ही फ्रेंड्स, कैसे है आप लोग? ई होप को आप लोगों को मेरी स्टोरी पसंद आई होगी. लेकिन मैं आप लोगों का ज़्यादा टाइम वेस्ट नही करूँगी, और डाइरेक्ट स्टोरी पे आती हू.
मैं खालीद से छुड़वाने के बाद रात को वही सो गयी. फिर नेक्स्ट दे मॉर्निंग में आंटी होटेल रूम में मेरे पास आई और डोर नॉक किया.
वो मुझे गले लगते हुए बोली: आकांक्षा बेब तूने क्या काम किया है? खालीद सिर तेरे से बहुत खुश है बहुत ज़्यादा, और उसने तेरी पेमेंट भेजी है.
आंटी ने मुझे एक एन्वेलप दिया और मैने खोल कर देखा तो उसमे 1 लाख रुपय थे. मैं इतने पैसे देख कर खुश हो गयी, और आंटी ने मुझे एक गिफ्ट भी दिया. उसमे ई-फोन 10 था न्यू मॉडेल. मैं वो गिफ्ट देख कर भी बहुत खुश हुई, और आंटी को थॅंक योउ बोला.
आंटी हेस्ट हुए बोली: मेरी जान, ये सब मैने नही तूने किया है. अपना जादू खालीद सिर पर और तेरी महंत. मुझे बताया खालीद ने तेरी गांद मारने में बहुत मज़ा आया उनको. अगर तू इसी तरह से करती रही, तो एक दिन क्रोरेपति बन जाएगी.
नैन भी मुस्कुराने लगी, और आंटी को बोली: आंटी पीछे दर्द है तोड़ा. चलने में तकलीफ़ भी है.
आंटी ने बोला: कोई नही, तू चिंता मत कर. 1-2 दिन में नॉर्मल हो जाएगा, और दर्द भी ख़तम हो जाएगा.
और हम दोनो बातें करते हुए होटेल से आंटी के साथ प्ग में आ गये. मेरी सारी फ्रेंड्स भी वही पर थी.
खुशी और मोनिका ने मुझे गले लगाया और बोली: साली क्या बात है? एक दिन में ही तूने सारे रेकॉर्ड तोड़ दिए हमारे. ऐसा क्या दे दिया खालीद सिर को, जो हम नही दे सके.
आंटी ने पीछे से कहा: आकांक्षा की टाइट सील पॅक गांद है. तुम दोनो तो पहले से गांद मरवा चुकी थी. लेकिन आकांक्षा ने समझदारी की थी अपने ब्फ को गांद नही दी थी, समझी?
पालक साइड में खड़ी थी, और देख कर मुस्कुरा रही थी, और सब के जाने के बाद मैने पालक को सब बताया. वो मेरी बात सुन कर एग्ज़ाइटेड थी और बोली-
पालक: क्या मैं भी आंटी से बात करू? मुझे भी पैसों की ज़रूरत है.
मैने पालक को बोला: कर ले. एक बार का दर्द है. लेकिन उसके बाद जो मुझे आज मिला है, मैं वो सोच भी नही सकती थी. अब मुझे पापा से पैसे माँगने की ज़रूरत नही है, जो वो भेजेंगे बहुत है. अब मैं खुद कमा सकती हू पैसे. मुझे रास्ता मिल चुका है.
उस दिन पालक ने आंटी को फोन किया और बोली: आंटी मुझे भी चलना है.
आंटी खुश हो गयी और पालक का इंतेज़ां भी आंटी ने कर दिया. उस दिन के बाद से मेरी लाइफ पूरी बदल चुकी थी. मेरे उपेर खालीद का हाथ था, और मैं सॅटर्डे आंड सनडे को खालीद के साथ रहती, और उससे चुड़वति थी. कभी-कभी खुशी भी मेरे साथ होती थी, और खालीद हम दोनो को मिल कर छोड़ता था और आचे पैसे देता था.
