ही दोस्तो, मेरा नाम लॉविश है. मैं पुंजब का रहने वाला हू. मेरी उमर 24 साल है, और हाइट 5’8″ है. मेरा लंड 7 इंच का है, और मैं काफ़ी लंबा टिकता हू. मेरी फॅमिली में मेरे अलावा सिर्फ़ मेरे भैया और भाभी है.
मेरे भैया मुझसे 14 साल बड़े है, और उन्होने ही मुझे पाल-पॉस कर बड़ा किया है. मेरी भाभी मुझसे 10 साल बड़ी है. उनका फिगर 36″32″38″ है. भाभी का रंग गोरा है, और गांद बहुत सेक्सी है.
बचपन से मुझे भाभी ने मा का प्यार दिया है. और जवानी में मेरा बिस्तर गरम किया है. सीधा बोलू, तो मेरी भाभी एक रांड़ है. अब इस बात का मुझे कब पता चला, वो मैं आपको इस कहानी में बतौँगा.
आज से 12 साल पहले मेरे भैया की शादी भाभी से हुई थी. उसके बाद उनके अक्सर झगड़े होते थे. अगर मैं आज उन झगडो की वजह सोचु, तो मेरे अकॉरडिंग भाभी भैया से संतुष्ट नही थी.
उनकी शादी के 6 महीने बाद मेरे मों-दाद की आक्सिडेंट में डेत हो गयी. अब हम 3 ही फॅमिली में रह गये थे. मों-दाद की डेत के बाद भाभी आज़ाद हो गयी थी. अब भैया के जाने के बाद वो घर पर अकेली होती है. फिर एक दिन मैने कुछ देखा-
हम लोग ऑटो में मार्केट जेया रहे थे. ऑटो वाला काफ़ी लंबा-छुड़ा, और हॅंडसम आदमी था. वो शीशे में भाभी को देख रहा था. तभी भाभी की नज़र उस आदमी पर पड़ी, और भाभी बोली-
भाभी: क्या बात है? इतना घूर कर क्यू देख रहे हो?
ऑटो वाला: मेडम आप से नज़र ही नही हॅट रही, मैं क्या करू?
ये सुन कर भाभी शर्मा गयी. फिर भाभी ने बोला-
भाभी: शादी-शुदा हो?
ऑटो वाला: नही जी, अभी तो बहुत मज़े करने बाकी है.
भाभी: सिर्फ़ मज़े करते ही हो, या करवाते भी हो?
ऑटो वाला: अगर मौका मिल जाए, तो आत्मा भी सातुष्ट कर देता हू.
ये सुन कर भाभी फिरसे स्माइल करने लगी. तभी भाभी ने अपने बाग से पेन और पेपर निकाला, और अपना नंबर लिख लिया. फिर ऑटो से उतरते हुए भाभी ने वो नंबर वाली पर्ची ऑटो में फेंक दी.
अगले दो दिन कुछ नही हुआ. जब तीसरे दिन मैं स्कूल से घर आया, तो मैने उस ऑटो वाले को ड्रॉयिंग रूम में बैठे देखा. भाभी उससे हस्स-हस्स कर बाते कर रही थी. भाभी ने येल्लो शर्ट और ब्लॅक लेगैंग्स पहनी हुई थी. मुझे देख कर भाभी ने मुझे बोला-
भाभी: आ गये लॉविश. आओ अंकल से मिलो.
फिर मैने उनको हेलो बोला, और भाभी ने मुझे लंच दिया. उसके बाद भाभी मुझे मेरे रूम में ले गयी, और मुझे सोने को कहा. मुझे नींद नही आ रही थी, तो मैं वापस बाहर आ गया.
बाहर आके मैने देखा, की भाभी और वो आदमी बाहर नही बैठे थे. मुझे भाभी के रूम से आवाज़ आ रही थी, तो मैं उनके रूम की तरफ चल पड़ा. जैसे ही मैं रूम के गाते पर पहुँचा, तो मैं हैरान रह गया.
