ही गाइस, मेरा नाम वर्षा शर्मा, आगे 29, फिगर 36सी-30-38 है. मैं मोहाली, पुंजब में रहती हू. ये कहानी मेरे बेस्टफ्र्ीएंड की गफ़ और उसके एक्स ब्फ की है. ये कहानी 90% सच है और 10% एंटरटेनमेंट के लिए. अगर आपको रियल स्टोरी अची लगती है तो ही ये स्टोरी रेड करना. नही तो आप बोर हो सकते हो. तो चलिए अब जिसकी स्टोरी है उसी की ज़ुबानी शुरू करते है.
इस कहानी के 3 मैं कॅरेक्टर्स है साहिल 27, गुरी 26, और राज 29. और बाकी कॅरेक्टर्स भी है, वो कहानी में ही पता चलता जाएगा.
ये कहानी शुरू होती है 2017 से जब गुरी अपने विलेज से चंडीगार्ह यूनिवर्सिटी में स्टडी के लिए आई थी. गुरी ने फॅशन डिज़ाइनिंग के लिए अड्मिशन ली. वो थोड़ी ओपन-माइंडेड थी, तो उसके फ्रेंड्स जल्दी ही बन गये. गुरी के फ्रेंड सर्कल में 3 गर्ल्स थी. अब ये सब गर्ल्स एक साथ जाती थी जहा भी जाती.
उसकी दोनो फ्रेंड्स प्ग में रहती थी, तो उन्होने गुरी को भी प्ग लेने के लिए बोला. बुत गुरी ने माना कर दिया की फॅमिली वाले माना कर देंगे. वो डेली उप डाउन कर रही थी, तो इतनी ट्रॅवेलिंग की वजह से हेल्त इश्यूस आने लग गये थे, और कॉलेज मिस होने लग गया.
तो गुरी की मों ने गुरी को प्ग लेने को बोला. गुरी अंदर ही अंदर से खुश हो गयी की अब उसको उसकी फ्रेंड्स के साथ रहने का मौका मिल जाएगा.
गुरी ने अपने घर पे बात की के उसकी फ्रेंड्स प्ग में ही रहती थी, और उनके प्ग में उसको भी रूम मिल जाएगा, और कॉलेज से थोड़ी डोर ही है वो. तो घर वालो ने 2 दिन बाद ही गुरी को प्ग में बात करके सब सेट्टिंग करवा के शिफ्ट करवा दिया.
अब गुरी मॉरिंदा में प्ग लेकर रहनी लगी उसकी फ्रेंड्स के साथ. गुरी की दोनो फ्रेंड्स के यूनिवर्सिटी में ही ब्फ थे जो की गुरी को प्ग में आने के बाद पता लगा. वो इन सब बातों में ध्यान नही देती थी. कॉलेज जाना और वाहा से वापस प्ग आना यही रुटीन थी गुरी की.
एक मंत हो गया था. अब ये सब फ्रेंड्स आचे से घुल-मिल गयी थी. गुरी की फ्रेंड्स अब इसको बंक भी मरवा देती थी, और कभी पार्क में और कभी चंडीगार्ह घूमने चली जाती थी.
एक दिन गुरी की फ्रेंड ने गुरी को बोला के सब फ्रेंड्स ने मोविए का प्लान बनाया था, तो उसको भी चलना पड़ेगा.
पहले तो गुरी माना कर रही थी, बुत फिर मान गयी. अब नेक्स्ट दे मॉर्निंग सब फ्रेंड्स पूरी हॉट सेक्सी ड्रेसस पहन के तैयार हो गयी, और मॉरिंदा बस स्टॅंड से बस लेकर यूनिवर्सिटी पहुँच गयी. वाहा पे गुरी की एक फ्रेंड का ब्फ अपनी कार लेकर आया, और ये सब उसकी कार में बैठ गयी.
