डियर व्यूवर्स, मैं फर्स्ट पार्ट में बता चुका था की मैं पलंग पर औंधे मूह करके लेता हुआ था. और रमेश अपना पूरा लंड मेरी गांद में डाल चुका था, जो मेरा बॉस देख रहा था.
जब रमेश का 6 आंड हाफ इंच का पूरा लंड मेरी गांद में चला गया, तो बॉस ने रमेश को मेरे ही पोज़ में मेरी बॅक पर लिटा दिया. अब रमेश मेरे उपर अपना स्टमक और फेस रख कर मेरी बॅक के उपर लेट गया था.
उसके ऐसे मेरे उपर झुक जाने से रमेश की गांद खुल गयी, तो बॉस लूबे लेकर रमेश की गांद में डाल कर फिंगर फक करने लगे. अब पाईं और प्लेषर के कारण रमेश सिसकारियाँ लेने लगा.
रमेश मेरे उपर था, और मुझे समझ में नही आ रहा था, की रमेश अभी मेरी गांद भी नही मार रहा था, और चुपके से मेरे उपर लेता हुआ था, तो सिसकियाँ क्यूँ भर रहा था?
फिर मैने रमेश से पूछा: क्या हुआ, क्यूँ सिसकियाँ भर रहे हो? अभी तो चुदाई भी स्टार्ट नही हुई?
रमेश का फेस मेरे फेस के करीब था. वो मेरी नेक को किस करते हुए बोला-
रमेश: यार तुम्हारा बॉस मेरी गांद में लूबे लगा कर फिंगर फक कर रहा है. अब वो कभी भी अपना लंड मेरी गांद में डाल देगा.
मैं बोला: यार तू वर्सटाइल है. तुझे गांद भी मरवाना पसंद है. अब बॉस तेरी गांद मारने वाला है, तो तू क्यूँ झटपटा रहा है? मैं नीचे हू, तेरे साथ क्या हो रहा है मुझे पता नही चलता. बॉस जैसे ही तेरी गांद में लंड पेल देगा, मुझे बता देना.
इतना बोलने तक ही बॉस ने अपना लंड रमेश की गांद में डाल कर एक झटके में आधा लंड रमेश की गांद में उतार दिया. इससे रमेश के मूह से अया निकल गयी.
मैं बोला: लगता है बॉस का लंड तुम्हारी गांद में चला गया. क्यूंकी नीचे होने के कारण धक्का मुझे भी लगा.
रमेश बोला: अयाया यार, बॉस का आधा लंड मेरी गांद में चला गया है. बॉस के पीछे का हाफ लंड मोटा है, तो बहुत दर्द करेगा.
मैं बोला: मेरा बॉस मास्टर है, तो घबरा मत, वो पाईं नही होने देगा.
बॉस आधा लंड अंदर डालने के बाद रमेश की कमर पकड़ के हल्के-हल्के धक्के देने लगे. तो उनके धक्कों के कारण हम दोनो भी तोड़ा-तोड़ा हिलने लगे.
इससे मुझे भी मज़ा आने लगा, जिसके कारण हम दोनो सिसकियाँ भरने लगे. दूसरी तरफ बॉस के हल्के-हल्के धक्कों के कारण बॉस का लंड धीरे-धीरे रमेश की गांद में भी परवेश करने लगा.
मगर रमेश को धक्कों का मज़ा आ रहा था. उसको पता ही नही चला के धक्कों के साथ उसकी गांद तोड़ा-तोड़ा लंड अंडर लेते जेया रही थी.
दोस्तों ये अशोल की नेचर भी कुछ अमेज़िंग है. लंड अंदर लेते समय इतना पाईं देता है, जिसके कारण चूड़ने वाले के तड़प कर आँसू भी निकल जाते है. मगर थोड़ी ही देर बाद वही अशोल इतना मज़ा देने लगता है, की मज़े के कारण गान्डू का लंड भी मस्ती से भर कर झड़ने लगता है.
अब स्टोरी की तरफ आते है. बॉस छोड़ते हुए 10-15 धक्कों के बाद हम दोनो पर लेट गये, और मेरे शोल्डर्स पकड़ कर अपनी गांद को पुर फोर्स से रमेश की गांद पर प्रेस कर दिए. तो हम दोनो को ज़ोरदार धक्का लगा जिसके कारण प्लेषर में हमारे दोनो के मूह से आअहह निकल गयी.
फिर रमेश बोला: अब बॉस का लंड मेरी गांद में पूरा अंदर तक चला गया है.
मैं बोला: यार मैं सबसे नीचे हू. तुम सब का वेट मुझ पर पद रहा है, जिसके कारण सब से डीप में तुम्हारा लंड मेरी गांद में फ़ससा हुआ है. इसके प्लेषर के कारण मेरा लंड फूँकारे मार रहा है. तोड़ा सा छोड़ोगे तो सला इम्मीडियेट माल छ्चोढ़ देगा.