कभी उसका कोई ख़ास दोस्त या कस्टमर आता था इंडिया, तो मुझे और खुशी को बुला लेता था. उन सब की सेवा करने के लिए. हम चारो दोस्त भी काफ़ी क्लोज़ आ गये थे, और इधर पालक को भी एक अछा बिज़्नेसमॅन मिल गया था, जो उसको हमेशा बुलाता रहता था.
अब हम सब अपनी लाइफ मस्त जी रहे थे, और पढ़ाई भी कर रहे थे. कभी-कभी हम क्लब जाते और वाहा पर कोई मिल जाता तो उसके साथ भी चले जाते थे. वो हमारी एक्सट्रा इनकम होने लगी, और हम मस्त लाइफ जीने लगे.
पहले लुक्कणोव जाने के लिया हमे सोचना पड़ता था. लेकिन अब मैं फ्लाइट में जाती थी, और बंगलोरे से निकलते ही मैं सती सावित्री वाले कपड़ों में आ जाती थी.
मैं कभी भी अपनी क्लब आंड होटेल्स वाली पिक्चर शेर नही करती थी किसी भी सोशियल मीडीया पर. जस्ट नॉर्मल फ्रेंड्स के साथ घूमने वाली करती थी, ताकि मेरी ओल्ड फॅशन फॅमिली को शक ना हो.
इसी तरह से मेरे टीन साल कंप्लीट हो गये, और मैं आयेज की पढ़ाई के लिए लग गयी. मैने घर पर बोल दिया की मैं जॉब कर रही हू पार्ट टाइम. मेरा लास्ट एअर था और इधर खालीद के क्लाइंट्स कंटिन्यूवस्ली आ रहे थे. मैं रात-रात भर खालीद के होटेल में रहने लगी, और चुड़वति रहती थी.
वैसे एक बात तो मैं आप लोगों को बताना भूल ही गयी. इन टीन सालों में मैं अपना 6 बार अबॉर्षन करवा चुकी थी. खालीद मोस्ट्ली मुझे बिना कॉंडम छोड़ता था, और जब भी वो मेरी छूट लेता था मैं प्रेग्नेंट हो जाती थी. वो ज़्यादातर मेरी छूट में ही पानी डालता था, और कहता था मुझे मज़ा आता है तुझे प्रेग्नेंट करने में.
आंटी मुझे ड्र. के पास ले जाती और मेरा अबॉर्षन करवा दिया जाता. लेकिन वो भी 1-2 महीने का होने के बाद. मुझे खालीद के साथ मज़ा आता था, और उसे मेरे साथ. एक तरह से मैं उसकी रखैल थी, और कभी उसका मूड सही नही होता था, तो मुझे गालियाँ देता था, और अपनी भादास मेरे उपर निकालता था मुझे मार कर और छोड़ कर.
मुझे इन सब की आदत हो चुकी थी, और मेरी छूट और गांद फट चुकी थी पूरी तरह से. मैं लास्ट एअर में पढ़ाई में लग गयी थी. वैसे मेरे आचे मार्क्स आते थे. एक दिन मुझे मेरे सिर का कॉल आया सनडे को की क्या कर रही हो.
मैने कहा: सिर मैं घर पर हू.
तो बोले: एक काम कर. मैं आ रहा हू, तुम 30 मिनिट में रेडी रहना.
मैने पूछा: सिर लेकिन क्यूँ?
तो बोला: तुम्हारे पेपर मैने चेक किए है, उसके बारे में.
मैं 30 मिनिट में रेडी हो कर नीचे आ गयी, और तब तक सिर भी आ चुके थे. मैं कार में बैठी, और सिर पुर रेडी थे सजे हुए.
मैने पूछा: क्या हुआ सिर?
तो उसने मुझे मेरे एग्ज़ॅम का पेपर हाथ में दे दिया, जिसके हिसाब से मैं फैल थी. पेपर देख कर मैं दर्र गयी, और सिर को देखा. तभी सिर ने मेरी जांघों पर अपना हाथ रखा, और बोला-
सिर: कोई नही, मैं हू ना.
और वो मेरी जांघों को सहलाने लगा और बोला: रोहित के मोबाइल में मैने कुछ देखा था.
