ही दोस्तों, मेरा नाम राघव है. मेरी उमर 40 साल है, और मैं एक शादी-शुदा आदमी हू. मेरी हाइट 5’11” है. और मेरी बॉडी भी ठीक-ताक है. मेरा लंड 6.5 इंच का है. मैं एक प्राइवेट स्कूल में प्रिन्सिपल हू.
शादी मेरी 10 साल पहले हुई थी. मेरी बीवी का नाम प्रिया है, और वो 34 साल की है. मेरी बीवी की एक बेहन भी है, जो उससे काफ़ी छ्होटी है. उसकी बेहन का नाम रोज़ी है, और वो 24 साल की है. ये कहानी मेरी और मेरी बीवी की बेहन, यानी मेरी साली की है. तो चलिए शुरू करते है.
10 साल पहले जब मेरी शादी हुई थी, तब मैं एक टीचर था. उस वक़्त रोज़ी 14 साल की थी. मतलब वो एक बच्ची थी. रोज़ी शुरू से ही पढ़ाई में कुछ ख़ास ठीक नही थी. वो टेस्ट्स में फैल होती थी, और क्लास में मार खाती थी.
वो काफ़ी नॉटी थी, और उसके स्कूल से उसकी कंप्लेंट्स भी आती थी. मैने भी उसको काफ़ी पढ़ने की कोशिश की, लेकिन वो नही पढ़ती थी. फिर जैसे-तैसे उसने अपना स्कूल कंप्लीट किया, और फिर कॉलेज में अड्मिशन ली.
कॉलेज में भी उसका वही हाल था. वो बस नकल के सहारे पास होती थी. फिर उसका कॉलेज ख़तम हो गया, और अब उसको जॉब करनी थी.
ये बात 2 साल पहले की है, जब उसका कॉलेज ख़तम हुआ था. चाहे वो पढ़ाई में कमज़ोर थी, लेकिन उसका रंग-रूप और उसका फिगर ज़बरदस्त था.
उसकी हाइट 5’6″ थी, और रंग गोरा था. फिगर उसका 34-30-36 का हो चुका था. जब वो जीन्स पहनती थी, तो उसकी गांद मस्त लगती थी. जब भी वो हमारे घर आती थी, तो मेरी नज़र उसके सुडौल शरीर पर ही रहती थी.
वो फिज़िकल आक्टिविटीस में अची थी, और इसी वजह से उसको स्कूल और कॉलेज में बर्दाश्त कर लिया गया था. क्यूंकी वो हमेशा अपने इन्स्टिट्यूट की स्पोर्ट्स टीम की कॅप्टन रहती थी.
अब आप सब अंदाज़ा लगा ही सकते है, की एक तो लड़की स्पोर्ट्स में अची, और उपर से गोरी, और उसके उपर से उसके नैन-नक्श भी सुंदर हो, तो किस मर्द की नज़र उस पर नही जाएगी.
जैसा की मैने आपको बताया, की वो जॉब करना चाहती थी. अब नंबर तो उसके थे नही, तो जॉब कहा से मिल जाती. फिर उसकी बेहन ने मेरी हेल्प माँगी. वो चाहती थी, की मैं उसको अपने स्कूल में जॉब डेडू.
मुझसे भी माना नही किया गया. अब आपकी साली इतनी सेक्सी हो, तो आप माना करेंगे भी कैसे? इसलिए मैने उसको फिज़िकल आक्टिविटीस की टीचर अपायंट कर दिया.
अब वो रेग्युलर स्कूल आने लगी. क्यूंकी वो फिज़िकल आक्टिविटीस की टीचर थी, इसलिए हमेशा ट्रॅक सूट में ही रहती थी. और इसका सारे माले टीचर्स आंड सीनियर बाय्स मज़ा लेते थे.
लड़कों को उसका पढ़ाया समझ नही आता था. फिर भी वो उसके फिगर की वजह से उसको बर्दाश्त करते थे. जबकि लड़कियों ने उसकी कंप्लेंट की थी काफ़ी बार. लेकिन मैने वो कंप्लेंट मॅनेज्मेंट तक नही जाने दी थी.
रोज़ी का पाजामा टाइट होता था, जिसमे से उसकी गांद बाहर उभरी हुई नज़र आती थी. उसकी त-शर्ट भी टाइट होती थी, और उसके नीचे उसने स्पोर्ट्स ब्रा पहनी होती थी. अब ये सब देख कर तो मैं भी उसको उपर से नीचे तक स्कॅन करता रहता था.
जब उसके पाजामे से उसकी पनटी की लाइन दिखती थी, तो दिल करता था, की उसको अभी पकड़ कर छोड़ डू. लेकिन ऐसा पासिबल नही था. लेकिन फिर एक दिन कुछ ऐसा हुआ, जिससे वो मेरी पर्मनेंट रंडी बन गयी.
