मेरा नाम अरबाब है. मई कॅनडा मे रहता हू और मेरी आगे 21 है. मई 3 साल पहले कॅनडा शिफ्ट हुआ था और अकेला ही रहता हू. यहा मई अपनी पढ़ाई कर रहा हू और पार्ट टाइम जॉब भी करता था.
अब किसी नॉर्मल लड़के की तरह मई भी अक्सर मूठ मारता हू. लेकिन अगर आप मुझे देखेंगे, तो पक्का मई आपको गान्डू लगूंगा. मेरा जिस्म बिल्कुल लड़कियो जैसा है. गोरा जिस्म है मेरा और जिस्म पे एक भी बाल नही है. ईवन मेरी तो दाढ़ी भी नही आती.
बड़ी गांद है मेरी और स्लिम वेस्ट है. अक्सर लड़के मुझे गे समाज कर मेरे साथ हुक-उप करना चाहते है. लेकिन मई गे नही था. पार्टीस वग़ैरा मे काफ़ी लोग आते थे मेरे पास, लेकिन मई उनको माना कर देता था.
अब एक साल पुरानी बात है. यूनिवर्सिटी की चुट्टिया चल रही थी और मई वापस घर नही गया, बल्कि यही पार्ट टाइम जॉब कंटिन्यू रखी. अब हुआ यू, की वाहा कुछ मसले हो गये. इसलिए सारे पार्ट टाइम वर्कर्स को निकाल दिया गया.
मई अब जॉबलेस था. काफ़ी जगह ट्राइ किया, लेकिन कोविद की वजह से कही जॉब नही मिल रही थी. मुझे अब पैसो की सख़्त ज़रूरत थी और अब मई पैसे कहा से कमाता. जैसे की मैने आपको बताया है, की मई पॉर्न देखता था और मूठ बहुत मारता था.
अब काफ़ी लड़किया अपनी न्यूड पिक्स सेल करके पैसे कमाती थी और मैने भी कुछ की पिक्स खरीदी थी. फिर मुझे आइडिया आया, की क्यू ना मई भी यही करू. वैसे भी मेरा जिस्म काफ़ी मर्दो को अट्रॅक्ट करता था. अगर कुछ लोगो ने भी पिक्स खरीदी, तो मेरा महीने का खर्चा निकल जाएगा.
मैने अगले दिन शॉपिंग वग़ैरा की और जिस्म को वॅक्स वग़ैरा किया. जो थोड़े बहुत मेरी टाँगो पे बाल थे, वो भी मैने उड़ा दिए. फिर जब मैने मिरर मे देखा, तो कसम से काफ़ी लड़कियो
से सेक्सी जिस्म था. अपना जिस्म देख कर मेरा खुद का लंड खड़ा हो रहा था.
खैर मैने काफ़ी आंगल्स से अपनी पिक्स निकाली. मैने गांद, चेस्ट और लंड की पिक्स निकाली थी. फिर मैने पिक्स वेबसाइट पे उपलोआड कर दी. कुछ दिन के अंदर बहुत सारे मर्दो ने और पिक्स की रिक्वेस्ट की. यहा तक की कुछ लड़कियो ने भी पिक्स के लिए रिक्वेस्ट की थी.
मैने फिर काफ़ी पिक्स वग़ैरा निकाली और उनको पैड रख दिया. मेरे तो होश ही उडद गये, की 7 दिन के अंदर मेरी पिक्स देखने के लिए लोगो ने पता नही कितने पैसे दिए. मेरा तो 3-4 महीने का खर्चा 7 दिन मे निकल गया था. अब आपको तो पता ही है, पैसे की भूख मे इंसान अपना जिस्म भी बेच देता है.
बिल्कुल वैसा ही मेरे साथ हुआ. मई भी काफ़ी महीनो तक न्यूड्स निकालता रहा और लोग खरीद भी रहे थे. एक दिन एक बंदे का मेसेज आया, की वो मुझे 100$ देगा, अगर मई उसके साथ वीडियो छत करू तो. अब मई इस ऑफर को कैसे माना करता, तो मैने हा कर दी.
