ही दोस्तों, मेरा नाम विकास है, और मैं एक मेकप आर्टिस्ट हू. मैं साउत देल्ही में एक सालों पर काम करता हू. मेरी उमर 26 साल है, और हाइट 5’11” है. बॉडी मेरी फिट है, और लंड मेरा 7 इंच का है. इस कहानी में मैं आपको बतौँगा की कैसे मैने एक ठीक-ताक घर की खूबसूरत भाभी को छोड़ा. चलिए अब कहानी शुरू करते है.
जैसे की मैने आपको बताया की मैं एक सालों में जॉब करता हू. ये एक बहुत बड़ा सालों है, और यहा पर बहुत बड़े घर की औरतें अपना मेक-ओवर करवाती है, और हज़ारो रुपय एक चुटकी में खर्च कर देती है.
कुछ दिन पहले हमारे सालों में एक ऑफर लगा था. फर्स्ट टाइमर्स को हम 90% का डिसकाउंट दे रहे थे, ताकि हमारे नये क्लाइंट्स बने. उसी दिन एक बहुत ही खूबसूरत भाभी जिसका नाम काजल है, हमारे सालों में आई. वो एक मिड्ल क्लास फॅमिली से है, और उसकी फ्रेंड उसको हमारे सालों में लेके आई थी.
उसका मेक-ओवर मुझे करना था. जब वो पहली बार मेरे सामने आई, मैं उसको देखता ही रह गया. उसने ब्लॅक लेगैंग्स, वित रेड कुरती पहनी थी, और रंग उसका एक-दूं गोरा था. उसका फिगर 36-28-36 का पर्फेक्ट फिगर था. फिर वो आके मेरे सामने चेर पर बैठ गयी.
उसकी कुरती में से उसकी क्लीवेज दिख रही थी, जिसको देख कर मेरे मूह में पानी आ रहा था. वैसे तो लॅडीस की क्लीवेज देखना हमारा रोज़ का काम था, लेकिन उसमे कुछ अलग ही बात थी. उसके चेहरे में एक अलग ही कशिश थी. फिर मैने उसका मेक-ओवर करना शुरू किया, और एक घंटे बाद बाल कलर करके उसकी खूबसूरती और कातिलाना हो चुकी थी.
वो बहुत खुश हुई, और उसने मुझे थॅंक योउ बोला. फिर हमारी कुछ बातें हुई तो मुझे पता चला की वो हमारे सालों को अफोर्ड नही कर सकती थी. उसके पति एक प्राइवेट जॉब करते है, और घर का खर्चा ही आराम से चलता है. ज़्यादा खर्चा अफोर्ड नही कर सकते वो. मुझे पता नही क्या हुआ की मैने उससे कहा-
मैं: काजल जी, आप आ जया करो, मैं आपको अछा डिसकाउंट दिला दिया करूँगा.
वो बहुत खुश हो गयी, और उसने मुझसे मेरा नंबर ले लिया. फिर वो काई बार हमारे सालों आई, और मैने भी उसको अछा-ख़ासा डिसकाउंट दिलवा दिया. उसको देख-देख कर मुझे उससे प्यार होता जेया रहा था, या यू कहिए की मेरे अंदर उसके लिए वासना भर रही थी. वो मेरी अची दोस्त बन गयी थी.
फिर एक दिन वो हमारे सालों आई. जब वो आई तो मैं किसी लेडी की मसाज कर रहा था. वो मेरी वेट करने लगी, और मसाज रूम में आके मुझे मसाज करते हुए देखने लगी. जिस लेडी की मैं मसाज कर रहा था उसको बहुत रिलॅक्स फील हो रहा था. उसको रिलॅक्स फील करता देख कर काजल भाभी का भी दिल मसाज करवाने का करने लगा.
मुझे उसका चेहरा देख कर पता चल गया था की वो मसाज करवाना चाहती थी, तो मैने उससे पूछा-
मैं: काजल जी, आप भी आ जाओ, लगवा लो दो हाथ. बहुत रिलॅक्स फीक करोगे.
भाभी: अर्रे मैं कहा. पता नही कितने चार्जस होंगे.
मैं: 3000 है.
भाभी: 3000! ना बाबा ना, अपने बजेट से बाहर है.
