दोस्तों मेरा नाम नीतीश है. मैं 19 साल का हू और कॉलेज में पढ़ता हू. मेरी हाइट 5’4″ है, और रंग गोरा है. गांद मेरी बाहर को निकली हुई है, और मैं एक गे हू.
गे होने की वजह से मेरी पसंद और मेरे शौंक बाकी लड़कों से अलग है. इसलिए स्कूल और कॉलेज में मेरे ज़्यादा फ्रेंड्स नही थे. लेकिन मुझे अकेले रहना पसंद है. मैं अकेले कैसे एंजाय करना है, ये बात आचे से जानता हू. ये बात मेरी पहली चुदाई की है. तो चलिए मैं कहानी शुरू करता हू.
मैं थियेटर में मोविए देखने गया था. मुझे ज़्यादा भीड़ पसंद नही है, क्यूंकी लोग मेरा मज़ाक उड़ाते है. इसलिए मैने दिन के टाइम का शो बुक किया जब थियेटर में ज़्यादा लोग नही होते. फिर मैं माल पहुँचा, और मोविए देखने के लिए थियेटर में चला गया.
थियेटर में 10-12 लोग ही थे. मैने जीन्स और त-शर्ट पहनी हुई थी. जैसे की मैने बताया की मेरी गांद बाहर निकली हुई है, तो जीन्स में गांद का उभार सॉफ दिख रहा था. मुझे देख कर कोई भी कह सकता था की मैं गे हू.
मैं अपनी सीट पर जाके बैठ गया, और मोविए देखने लगा. मेरे पीछे की एक लाइन छ्चोढ़ कर 2 लड़के बैठे थे. वो जात टाइप लग रहे थे. मोविए में जब भी कोई अछा सीन आता, तो वो सीटियाँ मारना शुरू कर देते थे. खाली थियेटर में भी वो खूब शोर मचा रहे थे.
फिर इंटर्वल हुआ, और मैं बाहर कुछ खाने के लिए चला गया. वो दोनो भी वाहा आ गये. उस वक़्त उन दोनो ने मुझे आचे से देखा, और मेरे बारे में कुछ बात करने लग गये. मैं समझ गया था की वो मेरे गे होने के बारे में बात कर रहे होंगे. खाने का समान लेने के बाद मैं वापस थियेटर में घुस गया.
अभी मैं जाके बैठा ही था की वो दोनो लड़के भी आके मेरे साथ बैठ गये. उन दोनो ने मुझे हेलो बोला, और ऐसे ही बात शुरू हो गयी. हम लोग खाते-खाते इधर-उधर की बात करने लगे. वो लोग मुझसे आचे से बात कर रहे थे, जब की मुझे लग रहा था वो मेरा मज़ाक उड़ा रहे थे.
फिर खाने का समान ख़तम हो गया, और हम सीधे होके मोविए देखने लगे. आयेज बढ़ने से पहले मैं उन लड़कों के बारे में बता देता हू. उनमे से एक का नाम रिकी था, और दूसरे का नाम पिंटू था. रिकी 5’11” हाइट वाला हटता-कटता लड़का था, और पिंटू 5’9″ हाइट वाला आवरेज लड़का था. उन दोनो के साथ अगर मैं खड़ा हो जौ, तो बच्चा ही लगूंगा.
मोविए चल रही थी. रिकी मेरे साथ बैठा था रिघ्त साइड पे, और पिंटू उसकी रिघ्त साइड में बैठा था. तभी अचानक से रिकी का हाथ मेरी थाइ पर आ गया. पहले मैने सोचा ऐसा ही ग़लती से रख दिया होगा. लेकिन जब उसने मेरी जाँघ पे हाथ फेरना शुरू किया, तो मैं समझ गया की वो ये जान-बूझ कर कर रहा था.
लेकिन मैने उसको रोका नही. रोकता भी क्यूँ, मुझे खुद जो मज़ा आ रहा था. जब मैने उसको नही रोका, तो उसने मेरी जाँघ मसलनी शुरू कर दी. फिर मैने उसकी तरफ देखा तो उसने मुझे एक स्माइल पास की. मैने भी उसको स्माइल दे दी. तभी उसने अपना फेस मेरे फेस की तरफ बढ़ाया, और मेरे होंठो पर अपने होंठ चिपका दिए.