फिर हमने वीडियो कॉल की. मैने फेस मास्क पहना हुआ था. वीडियो छत मे वो खुद भी नंगा था और मई भी नंगा था. वो एक हटता-कटता काला आदमी था और लंड भी उसका बहुत बड़ा था. उसने बताया था, की उसका लंड 9 इंच का था.
वो मुझे अलग-अलग आंगल मे पोज़ करने को बोल रहा था. मई भी वैसा ही कर रहा था. फिर उसने मुझे होल मे उंगली डालने को बोला, लेकिन मैने माना कर दिया. उसने फिर मुझे बोला, की वो मुझे 50$ और देगा, अगर मैने उंगली गांद मे डाल ली तो.
अब पहले मैने ना बोलने का सोचा, लेकिन अब पैसो की भूख की वजह से मैने हा कर दी. मैने अपनी गांद उसकी तरफ कर दी और अपने पिंक होल पे उंगली रब करने लगा. मुझे अजीब भी लग रहा था, लेकिन अब पैसो की वजह से करना पद रहा था.
थोड़ी देर होल के साथ खेलने के बाद, मई आहिस्ता-आहिस्ता उंगली अंदर घुसाने लगा. मुझे दर्द हो रहा था, लेकिन बर्दाश्त के अंदर ही था. आहिस्ता-आहिस्ता मैने पूरी उंगली अंदर डाल दी. फिर मई उंगली अंदर-बाहर करने लगा. मई उसको भी देख रहा था. उसको मुझे ये सब करते देख कर बहुत मज़ा आ रहा था.
15 मिनिट तक मई गांद मे फिंगरिंग करता रहा. पता नही क्यू, मुझे इस सब मे मज़ा आ रहा था और मेरा लंड भी टाइट हो रहा था . खैर फिर उसकी मूठ निकल गयी और हमने वीडियो कॉल ख़तम की. उसने मुझे पैसे दे दिए. उसके बाद डेली वो मुझे हड्द से ज़्यादा पैसे देता और मुझसे वीडियो कॉल पे फिंगरिंग करवाता.
आहिस्ता-आहिस्ता मैने नोटीस किया, की इस सब मे मुझे भी मज़ा आता था. एक दिन उसने मुझे पैसे भेजे. मैने जब उससे पूछा, की उसने किस बात के पैसे भेजे थे, तो उसने मुझे सेक्स टाय्स लाने और उनको वीडियो कॉल मे उसे करने के लिए बोला.
पहले तो मैने सोचा, की मुझसे ये तो नही होगा. लेकिन फिर मैने सोचा, की 1-2 उंगलियो से इतना मज़ा आ रहा था, तो सेक्स टाय्स से कितना मज़ा आएगा. आख़िर-कार अगले दिन मैने जाके सेक्स टाय्स खरीदे. मैने लूब्रिकॅंट वग़ैरा भी ले लिया.
वीडियो कॉल वो डेली रात को 11 बजे करता था. लेकिन मैने सोचा, की वीडियो कॉल से पहले थोड़ी प्रॅक्टीस कर लू. मैने गांद सॉफ की और एक छ्होटे साइज़ के डिल्डो पे लूब्रिकॅंट लगाया. फिर मई डिल्डो के उपर बैठने लगा और आहिस्ता-आहिस्ता पूरा डिल्डो अंदर ले लिया.
6 इंच का डिल्डो था, मतलब मई 6 इंच का लंड अंदर ले रहा था. मई उस डिल्डो पे उछालने लगा और आहिस्ता-आहिस्ता मेरा दर्द ख़तम हो गया और मज़ा आने लगा. मेरे लंड से प्रेकुं लीक हो रहा था और मुझे लग रहा था, की मेरा निकल जाएगा. उछलते-उछलते मुझे इतना मज़ा आया, की मेरी मूठ उड़ते हुए निकली.
इतना मज़ा मुझे कभी मूठ मारते वक़्त नही आया था. मैने कुछ लड़कियो के साथ सेक्स किया था. तब भी इतना मज़ा नही आया था. मई डिल्डो गांद मे डाल कर सो गया और मेरी आँख तब खुली, जब मुझे उस बंदे की कॉल आई. मैने गांद से डिल्डो निकाला और कॉल अटेंड की.
