दोस्तो, मैं आपका चोदू दोस्त अनुज सिंह वापस आ गया हूँ. आज की कहानी शुरू करने से पहले मैं अपने बारे में आपको जल्दी से बता देता हूँ. मेरी उम्र 21 साल है, लन्ड का साइज 6 इंच है। मेरी स्किन फेयर है और हाइट 5 फीट 6 इंच है। मैं जिम भी करता हूं और मुझे लड़कियां, भाभी और आंटी सब पसंद हैं। मुझे बड़ी उम्र की औरतों के साथ और भी ज्यादा मज़ा आता है।
यूं तो मैं हर किस्म की चूतों के साथ मजा ले लेता हूँ लेकिन लेकिन बड़ी औरतों की चूतों से मुझे खासा लगाव रहता है. वह बड़े ही मस्त तरीके से अपनी चूत चुदवाती हैं.
उनको चूत मरवाने का तजुरबा भी बहुत होता है और कोई नखरा भी नहीं करतीं. नई लड़कियों के साथ थोड़ी परेशानी होती है. उनको हैंडल करना थोड़ा मुश्किल होता है जबकि बड़ी उम्र की औरतें तो खुद ही लंड पकड़ लेती हैं और मुंह में भी आराम से ले लेती हैं इसलिए मुझे उनके साथ सेक्स करना बहुत पसंद है.
दोस्तो आपने मेरी कहानी
इंस्टाग्राम से भाभी की चुदाई की
को बहुत प्यार दिया इसके लिए आपका धन्यवाद. वैसे मैंने वह कहानी काफी समय पहले लिखी थी लेकिन वो मेरी कहानी प्रकाशित होने में ज्यादा समय लग गया. लेकिन मुझे कोई शिकायत भी नहीं है क्योंकि उस कहानी को आप लोगों ने बहुत प्यार दिया.
मुझसे काफी लोगों ने भाभी का नंबर, पता, फ़ोटो इंस्टा अकाउंट का नाम सब पूछा। लेकिन दोस्तो माफ करना, ये सब पर्सनल रखना पड़ता है। ये सब मैं आपसे शेयर नहीं कर सकता। उसके लिए माफी चाहूंगा। लेकिन हाँ, अगर आपको कोई टिप्स चाइयें तो आप बेझिझक होकर मुझे मेल कर सकते हैं. मैं आपकी हेल्प करूँगा।
चलिये अब ज्यादा समय बर्बाद न करते हुए अपनी आज की कहानी की शुरूआत करते हैं। मैं अपने कुछ दोस्तों के साथ दमन(दीव) गया हुआ था. यह बात पिछले साल 2018 की है. मैं यानि अनुज, पंकज और श्रेयस। हम तीनों ही अच्छे दोस्त हैं लेकिन तीनों ही एक नम्बर के चोदू भी हैं. ये दोनों मेरे कॉलेज के दोस्त हैं. हम तीनों में बहुत गहरी दोस्ती है और सब कुछ एक-दूसरे के साथ शेयर कर लेते हैं. यहाँ तक कि चूत भी चोदने को मिले तो हम शेयर कर सकते हैं. हमारे अंदर हवस भरी पड़ी है।
हम लोग यहां से ट्रेन से निकले और कुछ 7-8 घंटे का सफर तय करके हम दमन पहुंचे. जब हम पहुंचे तो रात के 2:00 बजे गये थे. मगर एक दिक्कत ये थी कि जिस होटल को हमने बुक किया हुआ था, उसमें चेक-इन सुबह के दस बजे का था. इसका मतलब था कि हम लोगों को रात में बाहर ही कहीं टाइम काटना था.
वहाँ पर हम बोर हो रहे थे तो हमने सोचा कि चलो घूम के आते हैं कहीं पर. चलते-चलते हम लोग एक मॉल में गए. वहां छोटे-छोटे मॉल हैं।
वहां पर दारू, सिगरेट सब कुछ मिलता है. घूम कर जब हम वापस आ रहे थे तो रास्ते में हमने एक अफ्रीकी लड़की को आते हुए देखा. उसे देख कर हम लोग रुक गये.
