मेरा नाम विजय है ये मेरा काल्पनिक नाम है. मैं हरियाणा के हिसार शहर का रहने वाला हूँ. मेरी उम्र 24 साल है रंग गोरा है.
अन्तर्वासना का मैं नियमित पाठक हूँ तो मैंने सोचा कि मैं भी मेरी कहनी शेयर करूँ.
यह बात एक साल पहले की है. यह मेरा पहला सेक्स एक्सपीरिएंस है.
मैं हिसार में एक छोटी सी कंपनी में काम करता हूं. मैं लड़कियों से हमेशा दूर रहता था.
एक दिन में एक दोस्त की शादी में गया. शादी पैलेस में थी.
एक लड़की जिसकी उम्र 25 साल थी, वो शादीशुदा थी. उसने नीले रंग की साड़ी डाली हुई थी … रंग गोरा था उसके बूब्स कुछ 34 के आकार के होंगे. कमर पतली थी और गांड 36 की थी.
साड़ी में गांड उसकी बाहर निकलने को हो रही थी.
वो लड़की बार बार मेरी तरफ देख रही थी.
मुझे लगा कि मैंने इसको कहीं देखा है.
फिर वो बार बार मेरी तरफ देख कर इशारे करने लगी. मैं उसके पास गया, मैंने उसको कहा- आप मुझे जानती हैं क्या?
उसने कहा- सर, मैं आपकी कम्पनी में इंटरव्यू देने के लिए आई थी … मैंने आपको वहाँ देखा था. अगर आप मेरी थोड़ी हेल्प कर सको तो मुझे भी आपकी कम्पनी में जॉब लगवा दो.
मैं बस यही चाहता था, मैंने उसका नंबर लिया और शादी मैं एन्जॉय करके घर चला गया.
मैं घर आकर अभी लेटा ही था कि उस लड़की की कॉल आ गयी.
उसने मुझे बताया- मेरा पति शराब पीता है, कुछ काम नहीं करता है.
मैं समझ गया था कि यह लड़की लण्ड की भी भूखी है.
मेरी धीरे धीरे उससे अक्सर बात होने लगी. वो मेरे करीब आने लगी और मैं उसके … सच कहूं तो दोस्तो, मुझे उससे प्यार हो गया था. उससे बात ना होने पर मेरा मन नहीं लगता था.
फिर हमारे बीच सेक्स की बात भी होने लगी. हम दोनों का मन करता था कुछ करने का … पर मिलने का मौका नहीं मिल रहा था.
एक दिन उसने बताया उसका पति बाहर अपने बड़े भाई के पास जा रहा है, दो दिन के लिए वो घर पर अकेली है.
तो मैंने उसको रात को मिलने के लिए बोला.
उसने कहा- ओके, तुम आज शाम को मेरे घर आ जाओ.
मैं तैयार हो गया फिर घर वालों को बोला- आज मेरी नाईट शिफ्ट है … सुबह घर आऊंगा.
इतना कह कर मैं शाम के 7 बजे अपने घर से निकल गया.
एक घंटे में मैं उसके घर के सामने पहुंच गया. मैंने उसके घर की डोरबेल बजाई तो उसने दरवाजा खोला.
मैं तो उसको देखता ही राह गया … क्या गज़ब की बला लग रही थी … लाल रंग का सूट और काले रंग का दुपट्टा पहने वो मुस्कुरा कर मेरा स्वागत कर रही थी.
फिर उसने मेरा हाथ कपड़ा और मुझे घर के अंदर खींच लिया.
मैंने उसको गले से लगाया और गालों पर चुम्बन किया. और जवाब में उसने भी मेरे गालों पर किस किया.
फिर उसने कहा- रुको बाबा … सारी रात है ये सब करने के लिये, अब अंदर चलो, पहले कुछ खा पी लेते हैं.
हमने खाना खाया, उसके बाद बैठ कर थोड़ी बातें की. अब रात के नौ बज चुके थे. मैंने उसको कहा- अब चेंज कर लेते हैं. सारी रात बात ही करेंगे या और कुछ भी करेंगे?
वो हंसने लगी और फिर वो शावर लेने मलतब नहाने चली गयी.
नहाने के बाद वो बाहर निकली तो मैं उसको देखता ही रह गया.
उसने ग़ुलाबी रंग की नाइटी डाल रखी थी और अंदर से उसकी काले रंग की ब्रा ओर पैंटी साफ दिख रही थी. उसके बूब्स बाहर ब्रा में से बाहर आने को हो आतुर थे.
वो मेरे बेड के पास गई और मेरे ऊपर आ गई. उसने मरे होंठ पर अपने होंठ रखे और करीब दस मिनट तक एक दूसरे के अधरों का रस पीते रहे. यह मेरी लाइफ का पहला किश था मेरे सारे शरीर पर झुरझुरी होने लगी … वो अहसास मुझे आज तक याद है.
मेरी शर्ट और बनियान उसने झट से उतार दी … वो मेरे कंधों को अपने होंठों से काटने लगी और मैंने उसके … धीरे धीरे वो मेरी छाती पर किश करने लगी.