फिर हमने थोड़ी देर बात की. उसने पूछा सेक्स टाय्स का और मैने बता दिया, की मई लेके आया हुआ था. उसने मुझे गांद मे डिल्डो लेने को बोला और मैने वैसा ही किया. पहले मैने 6 इंच का लिया, जिससे पहले मज़े ले चुका था. फिर उसने दूसरा डिल्डो डालने को बोला.
दूसरा डिल्डो 7 इंच का था, लेकिन ज़्यादा मोटा था. मेरी गांद खुल चुकी थी, तो वो भी थोड़े ही दर्द के साथ अंदर चला गया. उसने मुझसे डिफरेंट पोज़िशन्स से डिल्डो गांद मे डलवाया और वो मुझे देख कर मूठ मार रहा था. काफ़ी देर मज़े लेने की बाद, उसका पानी निकल गया और मेरा भी निकल गया.
उसके बाद मई और वो डेली मज़े लेते थे. एक दिन उसने मुझे एक वाइब्रटर लेने की लिए बोला और मैने वो ले लिया. वीडियो कॉल पे उसने वाइब्रटर मुझसे अंदर डलवाया और वाइब्रटर की कोड को अपने फोन अप मे डाला. अब वो अपने फोन से मेरे वाइब्रटर को कंट्रोल कर रहा था.
मई कॅमरा की सामने गांद फैला कर बैठा था और एग्ज़ाइटेड था, की कैसा मज़ा आएगा. उसने वाइब्रटर को ओं किया, तो अफ… इतना मज़ा आने लगा, की क्या बतौ. वो अपने फोन से वाइब्रटर की स्पीड वग़ैरा चेंज कर रहा था और मई यहा मज़े से लगा हुआ था.
जब उसने फुल स्पीड रखी, तब मेरे से कंट्रोल नही हुआ और मेरा पानी निकल गया. उस रात उसने मुझे 3 बार फारिघ् किया और खुद भी फारिघ् हो गया. कुछ दिन हमने ऐसे ही मज़े लिए. आहिस्ता-आहिस्ता मेरा दिल करने लगा, की काश असल लंड मेरे अंदर जाए.
मई, जो कुछ ही महीने पहले बिल्कुल स्ट्रेट था, अब ऐसी हरकते कर रहा था और मुझे मज़ा भी आ रहा था. बस मैने तान लिया था, की अब मई लंड अंदर ज़रूर लूँगा. मैने उसी बंदे को मेसेज किया, की मुझे असल मे सेक्स करना था. मुझे उसने अपना अड्रेस दे दिया और आने को बोला.
मई नहा धो कर, आचे कपड़े पहन कर उसके घर निकल गया. 30 मिनिट का रास्ता था, लेकिन फाइनली मई उसके घर पहुँच ही गया. उसका घर काफ़ी बड़ा था और जीतने पैसे वो मेरे उपर उड़ा रहा था, उससे यही उमीद थी मुझे. मैने बेल बजाई, तो वो निकल कर आया.
उसने अपना त्ररूफ करवाया और अंदर 2 और भी लोग थे, उसने उनका भी त्ररूफ करवाया. मई उनको देख कर दर्र गया, की क्या ये भी करेंगे. मैने मार्क को बोला-
मई: सिर्फ़ हम करेंगे.
तो उसने बोला: हम तीनो करेंगे.
फिर मैने जब माना किया, तो उसने बोला-
मार्क: भले ही पैसे ले लेना, लेकिन छोड़ने तीनो को देना.
पैसो के सामने मई कमज़ोर पद गया और मैने हा कर दी. मार्क मेरे करीब आया और उसने अपनी पंत खोल दी. मुझे पता था, की उसका लंड काफ़ी बड़ा था. लेकिन जब उसका लंड मेरी आँखों की सामने आया, तो मुझे दर्र लगने लगा, की शायद अंदर ना जाए.
मार्क ने मेरे होंठो पे लंड रखा और मई समझ गया, की मुझे क्या करना था. मैने मूह खोला और लंड अंदर ले लिया. मई बड़ी मुश्किल से लंड चूस पा रहा था, क्यूकी उसका लंड बहुत बड़ा था. थोड़ी देर चूसने के बाद, मई मुश्किल से आधे से तोड़ा ज़्यादा लंड ही चूस पा रहा था.