उस आदमी ने मेरी भाभी को गले से लगाया हुआ था. दरवाज़े की तरफ भाभी की पीठ थी. उस आदमी के हाथ मेरी भाभी की गांद पर थे, और वो भाभी को किस कर रहा था. भाभी भी उसका साथ दे रही थी.
फिर वो आदमी बेड पर बैठ गया, और उसने भाभी को अपनी एक जाँघ पर बिता लिया. अब वो भाभी के गाल चूमने लगा, और अपने एक हाथ से भाभी के बूब्स दबाने लगा. भाभी की साँसे लगातार तेज़ हो रही थी.
फिर वो आदमी अपना हाथ भाभी की टाँगो के बीच में ले गया, और उनकी जांघे और छूट मसालने लगा. इससे भाभी की आहें और ज़ोर की और कामुक हो गयी.
उसके बाद उसने भाभी को खड़ा किया, की उनका शर्ट उतार दिया. अब भाभी की ब्रा का स्ट्रॅप दिख रहा था. फिर उसने ब्रा का हुक भी खोल दिया, और भाभी के मोटे-मोटे बूब्स उछाल कर बाहर आ गये. वो पागलो की तरह भाभी के बूब्स पर टूट पड़ा.
भाभी आहें भरने लगी, और मज़े से उसको बूब्स चुसवाने लगी. उसने चूस-चूस कर भाभी के बूब्स लाल कर दिए. फिर उसने खड़े-खड़े ही भाभी की लेगैंग्स उतार दी. अब भाभी उसके सामने सिर्फ़ पनटी में थी.
भाभी का जिस्म कमाल का लग रहा था. उनकी गांद एक-दूं मस्त थी, और उसमे पनटी फ़ससी हुई थी. फिर उसने भाभी को बेड पर लिटाया, और उनकी पनटी उतार दी. भाभी की छूट को देखते ही उसने छूट पर अपना मूह लगा दिया, और उसको चूसना शुरू कर दिया.
कुछ देर छूट चूसने के बाद वो बोला-
ऑटो वाला: क्या स्वाद है तेरी छूट का. लेकिन लगता है आचे से चूड़ी नही है.
भाभी: कहा चूड़ी है. बाय्फ्रेंड के बाद पति से चुड़वति हू. उसका लंड इसको ना तो पूरा फाड़ सकता है, ना ही मुझे संतुष्ट कर सकता है.
ऑटो वाला: कोई बात नही, आज मैं तुझे आचे से संतुष्ट कर दूँगा. आज तेरी छूट में दर्द भी होगा, और तुझे मज़ा भी बहुत आएगा. मैं तेरी ऐसी चुदाई करूँगा, जो सुहाग-रात जैसी होगी.
ये बोल कर ऑटो वाले ने अपने कपड़े उतार दिए. उसका 7 इंच कर लंबा-मोटा लंड अब भाभी के सामने थे. भाभी खुश थी, क्यूकी उसको लंड मिल रहा था. भाभी ने उसका लंड देखते ही अपनी छूट खोल दी.
फिर उसने अपना लंड भाभी की गीली छूट पर रखा, लेकिन तभी भाभी ने उसको रोक दिया. भाभी उसको बोली-.
भाभी: पहले इस चॉक्लेट का मज़ा तो लेने दो.
ये कह कर भाभी ने उस आदमी का लंड पकड़ा, और अपने मूह में डाल लिया. भाभी ज़ोर-ज़ोर से और मज़े से उसके लंड को चूसने लगी. फिर वो आदमी जोश में आ गया, और उसने भाभी के बाल पकड़ लिए. उसके बाद वो भाभी के मूह में ज़ोर-ज़ोर के धक्के देने लगा.
