मई अपने दोस्त के साथ ऑफीस के काम से देल्ही था और आज ही वापस नागपुर लौत रा था. मेरे घर मे मेरी मम्मी और मेरी छोटी बेहन के अलावा कोई नही है. मेरी बेहन और मई एक दूसरे से काफ़ी फ्रॅंक है और हमेशा एक दूसरे के लिए हम कुछ ना कुछ लेते रहते है.
मैने मम्मी के लिए एक पर्फ्यूम की बॉटल ली थी जो उन्हे मई गिफ्ट देने वाला था. मेरे दोस्त संदीप ने भी अपनी गफ़ क लिए एक गिफ्ट लिया. मेरी तो कोई गफ़ थी नही.
खैर घर आकर मैने देखा मेरा गिफ्ट तो बदल चुका है. शायद संदीप के पास मेरा गिफ्ट चला गया. खैर संदीप ने भी कहा तो पर्फ्यूम लेने का ही था इस लिए वो गिफ्ट मैने अपनी बेहन को दे दिया.
मेरी बेहन गरिमा, अपने नाम की ही तरह एक गरम माल लड़की सी. उसकी फिग 34 30 36 और आगे 25 है. गरिमा के बूब्स कसे हुए और बड़ी चौड़ी उभरी हुई गांद है. कुल मिला कर वो एक गड्राए बदन की मालकिन है.
खैर अपनी बेहन गरिमा को गिफ्ट देकर मई तोड़ा बाहर चला गया. इतने मे मुझे संदीप की कॉल आई. वो बोला यार गिफ्ट बदल गये शायद तेरा मेरे पास आ गयी है. तूने मेरा गिफ्ट ओपन नही किया या दिया तो नही ना?
मैने कहा – यार अभी तो देखा नही मिल ही नही रहा. वैसे था क्या उसमे?
संदीप बोला – भाई अछा हुवा वो नही मिला और तूने गरिमा को गिफ्ट नही किया.
मैने कहा – पर भाई उसमे ऐसा था क्या?
संदीप बोला – अरे उसने 2 डिल्डो और स्ट्रीप ब्रा पनटी लिंगरे सेट था यार मेरी गफ़ के लिए.
मैने कहा – सेयेल मदारचोड़, तू मरवाएगा किसी दिन.
पर इसके बाद मेरा तो दिल ही खराब हो गया. अब क्या होगा, मेरी बेहन तो मुझे मार ही डालेगी.
इतने मे गरिमा का कॉल आया, वो बोली भाय्या कब तक आएगे? मम्मी नानी के यहा जा रही है उनकी तबीयत थोड़ी ठीक नही है.
मैने सब छोड़ क बोला – गरिमा तूने वो गिफ्ट तो ओपन नही किए ना? वो मेरे दोस्त का है ग़लती से अदला बदली हो गयी.
गरिमा हासणे लगी और बोली – हन हन नही खोला, पॅक ही रखा है अभी तो.
घर पहुचा और नहा कर टायर हुवा इतने मे मेरी बेहन गरिमा मेरे सामने आई. ऑम्ग ये गरिमा ऑलमोस्ट नंगी ही थी, उसने वो लिंगेरे पहन रखी थी जिसमे से उनका पूरा बदन दिख रहा था.
गरिमा तो देख कर मई उसे एकदम देखता रह गया. मैने आज तक कभी भी उसे ऐसे नही देखा था. जैसे इस वक़्त मेरी बेहन मेरे सामने थी उसका वो जवान शरीर अब भी कामवासना से भरा पड़ा था.
उसके एक हाथ मे 10 इंच का डिल्डो था.
वो मुझसे बोली – तो भाय्या ये लाया था अपनी बेहन के लिए? अब देखो और बताओ कैसी लग रही हू मई.
मई गरिमा के पास गया और उनके एकदम करीब जाकर उसके जिस्म का दिव्या दर्शन करने लगा. उसके वो बड़े बड़े तरबूज़ जैसे बूब्स उनका वो हल्का उभरा हुवा पेट और उफ़फ्फ़ उसकी वो बाहर निकली हुई गांद!
