ही फ्रेंड्स मई हू काव्या. मेरी उमर 23 साल की है, और मुझे चूड़ने का बड़ा शॉंक है. मेरा फिगर 36″28″38″ है. आप सोच रहे होंगे की 23 साल की उमर मे इतने बड़े बूब्स और गांद कैसे हो गये. तो इसका जवाब ये है, की छुड़वा-छुड़वा कर हो गये.
मैने पहली बार 18 साल की उमर मे कॉलेज के 1स्ट्रीट एअर मे पॉर्न वीडियो देखी थी. उस वक़्त मेरा फिगर 32″28″34″ था. उससे पहले मई एक शरीफ सी लड़की थी. मेरी एक फ्रेंड ने मुझे पॉर्न वीडियो दिखाई थी. वो वीडियो देख कर मेरी ज़िंदगी ही बदल गयी. उस दिन के बाद से मैने फिंगरिंग शुरू कर दी.
अब मेरी नज़र हर लड़के के लंड वाली जगह पर रहती थी. और तो और, मेरी नज़र पापा के भी लंड पर ही रहती थी. फिर मा की डेत हो गयी, और मई और पापा अकेले रह गये. अब क्यूकी पापा और मई ही घर पर थे, तो मुझे अक्सर पापा का लंड देखने को मिल जाता था.
मेरे पापा मेरा बहुत ख़याल रखते थे, तो मुझे उनसे प्यार होने लगा था. फिर पापा ने घर का काम करने के लिए एक कांवली रख ली. उसका नान पुष्पा था. पुष्पा 33 साल की औरत थी. उसका फिगर 36″32″38″ था. पुष्पा और मई आचे दोस्त बन गये थे, और हमारी काफ़ी बाते होने लगी थी.
वो शादी-शुदा थी, और मई उससे लड़को के लंड के बारे मे पूछती थी. उसने मुझे बताया था, की चूड़ने मे बहुत मज़ा आता है. एक दिन ऐसे ही हमारी बात हो रही थी.
मई: यार ये लंड इतना बड़ा होता है. ये अंदर पूरा चला जाता है?
पुष्पा: हा चला जाता है. जितना बड़ा लंड होता है, मज़ा उतना ही आता है.
मई: सच मे?
पुष्पा: हा बिल्कुल.
मई: पापा का लंड भी बहुत बड़ा है, मैने देखा है.
पुष्पा: तू अपने पापा का लंड देखती है?
मई: हा क्यू?
पुष्पा: नही कुछ नही. लंड तो लंड होता है, चाहे किसी का भी हो. वैसे किया कुछ कभी पापा के साथ?
मई: नही, मैने मारना थोड़ी है.
पुष्पा: क्यू मारना क्यू?
मई: अर्रे वो पापा है मेरे. उन्हे पता चल गया ना मेरे इस सोच के बारे मे, तो जान से मार देंगे मुझे.
पुष्पा: देखो मर्द को सिर्फ़ छूट चाहिए होती है. फिर चाहे वो छूट उसकी बेटी की ही क्यू ना हो.
मई: नही, फिर भी मई नही कर सकती.
पुष्पा: तू ये बता, की अगर तेरे पापा अपने मूह से बोल दे, की वो तुझे छोड़ना चाहते है. तो ठीक है?
मई: हा फिर ठीक है. लेकिन तुम ये करोगी कैसे?
पुष्पा: बस देखती जाओ.
फिर अगले दिन से पुष्पा ने पापा पे डोरे डालने शुरू कर दिए. वो कभी उनको अपने बड़े-बड़े बूब्स दिखाती, तो कभी उनको गांद दिखाने लगती. पापा भी अब उसकी तरफ आकर्षित होने लगे थे. फिर एक दिन पुष्पा किचन मे काम कर रही थी.
तभी पापा ने पीछे से पुष्पा को आवाज़ दी. पुष्पा ने ऐसा दिखाया, जैसे वो उनकी आवाज़ से दर्र गयी हो. और वो जान-बूझ कर पापा के उपर गिर गयी. पापा का बॅलेन्स बिगड़ा, और वो भी नीचे गिर गये.