जब वो हमारे पास से गुजर रही थी तो उसने खुद ही सामने से हमें हैलो बोला. हमने भी गर्मजोशी के साथ उसको हाय कहा और फिर हम सब उससे इंग्लिश में बातें करने लगे. उसने बताया कि वो नाइजीरिया से है. मगर चूंकि अंतर्वासना एक हिंदी साईट है इसलिए उस लड़की से हुई बात मैं आपको हिंदी में ही लिख कर बताऊंगा.
उसने पूछा- तुम लोगों का क्या प्लान है?
हमने कहा- कुछ नहीं, हम तो यहां पर बस मस्ती करने आये हैं.
इसके जवाब में वो बोली कि चलो मेरे प्लेस पर जाकर ही मस्ती करते हैं फिर. उसकी बातों से हम समझ गये थे कि वह किस तरह की मस्ती की बात कर रही थी.
हमने उससे सीधे ही पूछ लिया कि कितने चार्जेज लगेंगे तो उसने हमें प्रति व्यक्ति 3000 का रेट बताया.
इतने पैसे हमको बहुत ज्यादा लगे तो हमने उसको बोल दिया कि हम उसको थोड़ा सोच कर बतायेंगे. उसके बाद उसने एक कागज पर अपना फोन नम्बर लिख कर हमें दे दिया और वह यह बोल कर जल्दी से निकल गयी कि अभी पुलिस आ रही है. हम लोग भी वहां से निकल गये.
10 बजे सुबह हमने चेक-इन किया और अच्छी तरह से रेस्ट करने के बाद फिर हम घूमने के लिए निकल गये. हमने ट्रिप्सी (एक गाड़ी) में घूमने के लिए सोचा. हमने वो गाड़ी किराये पर ले ली. मगर दमन की पुलिस ने हमें देख लिया, हम अपनी गाड़ी को भगा कर ले गये. गाड़ी रोक कर हम उससे उतर कर भाग गये और पुलिस वाले हमारी गाड़ी को थाने में ले गये.
हमने थाने जाकर अपनी गाड़ी को छुड़वाया. उस वक्त मैं उस नाइजीरियन से ही फोन पर चैट कर रहा था. मैंने उससे रेट पूछा तो वो 3000 ही बता रही थी. फिर बहुत ज्यादा कन्विंस करने के बाद वो बड़ी मुश्किल से 1200 रुपये ‘पर पर्सन’ के हिसाब से रेडी हो गई. उसने हमको अपना पता दे दिया. मगर हमारे पास से ओनर ने वो गाड़ी ले ली. अब हमारे पास उस नाइजीरियन के यहाँ जाने के लिए कोई साधन नहीं था.
वैसे वो रास्ता दो-ढाई किलोमीटर का था इसलिए हम पैदल चल कर ही उस तक पहुंच गये. पहुंचने के बाद उसने हम सब से पैसे एडवांस में लेने के लिए कहा और हम तीनों ने अपने-अपने हिस्से के 1200 रूपये अलग-अलग कर लिये. हम उसकी बिल्डिंग के अंदर जाकर सोफे पर बैठ गये. उसने हम तीनों से पैसे ले लिये.
चूंकि हम चल कर आये थे इसलिए पूरे पसीने से भीग गये थे. उसने हमें नहाने के लिए कह दिया. एक-एक करके हम तीनों ने शावर लिया.
उसके बाद सबसे पहले मेरी बारी थी. मेरे मन में तो लड्डू फूट रहे थे. मैं उसको लेकर बहुत ही ज्यादा उत्साहित था क्योंकि मैंने बहुत सी ब्लू फिल्म में नाइजीरियन लड़कियों को चुदते हुए देखा था. मुझे उस तरह की काली लड़की बहुत पसंद आती थी.
