ही फ्रेंड्स, मैं जातीं अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आप सब के सामने हाज़िर हू. अगर आपने पिछला पार्ट नही पढ़ा है, तो प्लीज़ उसको ज़रूर पढ़े.
पिछले पार्ट में आप सब ने पढ़ा की कैसे मैं अपने दोस्त विपिन की मम्मी को हवस वाली नज़र से देख रहा था. फिर जब उसने मुझसे पूछा तो मैने उसको सच बोल दिया. विपिन ने मुझे फिर उसकी मा को छोड़ने का ऑफर दिया.
उसने कहा उसकी मा ने उसके पापा को धोखा दिया था, और अपनी मा का सेक्स वीडियो किसी अंजन आदमी के साथ मुझे भेज दिया. मैने वो वीडियो देख कर मूठ मारी और सो गया. अब आयेज बढ़ते है.
अगले दिन सनडे था, तो मैं तोड़ा लाते उठा. मैने देखा विपिन की कॉल आई हुई थी. फोन साइलेंट पर था तो मुझे पता नही चला. फिर मैने विपिन को कॉल की तो वो बोला-
विपिन: भाई काम शुरू किया?
मैं: अभी सोक उठा हू, तू चिंता मत कर, काम हो जाएगा.
फिर मैने नहा धो कर नाश्ता किया, और मोबाइल लेके बैठ गया. मैने विपिन की मम्मी को मेसेज किया.
मैं: हेलो आंटी.
आंटी: कों?
मैं: मैं जातीं आंटी.
आंटी: और बेटा कैसे हो? आज मुझे मेसेज कैसे किया?
मैं: मुझे आपको कुछ दिखना था.
आंटी: क्या?
मैं: भेज रहा हू.
फिर मैने आंटी को वीडियो भेज दी. आंटी ने उसी वक़्त वीडियो प्ले की और बोली-
आंटी: ये क्या बदतमीज़ी है जातीं?
मैं: यही तो मैं पूच रहा हू. ये वीडियो मैं आप क्या कर रहे हो? ये अंकल तो नही है. फिर कों है. आप बताओगे या अंकल को भेज कर ही पूच लू?
ये बातें सुन कर आंटी दर्र गयी और बोली: नही ये अंकल को मत भेजना. मुझसे ग़लती हो गयी जातीं. मुझे माफ़ कर दो. मैं आयेज से ऐसा नही करूँगी.
मैं: वो तो ठीक है आंटी, लेकिन जो अभी तक आपने किया है, उसका क्या?
आंटी: मतलब?
मैं: मतलब अब तक जो आपने अंकल को धोखा दिया है, उसकी पनिशमेंट तो मिलेगी आपको.
आंटी: कैसी पनिशमेंट?
मैं: जो आपने किया है उस आदमी के साथ वो हमारे साथ भी करो.
आंटी: तुम पागल हो गये हो क्या? मैं तुम्हारे बेस्ट फ्रेंड की मम्मी हू.
मैं: चलो फिर मैं बेस्ट फ्रेंड को ही बता देता हू.
आंटी: नही रूको. चलो ठीक है. लेकिन सिर्फ़ एक बार करने दूँगी. उसके बाद तुम वो वीडियो डेलीट करोगे.
मैं: अगर सिर्फ़ एक बार ही करना है तो जैसे मैं चाहूँगा वैसे करना होगा.
आंटी: ओक.
मैं: तो मैं कब अओ?
आंटी: कल ये ऑफीस चले जाएगे, और विपिन कॉलेज चला जाएगा, उसके बाद आ जाना.
मैं: ठीक है.
फिर मैने हमारी सारी छत विपिन को भेज दी. विपिन ने मुझे ‘वेल डन’ कहा. अब हमे बस अगले दिन का इंतेज़ार था. जैसे-तैसे दिन कट्ट गया, और अगला दिन आ गया. मैं घर से कॉलेज का कह कर निकल गया. उधर से अंकल ऑफीस के लिए और विपिन कॉलेज का बोल कर घर से निकल गया. फिर हम एक डिसाइडेड प्लेस पर मिले. थोड़ी देर बाद मुझे आंटी का फोन आया, और उन्होने मुझे आने को कहा.
मैं और विपिन दोनो उसके घर चले गये. विपिन पीछे के दरवाज़े से घर में दाखिल हो गया, और मैने बेल बजाई. जैसे ही दरवाज़ा खुला, मेरी आँखें फाटती की फाटती रह गयी. आंटी ने डार्क पिंक कलर की वन पीस निघट्य पहनी थी.
