अन्तर्वासना पर कहानी पढ़ने वाले सभी मित्रों और भाभियों को कुमार का नमस्कार. जिन्होंने मेरी पहले की कहानी
प्यारी बीवी की गांड चोदकर वीर्य भर दिया
पढ़ी है, उन सबको मेरे बारे में पता होगा. लेकिन जिन लोगों को मालूम नहीं है, उनके लिये मैं अपना परिचय देना चाहता हूँ.
सोलापुर से बीस किलोमीटर पर मेरा गांव है. मेरी आयु अभी 46 वर्ष है. मैं दिखने में स्मार्ट हूँ, गोरा हूँ. मेरी शादी को 19 साल हो गए हैं. इन उन्नीस सालों मैंने और मेरी बीवी ने बहुत चुदाई की है.
बीवी की चुत की चुदाई करके इतना काबिल हो गया हूँ कि अब मैं अपनी बीवी को, वो जितनी देर चुदाई करवाती है, उतनी देर तक उसकी चुत की चुदाई कर देता हूँ. ये मेरी खासियत बन गई है कि मेरा वीर्य तभी छूटता है, जब मैं चाहता हूँ. औरत को किस तरह से चुदाई करके खुश करना है, वो मुझे अच्छी तरह से पता है.
कुछ बातें ऐसी भी हैं, जो करने से औरत खुद पर काबू नहीं रख पाती, बेकाबू हो जाती है. वो अपनी चुत से पानी बहने से खुद भी रोक नहीं पाती. वो मेरे साथ हर हाल में संतुष्टि की परम सीमा पार कर जाती है. कभी कभी मुझे लगता है कि जो औरतें चुदाई में असंतुष्ट हैं, चुत की चुदाई की भूखी रह जाती हैं, मैं उनको चोद कर उनको आनन्द प्रदान करूं और थोड़ा पुण्य कमा लूँ.
खैर, आज मैं आपके सामने अपनी और अपनी बीवी की चुत की चुदाई की नई घटना लेकर आया हूँ. पढ़ कर बताइएगा जरूर, शायद आपको पसंद आएगी.
हर रोज की तरह हम दोनों मियां बीवी रात को नंगे ही सो गए थे. हम हर रोज तो चुदाई करके ही सोते हैं, लेकिन रात में हमारी चुदाई नहीं हो सकी थी. मुझे मालूम था अगर मेरी बीवी रात में बिना चुदाई किए सो गई है, तो सुबह हमारी चुदाई जरूर होगी.
यही हुआ … सुबह सवा पांच हुए थे. मेरे लंड पर मेरे बीवी का हाथ था. वो मेरे लंड को हल्का हल्का मसल रही थी, जिसकी वजह से मेरी नींद खुल गई.
मैंने अपनी बीवी पूजा से टाईम पूछा, तो वो बोली- सवा पांच बजे हैं.
अब मेरा लंड खड़ा हो गया था. मैंने पूजा को अपनी तरफ खींच कर उसके होंठ अपने होंठों में दबा लिए और चूसने लगा. मेरी बीवी भी मुझे साथ देने लगी. हम दोनों पांच मिनट तक एक दूसरे के चूसते रहे. फिर वो नीचे जाकर मेरा लंड मुँह में लेकर चूसने लगी. मेरी बीवी मेरा लंड को चूस कर गीला भी कर रही थी.
फिर क्या था कुछ ही पलों में मेरा लंड सात इंच का कड़क सरिया बन गया था. मेरी बीवी अब भी मेरा लंड अपने मुँह में लेकर जोर जोर से चूस रही थी. जब भी वो बहुत चुदासी होती है, उसकी चुत में जब ज्यादा खुजली होती है, तो वो मेरा लंड ऐसे ही जोर जोर से चूसती है.
दस मिनट तक मेरा लंड चूसने के बाद मेरी बीवी मेरे ऊपर आकर मेरी कमर की दोनों बाजू अपने चिकने पैर रखकर कमर पर बैठ गई. उसने मेरा लंड अपनी मुठ्ठी में पकड़ा और चुत में सैट करके मेरा लंड अपनी चुत में लेकर बैठ गई. उसने अपने पैर घुटनों से मोड़कर पीछे की तरफ मोड़ लिये थे.
