ही दोस्तो, उमिद इस सेक्स कहानी का पूरा मज़ा लेने के लिए “हवस के रिश्ते-2” ज़रूर पढ़िए. अब आयेज..
अपनी बहू के बूब्स सहलाने के बाद उसका लंड भी अब पूरी तरह से खड़ा हो गया था. अनिता का भी बुरा हाल हो रा था, उसके पूरे जिस्म मे गरमी च्चाने लग गयइ थी.
राम लाल का खड़ा हुआ लंड बार बार अनिता की छूट पर लग रा था. इससे अनिता को बहोट ही अछा लग रा था, पर दिकाट ये थी. की इस सुख के बारे मे वो अपने ससुर से किस मूह से कहती. अंदर ही अंदर अनिता चाहती थी, की इस मामले मे पहेल पहले उसके ससुर जी करे.
अनिता अब अपना सारा दुख दर्द भूल कर सिर्फ़ अपने ससुर के एक एक टच का मज़ा ले र्ही थी. राम लाल किसी ना किसी बहाने से बातो बातो मे अपनी बहू अनिता के बूब्स को च्छू रा था. अनिता उन्हे कुछ न्ही कह र्ही थी, ये सब देख कर राम लाल साँझ गया की अब अनिता त्यआर है इसलिए वो बोला.
राम लाल – आयो बहू बैठ कर बात करते है हम दोनो, तुझे अभी मैने बहोट कुछ समझना है. अछा तू ये बीटीये अब मैने तुझे बहोट प्यार से च्छुआ, उससे तुम्हे किन बुरा तो न्ही लगा ?
अनिता – न्ही जी.
राम लाल ने जब अनिता के मूह न्ही सुना तो उसके दिल मे खुशी के लड्डू फूटने लग गये. इससे उसने एक बार फिर से अनिता को अपनी बाहों मे भरा और बोला.
राम लाल – देख बहू आज तुझे मैं एक सीडी दूँगा, उसे देख कर आचे से आचे ना मर्द भी मर्द बन जाता है. पर मैं चाहता हूँ, की तू उसे दिखाने से पहले एक बार टाइम निकल तू अकेले मे ये सीडी देखे. ताकि तुझे मेरी बात का विश्वास हो जाए की मैं झूट न्ही बोल रा हूँ.
अनिता – क्यो पापा ऐसा क्या इसमे ?
राम लाल – इस सीडी मे ऐसी ऐसी मूवीस है, जिसे देख कर औरत और मर्द पागल हो उठते है. और रात को जो औरत मर्द के बीच मे होता है, वो सब उसमे है.
ये कहते कहते राम लाल ने मोका देख कर एक बार फिर से उसके बूब्स को मसल दिया और अपना एक हाथ उसके पत्तो पर र्ख दिया. इससे अनिता के मूह से आहह सीयी की आवाज़ आई और फिर राम लाल बोला.
राम लाल – अछा बहू क्या तू विश्वास कर स्काती है, की एक औरत अपने एक फुट का ले स्काती है.
अनिता हैरानी से बोली – न्ही पापा जी ऐसे केसे हो सकता है, एक फुट अगर एक औरत अंदर लेगी. तो वो पक्का मार जाएगी. क्योकि औरत के अंदर इतनी जगह न्ही होती पापा.
राम लाल – मुझे पता था, की तू मेरी बात पर यकीन न्ही करेगी. पर जब मैं तुझे कल वो सीडी दूँगा और जब तू उसे देखेगी तो तू खुद मेरी बात पर विश्वास करने लग जाएगी.
अनिता – पापा जी आप मुझे आज ही दिखायो ना वो सीडी. मैं भी देखना चाहती हूँ, की उस सीडी मे ऐसा क्या है.
राम लाल – मेरी बेटी तू ज़िद ना कर, देख कल अनमोल रात को एक शादी मे जाएगा. मैं तभी तुझे वो सीडी दूँगा. तब तू आराम से उसे पूरी देख लियो, और वेसए भी अभी अनमोल के आने का टाइम हो रा है.