अब वो भाभी का मूह किसी रंडी की तरह छोड़ रहा था. वो भाभी के मूह पर थप्पड़ भी मार रहा था. फिर उसने लंड भाभी के मूह से निकाला, और भाभी को बेड पर लिटा लिया. फिर उसने अपना लंड भाभी की छूट पर सेट किया, और एक ज़ोर का झटका मारा.
भाभी की चीख निकली, और उसका आधा लंड भाभी के अंदर चला गया. फिर वो धक्के देता रहा, और 4-5 धक्को में उसका पूरा लंड भाभी की छूट में समा गया. अब भाभी कामुक आहें भरने लगी. फिर भाभी बोली-
भाभी: आज मेरी सारी प्यास बुझा दे राजा. कब से मेरी छूट इस मज़े के लिए तड़प रही है.
फिर वो आदमी भाभी की छूट में ताबाद-तोड़ धक्के देने लगा. भाभी ने उसको अपनी आगोश में जकड़ा हुआ था. वो भी गांद हिला-हिला कर चुदाई में उसका साथ दे रही थी. वो आदमी भाभी को छोड़ने के साथ उनके बूब्स और होंठ भी चूस रहा था.
20 मिनिट की चुदाई के बाद ऑटो वाला भाभी के अंदर ही झाड़ गया. फिर वो दोनो कुछ देर लेते रहे. थोड़ी देर में भाभी फिरसे उसकी टाँगो पे आ गयी, और उसका लंड चूसने लगी. भाभी ने चूस-चूस कर उसका लंड खड़ा कर दिया. फिर भाभी उसको बोली-
भाभी: अभी तो मेरी गांद का मुहूरत भी करना है तुम्हे.
फिर भाभी उस आदमी के सामने घोड़ी बन गयी. उस आदमी ने भाभी की गांद पर थूका, और अपना लंड उसकी गांद के छेड़ पर सेट कर लिया. फिर उसने भाभी को जाकड़ लिया, और ज़ोर का धक्का मारा.
उसके धक्के से भाभी की चीख निकल गयी. एक बार भाभी ने पीछे हटने की कोशिश की, लेकिन उस आदमी ने भाभी को कस्स कर जाकड़ लिया. फिर वो भाभी के छूतदो पर थप्पड़ मारता रहा और लंड अंदर पुश करता रहा.
कुछ ही धक्को में उसका पूरा लंड भाभी की गांद में चला गया. भाभी की गांद के खून से उसका लंड लाल हो गया था. 25 मिनिट वो भाभी की गांद को बेरेहमी से छोड़ता रहा. फिर वो उनकी गांद के अंदर ही झाड़ गया.
उसके बाद वो दोनो कुछ देर लेते रहे. थोड़ी देर लेटने के बाद वो उठा, और अपने कपड़े पहन कर चला गया. अगले कुछ सालो तक ऐसे बहुत से सीन मुझे देखने को मिले. भाभी कभी दूधवाले से चूड़ी, तो कभी प्लमबर से. उन्होने तो जमादार को भी नही बक्षा.
फिर जब मैं बड़ा हो गया, तो भाभी ने मुझे छोड़ना सिखाया. पिछले 6 साल से मैं अपनी भाभी को छोड़ रहा हू. मेरी तो पूरी ऐश है. एक तो इतनी सेक्सी भाभी को छोड़ने को मिलता है, उपर से वो मुझे पैसे भी देती है.
अब भाभी की गांद और बूब्स और बड़े हो गये है. मैं तो रोज़ उनके साथ खेलता हू. मैने घर के हर कोने में उनको छोड़ा हुआ है. अब मैं सोच रहा हू, की किसी को साथ लेके उनके साथ थ्रीसम करू.
तो अगर आप लोगो में से कोई थ्रीसम में इंट्रेस्टेड हो, तो अपनी मैल ईद मेन्षन कर देना. अगर कहानी का मज़ा आया हो, तो इसको लीके और कॉमेंट ज़रूर करना.