शुरू कर दिया।
पहला दिन काफि अच्छा रहा। यह आफिस किसी बड़े इंस्टीट्यूट का पार्ट था। जहां मुझे अच्छी सैलेरी मिल रही थी। काम भी ज्यादा नहीं था। यहां पर करीब 20 लोगों का स्टाफ था जिनमें आधी से ज्यादा महिलाएं थी। वहां पता चला कि हमारे आफिस हैड अनुज सर बहुत चोदूं किस्म के थे वो आफिस की सारी महिलाओं को चुपके चुपके चोद चुके थे। स्टाफ की सारी महिलाएं भी अपने फायदे के लिए उनसे चुदवाती थी।
मेरी नालेज, रिडिगं हैबिट, कम्प्यूटर नालेज अच्छी होने से मैं कुछ ही समय में आफिस के सारे काम में एक्सपर्ट हो गई। आफिस में सबसे मेरे अच्छे रिलेशन बन गए। एक दिन हमारे हैड अनुज अनिश सर ने मुझसे कहा कि श्वेता तुमने मुझे जॉब की पार्टी तो दी ही नहीं कब दोगी।
तो मैंने कहा कि जब आप कहें सर, अनुज सर बोले कि पार्टि कहा दोगी, क्या दोगी तो मैंने कहा जो आप कहेंगे, जहां आप कहोगे वहां दे दूंगी। तब उन्होंने कहा कि वीकेंड पर कहीं बाहर चल सकती हों क्या। मैंने कहा कौन कौन जाएंगे। तो सर बोले कि सिर्फ मैं और तुम जल्दी ही वापस आ जाएंगे।
तो मैंने कहा मैं घर से परमिशन लेकर बतातीं हूं। मैंने घर पर हसबैंड और सबसे कहा कि आफिस का टूर हैं, जिसमें एक दो दिन के लिए बाहर जाना पड़ सकता है। आफिस इसके लिए अलग से पैसे भी देगा। घर वाले मान गए।
मुझे भी समझ आ रहा था कि अनुज सर मुझे चोदना चाहते हैं और मैं इसके लिए तैयार भी थी क्योंकि मुझे उन्होंने जॉब दिलवाई थी। वीकेंड से पहले सर ने मुझसे पूछा कि तुम कहा जाना चाहती हो तो मैंने कहा कि मुझे हिल स्टेशन बहुत पसंद हैं। तो उन्होंने कहा कि तुम कभी माउंट आबू गई हो तो मैंने कहा नहीं गई। तो सर बोले कि हम माउंट आबू चलेंगे।
मैंने सर से कहा कि मुझे माउंट आबू के लिए शापिंग करनी हैं तो सर ने कहा कि मैं करवा दूंगा। फिर उस दिन शाम को आफिस के बाद अनुज सर ने मुझसे शापिंग करवाई। उन्होंने खुद भी शापिंग की। वो मुझसे अपने कपड़ों के बारे में पूछ भी रहे थे। फिटनेस, अच्छे ड्रेस काम्बीनेशन के कारण अनुज सर 53 साल की उम्र में भी 30 साल के लग रहें थे। उन्होंने मुझे ब्रा, पेंटी, शार्टस, जीन्स, की शर्ट, नाईटी और भी बहुत सारा सामान दिलाया।
वीकेंड के पहले सैटरडे को मैं और अनुज सर माउंट आबु के लिए निकल गए। रास्ते में सर मेरी जांघ को सहला रहे थे, मेरी लैगी में भी हाथ डालकर चुत में ऊंगली कर रहें थे। मेरी चिकनी चुत को वो हल्का हल्का सहला रहें थे। उन्होंने मेरा हाथ उनके लंड पर रखा, मैं भी उनका लंड ऊपर से दबा रही थी।
उन्होंने एक सूनसान जगह पर कार रोकी और अपनी पैंट नीचे कर दी, मुझसे अपना लंड चुसने को कहा। मैंने उनका 8 इंच लम्बा और करीब डेढ़ इंच मोटा लंड अपने मुंह में लिया और उसे लॉलीपॉप की तरह चुस रही थी। कुछ देर बाद वो बोले की मैं झडने वाला हूं तुम मेरा स्पर्म पी जाओ। मैं उनका स्पर्म पी गई।
