ही दोस्तों, मेरा नाम अनिल है. मैं झारखंड से हू. मेरी उमर 21 साल है, और मैं एक कॉलेज स्टूडेंट हू. हाइट मेरी 5’11” है, और लंड मेरा 6.5 इंच का है. ये कहानी मेरी बेहन के साथ हुए थ्रीसम सेक्स की है. तो चलिए कहानी शुरू करता हू.
मेरी फॅमिली में मेरे अलावा मेरे मम्मी, पापा, और एक बड़ी बेहन रहते है. मेरी बड़ी बेहन मुझसे एक साल बड़ी है. उसका नाम सपना है. उसकी हाइट 5’6″ है, और फिगर 34-28-38 है. रंग उसका गोरा है, और एक नंबर की चुड़क्कड़ है जो मुझे बाद में पता चला. वो मेरे से एक साल सीनियर है कॉलेज में.
दोस्तों आप सब तो जानते ही है की मर्द का लंड किसी भी हसीना को देख कर खड़ा हो जाता है. फिर चाहे वो उसकी मा या बेहन ही क्यूँ ना हो. ऐसे ही मेरी बेहन को देख कर भी मेरा लंड खड़ा हो जाता था.
मैने काई बार उसको सोच कर मूठ मारी थी. जब वो घर में इधर-उधर घूमती, तो उसकी गांद देख कर मेरा खड़ा हो जाता. झाड़ू लगते हुए उसके झूलते बूब्स का सीन तो ज़बरदस्त होता. सीधा-सीधा बतौ, तो मेरे मॅन में उसके लिए बहुत वासना भारी हुई थी.
मेरी बेहन को अक्सर मैने फोन पर किसी के साथ चाटिंग करते देखा था. लेकिन कभी मैं पता नही लगा सका की वो किसके साथ चाटिंग करती थी. लेकिन फिर मुझे पता चला, और मेरी ज़िंदगी हमेशा के लिए बदल गयी. चलिए बताता हू कैसे.
हमारे कॉलेज से मनाली ट्रिप जेया रहा था. मैं और मेरी बेहन भी जाने वाले थे. कॉलेज वालो ने बस ऑर्गनाइज़ की हुई थी मनाली जाने-आने के लिए. मुझे लगता था की अगर दीदी का ब्फ कॉलेज से हुआ, तो वो भी वाहा ज़रूर जाएगा.
फिर हम मनाली पहुँच गये, और सब स्टूडेंट्स अपने-अपने रूम्स में चले गये. मैं अपने दोस्तों के साथ था, और सपना अपनी फ्रेंड्स के साथ. लेकिन मैं उस पर नज़र बनाए हुए था. कॉलेज वालो ने कुछ प्लेसस घूमने के बाद हमे खुला छ्चोढ़ दिया की हम जहा मर्ज़ी घूम ले.
जब मैने सपना से फोन पे पूछा की वो कहा जेया रही थी, तो उसने कहा वो रूम में ही रेस्ट करेगी क्यूंकी उसकी तबीयत ठीक नही थी. फिर मैने उसको झूठ बोल दिया की मैं घूमने जेया रहा था. लेकिन मैं गया नही, क्यूंकी मुझे उस पर नज़र रखनी थी.
जब उसकी फ्रेंड्स चली गयी, तो मैं उसके रूम के आस-पास ही रहा. फिर कुछ देर बाद मैने उसी की क्लास के एक लड़के को उसके कमरे में जाते हुए देखा. उस लड़के का नाम वरुण था. मैं समझ गया की यही उसका बाय्फ्रेंड था. अब मुझे उसको रंगे हाथो पकड़ना था.
मैं उसके रूम के बाहर जाके खड़ा हो गया. रूम लॉक्ड था अंदर से और अंदर देखने का कोई रास्ता नही था. लेकिन अंदर की आवाज़े आचे से सुन रही थी. वो आवाज़े कुछ इस तरह थी.
वरुण: हाए सपना, बहुत मुश्किल से मौका मिला है आज अकेले में चुदाई करने का. मैं तो कब से तड़प रहा था.
सपना: जानू मैं भी तो मॅर रही थी तुमसे चूड़ने के लिए. मेरी छूट ने आतंक मचा रखा है.
वरुण: आओ मेरी जान मैं तुम्हारी चूत ठंडी कर देता हू.
सपना: हा कर दो मेरे राजा.
मैं सुन कर हैरान था, की मेरी बेहन कैसी रंडी जैसी बातें कर रही थी. उसकी बातें सुन कर मेरा भी लंड खड़ा हो गया था. फिर मुझे उनकी किस्सिंग की आवाज़े आनी शुरू हो गयी. कुछ ही देर में दोनो नंगे हो गये, और अब वरुण मेरी बेहन की छूट चूस रहा था. तभी मैने ज़ोर से दरवाज़ा खटखटाया और कहा-
मैं: सपना मैं जानता हू अंदर क्या चल रहा है. दरवाज़ा खोलो अभी.