मैने कहा – गरिमा तू कितनी मदहोश भारी हो. अब तक क्यो इस खजाने को छुपा रखा था.
गरिमा हसी और बोली – भाय्या तो अब लूट ले ये खजाना.
मैने गरिमा को हल्के से अपनी बहो मे लिया और गले लगा लिया. उफफफ्फ़ दोस्तो मई बता नही सकता वो कितना सुखद एहसास था. मेरी बेहन का एक दम सॉफ्ट बदन उफफफ्फ़ मैने गरिमा को गाल पर किस किया मुहहा… फिर दूसरे गाल पर पुचा..
फिर उसके बालो मे हाथ डालके मैने उनके बाल खीछे तो गरिमा के मूह से आ निकल गयी. मैने अब उसके रसीले मोटे होतो को अपने होतो मे लेकर चूसना शुरू किया.
उफ़फ्फ़ गरिमा कितना नशा है तुझमे!
मेरे दोनो हाथ अब गरिमा की कमर से होते हुए उसकी गांद पर थे. उफफफ्फ़ यार क्या नरम गांद है. मेरी बेहन और मेरे मूह एक दूसरे से चिपके थे.
गरिमा के हाथ मेरी पंत के बटन खोल रही थी. अब उसने मेरी पंत और अंडरवेर से मेरे लॉड को आज़ाद किया. मुझे छूटी और अपने घुटनो के बाल बैठ कर मेरे लॉड को पूरा मूह मे लेकर चूसने लगी.
उफफफफ्फ़ अहह गरिमा चूसो आह..
मेरी सग़ी बेहन के मूह मे मेरा पूरा लॉडा था. अब उसने मेरे लॉड की चाँदी नीचे की और अपनी जीभ से मेरा टोपा चाटने लगी. मई अपनी बेहन के सर पर हाथ फेरने लगा. मेरा लॉडा टन के एक दम पट्तर जैसा कड़क था.
अब मैने गरिमा के बाल पकड़े और उससे कहा – मज़ा आया गरिमा…
वो बोली – हन भाय्या बहुत मज़ा आया.
अब मैने गरिमा को नंगी कर दिया और बिस्तर पर धक्का दे कर गिराया. उसकी छूट मेरे सामने थी, एक दम चिकनी जिसके दो लिप्स निकले थे, फटी हुई छूट.
मैने गरिमा की छूट पर अपना मूह रख कर चाटना शुरू किया. मेरी बेहन तड़पने लगी.. उफफफ्फ़ भाय्या ह भाय्या चलो उफफफ्फ़ खा लो अपनी बेहन की चूत उफफफ्फ़ मेरे भाई.
उफ़फ्फ़ मई अपनी बेहन की चूत छाते जेया रहा था. उसके दोनो पैर मेरी पीठ पर थे. मेरी जीभ गरिमा की छूट और वाहा से उसकी गांद के छेड़ पर जा रही थी.
कुछ देर ऐसे ही चाटने के बाद हम 69 पोज़िशन मे आए और एक दूसरे के गुप्तांगो को चाटने लगे. गरिमा एक दम से कापने लगी और मेरे लॉड को उसने अपने मूह मे ही भर के रखा.
एक ज़ोर दार तेज़ धार के साथ मेरी बेहन की छूट ने ढेर सा पानी छोड़ दिया और उधर मेरा भी लॉडा खाली हो गया. मेरा पूरा वीर्य मेरे सग़ी बेहन के मूह मे निकला और मेरी बेहन गरिमा की चूत का सारा माल मेरे मूह मे. ऐसे हम दोनो तक चुके थे. बस फिर कुछ देर ऐसे ही सोते रहे.
उठ कर हमने चुदाई की और अबकी बार मैने अपना माल मेरी बेहन की छूट मे ही निकाला.
आयेज की कहानी नेक्स्ट पार्ट मे. आप मुझे मैल पर अपने रेस्पॉन्स बता सकते है –