दोपहर में हम माउंट आबू पहुंच गए। वहां सबसे पहले हमने लंच किया। फिर हम नक्की झील, गुरु शिखर, सनसेट पॉइंट और दुसरी जगह घूमने चले गए। वहां भी बहुत सारे कपल्स आए हुए थे जिसे देखकर मैं और सर भी गर्म हो रहें थे।
रात को सात बजे वहां से खाना खाकर हम निकल गए। सर ने वहीं पास में ही एक होटल में कमरा बुक कर रखा था। जो जंगल के पास था, इस कारण बहुत खुशनुमा मौसम था। हम अपना सामान लेकर कमरे में आ गए। फिर हमने काफि मंगवा कर पी। सर ने काफि के बाद वियाग्रा की टेबलेट खाई और कोई चूर्ण खाया वो बोले कि आज तुमसे जी भर कर पार्टी लूंगा। फिर हम साथ में नहाने बाथरूम में गए। वहां मैंने मेरे कपड़े उतारे, मैं सिर्फ ब्रा पेंटी में थी। सर पुरे नंगे हो चुके थे।
उन्होंने मेरी भी ब्रा पेंटी उतार दी और शावर चालू कर दिया। शावर के हल्के गुनगुने पानी से मज़ा आ रहा था। मैंने सर को और सर ने मेरे साबुन लगाया। सर मेरी गांड़, बूब्स मसल रहे थे, मैं उनका लंड सहलाते हुए नहा रही थी। नहा कर हम बाहर आ गए। सर ने वी शेप अंडरवियर पहना, मैंने रेड कलर की नाईटी पहनी।
सर ने हमारे लिए एक एक पैग बनाया। जिसे पीने के बाद मुझे खुमारी चढ़ने लगीं। सर मुझे चूम रहे थे मैं भी उनका साथ दे रही थी। फिर हमने स्मूच किस किया। उसके बाद सर बैंड पर लैट गए, मैं उनके ऊपर 69 की पोजीशन में लेट गई। मैं उनका लंड मुंह में लेकर चूस रही थी और वो मेरी चुत को चूम, चाट रहे थे।
मैं एक बार झड़ चुकी थी, सर मेरी चुत का रस पी गए। फिर उन्होंने मुझे बेड पर लेटा दिया और एक डिल्डो से मेरी चुत के ऊपर सहलाने लगे, मैं अब बहुत गर्म हो चुकी थी। लंड के बिना रहना संभव नहीं था। मैंने कहा प्लीज़ सर फक मी हार्ड, प्लीज मेरी चुत मैं अपना लंड डाल कर इसे शांत कर दो।
उन्होंने मेरी गीली चुत में अपना लंड आधा ही डाला था कि मुझे दर्द हुआ, फिर उन्होंने धीरे धीरे पूरा लंड अंदर डाल दिया। कुछ देर बाद दर्द कम हो गया और मजा आने लगा। वो अपना लंड अंदर बाहर कर रहे थे। मैं भी कमरा उठा कर पुरे मज़े ले रही थी।
बीच बीच में वो लंड बाहर निकाल कर जोर से झटके मारते जिससे मेरी आहहह निकल जाती, चुदाई के साथ सर गंदी गंदी गालियां भी दे रहे थे। मैं भी वापस उनके साथ गाली दे रही थी, जिससे हम दोनों को सेक्स में बहुत मज़ा आ रहा था।
सर- मादरचोद रंडी, ले मेरा लंड, आज तेरी चुत का भोसड़ा बना कर छोडुंगा।
मैं – चोद साले भड़वे देखती हूं तेरे लौड़े में कितना दम है, और चोद साले सुअर, मेरी चुत को शांत कर दें।
सर- साली कुतिया बहुत शरिफ बनती है, आज तेरी सारी शराफत निकालता हूं।
मैं – चोद साले हरामी कुत्ते मैं भी देखती हूं कि तुझमें कितना दम हैं।
पांच सात मिनट की चुदाई के बाद वो बोले कि मैं झडने वाला हूं और उन्होंने अपना लंड बाहर निकाला और मेरे मुंह, बूब्स पर झड़ गए।
