ही दोस्तो, मेरा नाम रमेश है. और मई वापस आ गया हू अपनी कहानी “रोशनी का सच्चा प्यार” का अगला पार्ट लेके. कहानी का मज़ा लेने के लिए पिछले पार्ट्स ज़रूर पढ़े.
पिछले पार्ट मे आपने पढ़ा था, की मई रोशनी को छोड़ने उसके घर गया. वाहा मैने पहले उसकी गरम छूट का मज़ा लिया, और उसके बाद उसकी टाइट गांद की ठुकाई करी. इस सब मे मुझे स्वर्ग का मज़ा मिला.
फिर हम सो गये, और उठने के बाद मैने रोशनी के फोन मे किसी खूबसूरत लड़की की तस्वीर देखी. अब मई रोशनी के उठने की वेट कर रहा था, ताकि मई ये जान साकु, की वो तस्वीर वाली लड़की कों थी. अब आयेज-
फिर 15 मिनिट बाद रोशनी उठ गयी. मैने उसका फोन साइड मे रख दिया और उसकी तरफ देख कर स्माइल की. मैने पहले उसके माथे पर एक किस किया, ताकि उसको मेरे सच्चे प्यार का एहसास हो. फिर हम साथ मे बेड पर ही बैठ गयी.
हम दोनो नंगे थे, और हम दोनो ने चादर से अपने आप को ढाका हुआ था. फिर मई उससे बाते करने लगा. मई उसको बोला-
मई: तो अछा लगा तुम्हे गांद मरवा कर.
रोशनी: मेरी जान निकल गयी. लेकिन मज़ा भी आया. और वैसे भी मई तुम्हारे लिए कुछ भी कर सकती हू.
मई: सच मे?
रोशनी: हा सच मे.
फिर मैने उसको एक और किस किया. मई चाहता था, की वो खुद मुझे उसके मोबाइल मे फोटोस दिखाए. इसलिए मैने उसको बोला-
मई: रोशनी तुम इतनी खूबसूरत हो, हॉट हो, और बहुत सेक्सी भी हो.
रोशनी: हहा तो?
मई: तो तुमने आज तक कोई बाय्फ्रेंड नही बनाया.
रोशनी: मुझे बाय्फ्रेंड बनाने मे कोई इंटेरेस्ट नही था. बहुत से लड़को ने मुझसे पूछा भी, लेकिन उनमे से किसी ने भी मेरे दिल मे जगह नही बनाई. लेकिन आप वो पहले इंसान थे, जिन्होने मेरे दिल मे जगह बना ली. इसलिए ही तो मुझे आप से प्यार हो गया.
मई: सो स्वीट.
फिर मई मज़ाक मे बोला-
मई: लेकिन एक भी नही? या बताना नही( ये बोलते हुए मैने उसको आँख मार दी)
रोशनी: अर्रे नही बनाया बाबा. ऐसा करो मेरा फोन चेख कर लो. अगर मेरा बाय्फ्रेंड होगा, तो उसका मेसेज तो आया होगा ना?
मई: अर्रे मई तो मज़ाक कर रहा हू जान.
रोशनी : हा मई समझती हू आपका मज़ाक.
फिर रोशनी आयेज हुई, और उसने टेबल पर से अपना मोबाइल उठाया. मैने उसको बोला-
मई: अर्रे रोशनी, इसकी कोई ज़रूरत नही है.
रोशनी: अर्रे चलो मेरी फोटोस ही देख लो.
मई: हा फिर ठीक है.
फिर रोशनी ने अपना फोन ओपन किया और मुझे अपना व्हातसपप दिखाने लगी. व्हातसपप दिखाने के बाद उसने अपनी गॅलरी ओपन की, और मुझे फोटोस दिखाने लगी. जैसे ही गॅलरी ओपन हुई, मई रोशनी से उस लड़की के बारे मे पूछने को तैयार हो गया.
