ही फ्रेंड्स, मेरा नाम अनिकेत है. मैं पुंजब का रहने वाला हू. मेरी हाइट 5’10” है, और मैं काफ़ी हॅंडसम हू. उमर मेरी 31 साल है, और 2 साल पहले मेरी शादी हो चुकी है. ये कहानी मेरी और मेरी बहन की चुदाई की है. तो चलिए शुरू करते है.
मेरी फॅमिली में मैं, मेरी बीवी, मेरा बेटा, मम्मी, पापा, और एक छ्होटी बेहन रहते है. मेरी बेहन मुझसे काफ़ी साल छ्होटी है. वो सिर्फ़ 22 साल की है, और कॉलेज में फाइनल एअर मेरी पढ़ती है. मेरी बेहन का नाम रजनी है.
रजनी जब से जवान हुई है, उस पर खूबसूरती का रंग चढ़ा है. उसका रंग गोरा है, 34-28-36 का टाइट फिगर है. हाइट उसकी 5’6″ है. अब आप ही बताइए की जब बेहन ऐसी सेक्सी हो, तो किस भाई की नज़र उस पर नही जाएगी. उस पर से वो हमेशा जीन्स त-शर्ट या लेगैंग्स सूट पहनती है.
जीन्स और लेगैंग्स में उसकी टाइट गांद और त-शर्ट और टाइट शर्ट में उसके बूब्स देख-देख कर मेरे मॅन में भी उसके लिए काफ़ी हवस भारी हुई थी. लेकिन वो मेरी बेहन थी, तो मैं कुछ कर नही सकता था. हा उसके बारे में . कर मैं अपनी बीवी की तगड़ी चुदाई ज़रूर करता था.
लेकिन फिर एक दिन कुछ ऐसा हुआ, की मुझे अपनी खूबसूरत बहन के सेक्सी जिस्म को प्यार करने, और उसको छोड़ने का मौका मिल गया. उस दिन मैने अपनी बेहन की पलंग-तोड़ चुदाई की, और उसको लड़की से औरत बना दिया.
तो हुआ यू, की रजनी की किसी फ्रेंड की बर्तडे पार्टी थी. उस दिन वो ज़िद करने लगी की वो कार लेके जाएगी, क्यूंकी उसकी सारी फ्रेंड्स कार लेके आने वाली थी. पापा ने उसको माना किया, क्यूंकी उनको दर्र था, की कही उसका आक्सिडेंट ना हो जाए. लेकिन उसके बार-बार रिक्वेस्ट करने पर वो मान गये.
रजनी ने उस दिन रेड कलर की ओनेपीएसए फ्रॉक पहनी थी. उसकी फ्रॉक नीचे से उसके घुटनो तक थी, और उसकी गोरी टांगे दिख रही थी. फिर वो गाड़ी लेके चली गयी. वो शाम के 7 बजे घर से निकली थी. उन दीनो मेरी बीवी भी अपने माइके गयी हुई थी.
रात के 9 बाज चुके थे, और मैं डिन्नर करके अपने रूम में बैठा मोबाइल चला रहा था. तभी मुझे रजनी का कॉल आया.
मैं: हा रजनी बोलो.
रजनी: भैया एक प्राब्लम हो गयी है.
मैं: क्या हो गया.
रजनी: मुझसे किसी का आक्सिडेंट हो गया है.
मैं: कैसे? कहा हो तुम?
रजनी: भैया मैं पोलीस स्टेशन में हू. आप प्लीज़ आ जाओ. और घर पर किसी को कुछ मत बताना.
मैं फिर जल्दी से रेडी हुआ, और पोलीस स्टेशन के लिए निकल गया. वाहा जाके पता चला एक होटेल के वेटर को उसने गाड़ी से थोक दिया था. उसको ज़्यादा चोट तो नही आई थी, बस पैर में फ्रॅक्चर था. फिर मैने इनस्पेक्टर से बात की तो उसने कहा की अगर वो आदमी कंप्लेंट नही करता, तो वो रजनी को छ्चोढ़ देंगे.
फिर मैने उस आदमी से बात की, लेकिन वो मान नही रहा था. मैं समझ गया की वो पैसे चाहता था. फिर मैने उससे सीधे-सीधे पूछा, तो उसने 30000 रुपय माँगे. ये बात मैने रजनी को बताई तो वो बोली-
रजनी: मेरे पास इतने पैसे नही है. मेरे पास सिर्फ़ 4000 है.
