ही, अब आयेज की चुदाई वाली कहानी!
अब मैने उसके बूब्स को दबाना शुरू कर दिया, और मुझे इसमे बहोट ही मज़ा आ रा था. ये काम किस करते हुए भी चल रा था, मैं उसने भी मुझे ज़ोर ज़ोर से किस करना शुरू कर दिया था.
पहले वो सिर्फ़ मेरा साथ दे र्ही थी, पर अब वो मुझे पर हावी हो र्ही थी. ऐसा लग रा था, उसे मुझसे ज़्यादा चुदाई की जल्दी है.
अब मैं उसको नंगी देखना चाहता था, मैने उसका टॉप उतार दिया उसने नीचे रेड कलर की ब्रा फेणी हुई थी. ब्रा खोलने के लिए अपने हाथ पीछे किए तो वो भी अपनी कमर पीछे करके मेरा साथ दे र्ही थी.
मैं उसकी ब्रा को खोल रा था, पर वो मुझसे खुल न्ही र्ही थी तो वो बोली – आज तक कभी किसी की ब्रा न्ही खोली क्या?
मैं – न्ही.
फिर उसने अपनी ब्रा को खुद खोल दिया, और फिर हम ल्ट गये. मैं उसके बूब्स को चूसने लग गया, उसके बूब्स चूसने मे बहोट मज़ा आ रा था. मेरा दूसरा हाथ उसके दूसरे बूब्स को मसल रा था. अब वो भी मस्त सिसकिया लेने गयइ थी.
पर उसकी सिसकियो से मुझे कोई फराक न्ही पद रा था, क्योकि मेरे फ्लॅट से सिर्फ़ बहोट ज़ोर से छीलाने की आवाज़ ही बाहर जाती थी. तो अब मैं आराम से उसके बूब्स को चूस रा था.
अब मैने सोचा अब इसकी छूट के दर्शन करने चाहईीए, तो मैं उसकी जीन्स का बटन खोलने लग गया. फिर मैने एक ही बार मे उसकी जीन्स को पूरा उतार दिया, उसकी दोनो झंगो के बिछे एक ट्राइंगल बना हुआ था.
जो मुझे छूट चाटने के लिए पागल कर रा था, मैने उसकी पनटी को झट से निकल दिया. अब मैने उसकी दोनो टॅंगो को खोल कर उसकी छूट को रगड़ने लग गया, और उसके बूब्स को मसालने लग गया.
थोड़ी देर बाद मैने अपनी जीब से उसकी छूट को चाटना शुरू कर दिया, और वो पागलो की तरह आहह आ करने लग गयइ. अब मेरे अंदर का जानवर जाग चुका था, इसलिए मैं उसकी छूट को दंटो से काटने लग गया.
और अपनी उंगली उसकी छूट मे ज़ोर ज़ोर से अंदर बाहर करने लग गया, अब वो आ आ कर र्ही थी. मुझे ये आइडिया मेरे एक दोस्त ने दिया था, उसने खा था की इससे लड़कियो को बहोट मज़ा आता है.
मैं अब उसे ज़ोर ज़ोर से चूसने और काटने लग गया, साथ ही मेरी उंगली लगातार उसकी छूट मे अंदर बाहर हो र्ही थी. उसकी आवाज़ें अब और भी तेज हो चुकी थी, जो अब मेरी रूम के बाहर से सॉफ सुनी जा स्काती थी.
वो – आहह आहह राजा और चतो मेरी छूट को खा जाओ फक मे आहह आहह.
ये सुन कर मेरे अंदर जोश आ रा था, अब वो मेरा सिर पकड़ कर अपनी छूट उस पर रग़ाद र्ही थी. मैने सोचा अभी ये ही सही टाइम है अपना लंड बाहर निकालने के लिए. तो मैने अपना लंड बाहर निकल कर उसके हाथ मे दे दिया.
वो मेरे लंड को धीरे धीरे हिलने लग गयइ, मैने उसे मूह मे लेने को खा तो वो माना करने लग गयइ. तो मैने सोचा इस बार न्ही पर अगली बार अपने लंड का पानी इसके मूह मे ही निकालूँगा.