फिर मैंने उनका स्पर्म साफ किया और हम दोनों एक दूसरे की बाहों में लेट गए। मैं उनका लंड सहलाते हुए उनसे बातें कर रही थी। हम एक दूसरे को किस कर रहे थें, सर मेरे बड़े बड़े बूब्स को बेरहमी से दबा रहे थें। वियाग्रा के प्रभाव से उनका लंड टाईट खड़ा था। 10 मिनट बाद मैंने उनका लंड मुंह में ले लिया।
फिर उन्होंने मुझे घोड़ी बनाया और पीछे से चोदने लगे, चुदाई के साथ वो मेरी बड़ी गांड़ पर जोर जोर से चपत लगा रहें थे जिससे मुझे दर्द और सिहरन हो रही थी। सर मेरी गांड़ में लुब्रिकेंट लगाकर उंगली कर रहे थे जिससे मुझे हल्का दर्द हो रहा था। कुछ देर बाद उन्होंने मुझे बेड पे लिटा दिया और मेरी टांगें अपने कंधे पर रखकर चोदने लगे वो मेरे बूब्स को दबा रहे थे और मैं उनके अंडकोष को सहला रही थी।
फिर वो बेड पर लेट गए मैं उनके ऊपर आ गई और उनका लंड अपनी चुत में डाल कर चुदाई का मजा ले रही थी। इस दौरान मैं तीन बार झड़ चुकी थी। अनुज सर भी झडने वालें थे, उन्होंने अपना सारा वीर्य मेरे मुंह में गिरा दिया। फिर हमने साथ में एक एक पैग और लगाया।
उनका लंड वियाग्रा टेबलेट के प्रभाव से खड़ा था। कुछ देर बाद उन्होंने अपने लंड और मेरी गांड़ में लुब्रिकेंट लगाया और उंगली से अंदर बाहर करने लगे। अब मेरी गांड़ का छेद कुछ खुल चुका था। उन्होंने धीरे धीरे पूरा लंड मेरी गांड़ में पेल दिया। मैं तेज़ दर्द से चिल्ला उठी।
मैं- प्लीज सर , अपना लंड बाहर निकालो, मेरी गांड़ फट जाएगी।
सर- रिलेक्स जान, कुछ नहीं होगा।
फिर वो तीन चार मिनट ऐसे ही लेटे रहे उसके बाद उन्होंने चोदना शुरू किया। दर्द के साथ धीरे धीरे मजा भी आ रहा था। दस मिनट तक गांड़ मारने के बाद भी उनका स्पर्म नहीं छुट रहा था। फिर उन्होंने मुझे अपनी गोद में अपने लंड पर बिठाया और चोदना शुरू किया। वो सिसकारियां भर रहे थे।
सर- औहहह यस, कम ओन श्वेता, फास्ट, और तेज़
मैं उनके लंड पर बैठकर चुद रही थी, कुछ देर बाद उन्होंने मुझे डागी स्टाइल में चोदना शुरू किया, अब मेरी मोटी गांड़ पर उनकी चपत पड़ रही थी और मेरे बूब्स को वो दबा रहें थे। इसी पोजीशन में 6-7 मिनट लगातार चुदाई के बाद वो झड़ गए। उन्होंने अपना स्पर्म मेरी गांड़ पर गिरा दिया और उसे क्रीम की तरह फैला दिया। फिर हमने शाफ़्ट ड्रिंक पी। घड़ी में एक बज रहे थे।
फिर हम साथ में फ्रेश होकर नंगे ही सो गए। सुबह साढ़े सात बजे हम उठें, बाहर हल्की हल्की बूंदाबांदी हो रही थी। हमने चाय पी, फ्रेश होकर हम साथ में नहाने गए। नहाने के साथ साथ हम मस्ती भी कर रहे थें। सर ने खड़े खड़े ही अपना लंड मेरी चुत में डाल दिया, और हम आमने सामने चुदाई कर रहे थे।
