नमस्ते दोस्तो मेरा नामे कोकीन है मई देल्ही से हू. ये कहानी मेरे पड़ोस की चाची के साथ हुई चुदाई की कहानी है अब शुरू करते है लड़के लंड हाथ मे ले और लड़की उंगली डाल लीजिए.
मेरे पड़ोस मे एक सनडर और हॉट चाची रहती है उसके 2 बाकछे भी थे ब्दे ब्दे. उसका फिगर मस्त है चुचिया 34 कमर 30 और हिप्स तो गोल मटोल है.
उसके लेकिन मेरा कोई ग़लत इनटेन्स नही था उसको लेके. लेकिन एक दिन मई उनके घर गया तो वो बैठी आता गूत रही थी. तब उसकी चुचिया बाहर आने को हो रही थी, मई गया तब वो पसीने मे भीगी हुई थी.
वो चाचा के लिए रोटी ब्नाने वाली थी तो मेरे जाने से वो कम करती करती लाते हो गयी. चाचा को ऑफीस जाना था और मई खाली था तो वो बोली मुझे तेरे मामा के घर जाना है मुझे छोढ़ दोगे.
तो मैने हाँ कर ली और चाचा को खाने मे लेट हुआ तो बनी हुई रोटिया चाचा बिना खाना खाए चले गये. वो शाम को ही आने वाले थे बुत चाची नाराज़ होते हुए बोली की गरम गरम छोड़ गये, उनके नसीब मे नही थी.
मई बोला क्या गरम छोड़ दिया? तो चाची ने मुझे कहा कुछ नही, तू ज़्यादा ध्यान मत दे और मुझे 10 भजे छोड़ देना.
मैने मस्ती मे बोला आप जब कहोगी मई छोड़ दूँगा. तो वो हासणे लगी बोली की रहने दे, मई चली जौंगी ऐसे ही और फिर बूब्स ठीक किए. और ऐसा काई बार हुआ लेकिन एक दिन वो बोली की कल तेरे चाचा कहीं जेया रहे है और मुझे भी मामा के यहा जाना है. मुझे स्टॅंड तक छोड़ देना, मई अकेली रह जौंगी.
मई उनको कुछ देर बाद छोड़ने गया तो मैने देखा वो गजब ढा रही थी सारी मे. और उसकी चुचिया तो बस लाजवाब थी.
मैने कहा – चाचा तो है नही इतनी साज सॉवॅर के कहा जेया रही हो?
चाची – बताया तो था मामा के घर.
मई – मुझे तो लगता है हनिमून के लिए जेया रही हो.
चाची – अब पहले जैसी बात कहा है.
मई – लग तो ऐसे ही रहा है.
चाची – जब हनिमून का टाइम था तब लेके नही गये.
मई – तो मई ले चालू?
चाची – अब तो तू शादी कर ले उसके साथ जाना हनिमून.
मई – नही मई तो आपके साथ जौंगा हनिमून पर.
चाची – वाइफ के साथ जाना मुझसे क्या मिलेगा तुझे
मई – मैने कहा क्यू उसके पास जो होगा वो आपके पास भी तो है.
चाची (शरमाते हुए) – ऑश ऐसा क्या होगा उसके पास?
मई – पता नही क्या होगा उसके पास बुत आपके पास है वैसा नही होगा उसके पास (उसकी चुचियो को देखकर).
चाची – (उसने अपने बूब्स देखते हुए) क्या है मेरे पास जो उसके पास नही होगा?
मई – फिगर!
चाची – देख लियो मुझसे भी आक्ची आएगी तेरी वाइफ.
मई – आपसे आक्ची नही हो स्क्ति वो.
चाची – क्यू मुझमे ऐसा क्या है?
मई – (उसके बूब्स की साइड इशारे करते हुए ) ये!
चाची शर्मा गयी…
चाची – अक्चा जी डबल मीनिंग बात कर रहे हो?!
मई – नही मई तो सॉफ बोल रहा हू.
चाची – अक्चा इतने पसंद है तुम्हे?
मई – हन चाचा की तो लॉटरी लगी हुई है.
