ही गाइस, वेलकम बॅक तो अनदर स्टोरी.
ये गॅप बहुत बड़ा था. टाइम लगा बहुत वापस आने में, और आपके लिए स्टोरी लाने में. लेकिन अब आ गये है हम.
आज जो स्टोरी स्टार्ट कर रहा हू, उसका पिछले वाली सीरीस से कोई लेना देना नही है. लेकिन अगर आप चाहे तो वो सीरीस दोबारा पढ़ के मज़े ले सकते है. लेट’स नोट वेस्ट मोरे टाइम आंड स्टार्ट थे स्टोरी.
मेरी मम्मी का नाम सुमन है. जैसे की आप सब जानते ही है, वो एक सिंपल घरेलू औरत है. रंग उसका ठीक-ताक गोरा है, आंड जो पार्ट्स लोगों को नही दिखते वो तो बहुत ज़्यादा ही गोरे है. आप समझ ही गये होंगे मेरा इशारा किस तरफ है.
उसके बूब्स का साइज़ तोड़ा बढ़ गया है, और 34द के आस-पास के हो गये है. उसकी कमर अभी भी 32″ की है, और मेरी सबसे मॅन पसंद चीज़, जो उसकी गांद है, उसका साइज़ 36″है.
वो ज़्यादा मॉडर्न नही है, इसलिए वो सबसे ज़्यादा सारी पहनती है. कभी-कभी सलवार सूट और रात को सोते वक़्त मॅक्सी पहनती है. बाहर जाते वक़्त वो पूरा ख़याल रखती है की कुछ दिखे ना किसी को.
लेकिन जब वो सूट और लेगैंग्स पहनती है, और कभी झुकती है, और लेगैंग्स का टाइट कपड़ा जब उसकी गांद से छिपकता है, तो उफ़फ्फ़, सब की आँखें चिपक जाती है मम्मी की गांद पे.
सो मैं जब 18 साल का था, तब से ही अपनी मम्मी के बदन का दीवाना था. लेकिन इसमे ग़लती मेरी नही है, तब वो मुझे बच्चा समझ के मेरे सामने अपने कपड़े उतार देती थी. पूरी नंगी नही होती थी, लेकिन ऑलमोस्ट सब कुछ दिखा देती थी.
जैसे की कभी नहाने के बाद मेरे सामने आके ब्रा के उपर ब्लाउस पहनना, और टवल के उपर से पेटिकोट पहनना. तब मेरा मॅन करता था, की मुझे और तोड़ा सा कुछ दिख जाए उसका. कभी-कभी किस्मत अची होती थी, तो तोड़ा बहुत दिख भी जाता था.
हमारे घर के बातरूम के गाते में एक च्छेद था जिसमे अगर बहुत ध्यान लगा के देखो तो अंदर का सब कुछ दिख सकता था. वो इतना छ्होटा च्छेद था, की बस इंसान ही देख सकता था कॅमरा नही.
तो जब भी मम्मी नहाने जाती थी, तब मैं चुप-छाप मौका देख के उसको देखने लग जाता था. पहली बार जब मैने मम्मी को बातरूम में देखा, तो मेरे मूह में पानी आ गया.
मैने देखा की मम्मी बैठ के कपड़े धो रही थी, और उसने बस पेटिकोट पहना हुआ था. लेकिन उस पेटिकोट से बस उसकी गांद और छूट ढाकी हुई थी. बाकी सब कुछ क्लियर दिख रहा था. मुझे पहली बार पता चला अंदर से वो इतनी गोरी थी.
उसके माममे क्या ज़बरदस्त आमों की तरह लटक रहे थे. मॅन तो किया पकड़ के चूस लू. निचोढ़-निचोढ़ के उनको सारा दूध पी जौ. फिर वो जैसे ही खड़ी हुई, मानो जन्नत मेरी आँखों के सामने आ गयी हो.
उसका पेटिकोट नीचे गिरा, और उसकी गोरी-गोरी सॉफ्ट लेकिन टाइट वाली गांद मेरी आँखों के ठीक सामने आ गयी थी. उसे देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया, और मैने वही हिलना शुरू कर दिया.