उस लड़की की फोटोस के पहले 2-3 फोटोस थी. पहले रोशनी ने मुझे वो फोटोस दिखाई, और उनकी हिस्टरी सुनाने लगी. मुझे उन फोटोस को देखने, या उनकी हिस्टरी सुनने मे कोई इंटेरेस्ट नही था. लेकिन फिर भी मुझे सुनना पड़ा. फिर पुर 10 मिनिट वेस्ट करने के बाद रोशनी ने उस लड़की वाली तस्वीर खोली.
जब वो तस्वीर मेरे सामने आई, तो मेरे कान खड़े हो गये. मई सुनना चाहता था, की रोशनी उस तस्वीर के बारे मे क्या बोलने वाली थी. तभी रोशनी बोली-
रोशनी: और ये है मेरी छ्होटी बेहन करूँगा.
मई: छ्होटी बेहन? तुम्हारी कोई बेहन भी है?
रोशनी: हा, हम 2 बहाने ही तो है. मई रोशनी और वो करुणा. वैसे वो इतनी भी छ्होटी नही है. वो सिर्फ़ 5 मिनिट छ्होटी है मेरे से. मैने और मा ने उसको इस सब से डोर रखा हुआ है. और उसको पढ़ाई के लिए कॉलेज भेजा हुआ है.
मई: अछा.
रोशनी: वो हॉस्टिल मे ही रहती है. और मई अपनी बेहन से बहुत प्यार करती हू. आपको पता है, मेरी बेहन बहुत इंटेलिजेंट है. उसके लिए मई कोई राजकुमार जैसा लड़का ढूँढने वाली हू. वो मेरी तरह ऐसे घरो मे काम नही करेगी, बल्कि किसी कोम्पंटी मे सूट पहन-ने वाली जॉब करेगी.
उसकी ये बात सुन कर मैने मॅन मे सोचा, की ऐसी माल लड़की को तो हर कोई जॉब देने के लिए तैयार हो जाएगा. अब रोशनी को देख-देख कर मेरा लंड फिरसे खड़ा हो रहा था. मैने उसकी बेहन के बारे मे भी जान लिया था, तो मैने उसके हाथ से मोबाइल पकड़ कर साइड मे रखा, और उसको किस करने लगा.
रोशनी भी मेरा साथ देने लगी. फिर मैने उसको 2 बार और छोड़ा. अब जो मैने उसको छोड़ा था, तो मेरे दिमाग़ ने करुणा ही करुणा घूम रही थी. मई छोड़ तो रोशनी को रहा था, लेकिन इमॅजिन करुणा को कर रहा था. थोड़ी देर रोशनी को छोड़ने के बाद, मई रोशनी के घर से निकल गया, और अपने घर वापस आ गया.
पूरी रात मुझे करुणा के ही ख़याल आते रहे. अगले दिन जब रोशनी घर पर आई, तो वो बहुत उदास लग रही थी. उसको उदास देख कर मैने उसको पूछा-
मई: क्या बात है रोशनी? तुम इतनी उदास क्यू लग रही हो?
ये सुन कर रोशनी ने मुझे गले से लगा लिया और रोते हुए बोली-
रोशनी: अगले हफ्ते मेरी शादी है. मई आपके बिना कैसे रहूंगी?
मई: अर्रे मई तुमसे प्यार करता हू, और हमेशा करता रहूँगा. पहले भी तो तुम अपने घर मे रहती हू. अब यू समझ लेना, की बस घर बदल रहा है. हा बस मिलना तोड़ा कम होगा, लेकिन फोन तो है ना.
ये सुन कर रोशनी थोड़ी शांत हुई. फिर 3 दिन बाद रोशनी की मेहंदी थी. उसके घर मे छ्होटा सा फंक्षन था, और उसने मुझे वाहा पर बुलाया था. फंक्षन पर करुणा भी आने वाली थी, तो मई वाहा जाने से माना नही कर पाया. मैने रोशनी के लिए 10000 रुपय का एक गिफ्ट लिया, और उसके घर चला गया.
इतने पैसे मैने इसलिए खर्च किए थे, क्यूकी एक तो रोशनी ने मुझे बहुत मज़ा दिया था. और अगर कोई रंडी भी होती, तो इससे ज़्यादा पैसे खर्च हो जाते. दूसरा मुझे रोशनी की बेहन करुणा को इंप्रेस करना था.