अब बॉस हम दोनो पर लेते हुए रमेश की नेक और बॅक पर किस करते हुए नीचे हाथ डाल कर मेरे बूब्स को दबाने लगे.
मैं बोला: बॉस तुम गांद रमेश की मार रहे हो, और बूब्स मेरे दबा रहे हो?
बॉस बोले: डार्लिंग तुम मेरी कीपर रंडी हो. तुम पुर बॉटम हो. तुम्हारे बूब्स बड़े है. फिर भी मैं अब रमेश को छोड़ रहा हू. अगर तुमको ऑब्जेक्षन है तो मैं तुम्हारे बूब्स को नही दबौंगा.
मैं बोला: ऐसी कोई बात नही है. मैं आपका माल हू. मुझे खुद भी बूब्स दबने पर मज़ा आता है. तुम मेरे बूब्स दबाते हुए मेरे निपल्स को भी हल्के-हल्के पिंच करो, तो और मज़ा आएगा.
हमारी बातें सुन कर रमेश बोला: बॉस तुम अफ़रोज़ के बूब्स दबाते हुए मेरी गांद मारते रहो. अब मज़ा आ रहा है.
अब बॉस अपने दोनो हाथो पर अपना वेट लेते हुए उठ कर रमेश की गांद छोड़ने लगे. वो जैसे ही धक्का मारते, रमेश की गांद का झटका मुझे लगता. जिसके कारण मेरी गांद में रमेश का लंड ज़्यादा आयेज-पीच्चे नही होता मगर बहुत डीप में मेरी गांद छोड़ रहा था.
तो मैं मस्ती में आ कर बोला: बॉस तुम रमेश को आचे से फुल स्पीड में छोड़ो. जिसके कारण मेरी गांद भी मारी जेया रही है.
बॉस ग्रॅजुयली स्पीड बढ़ने लगे. वैसे-वैसे हम सब की सिसकिया आआहह आआअहह आआहह की आवाज़े रूम में घूमने लगी.
जैसे ही बॉस की स्पीड बढ़ गयी, मेरा लंड मेरी बॉल्स के साथ स्लीव में प्रेस होने के कारण प्लेषर बर्दाश्त नही कर सका, और माल स्प्रे करने लगा.
तो मैं बोला: बॉस मेरा माल झाड़ गया. मैं आउट हो गया बॉस.
ये कहते हुए मेरा बदन रिलॅक्स हो गया. मगर बॉस फुल स्पीड में रमेश को छोड़े जेया रहे थे. थोड़ी ही देर बाद बॉस भी अपना माल रमेश की गांद में छ्चोढ़ कर अलग हो गये. तो अब रमेश मुझ पर से उठ गया, और अपने हाथो पर झुके हुए मुझे छोड़ने लगा.
मैं बोला: यार तेरा माल नही गिरा?
वो बोला: वर्सटाइल गांद मारते हुए चार्ज होता है, झाड़ता नही.
मैं बोला: यार मेरा माल झाड़ के मैं ढीला पद गया हू. अब तेरे लंड के झटके नही ले सकता. तू मेरे उपर लेट कर मेरे बूब्स दबाते हुए और मेरे निपल्स को हल्के-हल्के पिंच करते हुए हल्के-हल्के छोड़ेगा तो मेरा लंड बूब्स के निपल्स के स्टिम्युलेशन के कारण जल्दी ही खड़ा हो जाएगा.
वो मेरे बूब्स दबाते-दबाते मेरे निपल्स को पिंच करते हुए अपनी गांद आयेज-पीच्चे हिलाते हुए मुझे छोड़ने लगा. फिर थोड़ी ही देर में मेरा लंड फिरसे हार्ड हो गया.
मैं बोला: रमेश मेरा लंड फिरसे रेडी हो गया यार. अब मज़ा आ रहा है. तू अब आचे से चोद.
वो हल्के-हल्के से स्पीड बढ़ने लगा. उसकी जैसे-जैसे स्पीड बढ़ रही थी, मेरी प्लेषर के कारण सिसकियाँ भी बढ़ने लगी. थोड़ी देर की चुदाई के बाद फिरसे मेरा लंड माल छ्चोढने लगा.
उसके कुछ देर बाद रमेश ने भी सडन धक्के रोक कर मेरी गांद पर फुल फोर्स डाल दिया, जिसके कारण उसका लंड डीप में मेरी गांद में जेया कर जर्क मारते हुए माल छ्चोढने लगा.
तो दोस्तों ऐसी रहा मेरा थ्रीसम. अगर आपको स्टोरी अची लगे तो कॉमेंट्स मेरी एमाइल ईद