हेलो रीडर्स मेरा नाम अनुभव है. मई आपके सामने अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आया हू. पिछले पार्ट मे आपने पढ़ा था, की मई अपनी गली मे टुटीओन पे आने वाली लड़की को प्यार करने लगा था. उस लड़की का नाम काव्या था.
लेकिन फिर पता नही कैसे वो मोहल्ले के ही एक नशेड़ी ललित के साथ फसा गयी. फिर ललित उसको खेतो मे ले गया, और वाहा उसकी छूट और गांद मारी. मेरा दिल टूट चुका था. अब आयेज-
उस दिन की चुदाई के बाद काव्या टुटीओन कम और ललित के साथ ज़्यादा जाती थी. फिर 3 महीने बाद उन दोनो की शादी हो गयी. अब काव्या बड़ा साज-सॉवॅर कर रहती थी. वो पहले से ज़्यादा खूबसूरत हो गयी थी. उसका फिगर भी अब 36″28″36″ हो गया था.
अब रोज़-रोज़ चूड़ने से साइज़ तो बड़ा होना ही था. अब मुझे भी उसको छोड़ना था. मेरी किस्मत ने मेरा साथ दिया, और ललित और काव्या के बीच झगड़े होने लगे. ललित लड़की-बाज़ था, और काव्या के होते हुए भी वो किसी दूसरी के पास जाता था. अब जब भी मई काव्या के सामने से गुज़रता था, तब वो मुझे बड़े गौर से देखती थी.
फिर ललित को ड्रग्स के मामले मे 5 साल की जैल हो गयी. अब काव्या अकेली हो गयी थी, और चुड्ती भी नही थी. ललित के घर-वालो से भी उसकी बनती नही थी. वो लोग उसको हमेशा तंग ही करते रहते थे. अब ललित को जैल गये को 3 महीने हो चुके थे.
फिर एक दिन मई च्चत पर खड़ा था. तभी काव्या भी च्चत पर आ गयी. वो मेरी तरफ देख कर स्माइल कर रही थी. मैने भी मौका जाने नही दिया, और उसकी तरफ देख कर स्माइल करने लगा. काव्या ने मुझे इशारा करके मेरा फोन नंबर माँग लिया. जब लड़की खुद नंबर माँग रही थी, तो मई कैसे पीछे हॅट सकता था.
मैने एक काग़ज़ मे अपना नंबर नोट किया, और उसको पत्थर पर लपेट कर उसके पास फेंक दिया. फिर उसने नंबर अपने मोबाइल मे सवे किया, और मुझे व्हातसपप पर मेसेज कर दिया.
काव्या: ही.
मई: ही.
काव्या: कैसे हो?
मई: मई बाड़िया आप बताओ.
काव्या: मई भी ठीक ही हू. आज-कल मेरी तरफ देखते भी नही हो.
मई: मतलब?
काव्या: मतलब जब पहले मई टुटीओन जाती थी, तब तो गाते पर आके मेरी वेट करते थे.
मई: हा तो तुमने कों सा मेरी वेट की इज़्ज़त रख ली. तुमने भी तो मुझे छोढ़ कर ललित को चुन लिया ना. क्या था उसके पास? एक बड़ा घर और महँगी बिके?
काव्या: आज समझ आ रहा है, की मुझसे कितनी बड़ी ग़लती हो गयी. मई तो फ़ासस गयी यहा.
मई: चलो जो भी हुआ. मुझे इस बात की खुशी है, की तुम ठीक हो.
काव्या: तुम्हे अभी भी मेरी कितनी फिकर है. और मैने तुम जैसे प्यार करने वाले लड़के को छोढ़ कर उस क्रिमिनल से शादी कर ली.
मई: अब कर भी क्या सकते.
काव्या: हम दोस्त तो बन ही सकते है.
मई: हा क्यू नही.
फिर हमारी रोज़ बाते होने लगी. 15 दीनो मे हम अडल्ट बातो पर आ गये, और एक-दूसरे को अपनी नंगी फोटोस भेजने लगे. क्या कमाल लगती थी वो ब्रा और पनटी मे. फिर एक दिन मैने उसको बोला-
मई: काव्या ये तुम पिक्स भेज कर आग तो लगा देती हो. कभी लिव भी दिखाओ हमे.
