ही रीडर्स, मैं हू मनोज कुमार. मैं अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आया हू. उमीद करता हू की आपने पिछले पार्ट्स पढ़े होंगे, और आपको मज़ा भी आया होगा. पिछले पार्ट में आपने पढ़ा की किस तरह मैने अपनी बेटी को छोड़ा. अब आयेज बढ़ते है.
चुदाई के बाद मेरी बेटी भी मेरी रंडी बन गयी थी. अब मैं जब चाहे उसको छोड़ लेता था, और जब चाहे अपनी सेक्रेटरी को भी मज़े से छोड़ता था. मेरे पास दो-दो जवान छूट थी, जिनको मैं अपना लंड शांत करने के लिए इस्तेमाल करता था.
6 महीने इसी तरह निकल गये. फिर एक दिन मुझे नीना की कॉल आई, जो मेरी असली सेक्रेटरी थी.
नीना: हेलो सिर.
मैं: हेलो नीना, कैसी हो?
नीना: मैं ठीक हू सिर. आप कैसे हो?
मैं: मैं भी ठीक हू. बताओ कैसे याद किया?
नीना: सिर आक्च्युयली मैं अपनी जॉब कंटिन्यू करना चाहती थी. तो क्या मैं दोबारा ऑफीस जाय्न कर सकती हू?
मैं: हा-हा बिल्कुल. तुम्हारी सीट तुम्हारी वेट कर रही है.
फिर अगले दिन नीना मेरे कॅबिन में आई.
नीना: मे ई कम इन सिर?
मैं: एस कम इन.
मेरी नज़र जैसे ही नीना पर पड़ी, मैं उसको देखता ही रह गया. नीना ने वाइट शर्ट और जीन्स पहनी हुई थी. उसका साइज़ पहले से बढ़ चुका था, और वो अलग लग रही थी.
विधवा होने से पहले नीना बेहन जी बन कर रहती थी, और सलवार सूट पहनती थी. उसको देख कर ऐसा लगता था, जैसा उसकी ज़िंदगी में से रस्स ख़तम हो गया था. लेकिन अब सीन कुछ और ही था.
टाइट शर्ट में से उसके बूब्स टाइट एक-दूं खड़े हुए लग रहे थे. जीन्स में उसकी टाइट जांघें कमाल की लग रही थी. पेट उसका बिल्कुल अंदर था. उसको देखते ही उसको छोड़ना का दिल कर रहा था. उसका फिगर तकरीबन 36-30-38 का होगा.
फिर मैने उसकी जॉब कंटिन्यू करवा दी. अब मेरी आँखों के सामने उसकी गांद ही घूम रही थी. लेकिन मुझे ये नही पता था, की मैं उसको कैसे छोड़ सकता था. फिर टीना मेरे कॅबिन में आई, और बोली-
टीना: जानू आज कुछ करोगे नही? बहुत मूड बन रहा है.
मेरा तो पहले से ही खड़ा था. मैं उसको बातरूम में ले गया, और उसको घोड़ी बना कर उसको छोड़ना शुरू कर दिया. छोड़ते हुए मैने उसको पूछा-
मैं: ये नीना तो बिल्कुल ही बदल गयी है.
टीना: हा, दीदी तो मानो आज़ाद हो गयी है.
मैं: वो कैसे (धक्के मारते हुए)?
टीना: दीदी का पति उनको तंग करता था. एक पैसा भी नही देता था. उनकी सास भी उनको दुखी करती थी. पति के मरने के बाद सब कुछ दीदी का हो गया, और सास अब दीदी के टुकड़ो पर पलटी है. तो सास भी कुछ नही करती अब.
मैं: अछा, तो ये बात है?
टीना: क्यूँ, दीदी पर दिल आ गया है क्या आपका?
मैं: नही, ऐसा कुछ नही है.
टीना: आ, मैं जानती हू की दीदी अब पहले से स्मार्ट लगती है. और आपका गांद का शौंक भी मुझे पता है. लेकिन उनका बाय्फ्रेंड है पहले से, तो वो नही पाटने वाली. वो उसको बहुत प्यार करती है.
मैं: कोई ना देखते है.
