हेलो गाइस, मेरा नाम विष्णु है, और मैं मुंबई से हू. मेरी आगे 25 है. आज मैं आप लोगों के लिए मेरी स्टेपमों जिनका नाम मनाली है, की कहानी लेके आया हू. तो चलो अब ज़्यादा इंट्रोड्यूस नही देता हू, आंड स्टोरी पे आता हू. तुम लोग भी अपने लंड पकड़ के, और लड़कियाँ अपने बूब्स और छूट पे हाथ रख के बैठ जाओ.
तो मेरी फॅमिली में 4 लोग है, मेरे दाद, जो की एक रियल एस्टेट बिज़्नेसमॅन है. मेरी एक बड़ी बेहन जिसका नाम शोनल है, देखने में बहुत ही ज़्यादा गोरी है. वो पूरी तरह भारी हुई है. मेरी छ्होटी बहें आकांक्षा, और मेरी स्टेपमों जो की 37 की है.
उसका रंग बहुत ही गोरा है. उसके बूब्स उफ़फ्फ़ 36″ के नॅचुरल टिट्स, कमर 30″ की है. उसकी नेवेल को अगर किसी ने देख लिया तो बस उधर ही पिघल जाएगा. और उसकी आस 36″ की है, जो हिलती है तो क्या बतौ कितनी बवाल लगती है.
मेरी रियल मों ने किसी और के साथ शादी कर ली थी, जिस वजह से मेरे दाद ने भी कुछ साल बात मनाली के साथ शादी कर ली. मेरे मों दाद का एक अंडरस्टॅंडिंग के साथ डाइवोर्स हुआ था. तो इसलिए किसी को भी मेंटल एफेक्ट नही हुआ. मनाली भी बहुत ही ज़्यादा अंडरस्टॅंडिंग और फ्री माइंडेड मों है. मैने कुछ भी उसके साथ ऐसा-वैसा करने की नही सोची थी. पर उस दिन क्या हो गया क्या पता.
2020 में मेरे दाद ने एक फ्लॅट लिया था रेंट पे देने के लिए फॉर इनकम. और दाद ने उसको सेमी फर्निश्ड भी कर दिया था. बिकॉज़ बहुत से लोगों को सेमी फर्निश्ड फ्लॅट चाहिए होता है. फिर दाद अपने दोस्तों के साथ आउट ऑफ टाउन चले गये, और घर पे सिर्फ़ मैं मेरी छ्होटी बेहन और मों ही थी. एक दिन मों ने कहा-
मों: अर्रे विष्णु, चलो हम लोग नया फ्लॅट देख कर आते है, की कैसा फर्निचर है और कैसा घर है.
मे: अर्रे मम्मी बहुत काम है मुझे. मैं नही आ सकता.
आकांक्षा: मैं भी नही आने वाली. मैने तो देख लिया है. फ्लॅट बहुत ही ज़्यादा अछा है. बहुत सही सोफा, बेड, टेबल और किचन का कुछ समान है वाहा. और दाद ने उधर ड्रिंक्स भी ला कर रखी है हहे.
मों: तो फिर चलो, मेरा तो काम होगा. ड्रिंक्स है तो मुझे तो आराम है.
आकांक्षा: पर टीवी नही है, ना की विफी. और मुझ ड्रिंक आप लोग अलो भी नही करते. तो क्या फन? इसलिए मैं नही आ रही हू.
मों: अर्रे विष्णु, तू चल मेरे साथ. मुझे कों लेकर जाएगा उदार? प्लीज़ चलो ना बेटा. अपनी मा को ऐसे माना नही करते.
और मों पास आके, मेरी बॅक के साथ चिपक कर, मेरा हाथ पकड़ के बोली-
मों (पता नही क्यूँ पर मुझे उनके पास आते ही मों के जिस्म की सॉफ्टनेस को फील करके बहुत ही ज़्यादा अछा लगा): विष्णु अगर तुझे चाहिए तो तू भी एक छ्होटी बॉटल बियर की पी लेना. बस अब तो चल ना.
