तो चलिए अब आयेज का पार्ट शुरू करते है.
हर्षिता बोली: बाबू अंदर तो आ जाओ रूम के. फिर जो मर्ज़ी चाहे करना.
और उसने गाते खोला. जैसे ही उसने गाते खोला. मैं बाहर से ही उसे बाहों में जाकड़ के किस करता हुआ अंदर तक लेके गया, और गाते को लात मार के बंद करके उसे दीवार से पीठ के सहारे टीका के उसको चूमता रहा.
बीच में मैं उसके रसीले होंठो से अलग हुआ, और उसकी क्लीवेज में पड़े उस दूसरे जॉइंट को होंठो से निकाला. निकालते वक़्त मैने अपना मूह उसकी क्लीवेज में डाल के उसके दोनो चूचे दबाते हुए अपनी नाक को उसके बीच में रगड़ा.
रगड़ते वक़्त मैं उसके निपल को हल्का-हल्का दबा भी रहा था, जिससे वो बिल्कुल एक माधमस्त रांड़ की तरह “आहह आहह उफफफ्फ़ ह्म एमेम” करके सिसकियाँ ले रही थी.
फिर मैने अपना मूह उपर किया, और जॉइंट लिट किया. फिर मैने उसे किस किया और सारा पफ का धुआ उसके मूह में किस करते हुए उतरा. जॉइंट जला के मैं रूम की चेर पर बैठ के जॉइंट पी रहा था, और उसे कुटिया बन के छलके आने को बोला.
वो भी एक अची कुटिया की तरह पोज़ करते हुए पहले स्क्वाट में बैठा, और फिर अपने चारों पैरों पर बैठ के आने लगा. स्क्वाट करते टाइम उसकी वन पीस ड्रेस कमर तक उपर हो गयी, और उसकी पनटी दिखने लगी.
फिर वो पास आया, और मेरे जूते चाटने लगा. जब वो जूते चाट रहा था, तब मैने उसे और ह्युमिलियेट करने के लिए अपने शूस पर थूका और बोला-
मे: श कुटिया, ये थूक तेरी मा चाट के सॉफ करेगी क्या?
तो वो बोला: नही मेरे मालिक, ये रांड़ कुटिया जो आपके सामने है, ये ही सॉफ करेगी.
ये बोल के वो चाटने लगी जीभ बाहर निकाल के.
फिर उसने जूते उतारे, और मेरे पसीने वाले पावं सूंघने लगा, और फिर चूसने लगा. फिर मैने उसको घुटनो पर बिताया, और उसके मूह में धुआ छ्चोढा, और फिर से उसके मूह में थूका. वो मज़े से मेरा थूक पीक जीभ फिर बाहर निकाल के बैठा, और मुझे देखने लगा.
मे: क्या रांड़, देखती रहेगी क्या?
हर्षिता: जी मालिक, आपको देख के सोच रही थी, की आज मेरी क्या हालत होगी.
मे: इधर आ रांड़.
ये बोल के अपनी टांगे फैला के उसे बुलाया. वो समझ गया था की क्या करना था उसको. फिर वो मेरी टाँगो के बीच में आया, और हाथो से मेरा लोवर खोलने लगा.
फिर मैने उसके मूह पर ज़ोर का छाँटा लगाया, और बोला-
मे: बेहन की लोदी, कुटिया, हाथ किसने उसे करने को बोला?
हर्षिता: सॉरी मालिक.
और फिर वो अपने होंठो से मेरा लोवर उतारने लगा.
लोवर उतारने के बाद जो उसने देखा वो देख के वो तिलमिला उठा. उसने देखा अंडरवेर में मेरे सोए हुए लंड का बल्ज. देख के वो अंडरवेर के उपर से मेरे लंड को चूमने लगा, और पसीना अंडरवेर तक भर गया था, तो वो भी चाट के सॉफ करने लगा.
फिरसे वो घुटनो पर आया, और मेरा अंडरवेर उतारने लगा मूह से. इतने में मैने उसकी वन पीस को फाड़ दिया, और उसके चूचे भारी ब्रा बाहर उछाल आई.
उसकी ये हालत देख के मेरा लंड भी उछाल के बाहर आया, और उसकी चूची पर बजा. फिर मैने उसे उठाया, और अपनी जांघों पर टांगे साइड करके बिताया, और उसके बूब्स दबाने लगा. फिर पीछे से उसकी पनटी के अंदर अपना लंड डाल के उसके च्छेद पर रग़ाद रहा था.
मैने फिर उसकी ब्रा भी फाड़ दी, और उसके खुले चूचे दबा-दबा के काटने लगा. उसके चेहरे पर मायूसी भी थी, और चूड़ने की खुशी भी. इतने में मैने उसकी पनटी भी फाड़ दी, और अब उसे मेरा लंड उसके च्छेद पर महसूस हुआ.
च्छेद पर लंड लगते ही वो सब कुछ भूल गया, और मेरी वेस्ट उतार दी. ऐसा लग रहा था की जैसे मेरे लंड से उसे को बिजली का झटका लगा था, जो वो पागल जुंगली कुटिया बन गयी.
मैने उसे हल्का सा कमर से पकड़ा, और अपना लंड का टोपा घुसा दिया. टोपा घुसते ही उसकी जान हलाक तक आ गयी, और वो कुटिया चिल्लाने लगी. मैने अपनी गीली चड्डी उठाई, और उसके मूह में भर के बोला-
मे: कुटिया, चिल्ला के पुर होटेल को बता दे की यहा एक रंडी चुड रही है.
