हेलो दोस्तों, आज की स्टोरी जो है, वो मेरी स्टूडेंट के साथ हुए एक किससे की है. बात 2 साल पुरानी है जब मैं एक इन्स्टिट्यूट में कोचैंग देता था, और केमिस्ट्री पढ़ता था. मैं दिखने में अछा हू और हाइट भी बढ़िया है, और मैं तोड़ा फ्रॅंक और कॉन्फिडेंट भी हू.
तो मेरी ऑलमोस्ट सबसे अची बनती है, और गर्ल्स से तो काफ़ी ज़्यादा. मुझे कोचैंग इंडस्ट्री में आए अभी 2 साल ही हुए थे, और सीनियर्स को में पहली बार पढ़ा रहा था. तो मुझे कोई आइडिया नही था की कॉलेज के बच्चो को आइडीयालजी क्या होती है. हा इतना पता था की आज कल के बच्चे तो फॉर्वर्ड और फ्रॅंक है.
तो कोचैंग पे काफ़ी बच्चे थे, और मुझे फाइनल एअर का मेडिकल बॅच अलॉट हुआ जिसमे आवरेज बच्चे थे. उसमे काफ़ी लड़कियाँ और कुछ लड़के थे. उनमे से एक लड़की थी सिमरन नाम की. दिखने में क्लास की हर लड़की बहुत सुंदर थी.
पंजाबी लड़कियाँ होती ही सुंदर है. खैर, तो वो लड़की की हाइट भी छ्होटी थी. लेकिन उसके बूब्स और गांद बहुत ही पर्फेक्ट्ली बिग और कर्वी थे. मैने पहले तो उसपे ध्यान नही दिया. लेकिन बाद में मैने बड़े नज़दीक से देखा.
क्लास में वो अक्सर मुझसे फ्रॅंक बातें करती थी, और डाउट्स बहुत ज़्यादा लेती थी. लेकिन मुझे कभी फील नही हुआ, क्यूकी मुझे लगा शायद ऐसा ही होता होगा. वो डाउट्स के वक़्त भी बहुत पास खड़ी होती थी मेरे. अगर मैं बैठा हू, और वो खड़ी है, तो बिल्कुल पास खड़ी होती थी की मैं उसकी साँसे महसूस कर साकु.
और अगर कभी कॉरिडर में हुआ, तो वो कोशिश करती थी, की किसी बहाने वो मेरे साथ चिपक ले. ऐसे ही करते-करते 6 महीने निकल गये. 6 महीने बाद मुझे कुछ शक हुआ, की उसके मॅन में कुछ और था. मैं अक्सर सुबा गार्डेन में वॉक करने जाता था, और इंस्टगरम पे स्टोरी डाल देता था.
मेरा इंस्था अकाउंट ओपन अकाउंट है तो बच्चे देख लेते थे. उसने भी देख होगा, तो मुझे उसने व्हातसपप पे मेसेज किया डाउट के लिए. लेकिन पूछना उसको कुछ और था की मैं सुबा गार्डेन रोज़ जाता हू या कभी-कभी. तो मैने बताया की मैं रोज़ जाता हू. फिर अगले वीकेंड पे वो भी सुबा-सुबा वाहा आ गयी, और मुझे मिली.
मैने पूछा: बेटा आप यहा पे?
तो वो कहती: मैं वीकेंड पे ही आती हू.
मैने ध्यान नही दिया, और अपना सेशन कंटिन्यू किया.
मुझे पता नही क्या मॅन में आया, और मैने अपना पॉइंट ऑफ व्यू चेंज किया. मैं उसकी बातों को किसी और तरीके से सोचने लगा. फिर एक दिन डाउट ले रहा था, तो वो बेंच पे बैठी थी. मैं चेर पे था. और बच्चे भी थे, लेकिन वो पीछे वाले बेंचस पे थे.
अब मेरी नीस उसकी नीस से टच हो रही थी, तो मैने थोड़ी साइड पे की. फिर हुआ ऐसे, की मेरी एक टाँग उसकी टाँगो के बीच, और उसकी मेरी टाँगो के बीच. तो वो धीरे-धीरे टाँगो को रब करने लगी. मैने कुछ नही कहा, और अड्वॅंटेज सोच के मैं उसकी नीस पे अपनी फिंगर रब करने लगा. उसके एक्सप्रेशन्स नही बदले.