अब पापा नीचे थे, और पुष्पा उनके उपर थी. फिर पुष्पा हासणे लग गयी, और पापा भी उसको देख कर हासणे लग गये. तभी पुष्पा अपने होंठ पापा के होंठो के बिल्कुल करीब ले आई, और उन दोनो की साँसे आपस मे टकराने लगी.
पापा भी उसकी आँखों मे खो गये, और उन्होने अपने होंठ उसको किस करने के लिए आयेज किए. तभी पुष्पा ने अचानक से होश मे आने का नाटक किया, और जल्दी से खड़ी हो गयी. फिर जब वो मुड़ने लगी, तो पापा ने पुष्पा का हाथ पकड़ लिया.
पापा ने उसको अपनी तरफ खींचा, और उसके होंठ चूसने लग गये. तभी पुष्पा बोली-
पुष्पा: साब कोई देख लेगा.
पापा: कोई नही देखेगा.
ये बोल कर पापा ने पुष्पा को पागलो की तरह किस करना शुरू कर दिया. पुष्पा भी उनका साथ दे रही थी. पापा अपना एक हाथ उसके बूब पर ले गये, और किस करते हुए उसके बूब को दबाने लगे. उन दोनो की साँसे तेज़ हो रही थी, और मई भी उनको देख कर गरम हो रही थी.
फिर पापा पुष्पा को अपने कमरे मे ले गये. मई भी उनके कमरे के बाहर जाके खड़ी हो गयी. पुष्पा ने सलवार सूट पहना हुआ था. पहले पापा ने पुष्पा का शर्ट उतार दिया, और फिर उसको लिटा दिया. फिर पापा पुष्पा के उपर आ गये, और उसकी क्लीवेज मे मूह डाल कर चूमने लगे.
पुष्पा भी पापा को अपनी आगोश मे लेके उत्तेजित कर रही थी. फिर पुष्पा ने अपनी ब्रा को हुक खोल दिया, और पापा ने उसकी ब्रा निकाल दी. अब पापा पुष्पा के निपल्स चूसने लग गये. मेरे हाथ भी मेरे निपल्स पर थे, और मई उन्हे मसल रही थी.
फिर पापा नीचे आए, और पुष्पा की सलवार और पनटी दोनो उतार दी. अब पुष्पा पापा के सामने बिल्कुल नंगी थी. फिर पापा ने अपने कपड़े उतार दिए, और अपने लंड को मसालने लगे. पापा का लंड खड़ा होके 7 इंच का हो गया था. मेरे मूह मे उनके लंड को देख कर पानी आ गया था.
फिर पापा ने पुष्पा की जाँघो को चूमना शुरू किया, और उनको चूमते-चाट-ते हुए छूट पर आ गये. पहले पापा ने पुष्पा की छूट पर एक किस किया. इससे पुष्पा की सिसकी निकल गयी. फिर पापा ने अपनी जीभ निकाली, और पुष्पा की छूट को चाटने लग गये.
पुष्पा पापा के सिर को अपनी छूट मे दबा रही थी, और ज़ोर-ज़ोर की आहें भर रही थी. पापा बड़े मज़े से उसकी छूट का पानी पी रहे थे. मई भी पापा को अपनी छूट का पानी पिलाना चाहती थी.
फिर पापा ने पुष्पा को अपने सामने घोड़ी बना लिया, और उसको लंड चूसने के लिए बोलने लगे. पुष्पा ने पापा का लंड अपने मूह मे डाल लिया, और उसको मसल-मसल कर चूसने लगी. पापा पुष्पा के मूह की गर्मी का पूरा मज़ा ले रहे थे.
फिर पापा ने पुष्पा के बाल पकड़ लिए, और उसके मूह मे ज़ोर-ज़ोर के धक्के देने लग गये. पूसपा के मूह से थूक बाहर आ रही थी. थोड़ी देर उसका मूह छोड़ने के बाद, पापा ने पुष्पा को सीधा लिटा लिया.