मैं उनके अंडकोष को सहला रही थी, वो मेरे बूब्स को पी रहें थे, मसल रहे थे। फिर उन्होंने मुझे उल्टा घूमा दिया, मेरा मुंह बाथरूम की दीवार की तरफ था। वो पीछे से खड़े खड़े चोद रहे थे। फिर उन्होंने मुझे अपनी गोद में उठा लिया, मैंने उनको पकड़ लिया, मेरी दोनों टांगें उनकी कमर के लिपटी हुई थी। वो तेज तेज अपना लंड अंदर बाहर कर रहे थे। एक लंबी सिसकारि के साथ हम दोनों झड़ गए।
फिर हम तैयार हो गए। मैंने टाईट लौंग स्कर्ट और टॉप पहना, जिसमें मेरी 40 की गांड़ और 38 के बूब्स उभर कर सामने आ रहे थे। सर ने कैप्री और टी शर्ट पहना। हम नाश्ता करके 10 बजे फोरेस्ट घूमने निकल गए। वहां पर सड़क के आसपास घने पेड़, झाड़ियां थी जिससे जगह जगह अंधेरा भी था।
यहां पर ज्यादातर टूरिस्ट कपल्स थे। जगह जगह उनका रोमांस भी चल रहा था। उसे देखकर हमें भी मस्ती चढ़ रही थी। फिर हमने गाड़ी पार्क की और ट्रैकिंग पर निकल गए। हम पहाड़ी पर चढ़ रहे थे, जहां दूसरे कपल्स भी हाथ थामें, मस्ती करते हुए आ जा रहे थें।
चलते चलते हम बर्डस, झरने के फोटो भी खींच रहे थे। मौका मिलते ही सर मेरी गांड़ सहला देते, कभी बूब्स मसल देते, मैं भी उनके लंड को ऊपर से पकड़ कर दबा देती। आगे हम घने जंगल की तरफ बढ़ रहे थे, बारिश के खुशनुमा मौसम में कई जगह झाड़ियों में कपल्स का रोमांस भी चल रहा था। वहां हमने एक अंग्रेज कपल्स को चुदाई करते भी देखा।
कुछ आगे चलकर बड़ी झाड़ियां थीं, जहां इस पास कोई नहीं था। वहां सर ने कैप्री में से अपना लंड निकाला और उस पर चाकलेट लगा दी। मैं उनका लंड चोकलेट के साथ चूस चाट रही थी। वो मेरा सिर पकड़ कर लंड की तरफ़ दबा रहे थे, जिससे उनका लंड मेरे गले तक पहुंच रहा था, इस कारण मुझे वामिट जैसा भी महसूस होने लगा।
फिर उन्होंने मेरी स्कर्ट को ऊपर उठाया और पैंटी उतार दी, खड़े खड़े मेरी टांगें फैला कर उन्होंने मुझे पीछे से चोदना शुरू किया। तभी वहां पर एक अंग्रेज कपल आ गया। वो हमें देखने लगा पर सर लगातार चोद रहे थे, अनुज सर ने उनसे कहा कि आर यू रेडी फोर पार्टनर स्वैपिंग, फिर वो आपस में बात कर रहे थे लड़के के ज्यादा कहने पर लड़की मान गई, उन्होंने हां भर ली। तब तक सर ने अपना स्पर्म बाहर गिरा दिया।
उस अंग्रेज कपल के लड़के डेनियल की उम्र करिब 29 -30 साल और लड़की इवा की उम्र 22-23 साल थी। लड़की स्लिम थी, उसने भी शार्ट स्कर्ट और हाफ बाहों का टॉप पहन रखा था।
उस डेनियल और सर ने आपस में बात की फिर हमने साथ में ड्रिंक पी। फिर सर मुझसे बोले कि श्वेता प्लीज तुम इस अंग्रेज से चुदवा कर एक्सपीरियंस ले लो, मैं उस अंग्रेज लड़की को चोद देता हूं। मैंने हां भर ली।
सर इवा के पास चले गए और डेनियल मेरे पास आ गया। वहां से वह हम सभी जंगल के अंदर लेकर गया जहां पर घना जंगल था, आसपास चारों तरफ घनी गहरी झाड़ियों के बीच हम खड़े थे। जहां आसपास कोई नहीं था, ना हमें कोई देख सकता था।