काव्या: मई तो कब से तुम्हारे ये कहने का इंतेज़ार कर रही थी. लेकिन तुम टाइम ही बहुत लगाते हो. पहले भी अगर जल्दी-जल्दी प्रपोज़ कर देते, तो आज हम पति-पत्नी होते.
मई: क्या करू काव्या, मई ऐसा ही हू. मई तड़प रहा हू तुम्हे प्यार करने के लिए.
काव्या: मई भी तुम्हारे प्यार के लिए तड़प रही हू. कल मेरे घर पर कोई नही है, तो तुम आ जाना. वो लोग सुबा जाएँगे, और अगले दिन सुबा आएँगे. तो हमारे पास एक पूरा दिन, और पूरी रात है.
मई: मई पहुँच जौंगा. तुम बस तैयार रहना.
काव्या: ई लोवे योउ अनुभव.
मई: ई लोवे योउ 2 काव्या.
फिर मई अगले दिन की वेट करने लगा. अगली सुबा जैसे ही मैने उसके घर-वालो को जाते देखा, तो उसके 10 मिनिट बाद ही मई उसके घर चला गया. उसने दरवाज़ा खोला, और मुझे घर के अंदर ले लिया. वो सीधा मुझे अपने रूम मे ले गयी.
अब हम दोनो एक-दूसरे के सामने थे, और दोनो शर्मा रहे थे. उसने आज रेड कलर का पाज़ामी-सूट पहना था. उस सूट मे वो क़यामत लग रही थी. फिर मई उसके पास गया, और उसको गले से लगा लिया. उसको गले लगाते ही मेरी आँखों से आँसू निकल आए.
शायद ये मेरा उसके लिए प्यार था, जो मेरी आँखों से चालक गया. लेकिन फिर मैने प्यार को छोढ़ कर उसके जिस्म की तरफ ध्यान दिया. उसके बूब्स मेरी च्चती पर प्रेस हो रहे थे. हम दोनो गले लग कर गरम हो रहे थे.
फिर मई उसकी गर्दन पर किस करने लगा, और उसकी गांद पर हाथ फेरने लगा. क्या कमाल की गांद थी उसकी, मेरा तो लंड खड़ा हो गया. वो भी गरम हो रही थी, और उसकी साँसे तेज़ हो रही थी. फिर मैने अपना मूह पीछे किया, और उसके होंठो से अपने होंठ चिपका दिए.
होंठ जुड़ते ही वो जोश मे आ गयी, और पागलो की तरह मेरे होंठ चूसने लगी. मई भी पुर जोश से इतने वक़्त की भादास निकाल रहा था. फिर मैने उसका शर्ट उतार दिया, और अब उसके खूबसूरत बूब्स ब्रा मे मेरे सामने थे.
मई उसके कंधो, गर्दन, क्लीवेज को चूमने लगा, और वो मदहोश हो रही थी. फिर मई उसके पीछे गया, और उसकी पीठ पर किस करने लगा. मैने उसकी ब्रा का हुक खोल दिया, और ब्रा उसके पैरो मे गिर गयी. फिर मैने उसको अपनी तरफ घुमाया, और वो आँखें नीचे करने मेरे सामने खड़ी थी.
मैने उसको बेड पर लिटा लिया, और खुद उसके उपर आ गये. फिर मैने उसके बूब्स को एक-एक करके चूसना शुरू किया. वो आहें भर रही थी, और मेरे मूह को अपने बूब्स मे दबा रही थी. क्या स्वाद था उसके निपल्स का, और कितने सॉफ्ट थे वो, मज़ा ही आ गया.
फिर मई अपना एक हाथ उसकी टाँगो के बीच ले गया, और उसकी छूट को मसालने लग गया. वो आहें भर रही थी, और मुझे अपने बूब्स चुस्वा रही थी. फिर मई उसकी कमर चूमते हुए नीचे आया, और उसकी पाज़ामी उतार दी.