राम लाल ने अपनी बहू अनिता के गुलाबी गालो पर एक प्यारी से किस करी. और अपने एक हाथ से उसके बूब्स को मसाला और एक हाथ से कपड़ो के बाहर से उसकी छूट को मसल कर वो बाहर चला गया.
जेसे ही रामलाल अनिता के रूम से बाहर निकाला तभी अनमोल अंदर आ गया. अनिता ये देख कर उपेर वेल का धनवाद कर र्ही थी, की अछा हुआ की पापा जी टाइम पर मेरे रूम से निकल गये. अगर अनमोल पापा को मेरे पास ऐसे बैठे देखते तो उनके दिमाग़ मे शक पैदा हो जाता.
ऐसे ही फिर रात हो गयइ, आज फिर पति पत्नी एक साथ बेड पर आ गये. अनिता ने आज भी पहले करते हुए अपना हाथ अनमोल के लंड की तरफ बदाना शुरू कर दिया. कुछ ही देर मे अनमोला का लंड अनिता के हाथ मे आ गया और वो ज़ोर ज़ोर से अपने पति के लंड को मसालने लग गयइ.
पर अनमोल का लंड सोया हुआ था, उसमे ज़रा सी भी जान न्ही थी. अनमोल बिना कुछ बोले चुप छाप लेता हुआ था. पर अनिता इतनी जल्दी हार मानने वाली न्ही थी, वो उठ कर बैठी और अपने पति अनमोल का लंड ज़ोर ज़ोर से चूसने लग गयइ.
अनिता के काफ़ी देर तक अनमोल का लंड चूसा और कुछ देर बाद उसकी मेहनत रंग लाई. अनमोल का लंड खड़ा हो गया, ये देख कर अनिता की आँखें चमक उठी. उसने जल्दी से अपने सारे कपड़े निकले और अपनी दोनो टॅंगो के साथ अपनी छूट खोल वो अनमोल के लंड पर सॉवॅर हो गयइ.
अनमोल का लंड बहोट मुश्किल से अनिता की छूट के अंदर गया. लंड को छूट के अंदर डालते ही अनिता को मज़ा आ गया, वो उस मज़े को आँखें बंद करके महसूस कर र्ही थी. फिर वो अपनी गंद उठा कर उपेर नीचे होने लग गयइ. अभी एक मिनिट भी पूरा न्ही हुआ था.
और अनमोल के लंड अपनी पिचकारी मारनी शुरू कर दी, और फिर अनमोल का एक दम छ्होटा सा हो गया और अपने आप अनिता की छूट से बाहर निकल आया. ये सब देख कर अनिता का गुस्सा अब सातवें आसमान पर था.
पर अब अनिता कर भी क्या स्काती थी, क्योकि उसके पति मे अब दम ही न्ही था. इसलिए अनिता पूरी रात अपनी छूट मे उंगली दल कर उसकी प्यास शांत करने की नाकाम कोशिश करती थी.
अगले दिन अनमोल ने एक शादी मे जाना था, ये सोच सोच कर अनिता फूली न्ही समा र्ही थी. वो जल्दी से जल्दी रात का होने का इंतेज़ार कर र्ही थी, आज के दिन एक एक मिनिट भी अनिता को एक साल के बराबर लग रा था.
अनिता पूरा दिन अपने ससुर के ख़यालो मे खोई र्ही. उसे कल का अपने ससुर का एक एक टच याद आ रा था. केसे उन्होने उसके सिर से शुरुवत करी और फिर उसके गॉल उसकी गार्डेन, फिर उसकी कमर और बाद मे उसके चुटटरो पर उन्होने अपने हाथ लगाया. पर अनिता को सबसे ज़्यादा अछा तो उनका बार बार किसी ना किसी बहाने से उसके बूब्स को चुना अछा लगा था. ये सब याद कर के अनिता की छूट पानी छोड़ने लग गयइ थी.
अनिता पूरा दिन इन्ही मस्त गरम ख़यालो मे खोई रही. फिर शाम हुई और अनमोल शादी मे चला गया. अब जा कर अनिता को चैन मिला था, आज उसने पक्का कर लिया था. की आज रात वो अपने ससुर राम लाल के साथ अपनी जवानी के खूब खुल कर मज़ा लेगी.