डेनियल ने मुझे पुरा नंगा कर दिया और खुद भी नंगा हो गया। उसका लंड अनुज सर से भी बड़ा था, उसने मुझे लंड चुसने को कहा मैं उसका लंड चुसने लगी। अनुज सर ने इवा को एक बड़े पत्थर पर बैठा दिया और उसकी चुत को चाट रहे थे, कुछ देर बाद अनुज सर और इवा भी पुरे नंगे हो गए।
डैनियल ने मुझे घोड़ी बनाया और चोदना शुरू किया वो बहुत एनर्जी के साथ चुदाई कर रहा था जिससे मुझे मजा आ रहा था। फिर उसने मुझे अपनी तरफ घुमाया और मेरी एक टांग उठाकर चोदने लगा। दुसरी तरफ अनुज सर ने इवा की गांड़ में लुब्रिकेंट लगाया और खड़े खड़े उसकी स्लिम गांड़ मार रहे थे। वो उसके कंधों को पकड़ कर तेज झटके मारते जिस कारण इवा की आहे निकल रही थी।
डेनियल ने कुछ देर बाद अपना स्पर्म मेरे मुंह में गिरा दिया, उधर सर ने भी इवा की गांड़ के उपर अपना स्पर्म गिरा दिया। फिर हम नार्मल बैठ गए, डेनियल मेरे बूब्स चूस, दबा रहा था। सर इवा के पुरे बदन को चूम, चाट रहे थे।
थोड़ी देर बाद डेनियल को पैशाब लगी तो उसने मुझे मुंह खोलने को कहा, मैंने मना कर दिया, पर सर के कहने पर मैं मान गई। वो मेरे मुंह, नंगे बदन पर मुत रहा था। मैंने अपने मुंह में से उसका पैशाब बाहर थूक दिया, पानी से अपना मुंह साफ किया। फिर डेनियल ने मुझे खड़ा कर दिया और मुतने को कहा, थोड़ी देर बाद मुझे भी पेशाब आई डेनियल मेरी चुत के नीचे मुंह लगाकर मेरी पेशाब पी गया। अनुज सर भी इवा का पेशाब मुंह में लेकर थूक रहें थे।
10-15 मिनट बाद डेनियल ने मेरी गांड़ में लुब्रिकेंट लगाया और मुझे घोड़ी बना कर अपना लंड अंदर डाला, फिर वो मेरी गांड़ मारने लगा। इवा अनुज सर के लंड पर बैठकर चुद रही थी। पांच मिनट बाद अनुज सर झड़ गए। डेनियल ने भी कुछ देर बाद मेरी गांड़ में ही अपना स्पर्म गिरा दिया।
थोड़ी देर बाद हमने कपड़े पहने और सोशल मीडिया पर आपस में एक दूसरे को जोड़कर, एक दूसरे की डिटेल लेकर वहां से निकल गए। तब तक चार बज चुके थे, हम सीधा होटल आ गए। वहां पर नहाने के बाद हमने चाय पी और वापस घर की तरफ निकल गए। रास्ते में बारिश हो रही थी। हम भी आपस में बातें कर रहे थे।
सर- श्वेता तुम्हें कैसा लगा?
मैं – बहुत मज़ा आया सर, खुब एंज्वाय किया।
हम घर से कुछ दुर थे, वहां पर सर ने एक सुनसान रास्ते से गाड़ी ली बीच में एक जगह गाड़ी रोककर बोले कि अब एक बार तुम्हें और चोदना चाहता हूं। उन्होंने अपनी नीचे सरका दी, मैंने भी मेरी लेगी उतार दी, पास वाली सीट को लंबा कर मैं टांगें फैला कर लेट गई, सर ने मेरी चुत को घुमा, चाटा और 10-15 मिनट की चुदाई के बाद अपना स्पर्म उन्होंने मेरे मुंह में छोड़ दिया।
फिर हम गाड़ी में घर तक आए, हमने लीप किस किया और मैं घर चली आई। घर पर हसबैंड और सभी ने पूछा कि आफिस टूर कैसा रहा, मैंने कहा बहुत अच्छा। काम ज्यादा था, इसलिए थकान हैं।
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