जब मेरा लंड उसकी चुत में घुस गया, तो मेरी बीवी के मुँह से आह निकली. यह मेरे बीवी का पसंदीदा स्टाइल है. लंड बीवी के थूक से काफी चिकना हो गया था, इसलिये मेरा लंड मेरी बीवी के चुत में झट से पूरा अन्दर तक घुस गया.
अब वो अपना शरीर ऊपर नीचे करके अपनी चुत चुदवा रही थी. कुछ ही देर में वो अपने मुँह से आ..ह ओह … उम्म्ह… अहह… हय… याह… इस्स … की आवाजें निकाल रही थी.
पूजा ने चुदाई की रफ्तार बढ़ा दी. वो अब मेरा लंड अपनी चुत में तेजी से अन्दर बाहर कर रही थी. वैसे ही उसके मुँह से तेज तेज आह … निकलता हुआ मुझे बहुत अच्छा लग रहा था.
पूजा- मेरी चुत रात से मचल रही है … आह अन्दर तक मजा दो न.
मैं- ले मेरी प्यारी चुत … ले लंड अन्दर ले ले.
वो मेरे ऊपर झुक गई, उसने अपने हाथों से अपना एक दूध पकड़ कर निप्पल मेरे मुँह में दे दिया और कहा- लो मेरा दूध पियो.
उसने मेरा दूसरा हाथ लेकर अपने दूसरे थन पर रखकर दबाने के लिये कहा.
मैं दो काम एक साथ कर रहा था. दूध भी पी रहा था और उसके मम्मे को मसल भी रहा था.
पूजा कहने लगी- आह राज जोर पियो … मेरा दूध जोर से पियो आ….ह … मेरे मम्मे को जोर से मसलो इस्स … मेरी चुत में कुछ हो रहा है.
फिर उसकी मोटी गांड तेजी से ऊपर नीचे होने लगी. उसने मेरे बालों में उंगली डालकर मेरे बाल कसकर पकड़ लिये. झटके से मेरा लंड अपनी चुत में पूरा ले लिया. कुछ ही झटकों के बाद उसके मुँह से तेज चीख निकली और वो मेरे ऊपर गिर पड़ी. पूजा का काम तमाम हो गया था. उसकी चुत ने पानी छोड़ दिया था. उसकी चुत का पानी लंड से बहकर मेरे आंडों पर आ गया था.
मेरी बीवी दस मिनट तक मेरे ऊपर ही पड़ी रही. फिर उठकर उसने से मेरे बाल पकड़ लिये और मेरे होंठ अपने होंठों में लेकर बेताहाशा चूसने लगी.
पांच मिनट तक होंठ चूसने के बाद वो मेरे बांए तरफ लेट गई. फिर वो मेरी तरफ देखकर मुस्कुराने लगी. वो बहुत खुश लग रही थी, उसके चेहरे से खुशी साफ दिख रही थी.
मेरी बीवी पूजा मेरे बायीं तरफ सोई थी. उसने खुद को घुमा लिया. अपना सर मुझसे दूर ले गई और उसने अपनी चुत को मेरे लंड के सामने कर दिया. जैसे घड़ी में 10:10 के टाईम पर कांटे की स्थिति होती है.
उसने अपना दांया पैर मेरी कमर पर रख दिया और बांया पैर मेरे दोनों पैरों के बीच में दे दिया. अब मैं करवट लेकर अपनी बीवी की तरफ मुँह करके हो गया अपना दांया पैर पूजा की कमर के बाजू में रख दिया. अब बीवी की चुत मेरे लंड के सामने आ गई थी. मैंने अपना लंड हाथ में पकड़कर पूजा की चुत में घुसा दिया. पूजा की चूत गीली थी, तो मेरा लंड आसानी से चुत में घुसता चला गया. दो ही पल बाद मेरा लंड बीवी के चुत में था.
मैं अपना लंड चुत में अन्दर बाहर करते हुए बीवी की चुत चोदने लगा. मेरी प्यारी बीवी भी अपनी गांड मेरे लंड पर दबाने लगी. मेरी बीवी की चुत बहुत ही ज्यादा गीली हो गई थी. बीवी की चुत से पच पच खच पच खचर पचर आवाज आ रही थी. मेरे बीवी ने मेरा दायां हाथ लेकर अपने बांये मम्मे पर रखकर मम्मे को दबाने का इशारा किया. मैं उसके मम्मे को दबाते हुए अपना लंड बीवी के चुत में जड़ तक घुसा दे रहा था. कभी अपना लंड पूरा बाहर निकालकर फिर से एक ही धक्के में अपना पूरा लंड चुत में घुसा देता था.
