हेलो दोस्तो. पिछले पार्ट में आप सब ने पढ़ा, की मैं अपने मालिक के 3 बिटो के साथ शहर गया था. मुझे वाहा पढ़ाई के दौरान उनकी देख-भाल करने भेजा गया था. उन तीनो के नाम थे असद, अरबाब और इमरान.
फिर एक दिन अरबाब मेरे पास चोट खा कर आया. मुझे पता चला, की चोट उसकी गांद पर लगी थी. फिर मैने उसकी गांद की मालिश की, और मालिश करते हुए मेरा मूड बन गया. अरबाब को भी मज़ा आया, और वो रोज़ मुझसे मालिश करवाने लगा.
फिर एक दिन मैने उसकी गांद में पहले उंगलिया डाली, और फिर अपने लंड से उसकी गांद छोड़ डाली. लेकिन एक दिन उसके दूसरे भाई असद ने हमे देख लिया. पर असद ने किसी को कुछ बताया नही. फिर एक दिन असद मेरे पास आया, और बोला-
असद: आपसे एक बात पूचु?
मे: हा पूछो.
असद: आप और अरबाब स्टोर रूम में क्या करते हो?
ये सुन कर मेरी हालत खराब हो गयी. मैं कुछ बहाना वग़ैरा करने लगा. लेकिन वो मेरी बात नही मान रहा था. फिर मैने उसको बोला-
मे: अछा सुनो, इसके बारे में किसी को नही बताना. वरना सिर्फ़ मेरे लिए ही नही, बल्कि तुम्हारे भाई के लिए भी मसला हो जाएगा.
असद: हा, नही बतौँगा.
ये बोल कर वो चला गया. अगले दिन अरबाब और इमरान निकल गये. लेकिन असद ने बीमार होने का बहाना करके छुट्टी लेली. जब वो दोनो निकले, तो असद मेरे पास आया. उसने मुझे बोला, की वो भी ट्राइ करना चाहता है. मेरी तो जैसे लॉटरी निकल गयी थी.
फिर मैने जल्दी से रूम लॉक किया, और अपने कपड़े उतारने लगा. मैने उसको भी नंगा होने को बोला. अब असद ज़्यादा मेच्यूर था, क्यूकी उसको चुदाई वग़ैरा का पता था. जब उसने मेरा लंड देखा, तो वो बोला-
असद: ये अंदर ले लेता है अरबाब?
मैने हस्स कर बोला: हा.
असद तोड़ा एक्सपीरियेन्स लग रहा था, क्यूकी वो खुद मेरे आयेज बैठ गया, और मेरा लंड चूसने लग गया. अफ! क्या मज़ेदार सकिंग कर रहा था वो. फिर मैने उससे पूछा-
मे: तुमने ये पहले किया हुआ है ना?
असद: ह्म.
मे: किसके साथ?
असद: हम दोस्त आपस में एक-दूसरे की गांद मारते है.
फिर 10 मिनिट सकिंग के बाद मैने असद को बेड पे घोड़ी बना लिया. उसके बाद मैने तोड़ा आयिल लगाया उसकी गांद और अपने लंड पर. फिर मैं लंड अंदर डालने लगा. हैरत की बात है, वो आधा लंड बड़े आराम से अंदर ले गया. लेकिन बाकी के आधे लंड ने उसको बहुत तकलीफ़ दी.
मैने भी प्यार से उसकी गांद मारनी शुरू की. जब उसका दर्द ख़तम हुआ, तो उसने मुझे स्पीड बढ़ने को बोला. फिर मैने भी बहुत स्पीड से असद से चुदाई की. वो एक पक्का गान्डू था, क्यूकी वो “फक मे हार्डर” बोल रहा था. मैने भी उसकी ख्वाहिश पूरी की, और ज़ोर-ज़ोर से उसकी गांद छोड़ी.
15 मिनिट की चुदाई के बाद उसका पहला कुंशोट हुआ. फिर 30 मिनिट बाद दूसरा कुंशोट हुआ. वो अब तक गया था, और मैं भी फारिघ् होने वाला था. तभी उसने बोला-
असद: मैं चूस कर फारिघ् करूँगा.
