ही फ्रेंड्स, मेरा नाम दीपक है. मेरी आगे 27 साल है, और हाइट 5’11” है. मैं दिखने में काफ़ी हॅंडसम हू, और मेरा लंड 7 इंच का है. रंग मेरा ज़्यादा गोरा नही है, पर लड़कियाँ मेरे जैसे रंग वाले लड़के को प्रिफर करती है. ये जो कहानी है, वो पिछले साल की है. तो चलिए शुरू करते है.
मैं काफ़ी टाइम से छुट्टी पे जाने का प्लान कर रहा था. फिर फाइनली अपना काम ख़तम करके मैने ऑफीस से एक हफ्ते की छुट्टी ली, और शिमला चला गया. मैं मोगा से हू, तो पहले मैं चंडीगार्ह गया, और फिर वाहा से शिमला की बस पकड़ी.
बस में मुझे एक बड़ी ही खूबसूरत लड़की दिखाई दी. ठंड का मौसम था, तो उसने ब्लॅक स्किन टाइट जीन्स, और साथ में ब्लॅक फुर्र वाला कोट डाल रखा था. उसके एक्शप्रेसिओन्स बड़े ही ज़बरदस्त थे, और बाल उसने स्ट्रेट किए हुए थे.
फिर वो अपने बाग से कुछ समान उठाने के लिए खड़ी हुई, तो मुझे उसकी मस्त गांद दिखाई दी. उसकी गांद देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया. कम से कम 38 की होगी उसकी गांद. उसकी हाइट तकरीबन 5’5″ थी.
अब मैं सोचने लगा की अगर छुट्टी पर ये पट्ट जाए, तो मज़ा आ जाए. फिर जैसे ही उसकी सीट के ऑपोसिट वाली सीट खाली हुई, तो मैं भाग के वाहा बैठ गया. वाहा बैठ कर मैने उसकी तरफ देखा, तो पता चला की वो शादी-शुदा थी. क्यूंकी उसका हज़्बेंड उसके साथ बैठा था.
ये देख कर मेरा सारा मूड ही खराब हो गया. फिर कुछ देर मैने उसकी तरफ नही देखा, लेकिन फिर दोबारा मेरी नज़र उसकी तरफ जाने लगी. मैं क्या करता, वो थी ही इतनी हॉट, की मुझसे कंट्रोल नही हुआ.
फिर उसने भी नोटीस किया, की मैं बार-बार उसकी तरफ देख रहा था. मैने भी उसको देख कर स्माइल कर दी. लेकिन उसने मूह घुमा लिया. फिर कुछ देर में बस एक ढाबे पर रुकी. वाहा सब खाने-पीने और फ्रेश होने के लिए उतरे.
धूप अची थी, तो उसने अपना कोट उतरा. नीचे उसने रेड त-शर्ट पहनी हुई थी. उसकी त-शर्ट में उसके बूब्स काससे हुए थे, जो कम से कम 36″ के थे, और रस्स से भरे हुए थे. मैं टकटकी लगाए उसके बूब्स का खूबसूरत नज़ारा देख रहा था, की तभी फिरसे उसने मुझे देखा.
अब उसने मेरी तरफ देख कर अपने पति से कुछ बात की. तभी उसने पति ने भी मेरी तरफ देखा. ये देख कर मेरी गांद फटत गयी. उसका पति दिखने में ठीक-ताक और पतला सा था. उसकी हाइट तकरीबन 5’7″ होगी.
मैं तो उसका पतला शरीर देख कर ये सोचने लगा की इतना कमज़ोर बंदा उस सेक्स बॉम्ब को संभलता कैसे होगा.
मुझे अब लग रहा था, की उसका पति मुझे कुछ बोलेगा. लेकिन ऐसा नही हुआ. फिर बस दोबारा चल पड़ी, और मैं पीछे वाली किसी दूसरी सीट पर बैठ गया. मैने सोचा की कही कोई पंगा ना हो जाए.
तभी मैने देखा, की वो लड़की पीछे मूड-मूड कर मुझे देख रही थी. फिर जब मैने उसको देखा, तो उसने स्माइल पास की. मैं समझ नही पाया की ये क्या हो रहा था.
फिर हम शिमला पहुँच गये. मैने टॅक्सी ली, और होटेल में चेक-इन किया. मैं अभी रिसेप्षन पर ही था की मैने देखा वो दोनो भी उसी होटेल में आ गये. वो लड़की मुझे ही देख रही थी.
फिर उसने हज़्बेंड चेक-इन प्रोसेस पूरा करने लगा, और वो मेरी तरफ आने लगी. मैं उसको अपनी तरफ आते देख कर तोड़ा घबरा गया. वो मेरे पास आई, और बोली-
वो: ही, मेरा नाम कामया है.
मैं: ही, जी मैं दीपक.
कामया: दीपक आप चंडीगार्ह से मुझे देख रहे हो.
मैं: अर्रे भाभी जी ऐसी बात नही है. मैने जब आपको देखा तो मुझे आप शादी-शुदा नही लगी. लेकिन जब पास आके देखा तो आप मॅरीड निकली. तो आप मेरी भाभी हुई. आक्च्युयली आप खूबसूरत ही इतनी हो, की कोई भी आपको देखेगा.