अब ये 4 लोग कार में व माल में पहुँच गये. और दूसरी लड़की अपने ब्फ का वेट कर रही थी की तभी उसका ब्फ अपनी बुलेट पे पहुँच गया, और उसके साथ उसका एक दोस्त भी था. अब गुरी की दोनो फ्रेंड्स अपने-अपने ब्फ के साथ हाथ पकड़ के चलने लगी, और गुरी और वो लड़का अलग-अलग चल रहे थे उनके पीछे-पीछे.
इन्होने मोविए की टिकेट्स पहले ही बुक करवाई थी, तो ये मोविए थियेटर चले गये. गुरी तोड़ा अनकंफर्टबल फील कर रही थी, बुत इग्नोर करते हुए वो ब्स एंजाय करने लगी मोमेंट को. अब सब मोविए हॉल में थे. एक साइड गुरी, गुरी की फ्रेंड, उसका ब्फ, दूसरी फ्रेंड, और उसका ब्फ, आंड वो लड़का ऐसे बैठे थे.
मोविए शुरू हुई तो गुरी पुर ध्यान से मोविए देख रही थी. गुरी की अचानक साइड पे नज़र पड़ी तो दोनो कपल किस कर रहे थे. फिर उसकी अचानक से दूसरे लड़के पे नज़र पड़ी, तो वो भी उनको देख रहा था. उसने गुरी की तरफ देखा और स्माइल की, और अब ये फिरसे मोविए देखने लग गये.
इंटर्वल हुआ तो उन्होने सीट्स चेंज कर ली. अब गुरी और वो लड़का साथ बैठ गये. मोविए शुरू होने के 5 मिनिट बाद ही दोनो कपल फिरसे शुरू हो गये टचिंग करने एट्सेटरा एट्सेटरा. गुरी ने उस लड़के को देखा तो वो उनको ही देख रहा था. गुरी को अभी तक उस लड़के का पता नही था की कों था.
उसने फिर हिम्मत करके लड़के को बोला धीरे से: मोविए भी देख लो, या इनको ही देखते रहोगे?
वो लड़का हासणे लग गया, और अब ये दोनो भी तोड़ा कंफर्टबल हो गये. बाकी मोविए के टाइम इन दोनो ने आपस में बातें करके अपनी इंट्रोडक्षन भी दी. अब मोविए ख़तम हो गयी थी, तो सब निकल के बाहर चले गये.
गुरी ने अपनी फ्रेंड्स को बोला: अगर तुम्हारी अपनी मोविए हो गयी हो तो अब चले?
तो गुरी की फ्रेंड्स बोली: तुमको राज प्ग पे ड्रॉप कर देगा, हम शाम तक आएँगी.
गुरी समझ गयी की वो दोनो अब अपने ब्फ के साथ चूड़ने जाएँगी.
तो गुरी ने बोला: ओक एंजाय करो आचे से.
और विंक करके वाहा से निकल गयी. अब राज और गुरी दोनो पार्किंग से बिके निकाल के मॉरिंदा की तरफ निकल गये. करीब हाफ अवर में बस स्टॅंड के पास पहुँचने के बाद गुरी ने राज को बोला-
गुरी: तुम मुझे यही ड्रॉप कर दो. प्ग वाली आंटी ने देख लिया तो प्राब्लम हो जाएगी.
तो राज ने वही रोक दिया, और 2 मिनिट्स तक बातें की. राज ने गुरी को उसका मोबाइल नंबर देने को बोला. बुत गुरी ने उसको माना कर दिया की उसको इन सब में इंटेरेस्ट नही था. तो राज ने भी ओक बोला और बाइ बोल के चला गया.
शाम को 5 बजे के करीब गुरी की दोनो दोस्त प्ग पहुँच गयी, और गुरी उनकी हालत देख कर हासणे लगी की क्या बन गयी थी वो.
गुरी की दोस्त बोली: तू कभी छुड़वा के देख पता चलेगा.
अब सब नहा कर रेस्ट करने लगी. नेक्स्ट दे कॉलेज जाते ही गुरी को सामने राज मिल गया. दोनो ने हॅंड शेक किया, और फिर अपनी-अपनी क्लासस की और चल दिए. हाफ दे पे गुरी अपनी फ्रेंड्स के साथ बैठी थी और तभी गुरी की फ्रेंड्स के ब्फ और राज वाहा आ गये. अब सब ग्रूप बना के बैठे थे.