अब मैं कोई प्लान सोचने लगा. मैने नीना के बाय्फ्रेंड का पता करवाया तो पता चला, की वो लड़का जॉब की तलाश में था. फिर मैने उसको एक एजेन्सी के थ्रू अपने ऑफीस में इंटरव्यू की लेटर भेज दी. वो भी इंटरव्यू देने आ गया. उस लड़के का नाम नकुल था. फिर मैने उसको जॉब दे दी.
उसके मेरे ऑफीस में जॉब लगने से नीना बहुत खुश थी. अब वो इकट्ठे आते-जाते थे ऑफीस में. टीना ने एक दिन मुझसे पूछा-
टीना: सिर यही नीना का बाय्फ्रेंड है.
मैं: पता है.
टीना: ओक.
फिर वो कुछ सोचते हुए चली गयी. कुछ दिन ऐसे ही बीट गये. नीना और नकुल सारा दिन एक-दूसरे से नैन-मटक्का करते थे. और मेरी नज़र उन दोनो पर थी. फिर एक दिन मैने नकुल को ओवरटाइम करने के किए बोल दिया. वो भी मान गया.
फिर अगले दिन मैने अपने ऑफीस से 10 लाख रुपय गायब कर दिए. फिर पोलीस आई, और क्यूंकी नकुल ऑफीस में ओवरटाइम पर था, तो सारा शक उसपे गया. मैने भी उसकी कोई गॅरेंटी नही ली तो पोलीस उसको पकड़ कर ले गयी. इससे नीना अपसेट हो गयी.
उसी दिन सब के जाने के बाद नीना मेरे ऑफीस में आई. उसने मुझसे कहा-
नीना: सिर.
मैं: हा नीना बोलो.
नीना: सिर नकुल ने कुछ नही किया सिर.
मैं: तुम्हे कैसे पता?
नीना: मैं जानती हू उसको सिर.
मैं: नीना तुम ऐसे लड़कों को नही जानती. ये सेयेल ऐसे ही अपना काम करते है.
नीना: नही सिर, मैं पहले से उसको जानती हू.
मैं: पहले से?
नीना: जी सिर.
मैं: कोई रिश्तेदार है वो तुम्हारा?
नीना: नही सिर, वो मेरा बॉय…
मैं: क्या?
नीना: बाय्फ्रेंड है सिर.
मैं: क्या, बाय्फ्रेंड. लेकिन तुम्हारे हज़्बेंड की तो अभी रीसेंट्ली ही डेत हुई है.
नीना: जी सिर, मैं उससे पहले से प्यार करती थी.
मैं: अछा तो ये बात है.
नीना ने उस दिन ब्लॅक लेगैंग्स और रेड शर्ट पहना हुआ था बिना दुपट्टे के. उसके बूब्स उभरे हुए नज़र आ रहे थे, और मेरे मूह में पानी आ रहा था. फिर मैं अपनी चेर से खड़ा हुआ, और उसको पास गया. मैने उसके शोल्डर पर हाथ रखा और बोला-
मैं: देखो नीना बहुत बड़ी अमाउंट गायब हुई है. मुझे नही पता ये नकुल ने किया है या नही, लेकिन एक बार उससे पूछना तो पड़ेगा. और पोलीस का पूछने का तरीका ही ऐसा होता है, की लोग ना किए हुए जुर्म भी मान जाते है. लेकिन फिर भी मैं अपनी कंप्लेंट वापस ले सकता हू. लेकिन उसके लिए तुम्हे.
और ये कह कर मैने उसका बूब दबा दिया.
नीना मेरी तरफ हैरानी से देखने लगी और बोली-
नीना: सिर ये आप क्या बोल रहे है?
मैं: वही जो तुमने सुना है. कोई ज़बरदस्ती नही है. देखो जो तुम अपने बाय्फ्रेंड के साथ करती हो, वही मेरे साथ करो. और मैं अपनी कंप्लेंट वापस ले लूँगा. सोच लो.
अब नीना मेरे सामने चुप खड़ी थी. मेरी आँखों में उसके जिस्म के लिए हवस भारी थी. वो सोच रही थी की उसको क्या जवाब देना चाहिए, और मैं क्या सुनना चाहता था, ये तो आप सब लोग जानते ही है.
तो आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. अगला पार्ट लास्ट पार्ट होगा. तो वेट कीजिए आखरी पार्ट के मज़े के लिए.