मैं फिर अपनी फिंगर्स को तोड़ा उपर ले आया, और थाइस तक पहुँचने का ट्राइ करने लगा. तभी मेरे मॅन में आया की गड़बड़ ना हो जाए. तो मैने नॉर्मल किया, और डाउट देके चला गया सीधा बातरूम. वाहा मैने लंड शांत किया. अगले दिन सेम सिचुयेशन हुई, और आज मैने थाइस पे हाथ रख लिया. मैने कॅमरास का भी ध्यान रखा.
हमारे कोचैंग में सिर्फ़ एक कमरा था ऑफीस के साथ वाला जहा पे कॅमरा नही था, और मैं अक्सर वही बैठता था. क्यूंकी वाहा कोई आता नही था, और वाहा सारी बुक्स थी. मैं एक दिन वाहा पे डाउट्स कर रहा था. तभी डाउट्स के बाद वो आई.
सिमरन: सिर, कुछ समझना है. आप बियो पढ़ा देते हो?
मे: बेटा मैं कहा बियो पढ़ता हू. शाम को माँ आएँगे, उनसे पूच लेना.
सिमरन: सिर, मैं चली जौंगी तब तक. चलो कोई ना कल पूच लूँगी.
फिर वो लड़की ने वो कहा जो मुझे उमीद नही थी.
सिमरन: सिर, जो अपने कुछ रब किया था, उससे मज़ा आया था. दोबारा कर दोगे?
मतलब उसने ये सीधा-सीधा नही बड़ा घुमा के कहा था. मुझे समझ नही आया की क्या काहु. फिर मैने उसे दाँत के भेज दिया. 3-4 दिन बाद उसी कॅबिन में डाउट ले रहा था. तो दोबारा वही मूव्मेंट हुआ तो मैने रब किया. इस बार मैने थाइस को ज़ोर से दबा दिया.
सिमरन: सिर, सस्स्स्स्स्सस्स. तोड़ा धीरे.
मैं अपना हाथ उसकी इन्नर थाइ तक लेके गया. मुझे उसके एक्सप्रेशन्स से लग गया था की वो सिड्यूस हो रही थी.
मैने उसे अपने पास बुलाया, और ऐसे सेट किया की अगर कोई बाइ चान्स आए तो लगे की डाउट ही ले रही थी. वो रूम तोड़ा टेढ़ी डाइरेक्षन में था.
बाहर से डाइरेक्ट नही दिखता था. लेकिन अंदर से बाहर ठीक दिखता था, की कोई आ रहा था या नही. उसने सलवार-सूट पहना था. तो मैने उसकी इन्नर थाइस को रब करना शुरू किया, और छूट के पास लेके गया. लेकिन छूट पे नही. मैं धीरे-धीरे अपना हाथ उसकी गांद पे लेकर गया, और उसकी गांद रब करने लगा. फिर में खड़ा हुआ और गांद दबा दी.
सिमरन: आह… सिर… ऐसे ही.
फिर मैं पीछे गया और अपना लंड उपर से ही उसकी गांद पे रगड़ने लगा. वो कुछ नही बोली. फिर मैने उसको गोद में बिता दिया बिल्कुल लंड के उपर.
मे: सिमरन, मज़ा आ रहा है?
वो कुछ नही बोली, बस शरमाती रही. तो मैने आयेज से फैला के छूट दबा दी.
सिमरन: आह… सिर.
मे: बोल मज़ा आ रहा?
सिमरन: हा सिर.
मे: कुछ चुभ रहा है नीचे?
सिमरन: हा सिर.
मे: देखना है क्या चुभ रहा?
वो कुछ नही बोली, तो मैने उसका हाथ लंड पे टच करवाया उपर से ही. उसने अपना हाथ पीछे कर लिया और चली गयी बिना कुछ बोले. मैने शाम को व्हातसपप किया.
मे: कल सुबा 5:30 बजे गार्डेन में कॅफेटीरिया के पास आ जाना.
सर्दियों का टाइम था, तो अंधेरा बहुत होता था उस वक़्त. तो कोई होता भी नही था. और जहा बुलाया था, वो जगह वॉकिंग ट्रॅक से डोर नर्सरी में थी, जो खुलती थी 10 बजे, और वाहा पे टूटी पुली से जाना पड़ता था अगर चुप के जाना हो. मैने वाहा अपनी गफ़ को काई बार प्यार किया था.