जब मई उसके घर पहुँचा, तो 15-20 ही मेहमान थे. क्यूकी उसकी मा भी हमारे यहा ही काम करती थी, तो उन्होने मुझे बहुत इज़्ज़त दी. मेरी नज़रे करुणा को ही ढूँढ रही थी. फिर 5 मिनिट इधर-उधर देखने के बाद, करुणा मुझे दिखी.
वाउ! क्या कमाल की लग रही थी वो. उसने पिंक और सिल्वर मिक्स रंग का लहंगा पहना हुआ था. उसका गोरा रंग चमक रहा था, उसके लहँगे मे. करुणा भी अपनी बेहन की ही तरह बिल्कुल फिट थी. मई तो दीवाना ही हो गया था उसको देख कर. उसके साथ सोने के लिए अगर मुझे उसके साथ शादी भी करनी पड़ती, तो भी मई तैयार था.
तभी वाहा कुछ मसला हो गया, और सब लोग डिस्कशन करने लग गये. जब मैने उनसे पूछा तो रोशनी की मा बोली-
रोशनी की मा: बेटा हमने टॅक्सी बुक कर रखी थी. इसको ब्यूटी पार्लर जाना है. लेकिन वो टॅक्सी कॅन्सल हो गयी. अब हम क्या करे? कोई और टॅक्सी भी नही मिल रही.
मई: अर्रे इतनी सी बात. मेरे पास गाड़ी है. मई उसको ब्यूटी पार्लर ले जाता हू.
रोशनी की मा: अर्रे नही बेटा. तुम हमारे मेहमान हो.
मई: अर्रे मई आपके बेटे जैसा भी तो हू.
फिर वो सब मेरी बात मान गये. उसके बाद रोशनी मेरी गाड़ी मे आके बैठ गयी. जब हम जाने लगे, तो करुणा भी हमारे साथ आ गयी. अब रोशनी मेरे साथ वाली सीट पर थी, और करुणा पीछे वाली सीट पर. मई रियर व्यू मिरर मे से करुणा के जिस्म से अपनी आँखें सेक रहा था.
करुणा को रास्ते मे कुछ काम था, तो वो वही उतार गयी. और मई रोशनी को लेके आयेज बढ़ा. अब हम दोनो अकेले थे गाड़ी मे. तभी रोशनी ने मेरा लंड पर हाथ डाल लिया, और मसलना शुरू कर दिया. मैने रोशनी की तरफ देखा, तो वो बोली-
रोशनी: मई शादी से पहले एक बार तुम्हारा महसूस करना चाहती हू.
बस उसके ये कहने की ही देर थी, की मैने गाड़ी रोक कर साइड पे लगा ली. मैने सुनसान जगह पर गाड़ी रोकी, ताकि कोई हमे देख ना ले. रोशनी ने लाल रंग का सूट पहना हुआ था. मई उसकी तरफ बढ़ा, और उसके होंठ चूसने लग गया.
हम दोनो ने पागलो की तरह एक-दूसरे को किस करना शुरू कर दिया. रोशनी आज मेरे होंठो को काट रही थी. मैने उसको इतना वाइल्ड होते हुए पहली बार देखा था. फिर मई कपड़ो के उपर से ही उसके बूब्स दबाने लग गया.
मैने रोशनी को अपनी गोद मे बिताया और उसको चूसने लगा. मई ज़ोर-ज़ोर से उसके बूब्स दबा रहा था. फिर मैने उसकी पाज़ामी और पनटी दोनो उतार दी. मैने उसकी शर्ट नही उतारी, क्यूकी शीशे मे से बाहर दिख सकता था.
मैने शेरवानी पहनी थी, तो मैने अपनी भी पाज़ामी और अंडरवेर उतार दिए. फिर मैने अपना लंड पकड़ा और उसको रोशनी की छूट पर सेट किया. रोशनी मेरे लंड पर बैठ गयी, और मेरा लंड उसकी छूट मे समा गया.
मई: आ..
रोशनी: आ..