इस मस्ती में सुबह के साढ़े छह बज चुके थे. मैं जब भी उठना चाहता था, तो बीवी अपने पैर से मेरी गांड को पकड़ लेती थी.
फिर मेरी बीवी ने मेरा लंड अपनी चुत से निकाल दिया. वो घुटनों के बल खड़ी हो गयी. उसने अपनी छाती बिस्तर पर रख दी. वो कुतिया सी बन गई थी. मैं उठकर बीवी के पीछे आ गया. फिर मैंने भी अपने घुटनों पर खड़े होकर अपने लंड को बीवी की चुत में डाल दिया. चुदाई के धक्के अपना दम दिखाने लगे. मेरी बीवी की चुत पानी के बहने से चमक रही थी. मैं अपने दोनों हाथ बीवी के चूतड़ों पर रखकर उसकी चुत को आराम से चोदने लगा.
सुबह सात बजे तक हमारी घमासान चुदाई चलती रही. इस चुदाई के दौरान मेरी प्यारी बीवी की चुत ने तीन बार पानी की धार बहा दी थी. मैं सात बजे तक पूजा की चुत चोदता रहा.
सुबह हमारी बेटी कॉलेज जाने वाली थी. उसके लिये टिफिन बनाना था, तो मेरी प्यारी बीवी ने मुझे चुत से लंड निकालने के लिये कहा. मेरे लंड ने तो अभी वीर्य की धारा छोड़ी ही नहीं थी. मैंने अपनी चुदाई की स्पीड को बढ़ा दिया. अपना लंड बीवी की चुत में जड़ तक घुसा कर पूरा लंड बाहर निकाल रहा था. ऐसे ही पांच छह जोर के धक्के मारते ही मुझे लगा कि अब मेरी पिचकारी छूटने वाली है. मैंने अपना पूरा लंड बीवी की चुत में अन्दर तक घुसा दिया और मैंने अपनी पिचकारी बीवी की चुत में छोड़ दी. मेरी पिचकारी चुत में पड़ते ही बीवी के मुँह से हल्की आह निकल गयी.
दो पल बाद मैंने अपना लंड बीवी की चुत से बाहर निकाला, तो मेरे लंड के साथ थोड़ा सा सफेद गाढ़ा वीर्य भी बहकर बाहर आ गया. उसकी चुत से नीचे बिस्तर पर टपकने लगा. मेरी बीवी सीधे लेट गयी और उसने अपनी चड्डी से चुत से बहता हुआ वीर्य पौंछ दिया.
फिर वो मुझे लिपटकर मेरे होंठ अपने होंठों में लेकर चूसने लगी. दो मिनट तक मेरे होंठ चूसने के बाद उसने उठकर अपने कपड़े पहन लिये और बाहर चली गयी.
मेरी बीवी मुझसे सुबह चुदवा लेती है क्योंकि मेरी बीवी को मेरा जल्दी सुबह खड़ा हुआ लंड बहुत पसंद है. उसका कहना है कि सुबह मेरा लंड बहुत ही ज्यादा कड़क होता है, जो उसकी चुत में अन्दर तक जाकर बच्चेदानी को रगड़ता है.
हम दोनों 10-10 मिनट वाली चुदाई तो हमेशा करते ही रहते हैं. इस तरह की चुदाई को हम क्रॉसिंग चुदाई कहते है. मतलब जितनी देर में एक मालगाड़ी बंद फाटक से निकलती है और फाटक खुलता है, उतनी देर में हम दोनों की क्रॉसिंग चुदाई हो जाती है.
तो दोस्तो … यह थी हमारी सुबह की चुदाई, जो हम हमेशा करते हैं. ये पोज बहुत ही आसान है, इस चुदाई के पोज में दोनों काफी रिलॅक्स में रहते हैं.
यह सेक्स कहानी आपको कैसी लगी, जरूर बताना. लेकिन गंदे वाले रिप्लाई नहीं देना. कुछ लोग हैं, जो गंदे वाले रिप्लाई देते हैं.