ही फ्रेंड्स, मेरा नाम अरमान है. मैं आप सब प्यारे रीडर्स के लिए “तारक मेहता का उल्टा चश्मः” के कॅरेक्टर्स पे बेस्ड एक नयी कहानी लेके आया हू. आशा करता हू, की आप सब इस कहानी को एंजाय करेंगे, और भरपूर प्यार देंगे. ये कहानी जेथलाल और बबिता की है.
गोकुलधाम सोसाइटी में एक नाटक चल रहा था. उसमे जीजा-साली के प्यार भरे रिश्ते का कॉन्सेप्ट दिखाया गया था. काई लोगों ने उसमे पार्टिसिपेट किया, जिनमे से जेथलाल, दया और बबिता भी थे. जिसकी आक्टिंग सबसे अची होती, उसको इनाम मिलना था.
इसमे जेता और दया पति-पत्नी बने थे, और बबिता दया की बेहन और जेता की साली बनी थी. दया ने सारी पहनी हुई थी, जिसमे वो सेक्सी लग रही थी अपनी बड़ी गांद और सेक्सी क्लीवेज दिखाते हुए.
बबिता जो की साली बनी थी, उसने पाजामी सूट पहना था. टाइट पाजामी जिसमे से बबिता की जांघों की शेप सॉफ नज़र आ रही थी, और फिटिंग वाला शर्ट जिसमे से उसके बूब्स एक-दूं खड़े-खड़े नज़र आ रहे थे.
जेता ने कुर्ता-पाजामा पहना हुआ था. नाटक के दौरान जेता को अपनी साली को च्चेड़ना था, और उसकी गांद पर एक थप्पड़ मारना था. थप्पड़ वाला सीन चल रहा था. सीन में बबिता अपने जीजू यानी की जेथलाल को तंग कर रही थी.
फिर जब वो झुकी, तो जेता ने उसकी मस्त गांद देखी. वैसे तो थप्पड़ धीरे से ही मारना था. लेकिन उसकी मस्त गांद देख कर जेता से रहा नही गया, और उसने एक ज़ोर का थप्पड़ बबिता की गांद पर दे मारा.
उसका थप्पड़ पड़ते ही बबिता के मूह से ज़ोर की आ निकल गयी. उसने पीछे देखा, तो जेता ने उसको एक स्माइल पास कर दी. सब लोग सामने थे, तो बबिता ने कुछ कहा नही. फिर उस दिन का नाटक ख़तम हुआ, और सब लोग अपने घर चले गये.
घर आके भी बबिता की गांद की वो जगह जल रही थी, जहा पर जेता ने थप्पड़ मारा था. फिर बबिता बातरूम में गयी, और अपने कपड़े उतार कर ब्रा और पनटी में आ गयी. उसने लाल रंग की ब्रा और पनटी पहनी हुई थी, जिसमे वो कोई सेक्स की देवी लग रही थी.
फिर बबिता शीशे के सामने खड़ी हो गयी, और घूम गयी. अब उसको अपना जिस्म पीछे से शीशे में दिख रहा था. क्या मस्त जांघें थी, और पतली कमर और पीठ का तो पूछो ही मत. गोरा बदन रेड ब्रा-पनटी में कितना सेक्सी लगता है, वो आप बबिता को देख कर अंदाज़ा लगा सकते है.
फिर बबिता की नज़र अपने एक चूतड़ पर पड़े थप्पड़ के निशान पर पड़ी. वाहा अभी भी लाली थी. बबिता ने जब लाल स्किन पर हाथ लगाया, तो उसकी सस्स निकल गयी. फिर अचानक से वो मुस्कुराने लगी. उसने सोचा कितना मर्दाना हाथ मारा था जेथलाल ने. इएर ने तो कभी उसको ऐसे थप्पड़ मारा ही नही था.
अब बबिता जेता और उसकी मर्दानगी के बारे में सोच कर हॉर्नी होने लगती है. कुछ देर में इएर घर आ जाता है. बबिता उस वक़्त तक पूरी गरम होती है. वो आते ही इएर को सिड्यूस करके बेडरूम में ले जाती है, और चुदाई शुरू हो जाती है. फिर चुदाई के दौरान वो इएर को उसको थप्पड़ मारने के लिए कहती है.
इएर उसको थप्पड़ तो मारता है, लेकिन उसके थप्पड़ में वो बात नही होती. इएर जल्दी ही झाड़ जाता है, और बबिता की प्यास अधूरी रह जाती है. फिर इएर सो जाता है, और बबिता भी फिंगरिंग करके सो जाती है.
अगले दिन फिरसे नाटक चल रहा था. बबिता ने आज जीन्स और शर्ट पहनी थी. उसकी क़ास्सी हुई जीन्स में उसकी गांद और जांघें सब ताड़ रहे थे. जेता को भी बबिता बहुत सेक्सी लग रही थी. फिर नाटक में ऐसा मोड़ आया जिसमे सिर्फ़ दया का रोल था. अब जेता और बबिता फ्री खड़े थे. तभी बबिता बोली-
बबिता: ये नाटक बोरिंग है. साली और जीजू में सिर्फ़ बातें थोड़ी होती है.
जेता: क्या होता है फिर?
बबिता: बहुत कुछ. बतौ क्या होता है.
जेता: तुम मेरी साली थोड़ी हू.
बबिता: अभी के लिए तो हू जीजू. बताओ देखना है?