उसको मैने बता दिया कैसे आना था. लेकिन उसने सीन करने छोड़ दिया. मैं सुबा वाहा चला गया और खड़ा हो गया, और अपना फोन चलाने लगा.
उस जगह की ख़ास बात ये थी, की वाहा पे कोई भी आवाज़ बाहर तक तक जाती ही नही थी. क्यूंकी नर्सरी के कारण बहुत घने पौधे थे. तो आवाज़ डब जाती थी. कुछ देर बाद मैने देखा वो आई.
सिमरन: हेलो सिर, कैसे हो?
मे: बस आप आ गये, अब मज़ा आएगा.
वो शर्मा गयी और बोली: सिर आप क्या करोगे?
मे: जो कल था वही करेंगे, और आपको अछा एक्सपीरियेन्स दिलाएँगे. आपकी कभी वेजाइना से डिसचार्ज हुआ? यूरिन वाला नही, दूसरा थिक वाला.
सिमरन: सिर, पढ़ा तो है बियो में. लेकिन होता क्या है वो नही पता.
मे: कोई बात नही, मैं बतौँगा.
मैने उसे बेंच पे बिताया, और खुद क्रॉस लेग करके बैठ गया. फिर मैने उसका फेस अपनी तरफ किया, और किस करने लगा. शायद उसका फर्स्ट किस था क्यूंकी उसे करना नही आया था.
मे: मुझे कॉपी कर बस.
मैने उसका पहला नीचे वाला लीप चूसा, और उसने मेरा उपर वाला. मैने उपर तो उसने नीचे. कुछ देर बाद मैने अपनी टंग उसके मूह में दा
अली और उसने भी. मैने अपने हाथ उसके बूब्स पे लगाए, और उसके टॉप के अंदर डाल दिए. उसकी ब्रा बहुत तंग कर रही थी, तो मैने हुक खोल दिया और दबाने लगा.
मैने उसके बूब्स देखे तो पिंक कलर के. तो मैने उनको चूस चूस के लाल कर दिए. उसके बूब पे निशान भी डाला. फिर मैने उसकी कमर में हाथ डाला.
मे: जहा कल हाथ लगाया था, वाहा हाथ लगाया.
उसने हाथ रखा मेरे कुंड पे. आज लोवर था तो उसका पूरा फील हुआ. मेरा लंड आवरेज साइज़ का था. लेकिन उसके लिए तो रोड जैसा था. मैने उसकी लोवर में हाथ डाला, और देखा शेव्ड छूट थी.
मे: तूने छूट शेव की है?
सिमरन: हा सिर, दीदी बोलती है की सॉफ रखनी चाहिए. इन्फेक्षन नही होता.
फिर मैने उसकी छूट को टच किया. जैसे ही टच किया, उसने मेरा लंड ज़ोर से दबा दिया. मुझे तो मज़ा आ गया. उसके हाथ बहुत छ्होटे और पतले थे, तो आधा लंड ही कवर होता था उसके हाथ से. मैने उसकी छूट को रब किया और वो बस सिसकियाँ लेती रही.
सिमरन: आहह… सिर… तोड़ा स्लो करो, दर्द होता है.
मे: बेटा, मज़ा नही आ रहा?
सिमरन: सिर फीलिंग तो बहुत सही है. लेकिन साथ में दर्द भी है.
मैने अपनी मिड्ल फिंगर छूट के अंदर डाल दी, जो बहुत मुस्किल से अंदर गयी.
सिमरन: आअहह… सिर प्लीज़… आहह… सस्स्स्स्सस्स…
फिर मैने अपना लोवर नीचे कर दिया, और लंड हाथ में दे दिया. उसकी आँखें ब्नाद थी.
मे: सिमरन, कभी पॉर्न देखी है?
सिमरन: हा सिर, एक बार देखी थी. उसमे डॉगी-स्टाइल था.
मे: अछा, कैसा लगा था देख के?
सिमरन: सिर, लड़की चिल्ला रही थी. लेकिन उसके मूह पे स्माइल थी. उसको बहुत मज़ा आ रहा था.
मे: तुम्हे करना है वो मज़ा इसके साथ?
मैं साथ-साथ में छूट रब कर रहा था, तो वो नशे में थी.
सिमरन: हा सिर.