फिर रात हो गयइ और अनिता अपने रूम मे बैठी अपने ससुर राम लाल का कब से वेट कर र्ही थी. अचानक ही उसके दरवाजे पर दस्तक हुई, और अनिता ने भाग कर दरवाजा खोला, तो उसके सामने उसका ससुर राम लाल खड़ा था. अनिता रूम के अंदर आ गयइ, और राम लाल भी उसके पीछे पीछे डोर बंद करके अंदर आया.
अनिता उतावली हो कर बोली – पापा जी दी दो वो सीडी, जिसके बारे मे आप मुझे कल बीटीये र्हे थे ?
राम लाल – हन बहू ये ले लो, इसे जल्दी से सीडी प्लेयर मे लगा दो.
अनिता ने सीडी देखते ही उसके हाथ से सीडी एक दम चीन ली और सीडी प्लेयर मे सीडी लगा दी. सीडी प्ले होते ही टीवी पर एक कवरी लड़की बेड पर नंगी अपनी दोनो टाँगे खोली लेआतए हुए थी. और उनकी दोनो टॅंगो मे एक मर्द अपना लंड मोटा और लंबा लंड उसकी छूट मे दल रा था.
उस कवरी गोरी लड़की की छूट को वो अपने मोटे लंबे लंड से फाड़ कर र्ख देता है. जिससे उस लड़की को बहोट दर्द होता है, वो लड़की ज़ोर ज़ोर से छिला और रो र्ही थी. पर वो लड़का रुकने का नाम न्ही ले रा था, वो उसे ज़ोर ज़ोर से छोड़ने मे लगा हुआ था.
ये सब देख कर अनिता अपने ससुर से लिपट गयइ. राम लाल ने भी उसे अपनी बाहों मे भरा और उसके मत पर किस करके बोला.
राम लाल – क्या हुआ बेटी तुम तो अभी से दर गयइ, अभी तो शुरुवत हुई है. आयेज आयेज देखो होता है क्या ?
अब राम लाल का हाथ खुल कर अनिता के बूब्स पर चल रा था, अनिता उन्हे कुछ न्ही कह र्ही थी. अनिता को एक असली मर्द की बाहों मे ल्ट कर बहोट मज़ा आ रा था. फिर राम लाल ने अपनी बहू का हाथ पकड़ा और अपने लंड पर र्ख दिया. अनिता ने ज़रा सी भी ना नुकर न्ही करी.
उसने झट से लंड को कपड़ो के उपेर से ही पकड़ लिया और धीरे धीरे उसे शेलने लग गयइ. पर उसके दिमाग़ एक फुट के लंड वाली बात अभी तक थी, इसलिए वो बोली.
अनिता – पापा जी वो सेसएनए कब आएगा ?
राम लाल – कों सा सेसएनए बहू ?
ये कहते ही राम लाल ने अपना हाथ अनिता की छूट पर रगड़ना शुरू कर दिया. धीरे धीरे राम लाल ने अपनी एक उंगली अनिता की गुफा मे दल दी. जिससे अनिता एक दम से काँप उठी और उसके मूह सिसकारियो के साथ आवाज़ निकली.
अनिता – सीयी आहह पापा जी बस अब और बर्दाश न्ही हो रा है.
राम लाल अपनी बहू को अब और ज़्यादा तड़पाना चाहता था, इसलिए उसने अपनी उंगली उसकी छूट मे से निकल ली और बोला.
राम लाल – क्या बर्दाश न्ही हो रा है बहू ? शायद तुम्हे पसंद ही है अंदर उंगली लेना ठीक है मैं अभी बाहर निकल लेता हूँ.
राम लाल अपनी उंगली बाहर निकल कर अनिता से डोर हो बैठ जाता है. उसे आचे से पता था, की अनिता के पूरे जिस्म मे आग लगी हुई है. वो अपनी आग को शांत करवाने के लिए उसके पास ज़रूर आएगी. क्योकि अब उसकी जलती आग को एक लंड ही शांत कर स्कता था.
अनिता को लगा की अब उससे उसके ससुर नाराज़ हो गये है, इसलिए वो अचानक से गुस्सा हो कर उससे डोर हो कर बैठ गये है. अनिता उन्हे मानने के लिए उनके पास गयइ और उन्हे अपनी बाहों मे भर कर बोली – अरे पापा जी आप तो मेरी बात का बुरा ही मान गये.