फिर पापा ने पुष्पा की टांगे खोली, और टाँगो के बीच आ गये. उन्होने अपना लंड अपने हाथ मे पकड़ा, और पुष्पा की छूट पर रगड़ना शुरू कर दिया. पुष्पा मज़े से सिसकिया ले रही थी, और पापा उसको और मज़ा दे रहे थे.
फिर रगड़ते-रगड़ते लंड छूट के मूह पर टिक गया. तभी पापा ने एक ज़ोर का झटका दिया, और एक ही झटके मे अपना लंड पूसफा की छूट मे डाल दिया. पुष्पा की ज़ोर की चीख निकली-
पुष्पा: आहहा.. मॅर गयी.
वैसे पुष्पा अपने पति से चुड्ती तो थी, लेकिन उसने ये नही सोचा था, की मेरे पापा का लंड उसके पति से बड़ा होगा. फिर पापा ने पुष्पा की छूट मे धक्के लगाने शुरू कर दिए. अब पुष्पा आहह आहह कर रही थी, और पापा उसकी छूट की गर्मी का मज़ा ले रहे थे.
धीरे-धीरे पापा ने अपनी स्पीड बाध्याई, और ज़ोर-ज़ोर से पुष्पा की छूट मे धक्के देने लगे. पुष्पा के बूब्स मे खलबली मची हुई थी. फिर 20 मिनिट मे पापा ने अपना माल पुष्पा की छूट मे ही निकाल दिया. उसके बाद वो दोनो शांत हो गये.
फिर वो दोनो एक-दूसरे को किस करते रहे, और 10 मिनिट मे दोबारा गरम हो गये. इस बार पापा ने पुष्पा को घोड़ी बना लिया, और उसकी गांद पर अपना लंड रगड़ने लगे. पुष्पा सिसकिय लेने लग गयी. फिर पापा ने पुष्पा की गांद पर थूका, और छेड़ पर लंड सेट किया.
उसके बाद पापा ने एक ज़ोर का धक्का मारा, और अपना आधा लंड पुष्पा की गांद मे घुसा दिया. पुष्पा की चीख निकल गयी, और पापा ने उसका मूह अपने हाथ से बंद कर दिया. फिर पापा लगातार धक्के मारते रहे, और 30 सेकेंड मे अपना पूरा लंड उसकी गांद मे घुसा दिया.
पुष्पा की जान उसके गले मे आ गयी थी, और वो काफ़ी दर्द मे थी. 2 मिनिट मे पुष्पा का दर्द कम हुआ, और वो गांद हिलाने लगी. पापा ने पुष्पा की गांद मे धक्के मारने शुरू कर दिए, और उसकी पीठ पर किस करने लगे.
वो उसकी गांद पर थप्पड़ भी मार रहे थे. पुष्पा आहें भर रही थी, और मज़े से चुड रही थी. पापा पुष्पा को कुटिया की तरह छोड़ रहे थे, और उसकी गांद को नोच रहे थे. फिर 20 मिनिट मे पापा ने अपना पानी पुष्पा की गांद मे ही निकाल दिया.
अब वो दोनो साथ लेते थे, और हाँफ रहे थे. फिर थोड़ी देर बाद पुष्पा बोली-
पुष्पा: आप बिना चुदाई के कैसे रहते हो?
पापा: बस मूठ मार कर गुज़ारा कर लेता हू.
पुष्पा: एक लड़की के घर पर होते हुए भी?
पापा: हा अब तो तुम हो ही.
पुष्पा: मई अपनी बात नही कर रही.
पापा: फिर कों सी लड़की है यहा?
पुष्पा: आपकी बेटी.
इसके आयेज क्या हुआ, और पापा ने क्या बोला, वो आपको अगले पार्ट मे पता चलेगा. अगर आपको कहानी अची लगी हो, तो इसको लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.