अब हम दोनो ज़ोर-ज़ोर से किस कर रहे थे. मैं मदहोश हो रहा था अपनी लाइफ की पहली किस करके. तभी पिंटू अपनी सीट से उठा, और मेरी लेफ्ट साइड वाली सीट पर आके बैठ गया. उसने अपनी जीन्स खोल कर अंडरवेर नीचे किया, और अपना लंड बाहर निकाल लिया. उसका लंड आधा खड़ा हुआ था.
फिर उसने मेरा बया हाथ पकड़ा, और उसको अपने लंड पर रख दिया. वाउ! आज मैने ज़िंदगी में पहली बार किसी का लंड पकड़ा था. उसका लंड कम से कम 6.5 इंच का था, और मेरी लुल्ली तो 2.5 इंच की है. फिर मैने लंड को उपर-नीचे करके हिलना शुरू कर दिया.
अब मुझे एक तरफ किस का, और दूसरी तरफ लंड हिलने का मज़ा मिल रहा था. फिर रिकी खड़ा हुआ, और उसने अपना लंड बाहर निकाल लिया. उसका लंड पिंटू के लंड से बड़ा था, कम से कम 7.5 इंच का. वो लंड को मेरे मूह पर रगड़ने लगा और मैं समझ गया मुझे क्या करना था.
मैने अपना मूह खोल, और उसके लंड को मूह में लेके चूसने लगा. वो कमर आयेज-पीछे करके मेरे मूह को छोड़ने लग गया. बड़ा मज़ा आ रहा था. उसका लंड बड़ा स्वाद था. 5-6 मिनिट में उसने मेरे मूह से अपना लंड बाहर निकाला. उसका लंड मेरी थूक से पूरा भीग चुका था.
फिर उसने मुझे खड़ा किया, और घुमा लिया. उसने पीछे से हाथ मेरी कमर में डाले, और मेरी जीन्स का बटन खोल कर जीन्स नीचे कर दी. अब मैं सिर्फ़ अंडरवेर में था नीचे से, और मेरी गांद बिल्कुल किसी लड़की जैसी थी. फिर उसने मेरा अंडरवेर भी उतार दिया, और सीट पर हाथ रखवा कर मुझे झुका लिया.
मेरा मूह पिंटू की तरफ था, तो उसने अपना लंड मेरे मूह में डाल दिया. पीछे से रिकी ने अपने हाथ पर थूका, और उस थूक से मेरी गांद के च्छेद को गीला किया. फिर उसने लंड च्छेद पर रखा, और एक ज़ोर का धक्का मारा.
पहले ही शॉर्ट में उसका लंड मेरी गांद को चीरता हुआ अंदर चला गया. मेरी चीख तो ज़ोर की निकलनी थी, लेकिन मूह में लंड होने की वजह से डब गयी. मेरी आँखों से आँसू आने लगे, और मैं तड़पने लगा. लेकिन रिकी धक्के पे धक्का मारता गया. उसने पूरा लंड मेरी गांद में घुसा दिया.
उधर पिंटू मेरा मूह छोड़े जेया रहा था. पूरा लंड डालने के बाद रिकी मुझे धीरे-धीरे छोड़ने लगा. अब मुझे भी मज़ा आने लग गया था. फिर वो तेज़-तेज़ मुझे छोड़ने लगा. तभी पिंटू ने अपने माल की पिचकारी मेरे मूह में निकाल दी, जिसको मैं सारा पी गया. अब रिकी बचा था.
वो धक्के मारता गया, और मैं आ आ करके चूड्ता रहा. चुदाई से ठप-ठप की आवाज़ तो आ रही थी, लेकिन मोविए की आवाज़ में डब रही थी. 20 मिनिट बाद रिकी ने अपना माल मेरी गांद में ही निकाल दिया. मैं तक कर चेर पर बैठ गया, और वो भी बैठ गया. थोड़ी देर में मोविए ख़तम हो गयी, और हम लोग अपने-अपने घर चले गये.
दोस्तों कहानी अची लगे तो शेर ज़रूर करे.