फिर मैं बेड पे लेट गया, और वो मेरा लंड चूसने लगा. 5 मिनिट के बाद मैने उसके मूह में ही माल छोढ़ दिया, और वो भी माल पूरा पी गया. फिर असद मेरे उपर लेट गया, और हग करके बोलने लगा-
असद: ई लोवे योउ. आज से मेरी गांद रोज़ मारना.
में तोड़ा शॉक हुआ, की असद तो अरबाब से छ्होटा था. लेकिन पक्का गे बॉटम था, और इंट्रेस्टेड भी मर्दो में ही था.
खैर असद की गांद मारने के बाद मेरी नीयत इतनी खराब हो गयी थी. अब मैं तीसरे भाई यानी इमरान को भी छोड़ना चाहता था. लेकिन एक साल तक मुझे कोई मौका ना मिला. हा मैं अरबाब और असद की गांद हर दूसरे दिन ज़रूर मार रहा था. उन दोनो को मैने छोड़ा, और फिर एक बार में ही दोनो के साथ चुदाई की. इससे मेरा काम आसान हो गया. अब वो दोनो मेरे लिए टांगे फैला कर बैठे होते थे.
आख़िर काफ़ी टाइम बाद मुझे मौका मिल ही गया. असद और अरबाब दोनो फुटबॉल टीम में थे, तो दोनो को एक टूर्नमेंट खेलने के लिए छीना जाना पड़ा. अब वो अपनी टीम के साथ छीना निकल गये. घर पे सिर्फ़ मैं और इमरान थे. उन दीनो साहब भी आए हुए थे असद और अरबाब को एरपोर्ट छोढ़ने के लिए. लेकिन एक दिन बाद वो चले गये थे. अब इमरान और मैं ही थे घर पर, और इमरान की सम्मर वाकेशन्स भी चल रही थी.
ये मौका मैं नही छोढ़ना चाहता था. फिर जैसे की मैने बताया था, की मैं इमरान के रूम में सो रहा होता था ज़मीन पे बिस्तर बिछा कर. एक सुबा इमरान के उठने से पहले मैने पंत से लंड निकाला, और खड़ा कर दिया. जैसे ही मुझे लगा इमरान उठ रहा था, तो मैने सोने का नाटक किया.
इमरान की नज़र ज़रूर मेरे लंड पे पड़ी थी, और वो भी शायद मेरा लंड देख कर हैरान हो गया था. मैं उसको चुपके से देख रहा था, क्यूकी वो उठ कर मेरे करीब आ गया था, और घूर रहा था मेरे लंड को. उसने अपनी छ्होटी सी फिंगर से मेरे टोपे को टच किया, और फिर भाग गया बातरूम में.
एक दो दिन मैने यही किया, और आहिस्ता-आहिस्ता इमरान भी मेरे लंड की तरफ अट्रॅक्ट हो रहा था. फिर मैने दूसरी हरकत ये की, की मैने एक गे पॉर्न की द्वड लेके रख दी. मेरा प्लान ये था, की इमरान द्वड देख कर ज़रूर चाहेगा की वो उसको चला कर देखे.
और जैसा मैने सोचा था, वैसा ही हुआ. मैने इमरान को बोला, की मैं किसी काम से जेया रहा था. मैं 15 मिनिट बाद जब वापस घर आया, तो इमरान ने घबरा कर टीवी बंद कर दिया. फिर मैने उससे पूछा-
मे: क्या हुआ इमरान बेटा?
इमरान: कुछ नही, आप जल्दी आ गये तो दर्र गया.
मे: नही, तुम कुछ च्छूपा रहे हो. इधर आओ और रिमोट दिखाओ.
फिर मैने टीवी ओं किया, तो गे पॉर्न चल रहा था. उसमे एक लड़का दूसरे की गांद मार रहा था. मैने फिर दूसरा ड्रामा शुरू किया. मैं उसको समझने लगा, की ये सब नही देखते है, वग़ैरा-वग़ैरा.
