हेलो रीडर्स, मेरा नाम चिकू है (घर का नाम).
मे ये एक नयी स्टोरी की सीरीस लेके आया हू जिसमे मे बतौँगा कैसे मेरे घर की उपर वाली फ्लोर मे एक फॅमिली आई. और मेरा दिल कैसे मेरा दिल किरायेदार की बीवी पे आ गया और मे कैसे उसको चूड़ने मे कामयाब हुआ.
तो चलिए शुरू करते हैं. सारे लड़के अपने लंड और सारी लड़किया, भाभीया और आंटीस अपनी अपनी छूट रेडी कर लो.
ये बात तब की है जब मे 12 क्लास मे हुआ ही था. मेरी फॅमिली मे 3 लोग ही हैं मे मम्मी और पापा.
मम्मी का नाम पूजा है और मम्मी बहोट सेक्सी हैं. गोरा जिस्म 36-32-36. मस्त बूब्स और गांद तो हिलती हुई मज़ा ही आ जाता था. मैने बहोट बार मम्मी को देख कर अपना लंड हिलाया है. मम्मी जब सो रही होती थी तो काई बार मम्मी की छूट और बूब्स पे हाथ भी लगाया है लेकिन कपड़ो के उपर से ही.
लेकिन अभी इससे ज़्यादा बढ़ने की हिम्मत नही हुई. मम्मी ने भी मुझे 2-3 बार मूठ मारते हुए देखा है. लेकिन तोड़ा बहोट ही दांता था.
मम्मी घर मे ज़्यादा तार गाउन ही पहेनटी थी और ब्रा नही पहेनटी थी. तो जब भी मम्मी जुक्ति थी तो उसके बूब्स सॉफ नज़र आते थे.
जेसे पोछा लगते हुए झाड़ू लगते हुएब और तो और मम्मी के गाउन के उपर से मम्मी के बड़े बड़े निपल्स सॉफ दिखाई देते थे.
इसी वजह से घर मे तो सारा दिन बस मेरा मूड चुदाई का ही करता था. मेरा लंड तो अब ऐसा सब देख के खड़ा ही रहता था लेकिन मम्मी इगरोने कर देती थी.
एक दिन मेरे अंडरवेर गंदे थे तो मैने ऐसे ही शॉर्ट्स पहें ली थी. जब मे किचन मे पानी पीने गया तो देखा मम्मी किचन मे बर्तन धो रही थी. मम्मी की हिलती उछालती गांद देख कर मेरा लंड तो पूरा तंन गया.
मैने अंडरवेर नही पहें रखा था तो लंड बहोट ज़्यादा बड़ा बड़ा दिख रहा था.
अचानक मम्मी की नज़र मेरे लंड पे पद गयी. मम्मी ने मुझे डांटना शुरू कर दिया.
मम्मी: कितना बेशर्म हो गया है कितनी बार समझाया है.. क्या हरकत है ये!
मे: मम्मी सॉरी पता नही कैसे हो गया.
मम्मी: और अंडरवेर क्यो नही पहें रखा तूने??
मे: मम्मी अंडरवेर था ही नही.
फिर मम्मी ये बात सुनकर थोड़ी शांत हुई. मेरा भी लंड पूरा बेत गया था. मेरे पापा ऑफीस मे काम करते थे तो रात को ही आते थे.
हुमारा घर 2 भक था हम ग्राउंड फ्लोर पे रहते थे और 1स्ट्रीट फ्लोर हुँने किराए पे दे रखी थी.
एक दिन हुमारा पुराना किरायदार घर खाली कर के चला गया था . तो थोड़े दिन बाद एक आदमी आया उसने हुमारा घर देखा और पैसे देके फाइनल कर के चला गया.
फिर 2-3 दिन बाद वो सारा समान और अपनी वाइफ को लेकर आ गये. लेकिन उनका बचा साथ नही आया था. हो सकता है किसी रिश्तेदार के यहा कॉर्ड आए हो क्योकि छोटा बचा घर शिफ्टिंग मे क्या ही करता.
वो आंटी को देख के तो मे दीवाना सा हो गया क्या फिगर था उनका. क्योकि उनलोगो ने घर शिफ्ट करना था तो आंटी ने त शर्ट और शॉर्ट्स पहें रखी थी उसकी शॉर्ट्स घुटनो तक की थी. उसका जिस्म बहोट गोरा था बिल्कुल दूध जैसा और उनका फिगर 36-30-38 था.
आप खुद सोचो क्या बॉम्ब लग रही होंगी. चलते हुए उनकी गांद बहोट हिल रही थी.