हमारे स्कूल में एक रूम है, जिसमे फिज़िकल आक्टिविटीस का समान रखते है. और फिज़िकल आक्टिविटीस का टीचर भी वही बैठता है. अब क्यूंकी रोज़ी फिज़िकल आक्टिविटीस की टीचर थी, तो वो वही बैठती थी.
एक दिन मैं ऑफीस में बैठा था, और काम कर रहा था. तभी मेरी नज़र लेड स्क्रीन पर पड़ी, जहा कॅमरास की फुटेज चल रही थी (हमारे स्कूल में हर रूम में कॅमरा लगा हुआ है, फॉर सेक्यूरिटी रीज़न्स).
मैने देखा की रोज़ी के रूम में उसके साथ केमिस्ट्री टीचर राहुल खड़ा हुआ था. वो दोनो कुछ बातें कर रहे थे. अब पहले राहुल के बारे में बता देता हू.
राहुल 2 साल से मेरे स्कूल में केमिस्ट्री पढ़ा रहा था. उसकी उमर 30 साल थी, और हाइट 5’9″ थी. दिखने में वो ठीक-ताक था. और एक शरीफ और सुलझा हुआ लड़का था. अब कहानी पर आते है.
पहले तो मुझे लगा की वो नॉर्मल बात कर रहे होंगे. लेकिन मेरी आँखें तब फाटती रह गयी जब मैने देखा की रोज़ी उसके सामने घुटनो के बाल बैठ गयी, और उसकी पंत की ज़िप खोलने लगी. ये देख कर मैने जल्दी से उस रूम की फुटेज को मॅक्सिमाइज़ किया. फिर मैने रूम की ऑडियो भी ओं की. अब उनकी बात-चीत कुछ इस प्रकार थी-
राहुल: रोज़ी ये क्या कर रही हो तुम?
रोज़ी: क्यूँ, नही कर सकती?
राहुल: रोज़ी ये सही नही है. हम स्कूल में है.
रोज़ी: राहुल मैं तुम्हे प्यार करती हू, और तुम्हे पाने के लिए कुछ भी कर सकती हू.
राहुल: रोज़ी मैं सिर्फ़ तुम्हे पसंद करता हू. प्यार तक पहुँचना अभी डोर है. प्लीज़ ऐसा मत करो. कोई देख लेगा तो दिक्कत हो जाएगी.
रोज़ी: मुझे किसी का दर्र नही है. मैं तुम्हे इतना मज़ा दूँगी, की तुम भी मुझे प्यार करने लगॉगे.
अब तक रोज़ी ने राहुल की ज़िप खोल कर उसका लंड बाहर निकाल लिया था. राहुल का लंड अभी खड़ा नही था. शायद उसको इस सब में इंटेरेस्ट नही था, या फिर उसको स्कूल में ये सब करने में दर्र लग रहा होगा.
फिर रोज़ी बोली: ई लोवे योउ राहुल. ई रियली लोवे योउ.
और ये बोल उसने राहुल का लंड अपने मूह में डाल लिया. मुझे बिलीव नही हुआ की रोज़ी जैसी खूबसूरत लड़की ऐसा कर सकती थी. क्यूंकी वो आचे घर से थी. आज तक उसकी बेहन ने भी मेरा लंड नही चूसा था, और वो भी शादी होने के बाद भी.
राहुल का लंड खड़ा होना शुरू हो गया था, और रोज़ी उसको ज़ोर-ज़ोर से चूसने लग गयी थी. उसको ये सब करते देख मेरा भी लंड खड़ा हो रहा था. मुझे कही ना कही जलन भी महसूस हो रही थी. मैने सोचा की साली तो मेरी थी, लेकिन मज़ा कोई और ले रहा था.
अब राहुल का लंड खड़ा हो चुका था, और वो आ आ करने लग गया था. फिर रोज़ी खड़ी हुई, और राहुल को किस करने लग गयी. मैने देखा की रोज़ी ही लगी हुई थी, इस सब में, जबकि राहुल ज़्यादा इंटेरेस्ट नही दिखा रहा था.
फिर रोज़ी ने अपनी ट्रॅक पंत नीचे की, और अब उसकी रेड पनटी और उसकी खूबसूरत जांघें दिख रही थी.
इसके आयेज की स्टोरी अगले पार्ट में पता चलेगी. यहा तक की कहानी पढ़ कर अगर आपको मज़ा आया हो, तो कहानी को लीके और कॉमेंट ज़रूर करे. और अपने दोस्तों को भी ये स्टोरी का लिंक भेजे.
अगला भाग पढ़े:- मेरी निकम्मी साली-2