इमरान: ये सब क्यू कर रहे है? और इनके ये इतने मोटे और बड़े-बड़े कैसे है
मे: इसमे मज़ा आता है ना. जितना बड़ा होगा, उतना ही मज़ा देगा
मैने बस उसको तोड़ा चुदाई का बताया, और फिर मैं काम से चला गया. अब मेरा प्लान पूरा होने वाला था. रात को सोने का वक़्त हुआ, तब मैने इमरान को बोला-
मैं: मेरी बॅक में दर्द है, तो क्या मैं तुम्हारे साथ बेड पे सो जौ.
वो मान गया और मैं उपर बेड पे चला गया. इमरान भी सो नही पा रहा था, और उसकी गांद मेरी तरफ थी. फिर मैं आहिस्ता-आहिस्ता उसके करीब गया, और उसकी गांद पे हाथ रख दिया. मैं उसकी गांद को रब करने लगा, और उसको पीछे से हग कर दिया. मैने अपना लंड भी बाहर निकाल दिया, और उसकी टाँगो के बीच घुसा दिया. इमरान भी जाग रहा था. फिर मैं बोला-
मे: तुम जाग रहे हो ना?
इमरान: ह्म.
मे: आज वीडियो कैसी लगी?
इमरान: पता नही.
मे: बताओ ना, अची लगी ना?
इमरान: सही थी.
मे: मेरे साथ वो सब ट्राइ करोगे?
इमरान चुप रहा, और मैने उसकी चड्डी नीचे कर दी. फिर मैं लंड को उसकी गांद के बीच में रब करने लगा. उसने मुझे नही रोका. मैने उससे अपनी तरफ किया, और उसको किस करने लगा. फिर मैं उसके निपल्स रब करने लगा शर्ट के नीचे से. उसका छ्होटा सा लंड भी खड़ा था चड्डी में.
फिर मैने उसकी शर्ट उतारी, और उसके निपल्स चाटने लगा. उसको बहुत मज़ा आ रहा था इसमे. उसकी चड्डी पे निशान बन गया था प्रेकुं लीक होने का. फिर मैने ब्लंकेट हटाया, लाइट ओं कर दी, और अपने कपड़े निकाल दिए. मैने इमरान की चड्डी भी उतार फेंकी. अफ क्या जिस्म था उसका.
अगर उसका लंड ना होता, तो उसका पूरा लड़कियो जैसा जिस्म था. मैने इमरान को किस किया 10 मिनिट तक. फिर मैने उसका छ्होटा सा 4 इंच का लंड चूसा. 5 मिनिट में ही वो मेरे मूह के अंदर फारिघ् हो गया. इमरान का पानी आचे टेस्ट का नही था, तो मैने थूक दिया.
अब मैं अपना टाइट लंड उसके पास लेके गया. वो समझ गया, की उसकी बारी थी अब लंड चूसने की. पहले उसने मेरे लंड पे ज़ुबान घुमाई. फिर पूरा मूह खोल कर लंड चूसने लगा. मैने उसको समझाया, की जैसे लॉलिपोप चूस्टे हो, वैसे ही लंड को चूसो.
10 मिनिट के बाद वो सकिंग समझ गया, की कैसी करनी थी. लेकिन वो मेरा पूरा लंड नही चूस पा रहा था. खैर मैने भी ज़्यादा उसको फोर्स नही किया.
थोड़ी सकिंग के बाद मैने उसको बेड पे उल्टा लिटा दिया, और उसके होल पे आयिल लगाया. फिर मैने आराम-आराम से एक उंगली घुसाई. उसको थोड़ी तकलीफ़ हुई, लेकिन आज अगर ज़बरदस्ती भी छोड़ना पड़ता, तो मैं उसको ज़रूर छोड़ता. मैने करीब 40-50 मिनिट लगाए, और बड़ी मुश्किल से उसका होल लूस किया.
अब वो मेरी टीन फिंगर्स गांद में ले रहा था. उसको भी मज़ा आ रहा था क्यूकी उसका लंड भी टाइट था गांद में फिंगर जाने से. फिर मैने इमरान को मिशनरी में सेट किया, और टांगे उठा कर अपने कंधो पे रख ली. मैने अपना लंड उसके होल पे सेट किया.