मैं दर्र गयी, और तब तक सिर कार एक बिल्डिंग के पास रोक दी.
फिर वो बोले: आ जाओ उपेर चलते है. आराम से बैठ कर बात करेंगे.
मैं चुप-छाप उनके पीछे चल दी, और उपर जेया कर सिर ने मुझे अपने मोबाइल पर मेरी नंगी वीडियो और पिक्चर्स दिखाई. मैं देख कर दर्र गयी, और सिर बोले-
सिर: आकांक्षा तुम कितनी खूबसूरत हो हा. तुझे पता है मैं हमेशा से तेरे लिए मूठ मारता था. लेकिन कभी हिम्मत नही कर पाया. वो तो भला हो रोहित का जो उसने मुझे तेरे बारे में बताया, और तेरी वीडियो और पिक्चर दिखाई.
मैं चुप-छाप सुन रही थी, और सिर को बोल रही थी: सिर प्लीज़ सिर, ये वीडियो और पिक्चर किसी को मत दिखना सिर प्लीज़.
सिर: अर्रे शांत हो जाओ आकांक्षा.
और फिर मेरी पास आ कर मेरी बॉडी को टच करने लगे और बोले: कितनी खूबसूरत हो तुम. अगर तुम मुझे अपना सब कुछ डोगी, तो मैं ये वीडियो और पिक्चर डेलीट कर दूँगा, और तुझे पास भी कर दूँगा.
मैं: सिर आप जो बोलॉगे मैं करूँगी.
सिर हेस्ट हुए बोले: ये हुई ना बात. आकांक्षा तुझे पता है तुझे कब से नंगा देखने का मॅन करता था मेरा. और चाहता था एक अची बेबी की तरह तू मेरे सामने नंगी हो कर दिखाए मुझे. चलो बेबी अब ज़रा अपना टॉप उतरो, और दिखाओ मुझे नीचे किस कलर की ब्रा पहनी है.
मैने चुप-छाप अपना टॉप उतार दिया, और मैं ब्रा में सिर के सामने खड़ी हो गयी. मैने बेज कलर का नॉर्मल टॉप पहना हुआ था.
सिर: कितना खूबसूरत जिस्म है तेरा. मस्त मज़ा आ गया. अब तुर्न करके दिखा मुझे.
मैं तुर्न हो गयी और सिर ने मेरे चूतड़ को छूटे हुए कहा: मस्त है तेरी गांद यार. हमेशा देखता था, और बातरूम में जेया कर मूठ मारता था तेरे नाम की. जान अपनी जीन्स भी उतरो.
और मैने अपनी जीन्स भी उतार दी. मैने नीचे ब्लॅक कलर की पनटी पहनी थी कॉटन की. सिर को मुझे नंगा देखने में बहुत मज़ा आ रहा था, और वो बार-बार अपना लंड मसल रहे थे, और मुझे टच करते, और फिर टेबल पर बैठ जाते.
सिर: आकांक्षा बहुत तडपया है तूने मुझे. तुझे पता है मेरा लोड्ा तेरी लेने के लिया कब से तरस रहा था? और तेरे लिए क्या-क्या सोचता था. लेकिन आज मेरी सारी इक्चा पूरी होगी, और मेरा लंड भी तेरी ले कर खुश हो जाएगा. जान अब अपनी ब्रा उतरो प्यार से.
फिर मैने अपनी ब्रा को उतार दिया और उपेर से नंगी हो गयी. सिर मेरी चूचियाँ देख कर बहुत खुश हुए और बोले-
सिर: आअहह क्या चूचियाँ है मेरी जान, एक-दूं गोरी-गोरी, जैसे इमॅजिन की थी मैने बिल्कुल वैसी ही. तेरे निपल्स देख क्या मस्त है. आकांक्षा अपनी पनटी भी उतार ना प्लीज़, और अपनी छूट के दर्शन करवा दे मुझे.
मैने अपनी पनटी भी उतार दी, और अब मैं सिर के सामने पूरी नंगी खड़ी थी.
इसके आयेज क्या हुआ, आपको अगले पार्ट में पता चलेगा.