मैने देर ना करते हुए मैने उसको उठाया और खुद ल्ट गया. अब वो मेरे उपेर और मैं उसके नीचे था. हम दोनो पहले से पूरे नंगे हो चुके थे, तो बस अब चुदाई होना बाकी रह गया था.
जेसे ही मैने उसे लंड पर बैठने का इशारा किया, तो वो भी झट से मेरे लंड को पकड़ कर अपनी छूट पर सेट करते हुए उसके उपेर बैठ गयइ. जेसे ही वो बैठी तो मेरे लंड का मास नीचे आ गये और मुझे बहोट दर्द हुआ.
मैं – साली उठ और फिर देख कर बैठ.
फिर वो उठी और अब आराम से बैठ गयइ. मैं बोला – मुझे इतना दर्द हुआ, पर तुझे दर्द क्यो न्ही हुआ?
वो – बातरूम मे जब मुझे तूने किस किया था.. तब मैने रात को पॉर्न मोविए देखते हुए अपनी छूट मे मार्कर लिया था. इसलिए अब मेरी छूट खुल चुकी है.
अब हुमारी चुदाई शुरू हो गयइ थी, मैने धीरे धीरे स्पीड तेज़ कर दी. अब वो आहह आ फक मे फक मे कर र्ही थी. पर कुछ देर बाद वो तक गयइ और अब उपेर करने से माना कर दिया.
अब बरी मेरी थी, जेसे मैने सोचा था की इस साली को मैं अपनी कुटिया बना कर ज़रूर छोड़ूँगा. क्योकि असली मज़ा तो लड़की को कुटिया बना कर उसके बाल पकड़ कर छोड़ने मे आता है.
फिर मैने उसे झुकने का इशारा किया, और वो साँझ गयइ और मेरी तरफ अपनी गंद करके घोड़ी बन गयइ. फिर मैने अपना लंड उसकी छूट पर सेट किया और मैने उसकी छूट मे अपना लंड डाल दिया.
अब मैं ज़ोर ज़ोर से ढके मार रा था, अब पूरे रूम मे फॅट फॅट की आवाज़ें आ र्ही थी. अब मैने अपनी स्पीड तेज़ की और उसके बॅलो को अपने हाथ मे पकड़ कर, उसे घोड़े की तरह छोड़ने लग गया.
मैने तोड़ा झुका और अपने एक हाथ से उसके निपल्स को हाथ मे ले कर मसलने लग गया. दोस्तो ये पोज़िशन मेरी पसंद की है, अब पूरे रूम मे अहः अहः और फॅट फॅट की आवाज़ें आ र्ही थी.
वो – आहह आ ज़ोर से छोड़ो मुझे आहह मेरी छूट को फाड़ दो आहह आहह उई मा.
फिर उसने मुझे किस किया और वो बोली – आहह आ और ज़ोर से अब मेरा निकालने वाला है.
फिर वो झाड़ गयइ, अब मुझे लगा की अब मेरा भी होने वाला है. फिर मैने उसे क्लासिक पोज़िशन मे लेआटा दुया, उसने बिना मेरे कहे अपनी दोनो टॅंगो को खोल दिया.
अब फिर से एक बार चुदाई शुरू हो गयइ. इस बार मैं उसे अपने सीने से लगा कर छोड़ रा था. करीब 3-4 मिनिट छोड़ने के बाद अब मेरा निकालने वाला था.. और मैने उसके बिना पूछे ही अपना सारा पानी उसकी छूट मे निकल दिया.
अब उसकी पकड़ ढीली हो गयइ थी, अब मैं उसके उपेर ही ल्ट गया और उसने भी मुझे कस्स कर अपनी बाहों मे ले लिया. अब टाइम 5 बजे चुके थे, अब उसे अपने घर जाने की जल्दी हो र्ही थी.
फिर वो जल्दी ही मिलने का वाडा करके चली गयइ. उसके बाद मैने उसे जाम कर छोड़ा और उस रंडी की मैने गंद भी मारी.
दोस्तो पर अब मेरा उससे ब्रेकप हो गया है, अब मैं नयी छूट की तलाश मे घूम रा हूँ. तो आपको मेरी ये चुदाई केसी लगी, प्लीज़ मुझे ज़रूर बताना.
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