ही फ्रेंड्स, मैं कार्तिक आप सब के सामने अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आया हू. अगर आपने पिछला पार्ट नही पढ़ा, तो प्लीज़ पहले उसको ज़रूर पढ़े. मेरा वादा है आपसे की आपको पिछला पार्ट पसंद आएगा.
पिछले पार्ट में आप सब ने पढ़ा था, की तंगी की वजह से बबिता को जेथलाल के यहा नौकरी करनी पड़ी. लेकिन जेथलाल ने पहले ही दिन बबिता को छोड़ दिया. बबिता ने भी अपनी चुदाई का पूरा फ़ायदा उठाया, और जेता से पैसे लिए और सॅलरी बधवाई. अब आयेज चलते है.
जेथलाल बबिता के पीछे जाने से पहले ये भूल गया था की उसने टापू से कुछ समान मँगवाया था, जो वो लेके आने ही वाला था. जब टापू दुकान पर पहुँचा तो उसने देखा शटर डाउन था.
वो शटर के नीचे से अंदर आया, और उसको अंदर से आती हुई जेथलाल की आवाज़ सुनाई दी. जब वो अंदर आया तो उसने देखा की जेथलाल बबिता को अपनी बाहों में लिए हुए था. फिर उसने देखा की जेथलाल ने कैसे पैसे देके बबिता को छोड़ा. इस दौरान टापू ने भी मूठ मारी, और चुदाई ख़तम होने से पहले बाहर आ गया.
उस रात टापू को नींद नही आ रही थी. उसके मॅन में उसकी बबिता आंटी के ही ख़याल आ रहे थे. वो बार-बार मूठ मारता, लेकिन उसका लंड फिर थोड़ी देर बाद खड़ा हो जाता. अब उसको बबिता को छोड़ने का मॅन कर रहा था.
फिर उसको आइडिया आया. उसने सोचा की अगर उसका बाप बबिता को पैसे देके छोड़ सकता था, तो वो क्यूँ नही. ये सोच कर टापू अपनी अलमारी खोलता है, और अपना सेविंग्स बॉक्स निकालता है. फिर वो उसमे से पैसे निकाल कर काउंट करता है.
सारे पैसे मिला कर कुल 15000 बनते है. वो सारे पैसों को एक छ्होटे हॅंड बाग में डालता है, और चुपके से घर से निकल जाता है. रात के 10 बजे थे, और तकरीबन सब सो चुके थे. फिर वो बबिता के घर जाके उसका दरवाज़ा नॉक करता है.
2 मिनिट बाद बबिता दरवाज़ा खोलती है. वो अभी टीवी ही देख रही होती है. जब वो दरवाज़ा खोल कर टापू के सामने आती है, तो वो उसको देखता ही रह जाता है. बबिता ने एक ब्लॅक कलर की ट्रॅन्स्परेंट निघट्य पहनी हुई थी, जिसमे से उसकी ब्रा और पनटी नज़र आ रही थी.
नाइट में उसका सेक्सी जिस्म देख कर टापू की बोलती बंद हो जाती है. फिर बबिता बोलती है-
बबिता: टापू बेटे, इस वक़्त कैसे आना हुआ? आओ अंदर आओ.
टापू उसकी बात सुन कर होश में आता है, और बबिता को फॉलो करते हुए अंदर जाता है. बबिता की गांद देख कर टापू का लंड और टाइट हो जाता है. फिर वो अंदर जाके सोफे पर बैठ जाता है. वो बोलता है-
टापू: आंटी इएर अंकल अब ठीक है?
बबिता: ओह, सो स्वीट, तुम अपने अंकल के बारे में पूछने आए हो? वो अभी ठीक है. सो रहे है. दवाई दी है मैने उनको.
टापू: ओक.
बबिता की नज़र तभी टापू के हॅंडबॅग पर पड़ती है, तो वो पूछती है-
बबिता: इसमे क्या है, मेरे लिए गिफ्ट है?
और ये बोल कर वो हस्स पड़ती है.