जिन सेक्सी जाँघो को मैने आज तक सिर्फ़ इमॅजिन किया था, अब वो मेरे सामने थी. मई कुत्टो की तरह उसकी जाँघो को चूमने-चाटने लगा. क्या सॉफ्ट स्किन थी उसकी. फिर मैने उसकी पनटी उतारी, और उसकी छूट पर अपना प्यार बरसाने लगा. उसकी छूट इतनी देर ना चूड़ने की वजह से टाइट थी.
फिर मैने अपने कपड़े उतार दिए, और मेरा लंड उछाल कर उसके सामने आ गया. वो मेरा लंड देख कर रोमांचित हो गयी. फिर मई उसकी जाँघो के बीच आया, और उसकी छूट पर अपना लंड रगड़ने लगा. वो नागिन की तरह तड़पने लगी, और मुझे लंड उसकी छूट मे डालने को बोलने लगी.
फिर मैने लंड उसकी छूट के मूह पर सेट किया, और एक ज़ोर का धक्का दिया. पहले धक्के मे मेरा आधा लंड उसकी छूट मे चला गया. उसके मूह से ज़ोर की चीख निकल गयी, और मैने उसका मूह अपने होंठो से बंद कर लिया.
फिर मई धक्के मारता गया, और 1 मिनिट मे मैने अपना पूरा लंड उसकी छूट मे डाल दिया. क्या गर्मी थी उसकी छूट मे, मज़ा ही आ गया. मई साथ-साथ उसको किस कर रहा था, और उसके बूब्स भी चूस रहा था. वो भी मज़े से मुझसे अपनी चुदाई करवा रही थी.
हम दोनो एक-दूसरे मे खो गये थे, और प्यार भारी चुदाई कर रहे थे. 30 मिनिट मई उसी पोज़िशन मे उसको छोड़ता रहा, और वो भी मज़े से चुड्ती रही. फिर मेरा पानी निकालने वाला था, तो मैने अपना पानी उसकी छूट मे ही निकाल दिया. वो अब तक 2 बार झाड़ चुकी थी.
अब मई उसके उपर ही लेता था, और उसको किस कर रहा था. वो भी मुझे किस कर रही थी, और मेरे लंड को हाथ मे लेके मसल रही थी. 5 मिनिट बाद मेरा लंड फिरसे खड़ा हो गया. इस बार मैने उसको घोड़ी बनने को कहा, और वो झट से घोड़ी बन गयी.
उसकी गांद देख कर मई पागल हो गया, और उसकी गांद चाटने लगा. मैने अपनी जीभ से उसकी गांद के चियर को गीला कर दिया. मैने उसके छूतदो पर दाँत भी काटे. फिर मैने अपना लंड उसकी गांद के छेड़ पर सेट किया, और एक ज़ोर के झटके से अपना पूरा लंड उसकी गांद मे घुसा दिया.
उसने ज़ोर से चीख मारी, लेकिन लंड निकालने को नही कहा. मई वाइल्ड हो गया, और उसकी गांद मे ज़ोर के धक्के मारने लगा. थोड़ी देर मे उसको भी मज़ा आने लगा, और वो आ आहह की सिसकिया भरने लग गयी.
मेरे धक्को से ठप-ठप की आवाज़ आ रही थी. मई उसकी गांद पर थप्पड़ भी मार रहा था, और उसके बूब्स भी दबा रहा था. फिर मैने उसके बाल खींचे, और कुटिया की तरह उसकी गांद छोड़ने लगा. उसके बाद मई अपना हाथ उसकी छूट पर ले गया, और साथ मे छूट सहलाने लगा.
20 मिनिट बाद मेरे लंड और उसकी छूट ने पानी छोढ़ दिया. अब हम दोनो शांत हो चुके थे. उस दिन के बाद हम दोनो ने बहुत चुदाई की. उसका पति जैल मे था, तो उसका जिस्म अब मेरा था. मैने 2 साल तक उसकी बहुत चुदाई की.
उसके बाद उसका डाइवोर्स हो गया, और वो वाहा से चली गयी. फिर उसने दोबारा शादी कर ली, और हम दोबारा नही मिले.
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