सबसे पहले वो मुझे रूम में ले गई. उसने मेरे सारे कपड़े उतरवा दिये. मेरा लंड तो पहले से ही सोच-सोच कर तना हुआ था. उसने मुझे नंगा करके मेरी पूरी बॉडी पर ऊपर से नीचे तक हाथ से सहलाया और फिर हमने एक-दूसरे को किस करना चालू किया.
उस काली लड़की के बोबे बहुत मोटे थे. मैंने उसकी टी-शर्ट उतार दी और उसके फुटबॉल जैसे चूचों को मैं अपने हाथ में लेकर संभालने लगा और उनको पीने लगा. मैंने उसके चूचों को दबाया और चूसा तो बहुत मजा आने लगा.
वो बोली- रुको एक मिनट, मैं म्यूजिक ऑन कर देती हूँ.
जैसे ही वो उठी तो उसकी गांड मेरी तरफ थी जो बहुत ही बड़ी थी. मुझसे रहा न गया और मैंने उसकी गांड पर एक जोर का थप्पड़ मार दिया.
वो उछल पड़ी और बोली- आउच … आराम से यार!
वो बोली- इतनी भी क्या जल्दी है.
मैंने कहा- मैं तो बहुत एक्साइटेड हो रहा हूँ. मुझे तो तुम्हारी गांड बहुत पसंद आ गई है. वैसे दोस्तो सच बताऊं तो मुझे गांड बहुत ही ज्यादा पसंद है. उसकी तो गांड एकदम कमाल ही थी. इसलिए मैं खुद को रोक नहीं पा रहा था.
फिर उसने मुझे बिस्तर पर लेटा दिया और मेरी पूरी बॉडी पर हाथ फिराने लगी. मैं तो उसकी मदहोशी में खोने लगा. एक अलग ही मजा आ रहा था उसके साथ. फिर वह मेरे लंड के करीब पहुंच गई.
उसने कहा- यह तो बहुत बड़ा है. मुझे ऐसे लंड बहुत अच्छे लगते हैं.
इतना कहकर उसने मेरे लंड को मुंह में भर लिया. आह्ह … वह मेरे लंड को चूसने लगी. करीब पांच मिनट तक वो मस्ती में मेरे लंड को चूसती रही. फिर मैंने उसके बूब्स को खूब मसला और चूसा. पूरे गर्म होने के बाद हम मिशनरी पोजिशन में आ गए और मैंने अपना लन्ड तैयार कर लिया. मैंने लंड पर कंडोम लगा लिया और उसकी चूत को चोदने लगा.
वैसे मैं बहुत ही ज्यादा कामुक हो गया था और मेरा पानी कभी भी निकलने वाला था. मगर मुझे अपने पैसे भी वसूलने थे. इसलिए मैंने धीरे-धीरे करना शुरू कर दिया. लंड पूरे जोश में था और उसकी चूत में गच-गच अंदर जा रहा था.
मेरा लन्ड ज्यादा मोटा था तो उसे थोड़ा दर्द भी हो रहा था, वह अपनी आवाज में फक मी … (चोदो मुझे) आह्ह … बोल रही थी.
मैं उसकी चूत में दो उंगलियों से उसकी चूत के दाने को भी रगड़ रहा था।
फिर मैंने उसको कहा- तुम पीछे की तरफ लेट जाओ।
मैंने उसके ऊपर आकर अपना लन्ड उसकी चूत में लगाया और धक्का लगाना चालू किया.
वह फिर से चिल्लाने लगी- आह … चोद दो मुझे, आह … मजा आ रहा है, पूरा अंदर तक जाने दो … आह … ये मोटा-गोरा लन्ड मस्त ठुकाई कर रहा है।
कुछ देर उस पोजीशन में चोदने के बाद मैंने उसे कहा कि डॉगी स्टाइल में तुम्हारी चुदाई करनी है तो फिर मैंने उसे कुतिया बना दिया।
वो इस पोज में चुदते हुए खुश होने लगी. बोली- ऐसा लंड लड़कियों को बहुत पसंद होता है.