मार्क के बाकी 2 दोस्त हमे देख कर मूठ मार रहे थे और उनके लंड भी मार्क जीतने ही बड़े थे. मार्क ने मेरा सिर पकड़ा और मूह को छोड़ने लगा. वो हर झटके के बाद, लंड को ज़बरदस्ती अंदर घुसा रहा था. उसका लंड मेरे गले तक जेया रहा था और मुझे उल्टी आने वाली थी.
लेकिन मार्क को इसकी परवाह नही थी. वो मेरे मूह को छोड़-छोड़ कर आख़िर-कार पूरा लंड मेरे गले तक ले गया. उसने जब लंड निकाला, तो मेरी उल्टी निकल आई और मई तेज़-तेज़ साँसे ले रहा था. मार्क ने मुझे उठाया और बेडरूम मे ले गया.
मैने मूह सॉफ किया और साथ-साथ मार्क मेरे कपड़े उतार रहा था. मुझे नंगा करके उसने मुझे बेड पे पटक दिया और गांद फैला दी. फिर उसने अपने लंड को मेरी गांद के होल पे सेट किया. मार्क ने तोड़ा ज़ोर दिया और उसके लंड का टोपा मेरे अंदर चला गया.
मुझे दर्द हुआ, लेकिन मैने बर्दाश्त किया. मार्क ने फिरसे एक . झटका मारा और उसका आधे से ज़्यादा लंड मेरे अंदर चला गया. मुझे ऐसा लग रहा था, जैसे उसका लंड मेरी गांद चीरता हुआ गया था. इससे मेरी ज़ोर की . निकल गयी.
फिर मार्क ने एक और . से पूरा लंड मेरी गांद मे घुसा दिया और मुझे . दिए . छोड़ने लगा. इतने मे उसका दोस्त आ गया और मेरे सामने खड़ा हो गया. उसने मेरा सिर पकड़ा और लंड मेरे मूह मे घुसा दिया.
अब मेरी गांद भी . रही थी और मूह भी और मई दर्द से आँसू निकाल रहा था. मार्क ने 20 मिनिट मेरी चुदाई की और फिर लंड निकाला. फिर उसके दोस्त ने . किया और लंड मेरी गांद मे घुसा दिया. मार्क मेरे मूह की सामने लंड . लगा और अपना माल मेरे मूह के उपर निकाल दिया.
फिर उसके दोनो दोस्तो ने भी आधा-आधा . मेरी गांद मारी. मेरा दर्द ख़तम हो गया था और अब मई भी मज़े ले रहा था. . चुदाई हुई मेरी और वो बारी-बारी मुझे छोड़ रहे थे. मुझे डिफरेंट पोज़िशन्स मे छोड़ा . तीनो ने. मई खुद अब . कर रहा था और 3 बार फारिघ् हो चुका था.
तीनो ने मेरी गांद का इस्तेमाल रात के 4 बजे तक किया. मेरा जिस्म उनके कम से भरा हुआ था और मेरे मूह और गांद भी भरे हुए थे कम से. मई इतना तक गया था, की वही बेड पे सो गया. सुबा को मुझे मार्क ने उठाया और बोला-
मार्क: घर जाओ, सुबा हो गयी है.
मई जब बातरूम गया, तो मुझसे चला भी नही जेया रहा था. मेरी गांद पूरी फटत चुकी थी. फिर नहा-धो कर मैने कपड़े पहने और वाहा से जाने लगा. मार्क ने मुझे 2000 दिए और मुझे घर भी ड्रॉप किया.
घर आके मैने सोचा, की क्या मई सच मे गान्डू बन गया हू. बस उस दिन को आज 4 महीने हो चुके है और मई इन 4 महीनो मे पता नही कितने लोगो से गांद मरवा चुका हू. मई पैसे लेके गांद मरवाता हू और काफ़ी बार तो पैसे लेके अपना गंगबांग भी करवाया है. मई एक पका गान्डू बन चुका हू.