मे: तो बोल सिर प्लीज़ मुझे मज़े करवा दो, प्लीज़. बेग मे.
मैने अपनी फिंगरिंग की स्पीड बढ़ा दी.
सिमरन: सिर, प्लीज़ मुझे करना है वो सब. प्लीज़ सिर.. आहह… ससस्स.. आअहह…
और उसने डिसचार्ज कर दिया. उसका फर्स्ट डिसचार्ज था, और बहुत ज़्यादा था. उसने अपनी आँखें खोली, और मेरा लंड देखा.
मे: बेटा, कैसे लगा?
सिमरन: सिर, मज़ा आ गया.
मे: डिसचार्ज करके कैसा लगा?
सिमरन: सिर, आज तक इतना रिलॅक्स नही फील हुआ.
मैं खड़ा हुआ और अपना लंड उसके मूह के पास ले आया.
मैं: मुझे भी सेम रिलॅक्स करना.
फिर मैने उसे वीडियो दिखाई, और बोला ब्ज दे मुझे. वो तैयार थी क्यूकी उसे मज़ा बहुत आया था.
सिमरन: सिर, आप स्पर्म डिसचार्ज करोगे, हैईना?
मे: गुड, हा वही करूँगा.
उसने फॉरेस्किन पीछे की, और लंड को किस दिया, और फिर लंड मूह में लिया. पहले तोड़ा सा ही लिया. वो बिल्कुल वीडियो की तरह हिलना और सक करना एक साथ कर रही थी.
मुझे बहुत मज़ा आया. ठीक 5 मिनिट बाद मेरा निकालने वाला था.
मे: सिमरन, मेरा डिसचार्ज आ रहा है. तो मैं तुम्हारे मूह में ही छ्चोधुंगा. तुम उसे पी जाना.
वो कुछ नही बोली और मैने तेज़ धार उसके मूह में मारी. वो सारा पी गयी.
मे: गुड गर्ल. कैसे लगा मेरे लंड का टेस्ट?
सिमरन: सिर, अछा था.
मैने उसको वही पे बेंड किया, और उसका लोवर नीचे किया, और उसके गांद को देखा. बहुत सही गाड़ थी उसकी. फिर मैने अपना पेन लिया, और अपना नाम उसकी गांद पे लिख दिया, और ज़ोर से काट भी दिया.
मे: आज से ये मेरी है. मैं जब चाहे इसे जो मर्ज़ी करू.
और एक ज़ोर से छाँटा मारा. उसकी आ निकल गयी. अब हर रोज़ मुझे ये ब्ज चाहिए.
तो हमारा ये ओरल सेक्स करीब दो हफ्ते चला, और अब मुझे असली आक्षन करना था. तो मैने अपने दोस्त का फ्लॅट फ्री करवाया.
मैने सिमरन को व्हातसपप मेसेज किया.
मे: घर पे बोलना एक्सट्रा डाउट क्लासस है. मैं एक फेक अफीशियल मेसेज तेरे को पर्सनली मेसेज कर देता हू. अगर ज़रूरत पड़ी तो घर पे दिखा देना. नही तो मुझसे बात करवा देना.
तो बात करवाने की ज़रूरत तो नही पड़ी. मैने उसे इन्स्टिट्यूट के पीछे वाले पार्क के बाहर बुलाया मास्क पहन के. मैं भी मास्क में था, और छुट्टी लेली थी मैने. फिर मैं उसको सीधा दोस्त के फ्लॅट ले गया. पहले तो मैने वाहा जाके उसको भूखे शेर की तरह किस दिया.
अपना जीभ उसके मूह में डाल-डाल चूसी और चुस्वाई. करीब 15 मिनिट सिर्फ़ किस ही किया लिटा के बेड पे, और पुर नंगे हो चुके थे हम लोग. वो तोड़ा चब्बी थी, तो उसके कुवर्व्स बहुत ज़्यादा सेक्सी थे.
नेक्स्ट पार्ट में यही से कंटिन्यू करते है. तो ये थी मेरी स्टोरी मेरी स्टूडेंट के साथ. अगर आप भी मज़ा लेना चाहते है तो अपने टीचर को बताने से दारिय मत. कुछ करिए और मज़ा लीजिए.
और अगर आपको अपने टीचर से बोलने में दर्र लगता है, तो फील फ्री तो मैल मे. मैं आपको ऑनलाइन पूरा सपोर्ट दूँगा.