मम्मी के कहने पर मैने उनकी समान रखने मे मदात की. समान रखते हुए जब भी आंटी झुकती थी तो उसकी बूब्स ब्रा से ढके हुए दिख रहे. उन्होने रेड कलर की ब्रा पहें रखी थी.
जब झुकती थी तो उसनकी गांद टाइट शॉर्ट्स मे बहोट मस्त दिख रही थी. मेरा तो मॅन कर रहा था गांद को पकड़ लू. लेकिन अगर ऐसा करता तो मेरी सब लोग मिलकर गांद तोड़ देते.
घर का सारा समान रखने के बाद मे नीचे अपने घर चला गया और वो दोनो भी मुझे थॅंक योउ बोलकर चले गये थे.
फिर वो 2-3 घंटे बाद आए थे अपने बचे के साथ. पहले वो आंटी नीचे आ कर मम्मी से थोड़ी बात वात करने लगी. मे जब अपने रूम मे था.
अगले दिन मम्मी ने वो आंटी को छाई मे बुलाया था. मे जब अपने रूम से बाहर निकला तो उसको देख कर मैने कहा.
मे: नमस्ते आंटी.
उन्होने भी मुझे स्माइल के साथ नमस्ते कहा.
फिर मे बाहर चला गया और 2-4 घंटे बाद आया तो मम्मी ने मुझे उनके बारे मे बताया.
मम्मी: बेटा उनको अंकल आंटी मत बोला कर अभी उनकी आगे ज़्यादा नही है.
अभी तो निक्की (उनका घर का नाम) 30 साल की ही है और उनके हज़्बेंड 38 और उनके हज़्बेंड भी जॉब करते हैं.
मे: तो फिर क्या बूलौऊ?
मम्मी: भैया भाभी बोलो कर.
मे: ठीक है.
फिर उस दिन से मे उनको भैया भाभी कह कर बुलाता था.
ऐसे ही 1-2 महीनो मे भाभी और मम्मी आपस मे बहोट घुल मिल गयी थी.
जब भी वो हमारे घर आती थी तो मुझे बहोट मज़ा आता था. वो ज़्यादातर त शर्ट शॉर्ट्स और गाउन ही पहेनटी थी. उसको देख कर मज़ा आ जाता था.
उनका 3 साल का बचा भी हम सब के साथ बहोट घुलमिल गया था. वो ज़्यादा दर नीचे ही रहता था.
एक दिन सनडे को जब पापा भी घर पे थे और उपर भैया भी घर पर ही थी. उनका बेटा नीचे ही था. मम्मी ने मुझे कहा की जा 2न्ड फ्लोर पे से जा कर कपड़े ले आ जो सूखने के लिए डाले थे.
मे उपर आ ही रहा था तो मुझे 1स्ट्रीट फ्लोर पे कुछ आवाज़े आने लगी. उनका बाहर का दरवाज़ा खुला ही था तो मे अंदर जा कर देखने लगा की ये आवाज़ कैसी है छू छू की.
मैने एक रूम मे देखा तो उसके कोई नही था. फिर डुआरे रूम की विंडो से देखा तो मेरा तो लंड टन गया.
भैया और भाभी बिल्कुल नंगे बेड पे लेते हुए चुदाई कर रहे थे. भैया मोटे से थे लेकिन भाभी का नंगा जिस्म तो कमाल लग रहा था. भाभी बेड पे लेती हुई थी और भैया उनके उपर चाड कर छोड़ रहे थे जिससे बेड भी हिल रहा था.
वो जो आवाज़ आ रही थी वो बेड की थी. भाभी हल्की हल्की सिसकारियाँ ले रहीं थी.
भाभी: सस्स्स्सस्स आआहह ऐसे ही करते रहो एम्म.
मे भी उंदोनो की चुदाई एंजाय कर रहा था. फिर 2-3 मीं ही हुए थे और भैया ने अपना लंड भाभी की छूट से निकाला और उसके पेट पे सारा माल निकल दिया और भैया साइड हो के लेट गये. भाभी उदास दिख रही थी शायद उनका पानी नही निकला था.
भाभी बेड से खड़ी हुई और अपनी पनटी ने उन्होने माल सॉफ किया और साइड पे फेक दी.
फिर भाभी ने ब्रा पहनी और फिर पिंक कलर का सेक्सी सा गाउन पहें लिया. जेसे ही भाभी रूम से बाहर आने वाली थी मे जल्दी से भाग कर 3र्ड फ्लोर पे चला गया.
मे कपड़े लेकर नीचे आया तो मम्मी और भाभी सोफे पे बेत कर बाते कर रही थी. मैने वो कपड़े सोफे पे रख दिए और ऐसा दिखाया जेसी मे अपने रूम मे चला गया. लेकिन मे वही सोफे के बेचे बेत कर दोनो की.