जेता: हा दिखाओ.
बबिता: चलो फिर मेरे साथ.
फिर बबिता जेथलाल का हाथ पकड़ती है, और उसको लॅडीस चेंजिंग रूम में ले जाती है. इससे पहले की वाहा पहुँच कर जेता कुछ सोच पाता, बबिता उसके सामने अपने घुटनो पर बैठ जाती है, और उसको कहती है-
बबिता: जीजू देखिए आपकी साली क्या करती है.
ये बोलते ही बबिता उसका पाजामा खोल कर उसमे से लंड बाहर निकाल लेती है, और उस पर टूट पड़ती है. वो लंड को मूह में डाल लेती है, और उसको चूसना शुरू कर देती है. जेथलाल ये देख कर हैरान हो जाता है, और कहता है-
जेथलाल: बबिता जी, सालियन ऐसा करती है.
बबिता: हा जेता जी, ये तो बस एक ट्रेलर है. आराम से पूरी पिक्चर देखिए.
ये बोल कर वो लंड दोबारा मूह में ले लेती है, और उसको किसी बाज़ारू रंडी की तरह चूसने लग जाती है. जेथलाल का लंड पूरा तंन जाता है, और वो अपना हाथ बबिता के सर के पीछे रख कर उसके मूह में धक्के मारने लगता है.
वो इतने जोश से धक्के मारने लगता है, की बबिता की साँस रुकने लगती है, और उसके मूह से बहुत सारी थूक बाहर आने लगती है. छापद-छापद की आवाज़े आने लगती है. 4 मिनिट तक ऐसे ही बबिता जेता का लंड चूस्टी रहती है, और उसके लंड को एक-दूं चिकना कर देती है.
फिर वो खड़ी होती है, और उसको एक कामुक स्माइल देती हुई सामने टेबल के पास जाके खड़ी हो जाती है. जेता वही खड़ा रहता है. बबिता का मूह दूसरी साइड होता है. फिर वो अपना मूह पीछे घुमा कर जेता को देखती है, और कामुक स्माइल देती है.
उसके बाद बबिता अपनी जीन्स का बटन खोलती है, और बड़े ही कामुक तरीके से जेता की तरफ देखते हुए उसको उतार देती है. अब वो पनटी और शर्ट में थी, और उसकी गांद पनटी में जेता के सामने थी. फिर बबिता अपनी कमर पर से पनटी को पकड़ती है, और उसको भी उतार देती है.
जब वो झुकती है, तो जेता को उसकी छूट और गांद का च्छेद दिखाई देता है. उसका लंड और उछालने लगता है. बबिता उसको बोलती है-
बबिता: जीजू छातोगे नही?
जेता जल्दी से जाके बबिता के पीछे घुटनो के बाल बैठ जाता है, और उसकी गांद में अपनी जीभ लगा लेता है. फिर वो उसकी छूट और गांद के च्छेद को चाट-चाट कर गीला कर देता है. इससे बबिता तड़पने लगती है, और लंड लेने के लिए और उतावली हो जाती है.
जेता बीच-बीच में उसके एक चूतड़ को पकड़ कर मसल देता है, और उस पर थप्पड़ भी मारता है. इससे बबिता की आ निकल जाती है. फिर वो खड़ा होता है, और अपना लंड बबिता की छूट पर ज़ोर-ज़ोर से रगड़ने लग जाता है. बबिता आ आ करती हुई बोलती है-
बबिता: अब डाल भी दो ना जीजा जी अपनी साली की छूट में.
ये सुनते ही जेता ज़ोर का झटका मार कर अपना पूरा लंड एक ही बार में बबिता की छूट में डाल देता है. फिर वो बोलता है-
जेथलाल: क्यूँ मज़ा आया मेरी साली.
बबिता: आ, बहुत मज़ा आया मेरे जीजू.
फिर जेता लंड उसकी छूट के अंदर-बाहर करना शुरू करता है. बबिता आ आ करके मज़े से उससे चूड़ने लगती है. फिर वो चूड़ते हुए बोलती है-
बबिता: थप्पड़ मारिए ना वैसे ही, जैसे कल मारा था.
ये सुनते ही जेथलाल ज़ोर का थप्पड़ मारता है बबिता के चूतड़ पर. बबिता को वैसा ही दर्द होता है, और उसके चूतड़ पर वैसा ही निशान बन जाता है. थप्पड़ खाते ही वो और हॉर्नी हो जाती है, और ज़ोर से छोड़ने के लिए कहती है.
जेता बबिता को कंधो से पकड़ लेता है, और अपने धक्कों की स्पीड बढ़ा देता है. फटत-फटत की आवाज़ आनी शुरू हो गयी थी. तगड़ा लंड छूट में लेने से बबिता पुर मज़े में थी, और चुदाई के नशे का भरपूर मज़ा ले रही थी. लंड के धक्कों के मज़े से उसकी आँखें उपर चढ़ि हुई थी, और मूह खुला हुआ था.
15 मिनिट की इस घमासान ठुकाई के बाद जेता का माल निकालने वाला था. उसने जल्दी से बबिता को घुटनो पर बिताया, और बोला-
जेथलाल: ले साली, अपने जीजा का माल पी ले.
बबिता किसी रंडी की तरह अपना मूह खोल देती है, और जेता अपने माल की पिचकारी उसके मूह में डाल देता है.
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