अब मेरा लंड उसकी गरम छूट मे था. रोशनी ने उपर-नीचे होना शुरू कर दिया, और मई भी नीचे से धक्के लगाने लगा. 10 मिनिट चूड़ने के बाद रोशनी की छूट ने पानी छोढ़ दिया. लेकिन मेरा पानी अभी तक नही निकला था.
मैने रोशनी को स्टेरिंग वील की तरफ घुमाया और उसकी गांद मे अपना लंड डाल दिया. हम लोग सुव मे थे, तो जगह काफ़ी थी . रोशनी ने अपने हाथ स्टेरिंग वील पर रख लिया और मई पीछे से उसकी गांद की ठुकाई करने लगा.
मैने 15 मिनिट उसकी क़ास्सी हुई गांद की ठुकाई की. और फिर अपना पानी उसकी गांद मे ही निकाल दिया. फिर वो मेरी गोद मे से उतार कर अपनी सीट पर बैठ गयी. उसने एक टिश्यू लेके अपनी गांद से मेरा माल सॉफ किया और अपनी पनटी और पाज़ामी पहन ली.
मैने भी अपने कपड़े पहन लिए. फिर हम पार्लर की तरफ चल दिए. 2 मिनिट मे हम पार्लर पहुँच गये. फिर तभी रोशनी को करुणा का फोन आ गया. करुणा फ्री हो चुकी थी, और हमारी वेट कर रही थी. फिर रोशनी ने मुझसे कहा-
रोशनी: करुणा फ्री हो गयी है, तो तुम प्लीज़ उसको यही ले आओ. तब तक मई रेडी हो जाती हू.
मई रोशनी की ये बात सुन कर खुश हो गया. उसने खुद ही मुझे उसकी बेहन के पास भेज दिया था. फिर मई करुणा के पास गया, और इस बार वो मेरे साथ वाली सीट पर बैठ गयी. क्या कमाल की फीलिंग थी वो.
फिर पार्लर तक आते-आते हमारी काफ़ी बाते हुए. करुणा बहुत फ्रेंड्ली और इंटेलिजेंट थी. मई उससे इंप्रेस हो चुका था. वो भी मुझसे काफ़ी हस्स-हस्स कर बात कर रही थी. फिर थोड़ी देर ऐसे ही बाते करते-करते हम पार्लर पहुँच गये.
रोशनी तैयार होके बाहर आई, और वो क्या कमाल की लग रही थी. रोशनी फिरसे आयेज की सीट पर मेरे साथ बैठी. इस बार जब मई रियर व्यू मिरर से पीछे देख रहा था, तो करुणा भी मेरी तरफ देख रही थी. उसकी आँखें बता रही थी, की वो मुझसे आसानी से पट्ट जाती.
फिर हम वापस रोशनी के घर पहुँच गये, और मेहंदी की रसम पूरी हुई. जब मेहमान जाने लगे, तो मई भी चल पड़ा. तभी करुणा मेरे पास आई और बोली-
करुणा: थॅंक्स फॉर एवेरितिंग.
मई: ओह! प्लीज़ डॉन’त से थॅंक्स. इट’स मी प्लेषर. वैसे अगर कोई काम हो, तो मुझे ज़रूर याद करना. मेरा नंबर नोट कर लो.
करुणा ने उसी वक़्त अपना मोबाइल निकाला और मेरा नंबर डाइयल करके एक मिस्ड कॉल दे दी. इससे उसका नंबर भी मेरे पास आ गया. फिर मई वापस अपने घर आ गया. उसी रात मैने करुणा को मेसेज किया.
मई: हेलो.
करुणा: ही.
मई: कोई काम तो नही है?
करुणा: नही अभी तो नही है. अगर हुआ तो आपको ज़रूर बतौँगी.
इस तरह से हम एक घंटा इधर-उधर की बाते करते रहे. करुणा की बातो से ये सॉफ पता चल रहा था, की वो मुझे पसंद करने लगी थी. इस बार तो मई भी करुणा को पसंद करने लगा था. रोशनी के साथ तो मैने सेक्स के लिए प्यार का नाटक किया था. लेकिन करुणा से तो मुझे सच मे प्यार होने लगा था.
इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट मे पता चलेगा. अगर आपको कहानी पसंद आई हो, तो कहानी को लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.