सब आपस में पूरा घुल-मिल गये थे. अब डेली एक साथ ही खाना खाते थे, और फ्री टाइम में घूमने भी एक साथ ही जाते थे. एक दिन गुरी की फ्रेंड ने गुरी को राज की तरफ से ऑफर किया फ्रेंडशिप का, तो गुरी ने माना कर दिया.
ऐसे ही फर्स्ट सेमेस्टर ख़तम हो गया. अब सेकेंड सें शुरू होने पे फिरसे राज गुरी के पीछे पद गया. गुरी ने राज को फ्रेंडशिप के लिए माना कर दिया, बुत आस आ फ्रेंड बन के बात होनी स्टार्ट हो गयी दोनो की. अब दोनो डेली चाटिंग करने लग गये, और दोनो को एक-दूसरे से बात करने की आदत लग गयी. गुरी और राज क्लोज़ फ्रेंड बन चुके थे, और बिना दूसरे फ्रेंड्स के भी खुद अकेले बैठ कर बातें कर लेते थे, और खाना भी.
सेकेंड सें का 1 मंत हो गया था, और दोनो को एक-दूसरे की आदत हो गयी थी. राज बहुत चालाक था. उसने एक-दूं से गुरी से बात करनी बंद कर दी. गुरी को बहुत फील होने लग गया. उसके मेसेजस का रिप्लाइ भी देना बंद कर दिया था राज ने. फिर एक दिन गुरी राज की क्लास के बाहर चली गयी और उसको बुला कर उससे बात की. तो उसने बोल दिया के वो ऐसे बात नही कर सकता अब.
उसने बोला की वो गुरी को बहुत प्यार करता था, और जब बात होती थी, तो उसको फीलिंग्स आती थी प्यार वाली. तो वो नही चाहता की वो बाद में साद हो ये सब सोच कर. बिकॉज़ गुरी ने उसको पहले ही फ्रेंडशिप के लिए माना कर दिया था. गुरी ने उसको बोला की वो शाम को मेसेज करे उसे उसके साथ बात करनी थी.
शाम को राज ने मेसेज किया ही लिख कर. गुरी ने गुस्से में बहुत कुछ लिख कर मेसेज किया तो राज को बुरा लगा. उसने फिरसे रिप्लाइ देना ब्न्ड कर दिया. गुरी को भी फील हुआ था. गुरी ने सॉरी का मेसेज किया तो राज ने आयेज से मेसेज किया-
राज: अगर फ्रेंडशिप करोगी तो ही मेसेज करना, नही तो मत करना.
गुरी सोच में पद गयी, और गुरी ने उसको कोई मेसेज नही किया. 2 दिन बीट गये. अब गुरी को राज की बातों की बहुत याद आ रही थी.
गुरी ने एक रात राज को मेसेज किया: ही राज.
उसका तभी मेसेज आया: ही, कैसी हो?
गुरी बोली: ठीक हू.
तो राज बोला ओक गुड नाइट. गुरी ने उसको मेसेज लिखा-
गुरी: मुझे कोई ज़रूरी बात करनी है.
तो राज ने बोला: हा कहो जल्दी, मुझे सोना है.
गुरी ने बोला: मैं फ्रेंडशिप करने को तैयार हू. बुत एक शर्त है. किसी को भी बताना नही की मैने हा कर दी है.
राज की खुशी का कोई ठिकाना नही था. उसने तभी गुरी को कॉल करी और दोनो ने खूब बातें की, और सब डिसाइड हो गया की किसी को कुछ नही बताएँगे. अब इन दोनो का सीक्रेट रीलेशन स्टार्ट हो गया. ऐसे ही टाइम बीट-ता गया. 2 मंत का रीलेशन हो गया था. बुत अभी तक इन्होने किस भी नही करी थी.
नेक्स्ट पार्ट कमिंग सून…