चाची – लॉटरी उसकी लगी पर मेरी नही, मुझे तो रोज ही… (इतना बोलकर वो चुप हो गयी)
मई – क्यू चाचा ने कुछ किया जो उससे गुस्सा हो या कुछ नही किया इसलिए?
चाची – छ्चोड़ो ये बाते, छोड़कर आओ मुझको.
मई – कहा छोड़ना है बताओ (मज़े लेते हुए) हनिमून पर.
चाची – अब कैसा हनिमून…
मई – क्यू अब कों सा देर हो गयी?
चाची – देर ही हो गयी, अब मुझमे वो बात कहाँ, मुझे जाना है अब चलो.
फिर मई बिके से छ्चोड़ने गया.
फिर 7 दिन बाद उसको वापस आना था.
तो फोन आया मेरे पास कहा की लेने आ जाओगे? मैने कहा कहाँ पर? तो उसने बोला घर. मैने तुरंत हन बोल दी
और मई लेने गया, करीब 120 केयेम था मामा का घर. वहाँ पहुच कर मई लेने गया तो वो बिल्कुल कॉलेज की गर्ल की तरह लग रही थी.
मई कार मे बैठा कर चला रास्ते मे बीच मे कार का टाइयर पंक्चर हो गया और रात हो गयी थी. तो हुँने वही रुकने का सोचा और कार मे बैठ गये. और रात को कॉल आया चाचा का की क्ब आओगी. तो चाची ने बोला की मई सुबह अवँगी, पंक्चर हो गया है कार मे. वो बोले की कोई बात नि आराम से आ जाना.
मई – चाची कुछ खाने को भी नही है रात कैसे कटेगी..?
चाची – कोई नही मेरे बाग मे कुछ है डू क्या?
मई – हन दो आपके पास तो सब कुछ है (बूब्स की ट्राफ् देखते हुए).
चाची – मतलब मतलब क्या है?
मई – सब कुछ तो है.
चाची – ये डबल मीनिंग बात मत किया कर!
मई – क्यू मूड खराब हो गया..?
चाची – हन!
मई – तो मूड बना डू?
चाची – थप्पड़ लगेगा!
मैने चाची की जाँघ पर हाथ लगाया और कहा – थप्पड़ मार लेना पर…
चाची – पर क्या?
मई – पर कुछ पीना है मुझे (और बूब्स पर हाथ लगा दिया).
चाची (गुस्से से ) – ये क्या कर रहे हो ?
मई – हनिमून माना रहा हू.
चाची – शूट उप!
मई – क्यू दर्र रही हो, कोई नही है ना किसी को पता चलेगा.
चाची – नही मई चाचा को बोल दूँगी!
मई – क्या बोलॉगी की मैने कुछ बोला या बूब्स टच किए…?
चाची – यही की तुम मुझे छेड़ रहे थे.
मई – मई छेड़ नही रहा, आपसे सेक्स करना चाहता हू, बस इतना नही करोगी मई आपको लेने आया इतनी दूर?
चाची – तो किराया ले लेना.
मई – मुझे कुछ और लेना है.
और ये बोल कर मैने चाची को दबोच लिया और बूब्स दबाने लगा और लीप किस करने लगा. लेकिन चाची ने होंठ बंद कर लिए,
चाची – नही ये ग़लत कर रहे हो तुम.
मई – रात बहुत है तो कुछ तो केयर्ना पड़ेगा.
चाची – तो फिर ये करोगे?!
मई – हनन देखो आपके बूब्स अकचे है और फिगर भी मस्त है, हनिमून चाचा के साथ नही गयी सोच लो कार मे ही हनिमून बन जाएगा.
चाची को मई किस करने लगा पर चाची ने दूर कर दिया.
अब आयेज की स्टोरी अगले पार्ट मे बतौँगा की चाची को मैने कहा छोड़ा.
तब तक आप ‘स्कूल का प्यार लौट आया’ पढ़िए वो मेरी ही सॅकी स्टोरी है.
वो ईद का पासवर्ड मई भूल गया इसलिए अब इस एमाइल ईद से लिख रहा हू. उमीद है आपको पसंद आएगी.