कामया: हहा थॅंक योउ. वैसे आप यहा कैसे?
मैं: भाभी जी मैं यहा छुट्टी पर आया हू.
कामया: अकेले?
मैं: जी हा.
कामया: तो आप हमे डिन्नर के लिए जोई कीजिए.
मैं: ठीक है, जैसा आप कहे.
फिर मैं अपने रूम में गया, और तैयार होके डिन्नर करने उनके रूम में चला गया. मैने दरवाज़ा नॉक किया, और कामया ने दरवाज़ा खोला. जैसे ही मैने कामया को देखा, तो मेरी आँखें फाटती की फाटती रह गयी.
कामया एक पिंक नाइट्गाउन में थी. उसके बूब्स के निपल्स सॉफ दिख रहे थे, क्यूंकी उसने ब्रा नही पहनी थी. उसकी डीप क्लीवेज देख कर मेरे मूह में पानी आ गया. फिर उन्होने मुझे अंदर बुलाया, और मेरे आयेज चलने लगी.
गाउन में उनके छूतदों की शेप सॉफ दिख रही थी. पता चल रहा था, की उन्होने पनटी भी नही पहनी थी. मेरा लंड खड़ा हो चुका था, और मेरा दिल कर रहा था उसको वही पटक-पटक कर छोड़ू.
अंदर जाके मैने देखा, की उसका हज़्बेंड नही था. मैं कुछ समझ पाता, उससे पहले वो मेरे पास आई, और मेरे होंठो से अपने होंठ मिला दिया.
ओह बाप रे! क्या स्वाद था उसके होंठो का. मैं ज़ोर-ज़ोर से उसके होंठ चूसने लगा, और नाइट के उपर से उसकी गांद दबाने लग गया. मेरा लंड पूरा खड़ा हो चुका था, और उसकी जांघों में टकरा रहा था.
फिर मैं उसका गाउन उतारने लगा. लेकिन तभी उसने मुझे रोक दिया और बोली-
कामया: आयेज बढ़ना है तो एक काम करना पड़ेगा.
मैं: क्या?
कामया: सुनिए!
तभी बातरूम में से उसका हज़्बेंड बाहर आया, और उसको देख कर मेरा दिमाग़ हिल गया. उसके हज़्बेंड ने छ्होटी सी स्कर्ट जो घुटनो से उपर थी, और ब्रा पहनी हुई थी.
मैने कहा: ये क्या तमाशा है.
कमी: तमाशा नही है, ये सच है. मेरे हज़्बेंड गे है. तो अगर तुम मुझे छोड़ना चाहते हो, तो पहले इनको छोड़ना पड़ेगा. फिर मुझे जितना चाहे छोड़ना.
वैसे तो मुझे लड़कों की गांद मारने का कोई शौंक नही था. लेकिन इतनी अची माल के लिए मैने हा बोल दी. मेरे हा कहते साथ ही उसका हज़्बेंड घुटनो के बाल बैठ गया, और उसने मेरी पंत खोल कर लंड बाहर निकाल लिया.
कामया मुझे किस करने लगी, जिससे मेरा लंड खड़ा हो गया. उसके हज़्बेंड ने मेरा लंड चूसना शुरू कर दिया. मैं कामया को किस किए जेया रहा था, और उसका हज़्बेंड लंड चूज़ जेया रहा था. बहुत मज़ा आ रहा था. मेरा लंड पूरा अकड़ गया था.
फिर मैने उसका मूह पकड़ा, और ज़ोर-ज़ोर से धक्के देने लगा. उसके मूह की लार से मेरा लंड एक-दूं चिकना हो गया था. फिर वो उठा, और घुटनो के बाल बेड पर बैठ गया. उसने स्कर्ट के नीचे कुछ नही पहना था, और उसका लंड 2 इंच का ही था.
गांद उसकी एक-दूं शेव्ड थी, बिल्कुल लड़कियों जैसी. मैने उसका सर पिल्लो में दबा दिया, क्यूंकी मुझे उसकी शकल नही देखनी थी. फिर मैने कामया को नंगी होने को बोला. कामया नंगी तो नही हुई, लेकिन उसने अपना गाउन आयेज से खोल लिया.
अब मुझे ब्रा पनटी में उसकी सेक्सी बॉडी दिख रही थी. उसकी तरफ देखते हुए मैने अपना लंड उसके पति की गांद पर सेट किया, और ज़ोर का धक्का मार कर लंड उसकी गांद में घुसा दिया. हज़्बेंड की चीख निकली, और मैने ताबाद-तोड़ धक्के देने शुरू कर दिए.
उसकी गांद टाइट तो थी, लेकिन पहले भी चूड़ी हुई थी. मैं कामया भाभी की तरफ देखता रहा और उसी को इमॅजिन करके उसके हज़्बेंड की गांद छोड़ता रहा. साथ-साथ मैं उसकी गांद पर थप्पड़ भी मारता रहा.
20 मिनिट मैं फुल स्पीड में धक्के देता रहा. फिर उसका हज़्बेंड भी मुझे रुकने के लिए कहने लगा. मैने 20-25 ज़ोर के धक्के और मारे, और अपना पानी उसकी गांद में निकाल कर उसको जाने दिया.
इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. कहानी का मज़ा आया हो तो कॉमेंट ज़रूर करे.