और धीरे से अपना लंड और घुसाया. उसकी आँखें बाहर आई, और छोटी सी लुल्ली से पानी टपकने लगा. मैं उसे देख के हासणे लगा, और बोला-
मे: देख बेहन की लोदी, तेरा तो अभी से पानी निकल गया.
और वो कुछ बोलना चाह रही थी, लेकिन बोल नही पा रही थी मेरी चड्डी की वजह से. इतने में मैने उसके चूचे अपनी छाती से चिपकाए और बोला-
मे: रंडी तैयार हो जा.
जीतने में कुछ समझ पाती की क्या होने वाला था, उतने में मैने उसे अपनी बाहों में लेके उठाया, और हल्का सा नीचे झुक के उसकी गांद में एक धक्के के साथ लंड पूरा पेल दिया. लंड उसके च्छेद की दीवार फाड़ता हुआ उसके प-स्पॉट पर जेया लगा. ये सब होते हुए उसकी आँखें ऐसे फटत के बाहर आई, की अभी गिर ही जाएँगी.
वो रांड़ बिन पानी के मछली की तरह झटपटाने लगी. मैने उसके मूह पर थूका और गुस्से से बोला-
मे: गांद-मारे शांत होज़ा, नही तो ऐसे ही छोड़ना चालू कर दूँगा और दर्द होगा फिर तुझे.
वो ये सुन के तड़पना बंद हुआ, और मैं उसे ऐसे ही पोज़ में लेकर खड़ा रहा, जब तक वो शांत नही हुआ. कुछ 5 मिनिट बाद वो नॉर्मल हुआ, और मैं हल्के-हल्के लंड अंदर-बाहर करने लगा खड़े-खड़े ही.
फिर 10 मिनिट बाद मैने स्पीड बधाई, तो अब वो भी मस्ती से मेरे लंड पर उछाल रहा था, और उसके चूचे मेरे सामने उछाल रहे थे.
मैं भी कम हरामी तो था नही. मैं उसके चूचे एक-एक करके मूह में लेके चूसने लगा, और अब वो सिसकियाँ ले-ले के मज़े ले रहा था. फिर मैने उसे ऐसे ही ले-जाके बेड पर पटका बिना लंड निकाले, और पेलता रहा, और अपनी चड्डी उसके मूह से निकली.
अब उसके मूह से चिल्लाने की नही बल्कि आह उउंम उफफफ्फ़ की सिसकारियाँ निकल रही थी, और फक मे बेबी फक मे ही निकाल रहा था. उसके नाखूनओ (नाइल्स) से मेरी बॅक पर छीलने के निशान हो गये थे, जो मैने बाद में देखा.
हमे एक घंटे से भी उपर हो गया था. वो 4 बार झाड़ चुका था. उसके और मेरे पेट पर उसका माल लगा हुआ था. उसका एक बूब मेरे मूह में, एक मेरे हाथ में, और मेरा दूसरा हाथ उसके टट्टो के नीचे के स्पॉट पर रब कर रा था.
मैने फिर स्पीड बधाई, और उसे बोला: कहा निकालु?
तो कहता की उसकी गांद में ही निकाल डू. फिर मैने 10-12 डीप स्ट्रोक्स मारे और मेरा निकल गया. मेरा गरम लावा पहले 1, फिर 2, फिर 3, करके 7 बार पिचकारी की तरह मेरे लंड से निकला, और उसकी गांद भर चुकी थी. उसने अपना च्छेद टाइट कर लिया जिससे मेरा लंड अंदर नही हीले. मैने जैसे-तैसे अपना लंड बाहर निकाला, और वो अभी भी च्छेद टाइट करके लेता हुआ था.
मैं उसके उपर चढ़ा, और उसके मूह में डाल के अपना लंड सॉफ कराया. फिर मैं बेड से उतार के टवल उठा के उसका पानी सॉफ करने लगा, तो मुझे म्मह की आवाज़ आई.
देखा तो वो इशारा कर रहा था ग्लास की तरफ. मैने ग्लास उसको दिया तो उसने अपने मूह से मेरे लंड से जो चाट के हटाया था, उसे ग्लास में डाला और फिर मुझे बेड पर बुलाया, और मेरे पेट से अपना माल सॉफ करके ग्लास में डाला.
फिर उसी ग्लास में उसने अपना पानी अपने ही पेट से सॉफ किया, और फिर ग्लास को च्छेद के नीचे लगा के बैठ गया. मैं दारू का पेग बनाते हुए उसे देख रहा था, और सोचा की शायद उसे ये सारा पीना था.
तभी उसने वो माल भरा ग्लास मुझे दिया. मेरे मूह में दारू थी, तो मैने इशारे में पूछा तो कहता की आपके मूह में जो पेग है वो इसमे थूको. मैने भी थूक दिया. फिर मैं बोला-
मे: क्या कर रही है ये रांड़?
तो उसने वो ग्लास मेरे हाथ से लिया, उसमे उंगली डाल के घुमाया, और पूरा पेग एक बार में पी गया, और पीक अपनी उंगली चाटने लगा, जिससे हिलाया था पेग.
तो दोस्तों कैसा लगा ये पार्ट ज़रूर बताना. सॉरी ये पार्ट कुछ ज़्यादा ही लंबा हो गया. उम्मेड करता हू की टॉप्स और किकी लॅडीस को ये पसंद आया होगा, और गांडुव तुम्हारी लुल्ली पानी निकाल चुकी होगी, और च्छेद लेने के लिए तैयार होगा.
और अगर कोई बॉटम, कुक्क कपल, लॅडीस इंट्रेस्टेड हो, तो मुझे टेलिग्रॅम, ट्विटर या गूगले चट्स पर मिल सकते हो.