नमस्कार दोस्तो, मई किट्टू हाज़िर हू, अपनी सबसे पहली चुदाई की कहानी लेके. उमीद है, की आपको ये कहानी पसंद आएगी . ये कहानी है मेरी और मेरी बंदी के बीच हुई चुदाई की.
पहले मई आपको अपने बारे मे बता डू. जैसा की आपने पढ़ा होगा, की मेरा नाम किट्टू सिंग है. मई पानीपत के पास का रहने वाला हू और यहा बहुत लड़कियो को थोक चुका हू. लड़किया छोड़ने मे मुझे बड़ा मज़ा आता है.
मई दिखने मे आवरेज हू और मेरा लंड का साइज़ नॉर्मल है. मेरा लंड 5 इंच लंबा है और 2 इंच मोटा है. मेरी हाइट 5’5″ है. लंड साइज़ नॉर्मल है, तो इसका मतलब ये नही की मेरे साथ सेक्स मे मज़ा नही आता. मई पूरी तसल्ली करवाता हू हर लड़की की. अब आते है कहानी के मैने किरदार पे. उसका नाम खुशी है.
खुशी एक मस्त और टाइट माल है.
उसको देखते ही जवान तो जवान, बुद्धो का भी लंड खड़ा हो जाता है. मई खुशी से सबसे पहले अपने दोस्त के घर मिला था. वाहा पर जैसे ही मैने उसको पहली बार देखा था, वो मुझे पसंद आ गयी थी. उसमे कुछ अजीब सी कशिश देखी थी मैने.
लेकिन उसको पहले मई पसंद नही आया था. शुरू-शुरू मे हमारी सिर्फ़ ही-हेलो होती थी. फिर एक दिन मुझे उसके साथ हॅंड शेक करने का मौका मिला. कसम से उसके हाथ बहुत सॉफ्ट थे . मैने अपनी एक दोस्त को उसके साथ बात करने को कहा और उसने मुझे खुशी का नंबर लेके दिया.
फिर एक दिन हम पार्टी मे गये और वाहा मैने खुशी को हग करा. कसम से उसके बूब्स बहुत सॉफ्ट थे. उस दिन से मई उसके बूब्स का दीवाना बन गया था. धीरे-धीरे हमारी बाते होने लगी और मई उसको प्यार करने लग गया . एक दिन मैने हिम्मत करके उसको अपने दिल की बात बताई, पर उसने सीधा-सीधा माना कर दिया. मुझे बहुत बुरा लगा उसके माना करने पर.
फिर जब मैने उसको मनाया, तो उसने मुझे एक बात बताई. वो बात सुन कर मई शॉक हो गया. उसने बताया, की वो पहले ही एक लड़के से बहुत बार चुड चुकी थी. मैने उसको बहुत मनाया, की मुझे उससे कोई फराक नही पड़ता और मई उसको सच्चा प्यार करता था. तब जाके उसने मेरी फीलिंग्स समझी और मुझे हा कर दी. अब मई इंतेज़ार मे था, की कब मौका मिले और मई उसके साथ सेक्स करू.
फिर दोस्तो एक दिन मेरे पेरेंट्स किसी फंक्षन मे बाहर गये थे. तब मैने उसको अपने घर बुलाया. वाहा पर मैने उसको फर्स्ट टाइम किस किया. हमारी वो किस पूरा आधा घंटा चली. वो किस करने मे पूरी जुंगली हो गयी थी और मेरे लिप्स काट-काट कर चूस रही थी. मेरे से ज़्यादा तो वो भूखी लग रही थी.
मैने उसके अप्पर लिप्स, लोवर लिप्स और सब जगह किस करा. फिर जब हमारी किस ख़तम हुई, तो हम दोनो हाँफ रहे थे. मई उसको उठा कर बेड पे ले गया, जहा मैने पहले से ही सेक्स का माहौल बना रखा था.
वो ये सब देख कर बहुत खुश हो गयी और उसने मुझे एक-दूं से अपनी बाहो मे ले लिया और हमारी किस फिरसे स्टार्ट हो गयी. मैने उसको बेड पे लिटा दिया और उसके कपड़े उतारने लगा.