फिर वो जैसे ही मेरी तरफ मूडी, तब उसकी जंगल के पीछे च्छूपी हुई छूट मेरी आँखों के सामने आ गयी. जितना भी दिखा, लगा नही की वो किसी 45+ की औरत की छूट थी. ऐसा लग रहा था मानो किसी जवान माल का टाइट च्छेद हो.
ये मौका इतना ही चला, क्यूंकी गाते पे कोई आ गया था, और मुझे भी आधे में ही अपना लंड अंदर डालना पड़ा.
फिर बहुत समय तक ऐसा ही चलता रहा. मैं कभी कुछ करता नही था, बस उसे देखता रहता था. जब वो झाड़ू मार्टी थी, तब मॅन करता था की उसी पोज़िशन में उसे घोड़ी बना के गांद मार डू उसकी.
फिर एक दिन मुझे पता चला की पापा कही बाहर जाने वाले थे. तो उस रात मम्मी के रूम में मुझे सोने का मौका मिला. मम्मी ने उस रात को नॉर्मल मॅक्सी पहनी थी. रात को 2 बजे मैं उठा, और देखा की मम्मी की मॅक्सी उनके घुटनो से थोड़ी उपर होके रखी थी, और वो पेट के बाल सोई हुई थी.
उसकी थोड़ी-थोड़ी मुलायम थाइ दिख रही थी मुझे. मैने उसकी सॉफ्ट थाइ को तोड़ा सा टच किया, और फिर हाथ हटा लिया. फिर एक-दो बार मम्मी को हाथ से हिलाया, लेकिन मम्मी गहरी नींद में थी.
ये देख कर मेरी हिम्मत और बढ़ गयी. फिर मैने उसकी मॅक्सी को और तोड़ा उपर किया. अब जस्ट उसकी गांद ढाकी हुई थी. बाकी सब नंगी हो गयी थी उसकी थाइस.
मैने फिरसे 1 मिनिट के लिए उसके इन्नर थाइस में अपना हाथ रखा. उसे कुछ नही पता चला, और मुझे उस टच में जो मज़ा आ रहा था, अफ मैं क्या बतौ आप सब लोगों को.
फिर मेरी हिम्मत थोड़ी और बढ़ गयी. मैने उस मॅक्सी को अब मम्मी की कमर तक उठा दिया. उसका मतलब था की अब उनकी जन्नत आज़ाद थी. वो मुलायम गोरी स्पॉंग जैसी गांद अब मेरी आँखों के सामने थी. मेरे से अब कंट्रोल नही हुआ, और मैने जल्दी से एक किस कर दिया मम्मी की गांद पे.
वाह क्या टेस्ट आया मुझे वाह. मज़ा ही आ गया था. फिर मैने धीरे से अपना हाथ मम्मी की गांद पे फेरना चालू किया और दूसरे हाथ से अपना लंड हिलने लगा. उसके बाद अपना फोन लेके मैने अपने लंड को मम्मी की गांद के च्छेद के उपर पोज़ किया, और फिर एक सेल्फिे ले ली.
फिर मैं 10 मिनिट तक अपना लंड हिलता रहा, और फिर वही झाड़ गया. झड़ने के बाद मैने मॅक्सी नीचे कर दी, और अपना माल बेड से सॉफ करके सो गया.
इस स्टोरी का मज़ा पार्ट्स में ज़्यादा है. सो अगर इस आधे पार्ट को आपने पसंद किया, तो ही मैं अगला पार्ट उपलोआड करूँगा. और अगर आप सब को ये नही पसंद आया, तो मैं अगला पार्ट उपलोआड नही करूँगा.
आप सब अपनी फीडबॅक कॉमेंट्स में दे देना. या फिर मेरी मैल ईद पर मैल करके भी मुझे अपनी फीडबॅक दे सकते हो. मेरी मैल ई’द है बंददंक@गमाल.कॉम
थॅंक योउ गाइस फॉर रीडिंग मी स्टोरी. अगली स्टोरी में मिलते है.