मेरा नाम उर्मिला है. मैं देल्ही में रहती हू. मेरी उमर 46 साल है, और मेरी एक बेटी है. मेरे पति अब्रॉड में जॉब करते है, और मैं यहा अपनी बेटी के साथ रहती हू.
मेरी बेटी 23 साल की है, और उसका नाम टानू है. उसकी शादी 6 महीने पहले हुई है. लेकिन मुझे ये शादी मेरी इक्चा के विरुढ़ करवानी पड़ी. क्यूकी जिस लड़के से मेरी बेटी की शादी हुई है, वो हमारा नौकर ही है. इसी कहानी को मैं आपको बताने जेया रही हू.
8 महीने पहले मैने घर के काम के लिए एक लड़का रखा. वो 20 साल का था, और उसका नाम तनीश था. तनीश दिखने में अछा ख़ासा था, लेकिन मुझे नही पता था, की उसको काम पर रखना मुझे भारी पद जाएगा.
10-15 दिन में ही तनीश हमारे साथ घुल-मिल गया. टानू भी उससे बाते करके खुश होती थी, क्यूकी वो बहुत मज़किया था. टानू अभी-अभी जवान हुई थी, और उसका फिगर भी अछा था. उसका साइज़ 36″28″37″ था.
वो घर में शॉट्स पहन कर घूमती रहती थी. इसके बावजूद भी मैने तनीश को कभी उसको बुरी नज़रो से देखते हुए नही देखा. मुझे तनीश को लेके कोई फिकर नही थी, लेकिन एक दिन मैने कुछ ऐसा देखा, की मेरे होश ही उडद गये.
मैं मार्केट गयी हुई थी, और टानू और तनीश घर पर ही थे. फिर वापस आके मैने बेल बजाई, लेकिन किसी ने दरवाज़ा नही खोला. 2-3 बार बेल बजाने पर भी जब दरवाज़ा नही खुला, तो मैने पॉकेट से के निकली, और दरवाज़ा खोल कर अंदर चली गयी.
अंदर जाके मैने देखा, की उन दोनो में से कोई वाहा पर नही था. फिर मैं च्चत पर देखने जाने लगी. जैसे ही मैं च्चत पर पहुँची, मुझे एक साइड से कुछ आवाज़े आने लगी.
जब मैं आयेज बढ़ी तो देखा, की तनीश और टानू दोनो एक-दूसरे के होंठ चूस रहे थे. तनीश ने टानू को दीवार के साथ लगाया हुआ था, और पागलो की तरह उसके होंठ चूस रहा था.
वो साथ में टानू की गांद भी दबा रहा था. टानू भी इस चीज़ का पूरा मज़ा ले रही थी. टानू ने पाजामा त-शर्ट पहने हुए थे. तभी तनीश ने टानू के पाजामे में हाथ डाला, और उसकी गांद दबाने लगा. टानू अब मस्ती में आहें भर रही थी.
तनीश ने एक हाथ टानू के बूब पर रखा, और उसको भी दबाने लगा. बूब पर हाथ पड़ते ही टानू की आ निकल गयी. तभी मैं चिल्लाई-
मैं: टानू! ये क्या हो रहा है.
वो दोनो मेरी आवाज़ सुन कर दर्र गये और अलग हो गये. तभी टानू बोली-
टानू: मों, ई लोवे तनीश. मुझे इसके साथ शादी करनी है.
मैं: बकवास बंद कर. बड़ी जवानी चढ़ गयी है तुझे.
टानू: मों प्लीज़ समझो. हम दोनो प्यार करते है एक-दूसरे से.
मैं तनीश से बोली: हरांखोर! तुझे मेरी ही बेटी मिली थी फसाने के लिए. मुझे तुझे काम पर रखना ही नही चाहिए था. चला जेया यहा से, और आज के बाद अपनी शकल मॅट दिखना.
फिर ये बोल कर मैने टानू का हाथ पकड़ा, और उसको नीचे ले आई. टानू मेरी मिन्नटे करती रही, लेकिन मैने उसकी एक ना सुनी.
अब तनीश जेया चुका था, और टानू ने खाना पीना छोढ़ दिया था. मैं रोज़ टानू को समझाने की कोशिश करती थी की तनीश उसके लिए सही नही था, लेकिन उसको मेरी कोई बात समझ नही आती थी.
टानू की ज़ुबान पर एक ही बात थी, की वो तनीश से प्यार करती थी, और उससे शादी करना चाहती थी. कुछ दिन ऐसे ही बीट गये. टानू ने भी तनीश का नाम लेना बंद कर दिया. मुझे लगा, की वो तनीश को भूल गयी थी, लेकिन ऐसा नही था.