और उनके बूब्स मेरे हाथ की साइड को टच हो रहे थे. उफफफ्फ़ मेरे मॅन में बहुत अजीब सा फील हुआ. मैने फिर एक नज़र उनके बूब्स पे मारी. ऑम्ग पहली बार एक ग़लत नज़र से देख रहा था, और क्या माममे थे यार. इतने बड़े-बड़े, और देखने में बहुत ही ज़्यादा मुलायम. ऐसा लगा की और एक लोवे बीते दे डू तो अछा निशान आ जाएगे. मॅन कर रह था की दबा लू. पर कंट्रोल कर लिया.
मे: अछा ठीक है चलो, पर अगर ये बारिश कल तक आई तो (बाहर बारिश हो रही थी)?
मों: कुछ नही, हम देख लेंगे.
लेकिन बाहर बारिश बहुत तेज़ हो गयी, तो हमने अगले दिन जाने का डिसाइड किया. पता नही मों को इतनी तड़प क्यूँ थी फ्लॅट पे जाने की. वो ही सोच रहा था मैं रात को और फिर मों मेरे रूम में आई. फक, उसने जिम के ड्रेसिंग की थी. फुल टाइट पंत और टाइट त-शर्ट. क्या फिगर दिख रहा था उनका, और नेक से स्वेट दिख रहा था.
मैं तो उनको ऐसे देख के पूरी तरह से सिड्यूस हो गया था. उनके बड़े-बड़े बूब्स और बड़ी गांद को देख कर मैं पागल होने लगा था. फिर वो मेरे पास आ कर बोली-
मों: सुन आज चली सोजा, कल जल्दी निकलना है. ठीक है?
मे: हा ठीक है मम्मी. अभी सो जाता हू ( और मेरा लंड फुल टाइट हो गया था).
मों ( मों की नज़र गिरी मेरे लंड पे): ये क्या है?
मे ( डरते हुए): क्या, कुछ भी तो नही.
मों (थोड़े गुस्से में): संभाल खुद को, बहुत बड़ा हो रहा है.
मे: बड़ा हो रहा है क्या?
मों (छ्होटी सी स्माइल के साथ): तू बड़ा हो रहा है. चल अब सो जेया.
मे: हा ठीक है मों, चलो गुड नाइट ( और मेरा लंड और टाइट हो गया उसके बूब्स को देख कर).
तभी मैने फिरसे बोला: मों एक गुड नाइट हग तो दो.
मों: आजा बेटा.
तब उसके बूब्स मुझे टच हुए. अफ क्या मस्त फीलिंग थी क्या बतौ. पूरी तरह से पिघल गया मैं तो. इतने सॉफ्ट थे की मैं क्या बतौ? मा हो तो ऐसी. अब पता चला की दाद ने दूसरी शादी क्यूँ की थी. रोज़-रोज़ जो मज़े लेने थे.
नेक्स्ट दे:-
मों ने ब्लू जीन्स और एक येल्लो त-शर्ट पहनी थी, जिसमे वो एक बॉम्ब लग रही थी. क्या बतौ मेरी हालत बहुत खराब हो रही थी. मेरा लंड तो उसको देख-देख टाइट होता जेया रहा था. उस पतली कमर और सेक्सी फट आस को देख कर मॅन कर रहा था की डॉगी-स्टाइल में अभी के अभी ले लू. उफफफफफ्फ़ बुत कंट्रोल कर लिया. पता नही आज कल मेरे माइंड में क्या चल रहा था. तो मैने उस वक़्त इग्नोर किया और आयेज बढ़ गया.
मैं अपनी बिके निकली, और हम दोनो 7 केयेम डोर अपने न्यू फ्लॅट पे जाने लगे. बीच में एक खराब रास्ता आया, और मेरी बिके हिल गयी. मों ने अपना हाथ मेरे थाइस पे रख दिया, तो मुझे हवस की भूख लगने लगी.
फिर मैने अपनी बॅक थोड़ी सीधी की, और मों के पास जाने की कोशिश करने लगा. फिर मैने एक झटके से ब्रेक मार दी, और उनके बूब्स मेरी बॅक पे प्रेस हो गये. क्या बाटू उफफफ्फ़ जन्नत की तरह फील हुआ. ऐसे ही मैने 5-6 बार उनके बूब्स का मज़ा लिया, और वो मेरे स्टमक और थाइस को कस्स के पकड़ रही थी.
