रोहन ने बॉक्स ओपन किया तो उसमे ब्दसम का समान रखा था, जिसे देख के सविता और सुकेश दोनो घबरा गये. फिर मैने सविता को बेड पे लिटाया और उसके हाथ हॅंड्कफ से बाँध दिए. उसके बाद उसकी कमर को पिल्लो से उठा के उसे पैरों को हवा में रखने को बोला. फिर कोमल उसके मूह में अपनी छूट डाल के उसे चटवाने लगी.
मैने लंड उसकी छूट पे सेट किया. वियाग्रा की गोली खाने से रोहन का भी खड़ा हो गया था. फिर उसने अपने लंड में आयिल लगाया, और उंगली से उसकी गांद के च्छेद को हिलाया. फिर हम दोनो ने एक साथ लंड घुसाया, मैने उसकी छूट और रोहन उसकी गांद में.
मेरा तो एक बार में घुस गया. पर रोहन को प्राब्लम हुई, क्यूंकी सविता की गांद में ये पहला लंड था. फिर उसने 2न्ड शॉट लिया. इस बार आधा लंड चला गया, जिससे सविता की जान निकल गयी. वो तड़पने लगी, पर ज़्यादा हिली नही. फिर हम दोनो नों स्टॉप उसकी चुदाई करते रहे. बीच में उसने अपने पैर नीचे किए, ये बोल के की उसके पैरों में दर्द हो रहा था.
तभी कोमल ने उसके बूब्स में पिंच किया. फिर सविता ने दोबारा अपने पैर उठा लिए. मैने पुर 30 मिनिट्स तक उसकी छूट छोड़ी, और रोहन ने भी. फिर हम दोनो ने एक साथ अपना लंड निकाला, और उसके मूह में डाल दिया, जिससे उसकी जान ही निकल गयी थी. हमने उसके मूह में माल गिराया.
इधर कोमल सुकेश से अपने अंप्रीतस चटवा रही थी, और अपनाई छूट भी. उसके बाद उसका पानी निकल गया. हम तीनो बेड पे लेट गये, और सविता के हाथ खोल के उसे नीचे उतरने को बोला. फिर मुझे सस्यू लगी तो मैं सुकेश को कुत्ता बना के बातरूम लेके गया. तभी सविता को बोला की फोन लेके आ इधर.
वो आ गयी तो मैने उसे बोला की रेकॉर्डिंग करे. फिर मैने सुकेश के उपर सस्यू कर दिया. तभी रोहन और कोमल भी आ गये. उन्होने भी सुकेश के उपर सस्यू किया. फिर मैं, रोहन, और कोमल इतनी चुदाई के बाद तक गये थे. हमने सुकेश को दीवार के साथ खड़ा कर दिया, और सविता को बोला हमारे लिए पेग बना के लाए.
वो हमारे लिए 3 ड्रिंक्स लेके आई. फिर मैने सविता को सुकेश के पास घुटने के बाल बैठने को कहा घोड़ी बन के. उसके बाद मैने उसके पैर बाँध दिए, और उसके हाथ पीछे करके उसकी पीठ पे रख के बाँध दिए हॅंड्कफ से. फिर मैने उसे बोला-
मैं: अपने बेटे का लोड्ा चूस.
वो माना करने लगी. फिर मैने ब्दसम बॉक्स में से एक टीज़र (एक स्टिक जिसे बहुत वाइब्रेशन होती है) निकाला, और उसकी गांद में सत्ता दिया. वो इतनी ज़ोर से चिल्लाई की क्या बतौ. फिर मैने इस बार टीज़र उसकी चुचि पे टच किया तो वो रोने लगी और माफी माँगने लगी.
मैने कहा: चुप छाप लंड चूसो.
फिर वो लंड चूसने लगी. मैं, रोहन, और कोमल बेड पे दारू पीते हुए सब देख रहे थे. गोली की वजह से सुकेश का लंड टाइट हो गया था, और पुर 20 मिनिट्स बाद उसका पानी निकला. फिर सविता ने मूह से लंड निकाला, और पानी ज़मीन पे गिरा दिया. ये देख के रोहन को गुस्सा आया. फिर वो बेड से उतरा और गुस्से से बोला-
रोहन: कुटिया लंड मूह से क्यूँ निकाला. उपर से माल को नीचे गिरा दिया. तेरे बाप का घर है जहा अपने हिजड़े बेटे का मूठ थूक रही है?
सविता: माफ़ कर दीजिए, मुझसे ग़लती हो गयी.
रोहन: रूल याद है ना, ग़लती होने पे सज़ा. (फिर उसने टीज़र लेके उसकी बूब्स पे रखा, और बोला) क्यू बे रंडी ओं करू?
सविता: नही मलिक, एक मौका दीजिए प्लीज़. मलिक आयेज से ऐसा नही होगा.