मेरा लण्ड अब क़ाबू से बाहर होने लगा और वो पेट पर से किश करती हुई और नीचे सरक गयी. अब उसने मेरी पेन्ट भी खींच कर नीचे कर दी. अब मैं सिर्फ अंडरवियर में था.
मैंने अपने हाथों से उसकी नाईटी उतारी. अब वो ब्रा और पैंटी में थी. मैंने पहली बार किसी लड़की को इतनी नंगी देखा. मैंने उसको बेड पर पटका और किश करने लगा. उसके बदन की खुशबू बार बार मुझे जैसे कह रही हो कि बरसों से उसे मेरा इंतज़ार था.
मैंने उसकी ब्रा उतार दी और उसके बूब्स को आज़ाद कर दिया. उसका एक निप्पल मैंने अपने मुंह में भर लिया और दूसरे बूब को अपने हाथ से दबाने लगा. वो ज़ोर ज़ोर से सिसकारियाँ लेने लगी- आह उम्म्ह… अहह… हय… याह…
बस पूरा कमरा उसकी मादक आवाज से गूंजने लगा.
मैं भी अब उसके नीचे की तरफ जाने लगा जैसे उसकी चुत मुझे बुला रही हो. मैंने उसकी पैंटी में अपनी उंगलियाँ फंसा कर उसकी जाँघों पर से सरका दिया और फिर उसके पैरों से अलग कर दिया. तब मैंने उसकी टांगों को फैला दिया और उसकी चुत को देखा. उसकी चुत पर एक भी बाल नहीं था … उसने आज अपनी चुत को मेरे लिए सज़ा रखा था. उसकी चूत थोड़ी गीली हो गयी थी. उसकी टांगों को घुटनों से मोड़ कर मैंने पूरा खोल दिया और उसकी चुत पर अपने लब रख दिये.
मेरे लबों के स्पर्श से वो एकदम से सिसकी- आह आह ह हहह हह …
मुझे उसकी चूत का पानी नमकीन लगा. मैं लगातार उसकी चुत को चाट रहा था और वो मेरा सर पकड़ कर अंदर की तरफ खींच रही थी और मेरा मुंह उसकी चुत की दरार के अंदर तक धंस गया. मैं समझ गया था कि वो झड़ने वाली है.
और वही हुआ … उसकी प्यासी चूत ने अपना पानी छोड़ दिया … मैं वो सारा रस पी गया और वो निढाल होकर लेट गयी.
उसने मुझे बताया- शादी को एक साल हो चुका है पर मेरे पति ने कभी मेरी चुत नहीं चाटी. आज मुझे पहली बार इस परम सुख का अहसास हुआ है.
अब उसने मेरे लण्ड को अंडरवियर से बाहर निकाला, अपने हाथ में लिया और मेरे लण्ड के सुपारे पर किश करने लगी. मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था तो मैंने उसको बिस्तर पर लेटाया और उसकी कमर के नीचे तकिया लगाया.
मैं उसकी टांगों को फैला कर अपना लंड उसकी गीली चूत में डालने लगा. अभी थोड़ा सा ही लण्ड अंदर गया था कि वो चिंहुक उठी.
उसकी चुत की गर्मी मुझे महसूस हुई.
उसने कहा- प्लीज थोड़ा धीरे डालो! दो महीने बाद सेक्स कर रही हूँ. मेरा पति काम में बिजी रहता है उसकी वजह से सेक्स हम कर ही न पाए. आज के बाद मुझे अपनी पत्नी बना लो … हमेशा के लिए मैं तुम्हारी हुई.
उसकी बातें सुनकर मेरी आँखों में आंसू आ गए.
फिर मैंने देर न करते हुए अपना सख्त लण्ड उसकी गर्म चुत में डाल दिया. वो दर्द और मजे के मारे अपने मुख से कामुक आवाज़ निकालने लगी और ज़ोर ज़ोर से कहने लगी- चोदो मेरे राजा … और ज़ोर से … बुझा दो आज मेरी प्यास!
करीब पन्द्रह मिनट तक मैं उसको चोदता रहा … और फिर हम दोनों साथ में झड़ गए … मैंने उसकी चुत में ही अपना सारा पानी छोड़ दिया था.
फिर हम दोनों कुछ देर के लिए लेट गए.
उस रात हमने चार बार सेक्स किया. सुबह तीन बजे हम दोनों नंगे सो गए थे. फिर मैं सुबह दस बजे उठकर अपने घर आ गया था.
उसके बाद हमने काफी बार सेक्स किया और खूब आनन्द लिया जवानी का.
लेकिन अब वो और उसके पति तीन महीने पहले दिल्ली शिफ्ट हो गए हैं. अब बस उससे फोन पर ही मेरी बात होती है कभी कभार!
तो मेरे प्यारे दोस्तो, आप सब को मेरी पहली बार की सेक्स कहानी कैसी लगी? मुझे मेल करके बतायें और कमेंट्स में भी अपने विचार प्रकट करें.
उसके बाद मैं मेरी अपनी अगली कहानी लिखूंगा.