पहले उसने तोड़ा नखरा करा, की वो सब शादी के बाद करेगी. लेकिन मैने एक-दूं से अपनी 2 उंगलिया उसकी छूट मे घुसा दी और आयेज-पीछे करने लगा. इससे वो एक-दूं से गरम हो गयी.
मैने 2 मिनिट उसकी छूट मे उंगली करी और फिर उंगली बाहर निकाल ली. उसके बाद मैने उसकी टॉप और जीन्स निकाल दी और उसको नंगा कर दिया. दोस्तो वो इतनी गरम हो गयी थी, की उसने खुद अपने और मेरे सारे कपड़े निकाल दिए और मेरा लंड मूह मे लेके चूसने लग गयी.
मुझे तो जन्नत जैसा लग रहा था उसके लंड चूसने से. उसके बाद उसने मुझे बेड पे धक्का दिया और खुद एक-दूं से मेरे लंड पे चढ़ गयी. फिर वो मेरे लंड को अपनी छूट पे सेट करके बैठ गयी. जैसे ही लंड उसकी छूट के अंदर गया, उसकी आ निकल गयी .
उसकी छूट बहुत ज़्यादा गरम थी और मई तो मज़े की चरम सीमा पर था. फिर मैने उसको नीचे कर दिया और खुद उसके उपर चढ़ गया. उसके बाद मैने उसकी छूट मे तेज़-तेज़ शॉट लगाने शुरू कर दिए. अब उसके मूह से आह आह ह ह की आवाज़े निकल रही थी और वो बार-बार कह रही थी-
खुशी: जान तेज़ करो, और तेज़ करो आहह. बहुत मज़ा आ रहा है मेरी जान आहह.. आज मेरी छूट का भोंसड़ा बना दो. ये बहुत दिन से प्यासी है लंड के लिए. मार डालो आज मुझे छोड़-छोड़ कर.
मैने पुर आधे घंटे तक उसको जाम कर छोड़ा. बीच मे मई उसको डॉगी-स्टाइल मे करके उसके उपर चढ़ गया. फिर मैने उसके बॉल पकड़ लिए और उसको कुटिया की तरह छोड़ा. अब हम दोनो के मूह से आहह आह आ आह निकल रही थी. फिर जब मेरा फाइनली निकालने वाला था, तो मैने उसको कहा-
मई: खुशी मेरी जान, मेरा निकालने वाला है.
तो उसने कहा: रूको, मेरा भी निकालने वाला है. फिर आप अपना पानी मेरे मूह मे छोढ़ देना.
मैने फिर ऐसे ही किया और उसकी छूट का पानी निकालने के बाद मैने अपना लंड उसके मूह मे दे दिया और उसके मूह मे ही डिसचार्ज हो गया. वो मेरे पुर पानी को पी गयी. फिर हम एक साथ लेट गये. अब उसकी हर साँस पे उपर-नीचे होते बूब्स मुझे मज़ा दे रहे थे.
फिर थोड़ी देर आराम करने के बाद, मई फिरसे रेडी हो गया और अबकी बार मैने उसकी गांद मारी. दोस्तो उसकी गांद सील पॅक्ड थी, तो मुझे बहुत मज़ा आया. मैने बहुत देर उसकी गांद मारी और फिर उसकी छूट मे लंड डाल कर धक्के मारे. फिर मई उसकी छूट मे ही डिसचार्ज हो गया.
उसके बाद हमने कपड़े पहने, और वो अपने घर चली गयी. लेकिन अब उसकी चाल बदली-बदली सी थी. वो ठीक से चल भी नही पा रही थी. जाते हुए हमने एक लंबा स्मूच किया और मैने उसकी कुछ नंगी फोटोस भी लेली.
तो दोस्तो ये थी मेरी कहानी. उमीद है, की आपको कहानी पसंद आई होगी.
कोई भी आंटी, भाभी, औरत, या किसी भी आगे की लड़की मुझसे बात करना चाहे, या चूड़ना चाहे, तो मैल कर सकती है.
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और प्लीज़ मुझसे कोई पिक या कॉंटॅक्ट ना माँगे उस लड़की का . मई सब की प्राइवसी की बहुत केर करता हू. जो भी फीमेल्स इंटरेसटेड हो, वो मुझे मैल करे.