रोहन: नीचे गिराया है ना, अब पूरा चाट के सॉफ कर.
सविता नीचे पूरी ज़मीन चाट के सॉफ कर दी. पर तोड़ा सा रह गया था.
सविता: हो गया मलिक.
रोहन: ये कहा से आया? ये क्या तेरा बाप सॉफ करेगा?
तभी उसने टीज़र उसके बूब्स पे रख के ओं कर दिया, जिससे उसकी चीख निकल गयी.
सविता: मलिक माफ़ कर दो, मुझपे तरस खाओ.
फिर रोहन रुक गया. उसने स्टिक ली, और सविता के हाथ खोल के उसे कहा-
रोहन: चल अपने बेटे की गांद पे मारना शुरू कर.
इस बार सविता ने बिना कुछ बोले सुकेश को मारना शुरू किया. सविता अपनी पूरी जान लगा के मार रही थी. सुकेश को बहुत दर्द हो रहा था. फिर मैने सविता को रुकने को कहा.
मैने उसे कहा: चल अपने बेटे का नुणु हिलना स्टार्ट कर दे.
फिर उसने सुकेश का लंड हिलना शुरू किया. इधर हम दोनो का लंड फिरसे खड़ा हो गया, तो हमने कोमल को प्यार करना शुरू किया. रोहन उसकी छूट चाट रहा था, और मैं उसे किस कर रहा था. फिर 5 मिनिट बाद मैने कोमल की छूट में लंड डाल के उसे छोड़ना शुरू किया, और रोहन ने उसकी गांद मारनी शुरू की. पुर 20 मिनिट बाद हम तीनो झाड़ गये और लेट गये.
फिर सविता ने हमसे बोला: मेरे बेटे का पानी दोबारा निकल गया, तो अब रुक जौ?
मैने कहा: नही करती रह.
इस पर सुकेश ने कहा: नही मलिक, मुझसे और नही होगा.
तभी मैने टीज़र लेके उसकी लंड पे ओं कर दिया. उसकी चीखों से पूरा घर गूँज गया. तभी मैने सविता को बोला-
मैं: अपने बेटे के नुणु पे तुझे 2 मिनिट नों स्टॉप टीज़र चलना होगा.
ये सुन के सुकेश का पेशाब निकल गया. हम तीनो ज़ोर से हासणे लगे.
मैने उसको गुस्से से बोला: मदारचोड़ मेरे रूम में मूट दिया.
तभी सविता को बोला: पूरा मूट सॉफ कर.
फिर उसने सॉफ किया. उसके बाद उसे बोला नों स्टॉप अपने बेटे का नुणु हिलाए. फिर रोहन, मैं, और कोमल तीनो सो गये. रात के 1 बाज रहे थे. 40 मिनिट बाद मैने देखा तो सविता ने हिलना बंद कर दिया था. मैं बेड से उठा, और मुझे देख के दोनो घबरा गये.
मे: क्यूँ बे रंडी, और रंडी की औलाद, रुक क्यूँ गये?
सविता: मलिक हमे नींद आ रही है, और प्यास भी लगी है. हम दोनो बहुत तक गये है. आप हमारे साथ ऐसा क्यूँ कर रहे हो.
मे: अभी तो कुछ किया ही नही है. असली खेल तो कल से शुरू होगा. वैसे भी मैं तुझ जैसी नौकरानी को औकात दिखा रहा हू.
फिर मैं सविता और सुकेश को बातरूम ले गया और उन्हे सस्यू करवाया. उसके बाद 2 ग्लासस में मैने तोड़ा-तोड़ा सस्यू किया, और पानी भर दिया. वो मैने दोनो को पीने को दिया. दोनो ने चुप-छाप पी लिया. फिर सुकेश को वही बातरूम में खड़ा किया और सविता को अपने साथ रूम में लेके आया.
सविता मुझसे रिक्वेस्ट करने लगी की उसके बेटे को छ्चोढ़ डू, और उसे आराम करने डू. मैने सविता के हाथ बाँधे और उसे रूम से डोर लेके आया. फिर उसके मूह में एक कपड़ा डाला. मैने टीज़र फिरसे उसके बूब्स पर लगाया, जिससे वो तिलमिला उठी. फिर मैं उसे रूम में लेके आया. उसके गले में पत्ता बाँधा, और उसे कुटिया बनने को कहा. मैने उसको ऐसे ही सोने को कहा. फिर मैं भी सो गया, और मॉर्निंग में 6 बजे का अलार्म लगाया.
तो दोस्तों आज के लिए इतना ही. नेक्स्ट पार्ट में पता चलेगा आयेज क्या हुआ, और किस तरह अमन के आने के बाद हमने सविता के साथ क्या किया. तब तक के लिए गुडबाइ. अपना फीडबॅक ज़रूर देना.