हे गाइस इट’स कारण. ई आम बॅक वित आ न्यू स्टोरी. फर्स्ट्ली ई वॉंट तो टेल सम्तिंग अबौट मे. ई आम 28 यियर्ज़ ऑफ आगे वित आ हाइट ऑफ 5’9″ आंड आ थिक 6″ डिक. थे मोस्ट इंपॉर्टेंट थिंग इस तट ई आम स्टिल अनमॅरीड. ई आम ऑल्वेज़ अवेलबल फॉर सेक्षुयल प्लेषर.
पिछले साल की सम्मर हॉलिडेज़ की बात है. मेरा नेबर, जिसका नाम अशोक है एक बिज़्नेस पर्सन है. मुझसे सात साल बड़ा है. उसकी फॅमिली में उसको मिलके चार लोग है. वो खुद, उसकी वाइफ और दो बच्चे जिसमे एक लड़का है है 6 साल का और एक लड़की है 3 साल की. उसके दोनो बच्चे हॉस्टिल में पढ़ते है.
अशोक और मैं कभी साथ में खेला करते थे. पर टाइम बीतने के साथ साथ काम में बिज़ी हो गये और फिर बात भी मुश्किल से होने लगी. सात साल पहले अशोक की मॅरेज हुई थी ज्योति से. जो इस स्टोरी की हेरोयिन है. जब ज्योति फर्स्ट टाइम अशोक के घर आई थी तो मैं भी वाहा पे था.
मुझे आज भी याद है जब उसने रेड कलर की सारी पहनी हुई थी और एक दूं आक्ट्रेस नेहा शर्मा की तरह लग रही थी. उस दिन नाइट में मैने ज्योति को फॅंटसाइज़ किया था. क्या लग रही थी ज्योति उस दिन. 36-28-38 का पर्फेक्ट फिगर और गोरा रंग.
रस्स से भरे हुए बूब्स और मस्तानी गांद. कमाल की लग रही थी ज्योति उस्दीन. दिल तो कर रहा था की उसकी सुहग्रात मेरे साथ ही हो जाए.
टाइम आयेज बदता गया और ज्योति के दो बच्चे भी हो गये. पर उसके फिगर पे इसका कोई ख़ास फराक नही पड़ा. उसकी गांद और मोटी और सेक्सी होगआई. उसके बूब्स का साइज़ 36″ से 40″ हो गया और उसकी वेस्ट 34″ के आस पास हो गयी. उसकी गांद तो मशाल्लाह 44”की हो चुकी थी.
अशोक का अछा ख़ासा बिज़्नेस था. पर पिछले कुछ 2 साल से उसका बिज़्नेस लगातार लॉस में जाने लगा. बिज़्नेस में नुकसान होने का सीधा असर फॅमिली पे पड़ता है और यही अशोक के साथ हुआ. वो अपने लॉस की फ्रस्ट्रेशन अपनी वाइफ पे निकालने लगा. इस वजह से उन दोनो में काफ़ी लड़ाई रहने लग पड़ी.
वैसे तो मेरी डेली रुटीन ये अलो नही करती की मैं अशोक के घर जौ या उससे कोई बात करू. पर जब मुझे उसके घर के हालात के बारे में टा चला तो मैं उसके घर गया उसको मिलने और हॉंसला देने के लिए. मैं सॅटर्डे को सुबा कोई 10 बजे उसके घर गया.
मैने बेल बजाई और ज्योति ने डोर ओपन किया. मैने जैसे ही ज्योति को देखा मेरी आँखों को ठंडक पद गयी. ज्योति कोई काम कर रही थी जिसकी वजह से उसको पसीना आया हुआ था. एक उपर से वैसे ही बोहुत गर्मी थी. उसके पसीने की वजह से उसके कपड़ो में से उसकी बॉडी दिख रही थी.
उसको देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया और मैने बड़ी मुश्किल से उसपे कंट्रोल किया. ज्योति ने वाइट कलर के कपड़े पहने हुए थे और पसीना आने की वजह से उसके कपड़े ट्रॅन्स्परेंट हो चुके थे. उसकी ब्लॅक ब्रा सॉफ सॉफ दिख रही थी और ब्लू कलर की पनटी भी उसकी सलवार की साइड से दिख रही थी.
ज्योति की गांद बोहुत सेक्सी हो चुकी थी. जब वो चलती थी तो उसकी गांद हर किसी के लंड को आवाज़े मार्टी थी. ज्योति के पूछने पे मैने ब्टाया की मैं अशोक से मिलने आया हू. उसने मुझे अंदर आने को कहा. मैं ड्रॉयिंग रूम में वेट करने लगा.
अशोक अंदर नहा रहा था. जब वो बाहर आया तो ज्योति ने उसको मेरे आने के बारे में बोला. अशोक ड्रॉयिंग रूम में आया और हुँने हॅंड शेक किया. मैने उसका हाल चाल पूछा तो उसने आयेज से उल्टा बोलना शुरू कर दिया. “की इतने टाइम में तो याद नही आई और अब आ गये है हाल चाल पूछने.”