मम्मी: क्या हुआ निक्की तुम उदास क्यो लग रही हो?
भाभी: कुछ नही भाभी (वो मेरी मम्मी को भाभी बुलाती थी).
मम्मी: अरे बता ना मुझे नही बाथ्ेगी.
भाभी (तोड़ा सोचने के बाद): ये मुझे बिल्कुल टाइम नही देते.
मम्मी: आछा मे साँझ गयी ये उदासी कैसी है, भैया तुम्हे सॅटिस्फाइ नही कर पाते.
भाभी उदासी मे ही अपना सिर हा मे हिलती है.
मम्मी: मेरे ये भी सही से नही कर पाते. इसका तो जल्दी से निकल जाता है और मेरी छूट की आग शांत नही होती.
मम्मी के मूह से छूट सुनके ही मुझे मज़ा आ गया था.
भाभी: फिर भाभी आप क्या करती हो अपनी छूट शांत करने के लिए?
मम्मी उठकर अपने रूम मे जाती हैं और कुछ लेके आती हैं. मे तो दर जाता हू की कहीं मम्मी मुझे देख ना ले. फिर मम्मी सोफे पे बेत जाती हैं और कहती हैं-
मम्मी: ये लो निक्की.
निक्की: भाभी ये क्या है?
मम्मी: एक तो इसमे वाइब्रटर है मे भी इससे ही अपनी छूट शांत करती हू.
मे तो ये सुनके शॉक हो गया था की मेरी मा वाइब्रटर से अपनी छूट शांत करती है.
मम्मी: और ये एक स्पेशल टॅबलेट है इससे कम से कम 10 मीं चुदाई चलेगी. लेकिन ये 2 वीक मे एक बार ही अपने पति को देने ये हेल्त के लिए खराब होती है.
निक्की: भाभी ये टॅबलेट तो ठीक है लेकिन ये वाइब्रटर मे कैसे उसे करूँगी अगर उनको पता चल गया तो?
मम्मी: अरे ये सारे मर्द इतना ध्यान नही देते. मे भी घर का काम करते हुए, कपड़े ढोते हुए या खाना बनाते हुए इसको अपनी छूट मे डाल लेती हू और रिमोट से वाइब्रेशन सेट कर लेती हू.
मे तो ये सब सुनके पागल सा हो गया था की मम्मी घर का काम करते हुए अपनी छूट मे वाइब्रटर डाल के रखती है.
निक्की: ठीक है भाभी थॅंक योउ अपने तो मेरी बहोट बड़ी प्राब्लम सॉल्व कर दी.
फिर मे जल्दी से चुप चुप कर अपने रूम मे चला जाता हू और मूठ मारकर बाहर आता हू तो देखता हू मम्मी और निक्की भाभी अभी भी बेते बाते कर रहे थे. मे उनके पास जाता हू.
मे: मम्मी ये क्या है?
मम्मी: कुछ नही तेरे मतलब का नही है.
मे: है क्या लेकिन?
ये सुन कर निक्की भाभी तोड़ा घबरा जाती हैं की कही अगर मुझे पता चल गया की उसमे वाइब्रटर है तो.
मम्मी: चिकू ये कॉर्ड तू जेया कर छाई बना ला, निक्की को अपने हाथ की छाई टेस्ट करवा.
मम्मी: निक्की छाई तो बहोट अची बनता है ये.
निक्की भाभी: अछा ह्यूम भी तो पिलो.
मे: अभी बना के लता हू.
मे किचन मे चला गया और छाई बनानी रख दी और अपना लंड सहलाने लगा.
छाई बन कर रेडी हो गयी थी मैने कप मे डाली और फिर मे ज़ोर ज़ोर से अपना लंड हिलने लगा. मैने अपना सारा माल अपने हाथ मे निकल लिया और दोनो कप्स मे बराबर डाल दिया और आचे से मिक्स कर दिया.
ये छाई मे मम्मी को भी 4-5 बार पीला चुका हू. मे छाई बाहर ले के गया और मम्मी और निक्की भाभी को दे दी. मम्मी और निक्की भाभी छाई पी कर मेरी तारीफ करने लगी.
हो सकता है की अपना माल मैने छाई मे मिलाया था इसीलिए दोनो को ज़्यादा अछा टेस्ट आ र्हा हो. आप भी एक बार ये तरीका ट्राइ करना अपनी मम्मी, बेहन या भाभी के साथ उनको भी बहोट आछा टेस्ट आएगा.
फिर निक्की भाभी छाई पी कर और वो समान लेके उपर चली गयी और मम्मी भी अपने रूम मे चली गयी.
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