उनकी निघट्य उनके घुटनो तक थी, और नीचे से उनकी गोरी टांगे दिख रही थी. आंटी ने ब्रा नही पहनी थी, और उनके मोटे बूब्स पर उनके निपल्स सॉफ दिख रहे थे. फिर आंटी अंदर जाने लगी, और मुझे दरवाज़ा बंद करके पीछे आने को कहा.
हम दोनो अब आंटी के रूम में पहुँच गये. विपिन रूम के बाहर आके खड़ा हो गया. फिर आंटी ने खड़े-खड़े ही अपनी निघट्य खोल कर ज़मीन पर गिरा दी. नीचे वो पूरी नंगी थी. उनका सेक्सी नंगा जिस्म देख कर मेरा लंड तो जीन्स फाड़ कर बाहर आने लगा. फिर आंटी बोली-
आंटी: कार्लो जो करना है.
मैं: ऐसे नही आंटी. तोड़ा अलग तरीके से करेंगे.
आंटी: कैसे?
मैं: ब्लाइंडफोल्ड सेक्स. मैं नही चाहता की मेरे दोस्त की मम्मी मुझे उसको छोड़ते हुए देखे.
आंटी: अछा ब्लॅकमेल करते शरम नही आई, और अपनी शकल दिखाते हुए शरम आएगी.
फिर आंटी ने कपड़ा दिया मुझे जो मैने उनकी आँखों पर बाँध दिया. अब एक नंगी सेक्सी औरत आँखों पर पट्टी बाँधे मेरे सामने खड़ी थी. तभी विपिन भी अंदर आ गये. फिर हम दोनो भी नंगे हो गये. तभी विपिन आयेज बढ़ा, और उसने आंटी को बेड पर लिटा दिया.
फिर मैं आंटी के होंठ चूसने लगा, और वो उनके बूब्स दबाने लगा. आंटी के होंठो का रस्स बड़ा मज़ेदार था. फिर विपिन पीछे हॅट गया, और मैं आंटी के उपर आ गया. मैं उनकी गर्दन, ब्रेस्ट, पेट हर जगह किस करने लगा.
उसके बाद मैने उनकी टांगे खोली, और छूट चाटने लगा. क्या मस्त स्वाद था आंटी की छूट का. कुछ देर ऐसा करने के बाद मैं पीछे हॅट गया, और विपिन आयेज आ गया. वो आंटी के उपर आया, और उनकी छूट पर अपना लंड सेट करने लगा.
फिर उसने ज़ोर का धक्का मार कर लंड छूट में घुसा दिया, और आंटी को छोड़ने लगा. आंटी आ आ करके अपने ही बेटे से चुदाई का मज़ा ले रही थी. कुछ देर छोड़ने के बाद वो पीछे हटता, और मैने आंटी को छोड़ना शुरू कर दिया. आ, क्या गरम छूट थी उसकी मा की, मज़ा ही आ गया.
कुछ देर उसी पोज़िशन में छोड़ने के बाद मैने आंटी को अपने उपर कर लिया. अब आंटी मेरे लंड पर रंडी की तरह उछाल रही थी. फिर मैने आंटी को अपनी बाहों में भर लिया, और किस करने लगा. तभी विपिन पीछे आया, और चूतड़ पकड़ कर लंड गांद में थोक दिया.
उसने लंड को पहले से ही आयिल से चिकना कर लिया था. इसलिए 2-3 धक्को में ही लंड पूरा गांद में चला गया. अब आंटी चिल्ला रही थी, और हम दोनो उसके दोनो च्छेदो को छोड़ रहे थे. वो समझ चुकी थी की मैं किसी और को भी साथ लेके आया था.
15 मिनिट तक हम दोनो ने आंटी को सॅंडविच पोज़िशन में छोड़ा. फिर अपने माल से उसकी छूट और गांद के च्छेद को भर दिया. चुदाई ख़तम होते ही आंटी बेड पर गिर गयी. उनके पट्टी उतारने से पहले विपिन रूम के बाहर चला गया.
आंटी को आज तक पता नही चला की वो दूसरा आदमी कों था, और मैं आज भी उनको छोड़ता हू.
कहानी का मज़ा आया हो, तो इसको शेर ज़रूर करे.