मुझे गुस्सा तो बोहुत आया पर ज्योति की वजह से मैं चुप रहा और चुप छाप वाहा से निकल आया. कुछ दिन बाद ईव्निंग टाइम में ज्योति मेरे घर आई. जब मैने गाते खोला तो मैं हैरान था की वो अचानक कैसे आ गयी. मैने उसको अंदर बिताया और आने का कारण पूछा.
ज्योति ने बोला की वो उस्दीन के लिए माफी माँगने आई है अपने हज़्बेंड के बिहेवियर की वजह से. मैने उसको बोला की माफी माँगने की कोई बात नही है बुरे वक़्त में तो ऐसा होता रहता है. ज्योति माफी माँगते हुए रोने लग पड़ी तो मैने उसको हग कर लिया. उसने भी मुझे टाइट हग कर लिया.
मुझे लगा यही चान्स है और मैने उसकी नेक पे किस कर दिया. वो हैरान होके पीछे हट गयी. उसने मुझसे कहा की, “ये क्या बदतमीज़ी है.” मैं घबरा गया और मैने उसको सॉरी बोला. मैने उसको बोला की जब से मैने उसको पहली बार उस लाल सारी में देखा है मेरा उसपे क्रश है.
मैने ये भी ब्टाया की जब अशोक बिना वजह बोलता है तो मुझे बोहुत बुरा लगता है. वो चुप छाप मेरी सारी बाते सुनती रही और “ओक बाइ” बोलके चली गयी. 3 दिन बाद मैं अपने घर की रूफ पे गया तो वाहा पे कुछ कपड़े गिरे हुए थे पर वो हुमारे नही थे.
वो सारे कपड़े ज्योति और अशोक के थे जो हवा से उड़के हुमारी रूफ पे आके गिर गये थे. मैने सारे कपड़े इकते किए और अशोक के घर उनको वापिस करने चला गया. फिर मैने बेल बजाई और अशोक ने डोर ओपन किया. मैने उसको बोला की आपके कुछ कपड़े हुमारी रूफ पे गिरे पड़े थे और मैं वो वापिस करने आया हू.
उसने मुझे कपड़े अंदर रखने को कहा. और ज्योति पे चिल्लाना शुरू कर दिया की उससे कोई काम ठीक से नही होता. ज्योति बड़ी एंबॅरास्ड हो गयी. मुझे समझ नही आ रहा था की मैं क्या करू. अशोक चिल्लाता हुए बाहर चला गया और ज्योति ने फिरसे रोना शुरू कर दिया.
मैने ज्योति को सोफा पे बिताया और उसको चुप कराने की कोशिश करने लगा. तभी अकहनक ज्योति ने मेरा फेस पकड़ा और मुझे किस करना शुरू कर दिया. मैं समझ गया की वो रोज़ रोज़ की दाँत से तंग आ चुकी है और प्यार चाहती है. मैने भी ज्योति का पूरा पूरा साथ देना शुरू कर दिया.
फिर मैने उसको अपनी बाहो में कस्स लिया और हम दोनो ने स्मूच करना शुरू कर दिया. मैने उसकी गांद को दबाना शुरू कर दिया. क्या गांद थी उसकी इतनी बड़ी और एक दूं सॉफ्ट सॉफ्ट. उसके लिप्स बोहुत ज़्यादा टेस्टी थे. 10 मिनिट्स की किस के बाद उसने मुझे वेट करने को कहा और अपने रूम में चली गयी.
मैं बोहुत एग्ज़ाइटेड था पर ये नही समझ पाया की वो अंदर क्यू गयी. 10 मिनिट्स बाद उसकी आवाज़ आई अंदर से. वो मुझे रूम में बुला रही थी. मैं रूम में गया तो मुझे लगा की मेरा ड्रीम पूरा हो गया. वो भी लाल सारी पह्न के बैठी थी जिसके बारे में मैने उसको बोला था.
ज्योति ग़ज़ब की हॉट लग रही थी. ब्लाउस से बाहर आते उसके गोरे गोरे और मोटे बूब्स. बड़ी सारी गांद देखके पागल हो रहा था. वो मेरे पास आई और मेरा हाथ पकड़ के उसने मुझे बेड पे लिटा दिया. उसके बाद वो मेरे उपर आके बैठ गयी. उसने मुझे कहा “ प्यार करो मुझे.”
उसकी गांद की गर्मी से मेरा लंड जीन्स से बाहर आने वाला हो गया. मैने उसका पल्लू हटाया और उसके बूब्स दबाने लगा. वो अपनी गांद को मेरे लंड पे रगड़ने लगी और मोन करने लगी. वो बड़ी मस्ती में लग रही थी. मुझे टा था आज बड़ा मज़ा आने वाला है.