मैं ये सुनकर और खुश हुआ. अब मैं पहले से ज्यादा जोश में आ गया और जोर-जोर से चोदने लगा। वो आह … आह करके चुदवाती रही।
मैं उसकी गांड भी मारना चाहता था लेकिन उसने बोला- मैं गांड नहीं मरवाती. इसके लिए आई एम सॉरी!
मैंने कहा- कोई बात नहीं. मैं तो तुम्हारी चूत को चोद कर ही बहुत खुश हो गया हूं. मैंने उसकी चुदाई जारी रखी.
काफी देर तक उसकी जोरदार चुदाई की और मैं बहुत थक गया। पंद्रह मिनट के बाद मैंने उसी पोजीशन में धक्के लगा-लगा कर अपने लन्ड का पानी कंडोम में ही निकाल दिया और फिर वहीं पर लेट गया. फिर मैंने कुछ देर बाद कपड़े पहने और बाहर आ गया।
दूसरा दोस्त दोस्त, जो कि बहुत ज्यादा उत्तेजित हो रहा था, उसने जल्दी-जल्दी किया और पाँच मिनट में वह बाहर आ गया।
तीसरा दोस्त ने बहुत ज्यादा टाइम लगाया. उसने भी बहुत देर तक सेक्स किया उसके साथ. जब वह तेज़ी से उसकी गांड पर चांटा मारता तो बाहर तक आवाज़ आ रही थी। उसने उस काली रांड की खूब चीखें निकलवाईं.
जब हम तीनों ने उसके चूत को चोद लिया तो वह भी बाहर आ गई. हमसे आकर कहने लगी कि उसको हमारे साथ चुदाई करवाने में बहुत मजा आया.
वैसे भी बाहर जाकर अगर चूत न मारो तो फिर घूमने फिरने का मजा ही क्या. हम तीनों दोस्त तो इस मामले में बहुत ज्यादा हरामी हैं. जहाँ भी हमें चूत मारने का मौका मिलता है हम हाथ से जाने नहीं देते. ऐसा ही उस नाइजीरियन के मामले में हमने किया.
उसने हमें फिर से आने के लिए कहा. उससे कुछ देर बातें करने के बाद हम वहाँ से चले आये. दोस्तो, समय की कमी के चलते मैं इस कहानी को अच्छे से नहीं लिख पाया. इसलिए आपसे कहना चाहता हूँ कि यदि कोई गलती हुई हो तो माफ करना. मैं बस आपको अपनी बात बताना चाह रहा था.
बहुत से लोग बोलते हैं कि ऐसा सिर्फ कहानियों में होता है लेकिन दोस्तो मेरे साथ ये सब रियल में हुआ और हमने खूब मस्ती की. दोस्तों के साथ बाहर घूमने में तो इस तरह की संभावनाएं और भी ज्यादा हो जाती हैं. जब चोदू दोस्त साथ में घूमने निकलते हैं तो वो कहीं न कहीं चूत मारने का जुगाड़ ढूंढ ही लेते हैं.
आपको मेरी कहानी कैसी लगी मुझे मेल करके जरूर बताएं। जल्दी ही मैं अपनी नई कहानी के साथ वापस आऊंगा. तब तक के लिए आंटियों, भाभियों और हवसी लड़कियों को कहना चाहूंगा कि सेटिंग करती रहो और अपनी चूत चुदवाती रहो। मेरे जैसे चोदू लड़कों को मजा देती रहो. अपनी चूत चुदवा कर मेरे भाइयों का दिल बहलाती रहो. खुद भी मजे करो और इनको भी करने दो. इसी में जिन्दगी का असली मजा है. चार दिन की जवानी है फिर तो सब खत्म हो जायेगा. इसका पूरा मजा लेना चाहिए.