टापू: गिफ्ट ही है आपके लिए. लेकिन उसके लिए आपको कुछ करना पड़ेगा.
बबिता: क्या करना पड़ेगा?
टापू: वही जो आज दिन में पापा के साथ किया था.
बबिता ये सुन कर हैरान हो जाती है. वो कहती है-
बबिता: देख टापू, तेरे पापा ने मुझे 10000 रुपय दिए थे. अब एक छ्होटे से गिफ्ट के लिए तो मैं वो सब नही कर सकती ना.
टापू तभी बाग खोलता है, और उसमे से पैसे निकाल कर कहता है-
टापू: आंटी 15000 मैं आपको दूँगा. बस आज रात के लिए मेरी रंडी बन जाओ.
15000 देख कर बबिता का मॅन फिरसे ललचा जाता है. वो खड़ी होके टापू के पास आती है, और उसकी त-शर्ट का कॉलर पकड़ कर उसको खड़ा करती है. फिर वो कहती है-
बबिता: पैसे रख यहा, और चल मेरे साथ अंदर.
फिर वो उसको खींच के रूम में ले जाती है, और बेड पर धक्का देती है. उसके बाद वो रूम का दरवाज़ा बंद करती है, और अपनी निघट्य खोल देती है. अब वो सिर्फ़ ब्रा और पनटी में थी. ये खूबसूरत नज़ारा देख कर टापू के होश उडद जाते है.
फिर बबिता टापू के उपर आती है, और उसकी जीन्स की बेल्ट खोल कर ज़िप खोलती है. फिर वो उसकी जीन्स और अंडरवेर उतारती है. अंडरवेर उतरते ही टापू का लंड उछाल कर बाहर आ जाता है. मोटा और बड़ा लंड देख कर बबिता टापू की तरफ देख कर मुस्कुराती है.
फिर वो लंड को हाथ में लेती है, और उसको एक किस करती है. वो टापू की तरफ देखती है, और लंड पूरा मूह में डाल कर चूसने लगती है. टापू के मूह से आ निकल जाती है, और उसको जन्नत की फीलिंग आती है. अब बबिता ज़ोर-ज़ोर से उसका लंड चूसने लगती है, और टापू भी उसके सर पर हाथ रख कर नीचे से सपोर्ट देने लगता है.
फिर बबिता उपर आती है, और त-शर्ट उपर करके उसके पेट को चूमती है. वो चूमते हुए उपर आती जाती है, और उसको पूरा नंगा कर देती है. अब वो टापू के लंड पर बैठी थी, और बीच में बस पनटी की दीवार थी.
वो पनटी के अंदर से ही अपनी छूट टापू के लंड पे रगड़ने लगती है. टापू पागल हो जाता है. अगर उसने मूठ ना मारी होती, तो अब तक उसका पानी निकल गया होता. वो अपना हाथ नीचे ले-जाके बबिता की पनटी साइड करके जगह बनता है, और अपना लंड उसकी छूट में घुसा देता है. बबिता और टापू दोनो की आ निकलती है, और वो उसके लंड पर आयेज-पीछे होके चूड़ने लगती है.
फिर बबिता खुद ही अपनी पनटी फाड़ देती है, और टापू के लंड पर उछालने लगती है. टापू उसकी गांद पकड़ कर नीचे से धक्के लगता है. दोनो पुर मज़े और जोश में चुदाई का मज़ा ले रहे होते है.
बबिता अपनी ब्रा उतार कर अपने चूचे आज़ाद कर देती है, और आयेज झुक जाती है. टापू उसके चूचे चूस्टे हुए उसको छोड़ने लगता है. 15 मिनिट की इस उछाल कूद के बाद दोनो झाड़ जाते है. फिर बबिता तक कर टापू के साथ लेट जाती है.
ऐसे ही पूरी रात दोनो बार-बार चुदाई करते है, और मज़ा करते है.
दोस्तों अगर आपको कहानी का मज़ा आया हो, तो इसको लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.