एक दिन मैं बाहर किसी काम से गयी थी. जब मैं घर पर वापस आई, तो तनीश आया हुआ था. मैने उसको देख कर कहा-
मैं: तू फिरसे आ गया? मैने माना किया था ना तुझे.
तभी टानू बोली: मैने इसको बुलाया है. मुझे इसी के साथ शादी करनी है, और यही मेरा आखरी फैंसला है.
टानू तनीश के साथ खड़ी हुई थी. जब मैने उसका हाथ पकड़ने की कोशिश की, तो उसने अपना हाथ चुधा लिया. फिर वो तनीश को लेके जल्दी से अपने रूम में चली गयी, और उसने दरवाज़ा अंदर से बंद कर लिया. मैं दरवाज़ा पीटने लगी, और वो अंदर से बोली-
टानू: मों आज मैं तनीश की हो रही हू. आप रोक सको तो रोक लो.
जब दरवाज़ा नही खुला, तो मैं लॉक होल से अंदर देखने लगी. टानू ये जानती थी, तो उसने मुझे देख कर आँख मार दी. फिर उन दोनो ने किस करनी शुरू कर दी. वो पागलो की तरह किस कर रहे थे. टानू ने शॉर्ट्स और त-शर्ट पहने हुए थे, और तनीश उसकी गांद मसल रहा था.
मैं उनको रोकने के लिए दरवाज़ा पीट रही थी, लेकिन उनको कोई फराक नही था. फिर तनीश ने टानू की शॉर्ट्स और त-शर्ट निकाल दी. अब टानू ब्रा और पनटी में थी. उसने टानू को बेड पर लिटाया, और उसकी पनटी उतार दी. अब मेरी बेटी की कुवारि छूट तनीश के सामने थी.
वो कुत्ते की तरह मेरी बेटी की छूट चाटने लगा. टानू आहें भर रही थी, और उसके सिर को अपनी छूट में दबा रही थी. फिर तनीश उपर गया, और टानू की ब्रा निकाल कर उसके बूब्स चूसने लगा. मुझे बड़ी बेचैनी हो रही थी, लेकिन मैं कुछ कर नही पा रही थी.
फिर तनीश ने अपने कपड़े उतार दिए, और उसका 7 इंच का मोटा लंड बाहर आ गया. मैने इतना बड़ा लंड पहले कभी नही देखा था. फिर तनीश ने अपना लंड टानू की छूट पर लगाया, और रगड़ने लगा.
टानू मज़े की सिसकिया भर रही थी. फिर तनीश ने ज़ोर का धक्का मारा, और उसका आधा लंड टानू की छूट फाड़ कर अंदर चला गया. टानू की चीख निकली, पर तनीश ने उसका मूह बंद कर लिया. उसकी छूट से खून निकल रहा था, लेकिन तनीश धक्के मारता गया.
1 मिनिट में तनीश ने अपना पूरा लंड टानू की छूट में घुसा दिया. अब वो तेज़ी से अपना लंड अंदर-बाहर कर रहा था. टानू दर्द और मज़े भारी सिसकिया भर रही थी. फिर तनीश ने अपनी स्पीड तेज़ की, और टानू उसको अपने बूब्स चुसवाने लगी.
10 मिनिट तनीश उसी पोज़िशन में टानू को छोड़ता रहा. फिर उन्होने पोज़िशन चेंज की, और वो दोनो डॉगी पोज़िशन में आ गये. अब तनीश मेरी बेटी को किसी कुटिया की तरह छोड़ रहा था. उसने टानू के बाल पकड़ कर खींच लिए, और उसकी गांद पर थप्पड़ मारने लगा.
15 मिनिट की चुदाई के बाद तनीश बोला-
तनीश: आह आ बेबी, मेरा निकालने वाला है. कहा निकालु इसको?
मैं(बाहर से): नही अंदर नही.
टानू: निकाल दो मेरी जान अंदर ही.
और वो मेरी बेटी के अंदर ही झाड़ गया. फिर वो दोनो बाहर आ गये, और तनीश चला गया. कुछ दिन बाद मेरी बेटी प्रेग्नेंट हो गयी. अब मेरे पास उन दोनो की शादी के अलावा कोई दूसरी ऑप्षन नही थी. फिर मैने जल्दी से उनकी शादी करवा दी. आज मेरा नौकर मेरा जमाई बन चुका है
अगर आपको कहानी अची लगी हो, तो लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.
[email protected]