मुझे लगा था मेरी बेहन दरवाज़ा खोलने से पहले कपड़े पहनेंगी. लेकिन ऐसा कुछ नही हुआ. मेरे आवाज़ देने के अगले 15 सेकेंड्स में दरवाज़ा खुला. मैने देखा तो सपना ने चादर लपेटी हुई थी. क्या ज़बरदस्त लग रही थी वो पूरी नंगी उस चादर में लिपटी हुई.
फिर मैने अंदर जाके कहा: मैं जानता था की तुम यहा ये सब करने आई थी. शक तो मुझे पहले से था की तुम्हारा किसी के साथ चक्कर चल रहा है.
सपना बड़ी रिलॅक्स्ड लग रही थी जब मैं ये सब बोल रहा था. जो दर्र मैं एक्सपेक्ट कर रहा था वो उसके फेस पर नही था. फिर वो बोली-
सपना: देख भाई सब की अपनी नीड्स है. और सब को अपनी लाइफ में एंजाय करना है. तो मैने किया तो क्या ग़लत किया? देखो अगर तुम घर पर ये सब बताओगे तो मुझे दाँत और मार पड़ेगी लेकिन तुम्हे कुछ फ़ायदा नही होगा. लेकिन अगर तुम नही बताओगे, तो तुम भी हमे यहा जाय्न कर सकते हो.
ये बोल कर उसने अपनी बॉडी पे ली हुई चादर गिरा दी. फिर वो बोली-
सपना: मैं जानती हू की तुम भी मुझे छोड़ना चाहते हो. तो तुम भी मज़े करो हमारे साथ.
बस उसके ये कहने की देर थी. मैं आयेज बढ़ा, और अपनी बेहन के नंगे जिस्म को अपनी बाहों में भर कर अपने होंठ उसके होंठो से चिपका दिए. फिर मैं पागलों की तरह अपनी रंडी बेहन के होंठो को चूसने लगा. वो भी पूरा साथ दे रही थी.
उधर वरुण बेड से खड़ा हुआ, और सपना के पीछे आके उसकी पीठ पर किस करने लगा. उसका लंड मेरे लंड से तोड़ा छ्होटा था. किस करते हुए मेरी बेहन ने मेरी जीन्स के अंदर हाथ डाल कर लंड बाहर निकाल लिया, और उसको हिलने लग गयी. वरुण सपना की गांद चाट रहा था.
फिर मैने अपने कपड़े उतार दिए, और उसके निपल्स चूसने लग गया. वो मस्त हो चुकी थी. कुछ देर बाद उसने मुझे बेड पर धक्का देके लिटा दिया, और नीचे खड़े हुए ही झुक कर मेरा लंड चूसने लगी. किसी रंडी की तरह वो ज़ोर-ज़ोर से मेरा लंड चूस रही थी.
वरुण उसके पीछे आके खड़ा हो गया, और पीछे से उसकी छूट में लंड डाल दिया. अब वो पीछे से मेरी बेहन को छोड़ रहा था, और मेरी बेहन मेरा लंड चूस रही थी. कुछ देर ऐसा ही चलता रहा. फिर सपना ने मेरा लंड मूह से निकाला, और वरुण को छूट से लंड निकालने के लिए बोला.
उसके बाद वो मेरी टाँगो पर आके बैठ गयी. उसने अपनी छूट पर मेरा लंड सेट किया, और एक ही बार में उसके उपर बैठ गयी. हम दोनो के मूह से आह की आवाज़ आई. फिर उसने मेरी चेस्ट पर अपने हाथ रखे, और मेरे लंड पर उछालने लगी. मैं भी उसके बूब्स दबाने लग गया.
फिर वरुण बेड पर आके खड़ा हो गया, और उसने अपना लंड मेरी बेहन के मूह में डाल दिया. अब वो मेरी बेहन का मूह छोड़ रहा था, और मैं उसकी छूट. गांद छुड़वाने से उसने माना कर दिया था. तो छूट और मूह ही बचे थे छोड़ने के लिए. अब मैने उसके चूतड़ पकड़ के ज़ोर के धक्के मारने शुरू किए, और वरुण उसका मूह छोड़ता रहा.
कुछ देर की घमासान चुदाई के बाद वरुण ने उसके मूह में, और मैने उसकी चूत में अपना माल निकाल दिया. फिर हम तीनो नंगे ही लेट गये. 2 दिन में ट्रिप तो ख़तम हो गया, लेकिन मेरी और मेरी बेहन की चुदाई अभी भी चल रही है.
दोस्तों कहानी का मज़ा आया हो, तो ज़्यादा से ज़्यादा शेर करे. [email protected]