ही फ्रेंड्स, मेरा नाम अर्जुन है, और मैं 28 साल का हू. मैं पुणे, महाराष्ट्रा से हू, और वाहा एक सरकारी स्कूल में सीनियर सेकेंडरी विंग में टीच करता हू.
मेरी हाइट 5’11” है, और लंड मेरा 6.5 इंच का है. मैं अभी तक सिंगल हू, क्यूंकी शादी से पहले मैं अपनी सेक्स लाइफ को एंजाय करना चाहता हू. मैने हर तरह की औरतों और लड़कियों को छोड़ा है.
उन्ही एक्सपीरियेन्सस में से आज मैं आप लोगों के साथ एक एक्सपीरियेन्स शेर करने जेया रहा हू. तो चलिए बिना टाइम वेस्ट किए सीधे कहानी पर आते है.
हमारे स्कूल में पेरेंट्स मीटिंग थी. 11त क्लास के पेरेंट्स को अटेंड करने की मेरी ड्यूटी लगी थी. क्यूंकी उस क्लास के स्टूडेंट्स से मैं आचे से वाकिफ़ था. पेरेंट्स मीटिंग का टाइम 9 से 12 बाज तक का था.
11 बाज चुके थे, और मैं पेरेंट्स को अटेंड करके तक चुका था. मैं ब्रेक लेने के लिए उठने ही वाला था, की तभी सामने से एक बड़ी ही सेक्सी लेडी मेरे रूम में आ गयी. मैने देखा वो मेरे स्टूडेंट सौरव के साथ आ रही थी.
उसको देख कर मैने ब्रेक लेने का इरादा छ्चोढ़ दिया, और वही जाम के बैठ गया. फिर वो आई, और सौरव के साथ मेरे सामने वाले डेस्क पर बैठ गयी. तभी सौरव बोला-
सौरव: गुड मॉर्निंग सिर.
मैं: गुड मॉर्निंग सौरव. बेटा पेरेंट्स को लेके आना था, आप सिस्टर को ले आए?
सौरव: ये मेरी मम्मी है सिर, म्र्स. उर्मिला तिवारी.
मैं: ओह! ई आम सॉरी माँ. आपको देख कर लगता ही नही की आप इतने बड़े बच्चे की मम्मी हो सकती है.
उसकी मम्मी ने स्माइल दी, और बोली: जी कोई बात नही, बहुत लोगों को ऐसी ग़लत-फहमी होती है. आक्च्युयली मेरी शादी 19 साल की उमर में ही हो गयी थी, और अगले साल ही ये पैदा हो गया. तो लोगों को मैं इसकी मम्मी नही लगती.
मैं उर्मिला को उपर से नीचे देख रहा था. वो बिल्कुल आक्ट्रेस ‘आसीन’ की तरह खूबसूरस्त थी. उसने सारी पहनी हुई थी. गोरा बदन, 36″ के बूब्स, 29″ की कमर, और 38″ की गांद थी. जांघें देख कर मस्त मज़ा आ रहा था उसकी. उर्मिला ने भी ये नोटीस कर लिया था, की मैं उनको उपर से नीचे स्कॅन कर रहा था. और शायद वो इस बात से खुश भी थी.
फिर हमने सौरव की स्टडीस के बारे में बात की, और उसके कम मार्क्स को बढ़ाया कैसे जया उसके बारे में डिसकस किया. उर्मिला चाहती थी, की मैं सौरव को टुटीओन्स डू. और मैं माना कैसे कर सकता था. इतनी सेक्सी औरत के लिए तो मैं जान भी डेडू.
फिर मैने सौरव को टुटीओन टाइमिंग बता दी, और उर्मिला ने मुझे अपना नंबर दे दिया. फिर वो चले गये. जाते हुए मेरी नज़र उसकी सेक्सी गांद पर थी. मैने उसी वक़्त वॉशरूम में जाके मूठ मारी, तब जाके मेरा लंड शांत हुआ.
शाम को जब मैं फ्री बैठा था, तो सोचा उर्मिला को मेसेज करू. पहले मैने सोचा कोई पंगा ना पद जाए. लेकिन फिर मेरी वासना मुझ पर हावी हो गयी, और मैने हिम्मत करके मेसेज कर दिया.
मैं: ही.
आधे घंटे तक कोई जवाब नही आया. फिर आयेज से रिप्लाइ आया-
उर्मिला: हेलो सिर, कैसे है आप?
मैं: बढ़िया, आप बताओ?
उर्मिला: मैं भी बढ़िया.