फिर मैने तोड़ा ज़ोर दिया, और मेरा तोड़ा लंड अंदर घुसा. इमरान के मूह से “उईईई” की आवाज़ निकली. मैं झुक कर उसके होंठो पे होंठ रख कर किस्सिंग करने लगा. 5 मिनिट तक मेरा टोपा उसके अंदर था. इमरान को किस्सिंग में लगा कर मैं आहिस्ता-आहिस्ता लंड घुसने लगा.
मैने उसके हाथ भी पकड़ लिए, और लंड आहिस्ता-आहिस्ता पूरा अंदर घुसा दिया. उससे दर्द हो रहा था, लेकिन वो अपने आप को मुझसे चुधवा नही पा रहा था. उसकी आँखों से आँसू बह रहे थे. लेकिन मैने किस्सिंग कंटिन्यू की, और उसको लंड पे अड्जस्ट होने दिया.
जब उसका दर्द कम हुआ, तो मैने किस्सिंग रोकी. मैने उसकी वेस्ट पकड़ी, और आहिस्ता-आहिस्ता मूव करने लगा. उसको अभी भी दर्द हो रहा था. 20 मिनिट तक उसकी गांद अड्जस्ट हो गयी थी, और अब उसको दर्द नही हो रहा था. मैने फिर चुदाई की स्पीड बधाई, और ज़ोर-ज़ोर से झटके देने लगा.
कुछ ही देर में उसका लंड वापस से टाइट हो गया. चुदाई के दौरान उसका कम निकल गया, और पेट पे बहने लगी. लेकिन मैं अभी फारिघ् नही होने वाला था. मैने डिफरेंट पोज़िशन में उसको छोड़ा, और उसको एक और बार फारिघ् किया. अब वो मुझे रोक रहा था, और बोल रहा था, की वो तक गया था.
मैने फिर उसको मनाया, की वो सकिंग कर ले. आख़िर उसने सकिंग की मेरी, और मैं उसके मूह में ही फारिघ् हो गया. वो एक प्यासे बंदे की तरह मेरा इतना सारा कम पी गया. अब बहुत तक गया था वो, और कह रहा था की उसकी गांद बहुत दुख रही थी. फिर मैने उसको पाईं किल्लर, और नींद की गोली दी और सुला दिया.
मुझे अभी नींद नही आ रही थी, और इमरान को मेरे सामने नंगा सोते देख के मैं फिरसे टाइट हो गया. मैने फिरसे इमरान की गांद मारी, और वो घोड़े बेच के सो रहा था. सुबा जब मेरी आँख खुली तो मेरा टाइट लंड इमरान के हाथ में था. मैने सोने का नाटक किया, ताकि देख साकु की वो क्या करने वाला था.
उसने मेरा लंड चूसा और गांद मेरी तरफ करके लंड घुसने लगा. लेकिन उससे लंड ना घुसा. फिर मैने खुद उसकी गांद में लंड डाला, और उसकी चुदाई कर दी.
मैने इमरान को इतना छोड़ा, जितना मैने अरबाब और असद को मिला के नही छोड़ा होगा. 20 दिन तक छोड़-छोड़ के मैने इमरान को अपना स्लेव बना दिया था. फिर असद और अरबाब भी वापस आ गये. मैं इमरान की तो डेली चुदाई करता था. लेकिन असद और अरबाब को हर दूसरे दिन ही छोड़ पाता था.
5 साल तक मैने तीनो भाइयो को बहुत छोड़ा. फिर मेरी रिटाइयर्मेंट हो गयी, तो मेरी जगह किसी दूसरे को रख लिया. खैर मैने उन भाइयो के साथ बहुत एंजाय किया. आज भी उनके साथ कॉंटॅक्ट है मेरा. असद आज भी मुझसे मिलता है चुदाई के लिए, क्यूकी वो तो पक्का गे है.
अरबाब ने शादी कर ली है, तो अब उसने छुड़वाना बंद कर दिया है. इमरान तो पढ़ाई के सिलसिले में कॅनडा चला गया है. लेकिन जितना मैने असद से सुना है, की वो आज भी वाहा गांद मरवाता है.