मैं: मैं हू ना. आप सिर्फ़ 500 दे देना, बाकी मैं अड्जस्ट करवा दूँगा.
भाभी: सॅकी!
मैं: अब दोस्त का कुछ फ़ायदा तो होना चाहिया ना.
भाभी: थॅंक योउ यार.
फिर वो टवल लपेट कर मसाज टेबल पर लेट गयी. उसको टवल में देख कर तो मेरा लंड खड़ा हो गया. दिल तो कर रहा था की वही उसको नंगी करके छोड़ डू. फिर मैने उसको उल्टा करके लिटा लिया, और आयिल से उसकी बॉडी मसाज करने लगा.
उसको बहुत मज़ा आ रहा था. मैं उसके वो सारे पायंट्स दबा रहा था जिससे उसको पूरा आराम मिले. उसकी जांघों की मसाज करते हुए मुझसे रहा नही गया, और मैने उसका टवल पीछे से उठा दिया. वो इतनी रिलॅक्स्ड थी, की उसको मालूम नही पड़ा की उसकी गांद मेरे सामने नंगी थी.
बड़ी सेक्सी गांद थी उसकी, एक दूं सॉफ्ट. फिर मैं जांघों पर मसाज करते हुए धीरे-धीरे उपर आने लगा, और उसके छूतदों तक पहुँच गया. उसको अभी भी एहसास नही था की मैं उसके छूतदों तक पहुँच चुका था. मैं मसाज करते हुए उसके चूतड़ मसालने लगा, और वो हल्की आ आ करने लगी.
फिर मैने उसके चूतड़ थोड़े खोल कर देखे, तो मुझे उसकी पिंक छूट दिखाई दी. उसकी छूट मुझे चिरी कॅंडी की तरह लग रही थी, और मैं खुद पर कंट्रोल नही कर पा रहा था. फिर मैने अपना मूह आयेज बढ़ाया, और उसकी छूट पर लगा कर चाटनी शुरू कर दी.
कुछ सेकेंड्स तक उसको पता नही चला, लेकिन फिर वो झटके से उठी और बोली-
भाभी: ये क्या कर रहे हो तुम?
मैं: मैं आपको रिलॅक्स कर रहा हू.
भाभी: ये ग़लत है, ऐसे थोड़ी होता है.
मैं: मैं आपसे बहुत प्यार करता हू. मुझे एक बार आपको प्यार करने दो प्लीज़.
भाभी: मैं जेया रही हू.
ये बोल कर वो नीचे उतरी, और जाने लगी. मैने उसका टवल खींच दिया, और उसको नंगी कर दिया. फिर मैने उसको अपनी बाहों में भर लिया, और अपने होंठ उसके होंठो से चिपका दिए.
कुछ देर तक वो मुझे खुद से डोर करने की कोशिश करती रही. लेकिन फिर वो भी बहक गयी. वो पहले से भी गरम थी, तो उसने ज़्यादा देर मुझे हटाने की कोशिश नही करी. फिर मैं उसके छूतदों में हाथ डाल कर उसकी छूट मसालने लगा, और होंठ चूस्टा रहा. उसकी साँसे अब तेज़ हो चुकी थी.
मैने उसको मसाज टेबल पर फिरसे उल्टी लिटा दिया, और उसकी छूट पीछे से चाटने लगा. उसकी छूट पानी-पानी हो रही थी. कुछ देर चाटने के बाद मैने अपनी पंत उतरी, और अपने लंड पर मसाज आयिल लगा लिया.
फिर मैं उसके उपर आ गया, और उसकी छूट पर लंड रख कर पूरा लंड एक ही बार में अंदर घुसा दिया. उसकी चीख निकली, और मैने उसको धीरे-धीरे छोड़ना शुरू कर दिया था. मैने पहले भी भाभियाँ छोड़ी थी, लेकिन इसकी बात ही कुछ और थी.
मुझे जन्नत का मज़ा मिल रहा था. धीरे-धीरे मैने स्पीड बधाई, और वो भी आ आ करके मज़े से चूड़ने लगी. 15 मिनिट मैने उसको मज़े से छोड़ा. फिर उसकी छूट को अपने माल से भर दिया. 10 मिनिट तक वो वही लेती रही. फिर उसने अपने कपड़े पहने, और सालों से चली गयी. वो दोबारा कभी सालों नही आई.
थे एंड. [email protected]