मैं: और क्या कर रहे हो?
उर्मिला: वेट कर रही हू.
मैं: किसकी वेट?
उर्मिला: अपने हज़्बेंड की.
मैं: अभी तक आए नही.
उर्मिला: कहा, इनका कोई टाइम नही है. कभी भी आते है, और खाना खा के सो जाते है. मेरे लिए तो इनके पास बिल्कुल टाइम नही है.
मैं: क्या आपके लिए टाइम नही है! मेरी आपके जैसी बीवी होती, तो मैं तो सुबा-शाम उसके पास ही बैठा रहता.
उर्मिला: क्या सच में?
मैं: हा बिल्कुल. मैं तो सुबा-शाम उसको…
और ये बोल कर मैं रुक गया.
उर्मिला: सुबा-शाम क्या?
मैं: कुछ नही.
उर्मिला: अर्रे बताओ ना.
मैं: सुबा-शाम प्यार करता.
उर्मिला: हाउ रोमॅंटिक. आपकी गर्लफ्रेंड तो आप से बहुत खुश होगी. एक लड़की को ऐसा ही लड़का चाहिए होता है, जो उसको बहुत प्यार करे. मैने भी सोचा था मेरे हज़्बेंड भी ऐसे होंगे. लेकिन मेरे सपने अधूरे रह गये.
मैं: वैसे अगर आप चाहे तो आपके सपने पुर हो सकते है.
उर्मिला: कैसे?
मैं: आपको एक प्यार करने वाला चाहिए, और मुझे आप जैसी औरत को प्यार करने का मौका. अगर आप हा बोले तो हम दोनो की ज़रूरत पूरी हो सकती है.
मेरी इस बात के बाद उनका कोई रिप्लाइ नही आया. मैं दर्र गया, की कही कोई पंगा ना पद जाए. फिर यही सोचते-सोचते मुझे नींद आ गयी. जब मैं सुबा उठा, तो मैने जल्दी से मोबाइल चेक किया. उसका कोई मेसेज नही आया हुआ था. इससे मेरी और गांद फटत गयी.
मुझे लग रहा था की मैने ग़लत पंगा ले लिया था. उसका हज़्बेंड एक बिज़्नेसमॅन था, और काफ़ी पैसे वाला था. मैने सोचा की अगर उसने अपने पति को बता दिया, तो वो मेरी गांद फाड़ देगा.
फिर मैं रेडी हुआ, और स्कूल चला गया. जब मैने क्लास में सौरव को देखा, तो उसका बिहेवियर नॉर्मल था. ये देख कर मैं तोड़ा शांत हुआ, की उसने घर पर तो कुछ नही बताया था. फिर अपनी ड्यूटी पूरी करके मैं घर वापस आ गया.
जब मैं घर आया, तो मेरी मा ने मुझसे कहा की कोई स्टूडेंट की मम्मी मेरा इंतेज़ार कर रही थी. उसको टुटीओन का पूछना था, और वो ड्रॉयिंग रूम में थी. मैने सोचा पता नही कों होगा. जब मैं ड्रॉयिंग रूम में गया, तो मैने देखा उर्मिला वाहा बौती थी. उसको देखते ही मेरी सिट्टी-बिट्टी गुल हो गयी.
उर्मिला ब्लॅक कलर की सारी में थी. उसकी सारी जालीदार थी, जिसमे से उसका स्लीव्ले पेटिकोट सॉफ देखा जेया सकता था. और पेटिकोट में उसकी क्लीवेज बहुत सेक्सी लग रही थी.
आप सब को जानते ही होंगे की ब्लॅक कपड़ों में गोरा रंग निखार कर आता है. उर्मिला के साथ भी कुछ ऐसा ही था. वो हुस्न की पारी लग रही थी, जिसको देख कर किसी का भी मॅन दोल जाए. उसकी पतली कमर की नाभि मुझे बुला रही थी, की आओ, और मुझे काट खाओ.
फिर मैने अपने होश संभालते हुए पूछा: उर्मिला जी, आप यहा कैसे?
उसने क्या जवाब दिया, और आयेज क्या हुआ, ये सब जानने के लिए आपको अगले पार्ट की वेट करनी पड़ेगी. कहानी का मज़ा आया हो, तो लीके ज़रूर करे. कहानी आयेज बहुत मज़ेदार होने वाली है, तो नेक्स्ट पार्ट की वेट करे. नेक्स्ट पार्ट बहुत जल्दी आएगा.
अगला भाग पढ़े:- मेरे स्टूडेंट की मम्मी-2