मैने उसकी सारी उतारी और उसको नीचे लिटा दिया. फिर मैं उसकी कमर पे किस करने लगा और उसके ब्लाउस का हुक खोला. उसने पिंक कलर की ब्रा पहनी हुई थी. मैने उसकी ब्रा उतारी और उसके मोटे बूब्स चूसने शुरू कर दिया. वो इतने मोटे थे की हाथ में नही आ रहे थे.
उसने भी अपने हाथ से मेरे लंड को सहलाना शुरू कर दिया. हम दोनो ने काफ़ी देर एक दूसरे के लिप्स चूज़. फिर मैं नीचे हुआ और उसका पेटिकोट उतरा. उसकी लेग्स तो जन्नत जैसी थी और उसकी छूट से उसकी पनटी गीली हो चुकी थी. मैने उसकी पनटी उतारी और अपनी फिंगर्स से उसकी चूर मसालने लगा.
उसने मोन करना शुरू कर दिया. मेरे मूह में उसके निपल्स थे और मेरी फिंगर्स उसकी छूट मसल रही थी. मैं उसके सारे बदन को चूम रहा था. उसने मुझे नीचे किया और मेरे उपर आ गयी. मेरा लंड उसकी छूट में जाने को तरस रहा था.
उसने मेरी शर्ट के बटन खोल दिए और मेरी जीन्स उतारी और फिर मैने जल्दी से अपना अंडरवेर उतार दिया. वो मेरे लंड को प्यार करने लगी. हम दोनो एक दूसरे में खो चुके थे. मैं सीधा हो गया और अब वो मेरी गोद में थी. हम दोनो बस चूमे जा रहे थे एक दूसरे को. उसकी स्किन बोहुत सॉफ्ट थी.
मैं उसकी नेक पे काट रहा था और वो मेरे इयर्स पे काट रही थी. फिर उसने मेरा लंड अपनी छूट में ले लिया. उसकी छूट बोहुत गरम थी. वो मेरा लंड अंदर लेके मोन करने लग पड़ी. उसने मेरी पीठ पे नाइल्स मारने शुरू कर दिए.
हम दोनो एक दूसरे के प्यार में पागल हो रहे थे. ना तो उसकी छूट की गर्मी कम हो रही थी और ना मेरा लंड झाड़ रहा था. हम दोनो के जिस्म ह्मारा पूरा साथ दे रहे थे. स्वर्ग जैसा मज़ा आ रहा था. फिर मैने उसको लिटाया और उसके उपर चाड गया और उसको छोड़ने लगा.
अभी हम दोनो का झड़ना बाकी था के अचानक बेल बाजी और हम दोनो दर गये. अशोक बाहर से आवाज़ लगाने लगा. ज्योति ने मुझे बेड के नीचे जाने को कहा और खुद टवल लपेट के डोर ओपन करने चली गयी. बहाना लगाया की नहाने लगी हू. अशोक ने 10-15 मिनिट्स लगाए और अपना समान लेके चला गया.
उसके जाते ही ज्योति रूम में आई और मुझे बेड के नीचे से निकालने को कहा. मैं बाहर आ गया. ज्योति पुर मूड में थी. वो बेड पे उल्टी होके बैठ गयी उसने अपनी गांद आयेज की और बोला,”आज निकाल दो मेरी छूट की सारी गर्मी, मेरी जान.”
मैने भाग के अपना लंड उसकी छूट में डाल दिया और उसको तेज़ी से छोड़ने लगा. वो मोन कर रही थी. मेरा लंड बस झड़ने वाला था पर वो ठंडी होने का नाम नही ले रही थी. मुझे उसको सॅटिस्फाइ करना था झड़ने से पहले. मैने अपनी स्पीड बढ़ा दी और उसकी गांद पे थप्पड़ मारने लगा.
ववो मज़े से चिल्लाने लगी. मैने उसके बाल पकड़ लिए और ट्रेन की स्पीड पकड़ ली. मैं उसको कुटिया की तरह छोड़ने लगा और वो और ज़ोर से चिल्लाने लगी. उसकी गांद लाल हो गयी और छूट में से पानी बहने लग गया. वो झाड़ कर नीचे गिरने लगी.
मैने उसके शोल्डर्स से उसको पकड़ लिया और उसकी छूट को छोड़ता रहा. 1-2 मिनिट्स में मैं भी झाड़ गया. कुछ देर में मेरा लंड फिर से चार्ज हो गया और उसकी गांद मारना चाहता था. पर उसने कहा की वो तक गयी है और वो फिर मुझे बुलाएगी जब अशोक घर पे नही होगा.
मुझे यकीन नही हो रहा था की जिस लड़की के साथ होने के मैने सिर्फ़ सपने देखे थे आज उसकी चुदाई की थी. उसी दिन के बाद से हमारा ये रिश्ता चल रहा है.
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