तभी ग़लती से मों का हाथ मेरे लंबे टाइट लंड पे लगा, और मों ने ग़लती से उसको पकड़ लिया. उफफफफ्फ़ जब मों ने दबाया था, मैं क्या बतौ कैसा फील हुआ. मॅन किया की बोलू मम्मी को की तोड़ा हिला दे जब पकड़ ही लिया है तो.
मों: श्िीिइ ये क्या है. सॉरी-सॉरी ग़लती से हो गया.
मे: कोई बात नही चलेगा, आप ठीक से बैठो.
मों (थोड़ी मस्ती से): तेरी गर्लफ्रेंड तो बहुत नसीब वाली होगी रे.
मे: मेरी तो कोई गफ़ नही पिछले 6 मंत्स से. पर क्यूँ नसीब वाली होगी?
मों (शरमाते हुए): तू बड़ा जो हो गया है. छ्चोढ़ ये सब.
मे: मैं बड़ा हो गया हू या कुछ और बड़ा हो गया है (मस्ती में बोला)?
मों: चुप होज़ा, आज कल बहुत बोलता है तू.
और फिर हम लोग बिल्डिंग के अंदर पहुँच गये. फ्लॅट पे जाते ही मों ने देखा की उधर मों की चाय्स की दारू नही थी. बस रूम की बॉटल ही थी. फिर मों और मैं दारू लेने बाहर निकल गये. हमे 0आता था की वाइन शॉप बस एक केयेम की दूरी पे ही थी. हमने बिके निकली और बाहर निकले तो ज़ोर से बारिश शुरू हो गयी.
मे: छ्चोढो बारिश बहुत है, बाद में जाते है.
मों: अर्रे नही, चल मुझे नही लगता की बारिश रुखने वाली है. और मेरे पास अंब्रेला है. चल अभी लेकर आ जाए.
मे: ठीक है फिर चलो.
और फिर मों ने अंब्रेला खोला और हम लोग निकल गये. पर बारिश इतनी ज़ोर से थी की मैं भीग रहा था. तो मैं बोला मों को की मेरी तरफ करे अंब्रेला. जब मों ने मेरी तरफ किया तो हवा से अंब्रेला टूट गया, और नीचे गिर गया. मैं बिके रोक के अंब्रेला लेने जाने लगा, तो मों ने बोला-
मों: छ्चोढ़ अब इसे, चल जल्दी.
फिर हम लोग बारिश में यू ही बिना अंब्रेला के वाइन शॉप तक पहुँचे. हमने मों का वोड्का लिया, और मेरी बियर लेकर वापस निकले. तब तक हम दोनो ही बहुत ही ज़्यादा बुरी तरह से पानी से भीग चुके थे.
फिर यू ही हम लोग फ्लॅट तक पहुँचे और मैने डोर को लॉक किया. तभी मेरी नज़र मों पे गिरी तो मैं देखता ही रह गया. गीले कपड़ों में मों का समान, उनके वो दोनो बड़े-बड़े गोरे-गोरे बूब्स बिल्कुल क्लियर दिख रहे थे. मेरा लंड पूरा खड़ा था.
तभी उनके हाथ से बॉटल गिर गयी. वो बॉटल उठाने के लिए नीचे झुकी. उफफफ्फ़ उनकी बड़ी गांद को देख के तो मैं पागल सा हो गया. मॅन कर रहा था की अभी के अभी ही छोड़ डू पकड़ के. उनकी गालों से पानी नीचे उनकी गोरी नेक तक जेया रहा था. उसके बाद उनकी बड़ी क्लेवगे तक पहुँच रहा था.
मैं तो बस उसके बड़े-बड़े गोल-गोल बूब्स को ही देखे जेया रहा था. तब मों ने मुझे गुस्से से देखा.
उन्होने मुझे क्या कहा, और आयेज क्या हुआ, ये आपको कहानी के अगले पार्ट में पता चलेगा. अगर आपको कहानी का मज़ा आया हो, तो इसको शेर ज़रूर करे. कहानी पढ़ने के लिए धन्यवाद.