राम लाल – अछा मैं बुरा मान गया, अभी तुमने ही तो खा था. की मुझ से बर्दाश न्ही हो रा है.
अनिता – ओ हू पापा जी आप मेरा मतलब न्ही समझे.
राम लाल – क्या मतलब है तुम्हारा ?
अनिता – अरे पापा जी अब तो सब कुछ जानते हो, की जब एक लड़की के अंदर आग लगी होती है तो उसे क्या चाहईीए होता है.
राम लाल – मुझे कुछ न्ही पता बहू की तुम्हे क्या चाहईीए ? अब भला तुम्हारे दिल की बात मैं केसे जान स्कता हूँ ?
अनिता – ठीक है, मैं एक इशारा करती हूँ. उसे आप समझने की कोशिश कीजिए.
राम लाल – ठीक है बोला.
अनिता – पापा जी अब आपको कुछ न्ही बोलूँगी. आप को जो कर करना है मेरे साथ कर लीजिए, मैं आपको रोकूंगी न्ही.
राम लाल – अछा अगर ऐसी बात है, तो तुम अपने सारे कपड़े उतरो. मैं तुम्हे पूरी नंगी देखना चाहता हूँ. और उसके बाद बेड पर ल्ट जाओ, मैं आज तेरी नंगी जवानी का पूरा मज़ा लेना चाहता हूँ.
अनिता – ठीक है पर आप मुझे खुद नंगी कीजिए, तो मैं आपके सामने नंगी ल्ट जौंगी.
राम लाल – ठीक है, पर तू पहले मेरे लंड की लंबाई और मोटाई देख ले. क्यो मैं न्ही चाहता की बाद मे तेरी छूट ज़्यादा फटत जाए और तू फिर सारा दोष मुझे दे.
ये कहते ही राम लाल ने अपने सारे कपड़े उतार कर फेंक दिए और अपना लंबा मोटा लंड निकल कर अनिता के हाथ मे दे दिया, अनिता ने उनका लंड देखा और शरमाते हुए बोली.
अनिता – पापा जी ये ठीक है मैं त्यआर हूँ.
अनिता की हन सुनते ही राम लाल ने उसके सारे कपड़े निकल कर उसे पूरा नंगा कर दिया. नंगी होते ही अनिता अपने ससुर से लिपट गयइ और उनका लंड अपने हाथ मे पकड़ कर बोली.
अनिता – पापा जी मैं आप से एक बात कहूँ आप बुरा तो न्ही मनोगे ?
राम लाल – हन बहू बोलो क्या बात है ?
अनिता – सच मे आप का लंड किसी हबशी जेसा ही है.
ये सुनते ही राम लाल का सीना छ्चोड़ा हो गया, तभी उसने टीवी की तरफ इशारा करते हुए उसे टीवी दिखाया. टीवी पर एक नीग्रो अपना करीब एक फुट लंबा लंड एक लड़की छूट मे दल रा था. उसने अपना आधा लंड उसकी छूट मे दल दिया था, ये देख कर अनिता की आँखें फटी की फटी रह गयइ.
उसके बाद राम लाल ने अनिता की छूट पर काफ़ी सारे बाल देखे जिसे उसने शेविंग क्रीम लगा कर शेव करके आचे से सॉफ कर दिया. राम लाल अपनी बहू की छूट को एक दम चिकना बना दिया था. पर जब अनिता ने अपने ससुर का लंड देखा तो वो भी बड़े बड़े बालो मे घिरा हुआ था.
इसलिए अनिता ने भी अपने ससुर के लंड के सारे बाल अपने हाथो से शेव करके सॉफ दिए. उसने अपने ससुर का लंड एक दम चिकना कर दिया था, फिर अनिता ने उनका चिकना लंड अपने मूह मे भरा और ज़ोर ज़ोर से वो उसे चूसने लग गयइ.
दोस्तो अभी कहानी जारी है, तो जुड़े रहईीए हुमारी इस मस्त कहानी के साथ. [email protected]