मैं: पापा को फोन करो, और माँग लो.
रजनी: भैया पापा को फोन किया तो वो मुझे जान से मार देंगे. मेरा कॉलेज और बाहर जाना बंद कर देंगे. प्लीज़ आप डेडॉ पैसे, मैं आपको वापस कर दूँगी.
मैं: चल ठीक है.
फिर मैने पैसे दिए और उसको वाहा से ले आया. रास्ते में मैने उससे कहा-
मैं: देख रजनी प्यार अपनी जगह है, और हिसाब अपनी जगह. मैने पैसे तो दे दिए. लेकिन ये पैसे मुझे 2 दिन में वापस चाहिए.
रजनी: भैया 2 दिन में मैं कहा से लौंगी पैसे?
मैं: ये मुझे नही पता. 2 दिन में पैसे नही मिले, तो मैं पापा को बोल कर ले लूँगा.
ये सुन कर रजनी की गांद फटत गयी. अगले दिन मुझे पैसे नही दिए उसने, और अब बस एक और दिन बचा था. फिर आखरी दिन रात के 9 बजे वो मेरे रूम में आई. उसने डेनिम शॉर्ट्स और ऑरेंज कलर का लूस टॉप पहना था. वो आके बोली-
रजनी: भैया मुझे कुछ और टाइम चाहिए.
मैं: मैं पापा को बताने जेया रहा हू.
रजनी: नही भैया प्लीज़ ऐसा मत करो.
मैं जाने लगा, तो उसने मेरा हाथ पकड़ लिया. मैं अपना हाथ खींचने लगा, तो उसने मुझे रोकने के लिए अपनी बाहों में भर लिया. जैसे ही उसने मुझे बाहों में भरा, उसके काससे हुए बूब्स मेरी चेस्ट में डाबब गये. उसके बूब्स के टच होने से मैं एक-दूं से उत्तेजित हो गया, और वो कर दिया, जो आज तक सिर्फ़ ख़यालों में किया था.
मैं अपना हाथ उसकी गांद पर ले गया, और उसका चूतड़ दबा दिया. मेरे ऐसा करते ही वो मुझसे अलग हो गयी. वो मुझे गुस्से से बोली-
रजनी: भाई ये क्या हरकत थी.
मैं: अब ऐसे चिपकोगी, तो ऐसी ही हरकत होगी.
रजनी: मैं आपकी बेहन हू, आप मेरे साथ ऐसा नही कर सकते.
मैं: मेरा दिल किया, तो मैने कर दिया. आजा फिरसे करते है.
ये बोल कर मैने उसको फिरसे अपनी बाहों में भर लिया. वो पीछे हॅट गयी, और बोली-
रजनी: नही भैया, मुझे कुछ नही करना. मैं जेया रही हू यहा से.
मैं: जाना है तो पैसे देके जाओ. और अगर पैसे नही देने तो मेरी प्यास मिटा दो.
रजनी: ची, आप ऐसा सोचते हो मेरे बारे में?
मैं: अब तुम इतनी सेक्सी हो, तो ऐसी सोच अपने आप आ जाती है.
रजनी: मैं आपके साथ ऐसा कुछ भी नही करूँगी. फिर चाहे जो हो जाए.
मैं: चलो ठीक है. मैं कोई ज़बरदस्ती नही करूँगा तुम्हारे साथ. उसमे मज़ा भी नही है. मैं बस अभी जौंगा, और पापा को तुम्हारे आक्सिडेंट वाले कांड के बारे में बतौँगा. कम से कम मुझे पैसे तो मिलेंगे.
रजनी: नही भैया, प्लीज़ ऐसा मत करना.
मैं: देखो तुम्हारे पास दो ऑप्षन्स है. या तो मेरे साथ वो करो जो मैं चाहता हू. या मैं पापा के पास जौ, और सब कुछ बता डू. अब तुम डिसाइड करो.
अजीब कशमकश में फ़ासस गयी थी मेरी बेहन. फिर उसने क्या जवाब दिया, और आयेज क्या हुआ, ये आपको कहानी के अगले पार्ट में पता चलेगा. अगर आपको यहा तक की कहानी पसंद आई है, तो इसको अपने फ्रेंड्स के साथ भी शेर करे. कहानी पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद.